अछि सेहत के लिए क्या खाना चाहिए


अछि सेहत के लिए क्या खाना चाहिए




आज कल की बिजी लाइफ मैं अछि सेहत बहोत जरूरी है और ज्यादा तार लोग सोच ते ऐसा क्या खाए  जिस से हैम फिट बी रहे और टेस्टी बी हो तो आज ये आर्टिकल इस लिए लिख रहा हु की आपकी सेहत बी अछि रहे और क्या खाना चाहिए वो बी आप को पता चल जाये अच्छी सेहत के लिए कौन-कौन से आहार या फल और सब्जियां लेनी चाहिए यह सवाल हर किसी के मन में जरूर उठता हो गा आपको बता दें बॉडी को सेहतमंद रखने के लिए एक स्वस्थ्य आहार की जरूरत है। ये आहार आपको प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट के अलावा फलों, सब्जियों और काजू बादाम से प्राप्त होते हैं। तो चलो दोस्तो जानते है अछि सेहत के लिए क्या कुछ खाए ओर क्या नही


To mai aap ko ye sab point's mai batu ga jis se aap ko ye article ache se smaj aa jay ga ,


1, अच्छी सेहत के लिए रोजाना सुबह ले ये आहार

2,अच्छी सेहत के लिए – क्या खाएं

3, अच्छी सेहत पाने के कुछ आसन तरीके

4, किन फलों में छुपा है आपकी सेहत का राज

5,धनिए में छिपा है अच्छी सेहत का राज

6, अच्छी सेहत के लिए फलों को खाने का सही समय

7, किसके साथ क्या नहीं खाना चाहिए, जानिए इन सवालों में

8, जानें, गर्मी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए




अच्छी सेहत के लिए रोजाना सुबह ले ये आहार




आज के समय में कौन हेल्थी नहीं रहना चाहता है, हर कोई चाहता है कि वो हेल्थी रहे, उसकी सेहत बहुत अच्छी रहे। हम सब जानते है कि सुबह का नाश्ता हमारी सेहत के लिए कितना जरूरी और कितना जरूरी होता है। सुबह का नाश्ता अगर अच्छा और हेल्थी हो तो पूरा दिन हम बिना खाए ही निकाल सकते है। लेकिन अगर आप नाश्ते में हेल्थी चीजों का उपयोग नहीं कर रहे है तो ये आपके लिए बहुत ही बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। तो चलिए जानते है कि नाश्ते में क्या खाना आप आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है।

सेब
ये तो हम सब जानते है कि एप्पल खाना हमारे लिए फायदेमंद होता है। एप्पल में विटामिन्स और मिनरल्स के साथ-साथ फाइबर्स भी होते है जो हमें एनर्जी देते है।

भीगे हुए चन
भीगे हुए चने खाना हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते है। स्प्राउट्स और भीगे हुए चने बॉडी को एनर्जी देते है। इसके साथ-साथ ही बॉडी का स्टेमिना भी बढ़ाते है।

अंडे
अंडे हमारी सेहत के लिए बहुत ही सेहत वाले होते है क्योकि इनमें प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ-साथ ही न्यूट्रिशन होते है जो हमारे शरीर को मिलते रहते है।

कॉर्न फ्लेक्स
 कॉर्न फ्लेक्स को दूध में डालकर खाना चाहिए। इसको दूध के साथ खाने से शरीर को पूरा दिन काम करने के लिए न्यूट्रिशन्स भी मिलते रहते है।

पनीर
पनीर खाना हमारे लिए फायदेमंद होता है। पनीर प्रोटीन और न्यूट्रिशन का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है क्योकि इसमें ये प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे बहुत समय से भूख नहीं लगती हैै।

ओटमील
ओटमील में फाइबर्स होते है जो डाइजेशन को बहुत बेहतर बनाए रखते है। ओटमील खाने से बहुत लंबे समय तक भूख नहीं लगती है और पेट बहुत समय तक भरा हुआ महसूस होता है।


अच्छी सेहत के लिए – क्या खाएं



दोस्तो सब के दिमाग मैं ये सवाल एक बार तो जरूर आता हो गया कि अछि सेहत के लिए हम जो खा रहे है क्या वो सही है या हम क्या खाए जिस से हमारी सेहत अछि हो तो चलो जानती है क्या खाएं अपनी अछि सेहत के लिए।

1, प्रोटीन
शरीर की कई कोशिकाओं के विकास में प्रोटीन का बहुत ही योगदान रहता है। इसके अलावा यह उर्जा को बढ़ाने का काम करता है। मांस, मछली, दूध, अण्डा, पनीर आदि ये सभी प्रोटीन के स्रोत्र हैं। एण्टीबॉडीज के रूप में शरीर की रोगों से सुरक्षा करने वाला प्रोटीन का अच्छा स्रोत काजू तथा बींस को भी माना जाता है।


2, कार्बोहाइड्रेट
सेहतमंद रहते के लिए कार्बोहाइड्रेट लेना बहुत ही जरूरी है। इसके सेवन से शरीर को उर्जा मिलती है और पाचन शक्ति भी दुरुस्त रहता है। सभी अनाज (जौ, गेहू, मक्का, बाजरा, ज्वार,) स्वादिष्ट सब्जियां, ओट्स और अनप्रोसेस्ड अनाज जैसे ब्राउन राइज ये सभी जटिल कार्बोहायड्रेट की श्रेणी में आते हैं। इन खाद्य पदार्थों में सामन्यतः उच्च मात्रा में विटामिन्स और पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए गुणकारी होते हैं तथा इनमें फाइबर भी अधिक होता है।


3, वसा
मक्खन पनीर, दूध, मांस, बादाम, मूँगफली और चॉकलेट आदि वसा के स्रोत्र हैं। शरीर में ताप नियमन, कोशिका निर्माण में भाग लेना इनका मुख्य काम है। शरीर को उर्जा देने वाला वसा मोनोअनसैचुरेटेड फैट और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे स्रोत भी शामिल है। वसा के सेवन से न केवल कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है बल्कि ह्रदय की बीमारियों को भी टाला जा सकता है। यह ध्यान रहे कि जो फैट (वसा) आप ले रहे हैं वह ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट न हो।


4, फलों और उनके जूस का करें सेवन
फलों को भी आहार में शामिल करना बहुत आसान है क्योंकि इन्हें खाने के लिए कोई तैयारी करने की जरूरत नहीं है। फलों में आपको सेब, केला, जामून, संतरे और स्ट्रॉबेरी, एवोकैडो, खरबूजा और दूसरे फल का सेवन करना चाहिए। ये फल न केवल विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स के स्रोत होते हैं बल्कि इसमें फाइबर और पोटैशियम भी मिलता है।


5, सब्जियां भी है जरूरी
प्याज, टमाटर, लहसुन, अदरक, ब्रोकोली, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, बींस, गोभी, मशरूम, खीरा और अन्य सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें। अच्छी हेल्थ के लिए ये सब्जियां बहुत ही अहम हैं। यह पोटेशियम, विटामिन सी, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पौष्टिक तत्वों से भरे रहते हैं।


6, बादाम पिश्ता भी खाएं और अच्छी सेहत बनाएं
नट्स में कैलरी की मात्रा काफी कम होती है, लेकिन ये फाइटोस्टेरोल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, असंतृप्त वसा, केरोटेनॉयड्स, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर होते हैं इसलिए इनका भी सेवन करना न भूलें।


7, पानी के सेवन को बढ़ाएं
आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा जरूरी चीज पानी है। पानी के द्वारा हाइड्रेटेड रहने से आपका स्वास्थ्य बढ़ता है और अतिरिक्त वज़न कम होता है। नियम से पानी पीने से आप न केवल कई बीमारियों से खुद को दूर कर सकते हैं बल्कि चेहरे पर भी चमक ला सकते हैं।



अच्छी सेहत पाने के कुछ तरीके



अछि सेहत के लिए अगर आप कुछ तरीके अपनी लाइफ मैं अपनाते है या अपनी लाइफ स्टाइल को थोड़ा सा चेंज कर ते है तो आप की सेहत कभी खरब नही हो गई दोस्त हममें से कोई भी बीमार नहीं पड़ना चाहता है। जब हम बीमार पड़ते हैं, तो हमें बहुत परेशानी होती है, ऊपर से इसका खर्चा भी उठाना पड़ता है। हमें कुछ अच्छा नहीं लगता। न हम स्कूल जा पाते हैं, न ही काम की जगह पर। पैसा कमाना तो दूर, हम घरवालों की मदद तक नहीं कर सकते। उलटा शायद उन्हें हमारी देखभाल करनी पड़े। और-तो-और, कई बार इलाज करवाने और दवाइयाँ खरीदने के लिए बहुत पैसा लग जाता है। तो चलो जानते है कैसे हम अछि सेहत पा सकते है तो चलिए जानते है।

 1, साफ-सफाई का खयाल रखिए
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का मानना है कि “बीमारी से बचने और उसे फैलने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है” अपने हाथ धोना। गंदे हाथों पर कीटाणु होते हैं और जब हम गंदे हाथों से नाक पोंछते हैं या आँखें मलते हैं, तो सर्दी-ज़ुकाम और फ्लू जैसी बीमारियाँ आसानी से फैल जाती हैं। ऐसी बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है समय-समय पर अपने हाथ धोते रहना। अगर हम साफ-सफाई का अच्छा ध्यान रखें, तो हम निमोनिया और दस्त जैसी गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं, जिनसे हर साल 5 वर्ष से कम उम्र के करीब 20 लाख बच्चों की मौत हो जाती है। यहाँ तक कि सिर्फ अपने हाथ धोने से इबोला जैसी जानलेवा बीमारी को फैलने से भी काफी हद तक रोका जा सकता है।
अपनी और दूसरों की सेहत को ध्यान में रखते हुए, कई मौकों पर हाथ धोना बहुत ज़रूरी होता है, जैसे:
शौचालय जाने के बाद।

डायपर बदलने के बाद या बच्चे को शौचालय ले जाने के बाद।
घाव या चोट पर दवा लगाने से पहले और उसके बाद।
किसी बीमार व्यक्‍ति से मिलने से पहले और उसके बाद।
खाना बनाने, परोसने और खाने से पहले।
छींकने, खाँसने और नाक साफ करने के बाद।
पशुओं और उनके मल को छूने के बाद।
कूड़ा-कचरा फेंकने के बाद।

क्या आपको लगता है कि आप अपने हाथ अच्छी तरह धोते हैं? ज़रा इस बात पर गौर कीजिए। आँकड़े बताते हैं कि सरकारी शौचालय इस्तेमाल करने के बाद बहुत-से लोग अपने हाथ साफ नहीं करते और अगर करते भी हैं, तो उन्हें अच्छी तरह नहीं धोते। तो सवाल उठता है कि आपको अपने हाथ कैसे धोने चाहिए?

हाथों पर पानी ढालिए और फिर साबुन लगाइए।

अपने दोनों हाथों को मलिए जब तक कि उनमें झाग न बन जाए, और अपने नाखूनों, अँगूठों, हाथों के पीछे और उँगलियों के बीच साफ करना मत भूलिए।

करीब 20 सेकंड तक ऐसा करते रहिए।

फिर साफ बहते पानी से हाथ धो लीजिए।

साफ तौलिए या टिशू-पेपर से हाथ पोंछिए।

शायद हमें ये बातें मामूली लगें, लेकिन इन्हें मानने से बीमारियाँ कम फैलेंगी और कई जानें बच सकती हैं।


 2, साफ पानी इस्तेमाल कीजिए

कई देशों में साफ पानी आसानी से नहीं मिलता इसलिए लोगों को हर रोज़ अपने परिवार के लिए साफ पानी का इंतज़ाम करना पड़ता है। लेकिन जिन देशों में यह समस्या नहीं है, वहाँ भी बाढ़, आंधी-तूफान, पानी की पाइप टूटने या किसी दूसरी वजह से साफ पानी मिलना मुश्किल हो सकता है। अगर पानी साफ जगह से नहीं आ रहा है या अच्छे से नहीं रखा गया है, तो इससे हमारे पेट में कीड़े पड़ सकते हैं और हमें हैज़ा, जानलेवा दस्त, टाइफाइड, हेपेटाइटिस और दूसरी बीमारियाँ हो सकती हैं। पीने का पानी साफ न होने की वजह से हर साल करीब 170 करोड़ लोग दस्त के शिकार हो जाते हैं।
हम कुछ ऐसे कदम उठा सकते हैं, जिससे हमारी सेहत सुधर सकती है और कई मामलों में तो शायद काफी समय तक हमें बीमारियाँ हों ही नहीं

हैज़ा आम तौर पर ऐसे पानी या खाने से फैलता है, जो हैज़े से पीड़ित व्यक्‍ति के मल से दूषित हो। पानी से आम तौर पर फैलनेवाली या किसी बाढ़-भूकंप के बाद फैलनेवाली बीमारियों से बचने के लिए आप यहाँ बताए कुछ कदम उठा सकते हैं।

इस बात का ध्यान रखिए कि पीने का पानी और जिस पानी से आप अपने दाँत साफ करते हैं, बर्फ जमाते हैं, फल-सब्ज़ियाँ और बरतन साफ करते हैं और खाना बनाते हैं, वह साफ हो, फिर चाहे वह नगरपालिका की तरफ से साफ किया गया हो या फिर किसी अच्छी कंपनी का बोतल-बंद पानी हो।
अगर आपको लगता है कि नगरपालिका की तरफ से आनेवाला पानी दूषित हो गया है, तो उस पानी को इस्तेमाल करने से पहले उसे उबाल लीजिए और उसमें दवाई डालकर उसे साफ कर लीजिए।

जब आप पानी साफ करने के लिए क्लोरीन या कोई दूसरी दवाई इस्तेमाल करते हैं, तो उसे सही मात्रा में डालिए।
हो सके तो बढ़िया किस्म के पानी का फिल्टर खरीदिए।
पानी को हमेशा साफ बरतन में ढककर रखिए जिससे कि वह गंदा न हो।

घड़े या किसी बरतन से पानी निकालने के लिए हमेशा साफ बरतन का इस्तेमाल कीजिए।

बरतन में पानी भरने या उससे पानी लेने से पहले हाथ धोइए और पीने के पानी में हाथ या उँगलियाँ मत डालिए।



 3, अपने खान-पान पर ध्यान दीजिए

अच्छी सेहत के लिए ज़रूरी है कि आप पौष्टिक खाना खाएँ। इस बात का ध्यान रखिए कि आपके खाने में नमक, चिकनाई और मीठा सही मात्रा में हो और आप ज़रूरत से ज़्यादा खाना न खाएँ। तरह-तरह की फल और सब्ज़ियाँ खाएँ। ब्रेड, अनाज, नूडल्स और चावल जैसी चीज़ें खरीदते वक्‍त, उनके पैकेट पर दी गयी जानकारी पर ध्यान दें। छिलकेदार अनाज सेहत के लिए मैदे से बनी चीज़ों से बेहतर होता है। जहाँ तक खाने में प्रोटीन का सवाल है, अगर आप मांस-मच्छी खाते हैं, तो बगैर चरबीवाला थोड़ा-सा ही मांस खाइए और हो सके तो हफ्ते में दो-तीन बार मछली खाइए। कई देशों में शाकाहारी लोगों के लिए भी काफी मात्रा में ऐसी चीज़ें मिलती हैं जिनमें प्रोटीन होता है।

ज़्यादा मीठा और चिकना खाना खाने से मोटे होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए शरबत और कोल्ड-ड्रिंक पीने के बजाय पानी पीएँ। कुछ मीठा खाने के बजाय ज़्यादा फल खाएँ। मांस, मक्खन, केक, चीज़ और बिस्कुट जैसी चीज़ें ज़्यादा मात्रा में न खाएँ, जिनमें चिकनाहट होती है। खाना बनाने के लिए मक्खन, वनस्पति घी जैसी चीज़ों का इस्तेमाल करने के बजाय, ऐसे तेल का इस्तेमाल कीजिए जो सेहत के लिए फायदेमंद हो।

खाने में ज़्यादा नमक लेने से ब्लड प्रेशर (रक्‍तचाप) बढ़ सकता है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह है। अगर आपका ब्लड प्रेशर ज़्यादा है, तो खाने की चीज़ें खरीदते वक्‍त पैकेट पर दी जानकारी देखिए कि उनमें कितना नमक है।
आप जो खाते हैं उसका तो आपकी सेहत पर असर पड़ता ही है, लेकिन आप कितना खाते हैं वह भी बहुत मायने रखता है। खाने का पूरा-पूरा मज़ा लीजिए, लेकिन उतना ही खाइए जितनी आपको भूख है

अगर खाना सही तरह से तैयार न किया गया हो या ठीक से रखा न गया हो, तो तबियत खराब हो सकती है। एक पत्रिका में बताया गया था कि खाना खराब होने की वजह से आए दिन लोग बीमार पड़ जाते हैं और कई लोगों की मौत भी हो जाती है। ऐसी बीमारी से बचने के लिए आप नीचे दिए कदम उठा सकते हैं।

जहाँ सब्ज़ियाँ उगायी गयी हैं, हो सकता है वहाँ खाद डाली गयी हो, इसलिए उन्हें पकाने से पहले अच्छी तरह धोइए।
खाना पकाने से पहले अपने हाथों को, जिस पर आप सब्ज़ी काटते हैं, पकाने की जगह और बरतनों को गर्म पानी और साबुन से अच्छी तरह धोइए।

अगर किसी बरतन में कच्चा अंडा या कच्चा मांस या मछली रखी हुई थी, तो उस बरतन को धोने के बाद ही उसमें खाना रखिए।

खाने को अच्छी तरह पकाइए। अगर आप जल्दी खराब होनेवाली चीज़ों को उसी वक्‍त नहीं खानेवाले हैं, तो उन्हें फौरन फ्रिज में रख दीजिए।

अगर जल्दी खराब होनेवाली चीज़ें दो घंटे से बाहर रखी हों, तो उन्हें फेंक दीजिए। अगर तापमान 32 डिग्री से ज़्यादा है और खाना एक घंटे से बाहर रखा है, तो उसे फेंक दीजिए।


 4, कसरत कीजिए

चाहे आपकी उम्र जो भी हो, चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए आपको रोज़ कसरत करनी चाहिए। आजकल कई लोग उतनी कसरत नहीं करते, जितनी उन्हें करनी चाहिए। कसरत करना क्यों ज़रूरी है? कसरत करने से आपको ये फायदे होंगे:
आपको अच्छी नींद आएगी।

आपको चलने-फिरने में कोई परेशानी नहीं होगी।

आपकी मांस-पेशियाँ और हड्डियाँ मज़बूत रहेंगी।

आप मोटापे के शिकार नहीं होंगे।

मुमकिन है कि आप निराशा के शिकार नहीं होंगे।

मुमकिन है कि आपकी उम्र लंबी होगी।

कसरत न करने से आपको ये बीमारियाँ हो सकती हैं:

दिल की बीमारी हो सकती है।

शुगर की बीमारी (टाइप 2 डायबिटीज़) हो सकती है।

ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।

स्ट्रोक हो सकता है।

आपकी उम्र और सेहत पर निर्भर करता है कि आपको किस तरह की कसरत करनी चाहिए। इसलिए कसरत शुरू करने से पहले आपको अपने डाक्टर से सलाह-मशविरा करना चाहिए कि इस तरह की कसरत आपके लिए सही रहेगी या नहीं। कई जानकारों का कहना है कि बच्चों और नौजवानों को हर रोज़ कम-से-कम 60 मिनट तक कसरत करनी चाहिए और बड़ों को हर हफ्ते कम-से-कम 150 मिनट तक हलकी-फुलकी कसरत या 75 मिनट तक अच्छी तरह कसरत करनी चाहिए।
कसरत करने के लिए आप कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिसमें आपको मज़ा आए, जैसे बास्केटबॉल, टेनिस या फुटबाल खेलना, साइकिल चलाना, बागबानी करना, लकड़ी काटना, तैरना, नाव चलाना, दौड़ लगाना या इस तरह की कोई दूसरी कसरत। आप यह कैसे पता लगा सकते हैं कि आप हलकी-फुलकी कसरत कर रहे हैं या अच्छी कसरत कर रहे हैं? अगर आप हलकी-फुलकी कसरत कर रहे हैं, तो आपको पसीना आने लगेगा, लेकिन अगर आप अच्छी तरह कसरत कर रहे हैं, तो कसरत करने के साथ-साथ आपके लिए किसी से बातचीत करना बहुत मुश्किल होगा।


 5, भरपूर नींद लीजिए


सभी लोग अपनी-अपनी ज़रूरत के हिसाब से सोते हैं। नए जन्मे बच्चे हर दिन अकसर 16 से 18 घंटे सोते हैं, 1 से 3 साल के बच्चे 14 घंटे सोते हैं और 3 से 4 साल के बच्चे 11 से 12 घंटे सोते हैं। स्कूल जानेवाले बच्चों को कम-से-कम 10 घंटे सोना चाहिए, किशोर बच्चों को 9 से 10 घंटे सोना चाहिए और बड़ों को 7 से 8 घंटे तक सोना चाहिए।

आराम करने की बात को हलके में मत लीजिए। जानकारों का कहना है कि अच्छी नींद लेना ज़रूरी है क्योंकि इससे:
बच्चों और नौजवानों का मानसिक और शारीरिक विकास होता है।

हम नयी-नयी बातें सीख पाते हैं और उन्हें याद रख पाते हैं।
शरीर में हार्मोन का सही संतुलन बना रहता है, जिसका हाज़मे और वज़न पर असर पड़ता है।

दिल की बीमारी होने का खतरा कम हो सकता है।

हम कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं।

ऐसा पाया गया है कि नींद की कमी की वजह से मोटापा, निराशा, डायबिटीज़, दिल की बीमारी और दुर्घटनाएँ हुई हैं। इससे साफ हो जाता है कि अच्छी नींद लेना इतना ज़रूरी क्यों है।

अगर आपको नींद नहीं आती या आपकी नींद पूरी नहीं होती, तब आप क्या कर सकते हैं? नीचे दिए कुछ तरीके आज़माइए।

हर रोज़ तय समय पर सोने और उठने की कोशिश कीजिए।
कोशिश कीजिए कि जहाँ आप सोते हैं, वहाँ शांति और अँधेरा हो और कमरा न ज़्यादा ठंडा हो और न ज़्यादा गर्म।
जब आप सोने जाते हैं, तो टी.वी मत देखिए और न ही मोबाइल वगैरह का इस्तेमाल कीजिए।

बिस्तर को आरामदायक बनाइए।
सोने से पहले ज़्यादा मत खाइए, चाय-कॉफी या शराब मत पीजिए।


किन फलों में छुपा है आपकी सेहत का राज



सेहतमंद रहने के लिए हर कोई अपनी डाइट से लेकर व्यायाम तक का खास ध्यान रखता है। कुछ लोग तो अच्छी सेहत को बरकरार रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा फलों का सेवन करते हैं। फलों का सेवन आपको बीमारियों से बचाने के साथ-साथ शरीर को अंदरूनी ताकत भी देता है। ऐसे में आज हम आपको  ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका सेवन करने से आप हमेशा हेल्थी रहेंगे। स्वस्थ रहने के लिए डॉक्टर और डाइटीशियन भी इन फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं। तो चलो जानते है कौन से है वो फल


1, केला
1 केले में करीब 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जोकि सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर केला ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। फाइबर, कैल्शियम और विटामिन सी से भरपूर रोज 1 केला खाने से इंस्टेंट एनर्जी, स्वस्थ डाइजेशन और बल्ड में हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ता है। इसके अलावा स्वस्थ रहने के लिए आप आम, चीकू या पाइनएपल भी खा सकते हैं।



2, स्ट्रॉबेरी
प्रोटीन, कैलोरी, फाइबर, आयोडीन, फोलेट, ओमेगा 3, पौटाशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, विटीमिन बी और सी के गुणों से भरपूर स्ट्रॉबेरी का सेवन आपके शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। इसके अलावा इसका सेवन इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे दिनभर आपके शरीर में एनर्जी बनी रहती है। रोजाना 1 कप स्ट्रॉबेरी का सेवन आपको कई बीमारियों से दूर रखता है।


3, फाइबर युक्त फ्रूट्स
स्वस्थ रहने के लिए शरीर को सबसे ज्यादा जरूरत फाइबर की होती है। ऐसे में अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त फूट्स को शामिल करें। फाइबर युक्त फ्रूट्स जैसे- आड़ू, जामुन, सेब, नाशपाती, पपीता, तरबूज और खरबूजे आदि का सेवन आपको कई बड़ी बीमारियों से बचाता है।


4, डायबिटिक मरीज भी खाएं फल
डायबिटीज मरीजों के लिए फलों का सेवन बहुत फायदेमंद होता है आप सोचते होंगे कि फल खाने से आपकी रक्त शर्करा या ब्लड शुगर बढ़ सकती है लेकिन इन फलों में शर्करा और चीनी की मात्रा बहुत कम होती है। इसलिए आप बिना किसी डर के इन फलों का सेवन कर सकते हैं। जहां ये फल डायबिटिज मरीजों के लिए फायदेमंद। वहीं, इनका सेवन हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग से भी बचाव करता है। 


धनिए में छिपा है अच्छी सेहत का राज



धनिया जहां एक तरफ भोजन का स्वाद और खुशबू बढ़ाता है, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इन पत्तियों का इस्तेमाल दूसरी सब्जियों के साथ मिलाकर सब्जी बनाने के लिए भी करते हैं। धनिए की पत्तियां खाने को स्वादिष्ट और लाजावाब बनाती हैं। खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ ही आप धनिए की इन पत्तियों से अपने सोंदर्य भी निखार सकती हैं। धनिए में विटामिन के, प्रोटीन और विटामिन-सी होता हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इसमें कैल्शियम, आयरन, कैरोटीन और पोटैशियम के भी गुण पाए जाते हैं। आइए जानते है, धनिए से होने वाले कुछ और फायदे चालो जानते है

1 धनिए की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकाल लें। इसके बाद एक ग्लास पानी में धनिए का रस और चीनी मिला लें। गर्मियों में इस पानी को पीने से आपको लू से राहत मिल जाएगी और लू से आप बचे रहेंगे।

2 धनिए की पत्तियों को पीसकर, एक पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद इसे अपने शरीर में उस जगह लगाएं, जहां पर मस्से हो। कुछ ही दिनों में आपको इन मस्सों से निजात मिल जाएगा। हरे धनिए को हमेशा से ही मस्सों से छूटकारा पाने के लिए जाना गया है।

3 मौसम के बदलने से होने वाली बीमारी जैसे गला दर्द, तेज बुखार और पाचन संबंधित समस्याओं से आपको निजात मिल जाता है।


4 अगर आप हेयर फॉल से परेशान हैं,  तो धनिए की पत्तियों को पीस कर उनका रस निकाल लें। इस रस को शैंपू से पहले अपने बालों पर लगा लें। इससे आपके बालों का झड़ना कम हो जाएगा।


5 यदि माहवारी में अधिक बहाव हो तो, ऐसे में धनिए की पत्तियों को अच्छे से पीस लें और इसमें घी मिला लें। इसका सेवन करने से माहवारी में होने वाले दर्द से आपको छूटकारा मिल जाता हैं।

6 अगर आपको थकान महसूस हो तो आप धनिए के रस में मिश्री और पानी मिलाकर सुबह शाम पीएं। इससे आपके शरीर को ऊर्जा मिलेगी।

7) अगर आप भी अनिद्रा के शिकार हैं,  तो धनिए की पत्तियों में मिश्री मिलाएं और दो चम्मच सुबह शाम पानी के साथ लें। कुछ दिन में आपको इस का सेवन करने से फर्क नजर आएगा।

8) पेट से जुड़ी कैसी भी परेशानी हो, चाहे गैस, पेट दर्द या फिर सूजन, धनिए की पत्तियां खाने से सभी परेशानियों से आप फायदे में रहेंगे।

9) चाहे आप जोड़ो के दर्द से परेशान हैं या फिर किसी तरह का संक्रमण हो। धनिए की पत्तियों का सेवन करने से यह परेशानियां गायब हो जाती हैं।

10) खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही धनिए की चटनी भी काफी स्वादिष्ट होती है।





अच्छी सेहत के लिए फलों को खाने का सही समय




शरीर को पोष्टिक तत्व प्रदान करने के लिए फलों का सेवन करना बहुत जरूरी है। रोजाना दूसरे आहार के साथ फलो को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए लेकिन इसका फायदा तभी मिलेगा जब इनको सही तरीके और सही समय पर खाया जाए। बेवक्त इनका सेवन करने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।

खाली पेट खाएं ये फल 

कुछ फल ऐसे होते हैं जो खाली पेट खाने स्वास्थय पर बुरा असर डालते हैं। जामुन कभी भी सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए। केला,अनार और पपीते का सेवन नाश्ते से पहले कर सकते हैं।


भोजन के बाद न खाएं ये फल 

कुछ लोग खाना खाने के तुरंत बाद फल खा लेते हैं जो नुकसानदायक है। इससे खाना पचने में परेशानी होती है। जिससे पेट में गैस,अपच,जलन और भारीपन जैसी परेशानियां हो सकती है। फलों को खाना खाने के 2 घंटे बाद खाएं, जिससे इसके पौष्टिक तत्वों का पूरा फायदा मिलेगा। 


सही तरीके से खाएं फल 

फलों का सही समय पर खाना बहुत जरूरी है जैसे केला हमेशा नाश्ता करने के बाद खाएं। पपीता दोपहर के खाने से 1-2 घंटे पहले,खट्टे फलों को कुछ खाने के बाद,अमरूद खाने को पचाने में मददगार है और इसका सेवन खाने के बाद करें। फलों को सलाद के रूप में भी खा सकते हैं। इनको नमक और दही के साथ खाने से भी लाभ मिलता है।


फलों का जूस भी पीएं 

कुछ लोग फल खाना पसंद नहीं करते इसलिए जूस का सेवन करना बेहतर है। बच्चे भी फल खाने की बजाए जूस को ज्यादा पसंद करते हैं। इससे फलों के पोष्टिक तत्व बॉडी को मिलते रहते हैं।


किसके साथ क्या नहीं खाना चाहिए, जानिए इन सवालों में




हमें बहुत बार कहा जाता हैं की हमें अच्छा आहार लेने के साथ संतुलित आहार भी लेना चाहिए | दूध, दही, मक्खन, अंडे, फल और सब्ज़ियों का अत्यंत सेवन करना चाहिए | परंतु, ऐसे कई प्रकार के भोजन है जो हमें एक साथ नहीं खाना चाहिए | यह ज़रूरी है की आप ये जाने की किस खाने के साथ कौन से प्रकार का भोजन नहीं खाना चाहिए तो चालो जानते हैं


1, दूध के साथ दही
दूध और दही की तासीर अलग होती है | दही ख़मीर वाली चीज़ है | दोनों को साथ में खाने से, या मिला लेने से बिना खमीर वाला खाना (दूध), खराब हो जाता है | साथ ही, उससे एसिडिटी बढ़ जाती है, और गैस, उलटी, और अपच की भी समस्या हो जाती है |



2, दूध और संतरे
दूध के साथ साइट्रस फ्रूट (निम्बू, संतरे) का सेवन भी नहीं करना चाहिए | इसका कारण यह है की पेट में दूध हज़म नहीं होगा, और पेट में अनेक प्रकार की बिमारी भी हो सकती हैं | अगर आपको दोनों चीज़ें खानी हैं, तो उनके बीच एक घंटे या डेढ़ घंटे का अंतर रखना चाहिए |



3, दूध और मछली
दूध और मछली का सेवन विष के सामान होता है | इससे त्वचा की बीमारियां हो सकती हैं | इसलिए इस बात की सलाह दी जाती है की दूध और मछली का सेवन कभी भी एक साथ नहीं करना चाहिए I


4, दही और उडद की दाल
दही और उडद की दाल का सेवन करने से पेट के रोग हो सकते हैं | यह इसलिए है क्योंकि दोनों ही चीज़ें भारी हैं, जिससे आपको पाचन में तकलीफ होगी, और पेट की समस्याएं हो जाएँगी |



5, दूध और पपीता
दूध और पपीता साथ में लेने से शरीर की ऊर्जा का नाश होता है, जिसके कारणवश आपको काफी ज़्यादा आलस आ सकता है या आप थकान महसूस कर सकते हैं I इसलिए इन दोनों चीजो को एक साथ नहीं लेना बेहतर चयन होगा I


6, पपीता और पानी
पपीता खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए क्योंकि पपीता में भी पानी होता है, और उसके साथ पानी का प्रयोग करना बिमारी को नयोता देने के समान है | अगर आपको बहुत प्यास लग रही है, तो पपीता खाने के लगभग एक घंटे बाद आप पानी पी सकते हैं |



7, तरबूज़ के साथ दूध, दही, चाय
तरबूज़ के साथ दूध, दही, और चाय जैसी चीज़ों का सेवन करना बहुत ही गलत है | यह इसलिए है क्योंकि तरबूज़ बहुत ही रसीला फल है जिसमें रस की मात्रा अत्यधिक होती है |



8, मीठे फल और खट्टे फल
आयुर्वेद के मुताबिक, संतरा और केला एक साथ नहीं खाना चाहिए क्योंकि खट्टे फल मीठे फलों से निकलनेवाली शुगर में रुकावट पैदा करते हैं, जिससे पाचन में दिक्कत हो सकती है, साथ ही, फलों की पौष्टिकता भी कम हो सकती है । आधुनिक मेडिकल साइंस इससे इत्तफाक नहीं रखती ।


9, खाने के साथ पानी पिएं या नहीं
पानी बेहतरीन पेय है, लेकिन खाने के साथ पानी पीने से बचना चाहिए । खाना लंबे समय तक पेट में रहेगा तो शरीर को पोषण ज्यादा मिलेगा । अगर पानी ज्यादा लेंगे तो खाना फौरन नीचे चला जाएगा । अगर पानी पीना ही है तो थोड़ा पिएं और गुनगुना या नॉर्मल पानी पिएं, बहुत ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए। पानी में अजवाइन या जीरा डालकर उबाल लें, यह खाना पचाने में मदद करता है । खाने से आधा घंटा पहले या एक घंटा बाद गिलास भर पानी पीना अच्छा है।



10, परांठे के साथ दही का सेवन
आयुर्वेद के अनुसार परांठे के साथ दही नहीं खाना चाहिए क्योंकि दही फैट के पाचन में रुकावट पैदा करता है । दही खाना ही है तो उसमें काली मिर्च, सेंधा नमक या आंवला पाउडर मिला लें । हालांकि रोटी के साथ दही खाने में कोई परहेज नहीं है । आधुनिक साइंस कहता है कि दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जोकि खाना पचाने में मदद करते हैं इसलिए दही जरूर खाना चाहिए ।



11, दूध के साथ ब्रेड और मक्खन
आयुर्वेद के अनुसार प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट की ज्यादा मात्रा एक साथ नहीं लेनी चाहिए क्योंकि तीनों एक-दूसरे के पचने में रुकावट पैदा कर सकते हैं और पेट में भारीपन हो सकता है । इसलिए, खाने में या तो केवल दूध लें, या फिर ब्रेड और मक्खन |


12,  रेड मीट के साथ दूध या पनीर
रेड मीट के साथ दूध या पनीर का सेवन नहीं करना चाहिए | इसका कारण यह है की इससे पाचन में कष्ट होता है, और साथ ही पेचिश उत्तपन होते हैं |


13, गोलगप्पे और पानी
गोलगप्पे के साथ किसी भी प्रकार के पेय पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह पेट में जल की मात्रा अधिक कर देता है, और पाचन में तकलीफ और उल्टी की समस्या उत्तपन होती है |



14, घी की मिठाई और पानी
घी की मिठाई और पानी का सेवन साथ में नहीं करना चाहिए | विशेष रूप से ठंडा पानी मिठाई खाने के बाद बिलकुल भी नहीं लेना चाहिए | इसका कारण यह है की घी गरम होता है, जिसके ऊपर ठंडा पानी पीने से वह गले में खराश उत्तपन करता हैं |


15, शहद और घी
घी या घी के पदार्थ का सेवन करने के पश्चात, शहद का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए | यह इसलिए कहा जाता है क्योंकि शहद एवं घी में अग्नि का तत्त्व होता है; और दोनों का साथ में सेवन करने से शरीर में गर्माहट, या अग्नि की मात्रा अधिकतर बढ़ जाती है |


16, दही और अंडे
आयुर्वेद के अनुसार यह खाना आपको नहीं खाना चाहिए, क्योंकि दही की तासीर ठंडी और अंडे की गरम होती है; और इससे शरीर में एसिडिटी हो जाती है |



17, खाने के साथ ठन्डे
खाना खाने के साथ ठंडा पानी, जूस, या किसी भी प्रकार के ठन्डे पेय का सेवन नहीं करना चाहिए | खाना खाने के बाद पाचन के समय शरीर में गर्माहट होती है, परंतु उसके ऊपर ठन्डे पदार्थ लेने से ह्रदय रोग (हार्ट अटैक) के लक्षण को उत्तपन करता है |


18, दूध और केले
धरती पर बहुत ही कम लोग होंगे, जिन्हें केले का मिल्कशेक पसंद नहीं है | परंतु यह आपके पेट के लिए बहुत ही हानिकारक है, क्योंकि वह बहुत ही भारी हो जाता है | इस मिश्रण को जितना हो सके कम लें, और अगर आप मिल्कशेक पीना ही चाहते है, तो उसमें थोड़ी सी जायफल या दालचीनी मिला कर उसे पी लें |


19, राजमा और चीज़
दूध या दूध की कोई भी चीज़ राजमा के साथ नहीं लेनी चाहिए | मेक्सिकन खाने में राजमा, चीज़, बीन्स, इत्यादि सब साथ में खाये जाते हैं | परंतु इससे मोटापा, गैस, एसिडिटी, और अन्य पाचन की समस्याएं उत्तपन होती है | परंतु, सिर्फ राजमा खाने से आपको गैस की समस्या नहीं होती है | इसलिए आपको यह चीज़ें एक साथ नहीं खानी चाहिए 



जानें, गर्मी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए



ऐसे करें दिन की शुरुआत
गर्मी के मौसम में अपने दिन की शुरुआत एक ग्लास पानी पीने के साथ करें। सुबह हैल्थी नास्ता करें, जिससे आपके शरीर में लंबे वक्त तक एनर्जी बनी रहे। नास्ते में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से भरपूर चीजें मसलन स्प्राउट, फ्रूट्स, छाछ, दूध, दही, अंडा, सैलेड को शामिल करें। खाने में उन चीजों को शामिल करें जिससे आपके शरीर में पानी की कमी ना हो। दिन की शुरुआत कभी भूखे पेट नहीं करनी चाहिए।



गर्मियों में क्या खाएं
मौसमी फल और हरी सब्जियां ज्यादा से ज्यादा खाएं। इस मौसम में मिलने वाले फल और सब्जियां गूदेदार, मुलायम और वाटर से भरपूर होते हैं। डाइट में तरबूज और खरबूजा, खीरा, ककरी, पुदीना को शामिल करें। इसमें 90% पानी होता है साथ ही ये विटामिन-A, एंटी-ऑक्सीडेंट और कैल्शियम से भी भरपूर होता है। खाने में दूध की जगह दही को शामिल करें। डाइट में प्याज को भी शामिल करें, प्याज में क्वेरिस्टिंग होता है जो गर्मी में आपकी स्कीन पर पड़ने वाली रैशेज में आपको आराम पहुंचाती है। इस मौसम में अंगूर भी खूब आते हैं। अंगूर में लायकोपीन होता है, जो त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों के हानिकारक असर से बचाता है। इस मौसम में घर का बना और आसानी से पचने वाला खाना ही खाना चाहिए।


लिक्विड, पानी ज्यादा लें
इस मौसम में लिक्विट डाइट बढ़ा देना चाहिए। छाछ, लस्सी, नीबू पानी, नारियल पानी को डाइट में शामिल करें। गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी (डी-हाइड्रेशन) हो जाती है, इसलिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं। आपको रोजाना 3 से 4 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। ताजे फलों का रस खूब पीएं, लेकिन डिब्बाबंद जूस का पीने से बचें। ग्रीन टी भी पी सकते हैं लेकिन अल्कोहल और कैफीन का सेवन कम कर दें।



तो दोस्तो आज जाना कि कैसे हैम हैल्थी ओर अपनी सेहत को ठीक रख सकते है और हमे अपने खाने पीने और लाइफ स्टाइल पर कितना दिहन रखना चाहिए तो आप इन सब advices को आप नी लाइफ मैं जरूर तरय करे और ऐसे ही ओर अछे articles के लिए जुड़े रहे ( normaladvices.blogspot.com)से।



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