sir dard ka ilaj


sir dard ka ilaj




दोस्तो अकसर मौसम बाल्टी है सिर दर्द होने लगता है या ज्यादा tv, मोबाइल और बी तरीको से सिर मैं दर्द होता है। और सिर दर्द के टाइम हर मूड बी करब ओर चीड़ चिड़ा हो जाता है यूं तो अपने शरीर को तंदुरूस्‍त रखने के लिए आराम करना बेहद जरूरी होता है लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी, बढ़ते तनाव और लगातार काम करने से हमारे शरीर में थकावट होने से के सिरदर्द होना शुरू हो जाता है। कभी-कभी तो सिर दर्द इतना बढ़ जाता है कि बर्दाशत करना मुश्किल हो जाता है। तो चलिए जानते है कैसे हैम अपने sir दर्द से छुटकारा कर सकते हैं। इस पोस्ट को ध्यान से पूरा, एन्ड तक पड़ें. और निचे दिए गए पोस्ट भी जरूर पड़ें. 100% लाभ होगा.

Kuch points mai aap ko ye article batuga jis se ye article aap ko ache se smaj aa jay ga

1, सिरदर्द क्या है कारण और उपचार

2, सिर में दर्द

3, सिरदर्द के प्रकार और इनसे बचने के उपाय

4, सिरदर्द के कारण और इलाज़

5, लगातार हो रहे सिर दर्द को न समझे मामूली, हो सकती हैं यह गंभीर बीमारी

    6, सिर दर्द को चुटकियों में दूर करता है सिर्फ '1 नींबू'

7, सिर दर्द को चुटकियों में दूर करता है सिर्फ '1 नींबू'

8, सिरदर्द को न करें नजरअंदाज, हो सकती है ये 8 सीरियस प्रॉबल्म.

    9, माइग्रेन और सिर दर्द में अंतर कैसे करें

10, भयंकर से भयंकर सिर दर्द का इलाज घर बैठे करे मुफ्त में, अपनाये ये नेचुरल तरीका एलोवेरा से।

11, तुरंत सिर दर्द का जड़ से इलाज करने के 11 उपाय : रामबाण नुस्खे

12, इन घरेलू उपायों से एक मि‍नट में दूर हो जाएगा सिर दर्द

13, सिर दर्द ने कर दिया है बेहाल तो ये नुस्खे आएंगे आपके काम

14, सिर दर्द से निजात पाने के 21 घरेलू उपाय

15, सिर दर्द का जल्दी इलाज करे।

16, सिर दर्द की दवा


 

सिरदर्द क्या है कारण और उपचार


सिर दर्द क्या है | What is Headache

सिरदर्द, ये शब्द सुनते ही हम पिछली बार के सिरदर्द की यादों में चले जाते हैं। दर्द जो हल्का-हल्का शुरू होता है और धीरे-धीरे थोड़ा बढ़ जाता है और कभी-कभी असहनीय भी हो जाता है। कभी-कभी तो ऐसा भी होता है की दवाईया लेने के बावजूद भी हमको सिर के दर्द से राहत नहीं मिलती।

काफी लोग तो नियमित सर-दर्द को अपने जीवन की सच्चाई ही समझ लेते हैं परन्तु इस समस्या का इलाज है और वह इलाज है 'ध्यान'। सुनने में शायद थोड़ा अटपटा लगे परन्तु ध्यान द्वारा सिर के दर्द से छुटकारा पाना मुमकिन है।

सिरदर्द क्यों होता है?

सिरदर्द मुख्य रूप से तनाव, अत्यधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम, अपर्याप्त नींद और भूख, मोशन सिकनेस, अत्याधिक शोरगुल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अधिक प्रयोग के कारण सिरदर्द हो सकता हैं। कभी-कभी,अधिक अधिक सोचना, अपर्याप्त मात्रा में पानी पीना यह भी सिरदर्द के कारण है।

सिर दर्द होने के 8 कारण

तनाव | Stress

मन व शरीर की थकावट | Physical & mental exertion

असंतुलित शारीरिक तंत्र | Imbalance in body

सिर में अल्प रक्त प्रवाह | Less blood supply to the head region

अपर्याप्त नींद | Insufficient sleep At night

अत्यधिक शोर | Jarring noise

फ़ोन पर ज़्यादा देर बात करना | Excessive talking on the phone

ज़रूरत से ज़्यादा सोचना | Too much thinking

सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए कोनसे योगासन उपयोगी है

1
तनाव

जब शरीर व मन में तनाव संभालना मुश्किल हो जाए, तब ये सिरदर्द का स्वरूप ले लेता है। ध्यान तनाव का प्रति-अनुपाती (ध्यान करने से तनाव कम होता है) है। जितना ज़्यादा और जितनी बार आप ध्यान करते हैं, उतना ही तनाव आपसे दूर हो जाता हैl कुल मिलाकर तात्पर्य यह है कि १०-२० मिनट का प्रतिदिन ध्यान अवश्य करें।

2
मन व शरीर की थकावट

दिनभर घर व काम पर भागते भागते बहुत से काम निपटाने होते हैं। ऐसे समय ध्यान आपको तरो ताज़ा कर ऊर्जा से भर देता है। आपकी मुस्कराहट लौट आती है और सुबह की जैसी ताज़गी शाम को बस २० मिनट के ध्यान से आ जाती है। ये आपको पूरी तरह विश्राम देता है ताकि आप अपने परिवार के साथ अच्छे से आनंदपूर्ण समय बिता पाएँ।

3
असंतुलित शारीरिक तंत्र

आपने ध्यान दिया होगा कि जब आपका पेट खराब होता है, आपको सिरदर्द होने लगता हैl हमारे शरीर के सब अंग एक दूसरे से अच्छे से जुड़े हुए हैं इसलिए एक अंग में किसी भी प्रकार का असंतुलन, दूसरे अंग को प्रभावित करता है।
ध्यान शरीर के विभिन्न अंगो में उपस्थित विष से शरीर को मुक्त करता है और तनाव को दूर कर पुनः संतुलन को स्थापित करता है। यह शरीर के पाचन तंत्र पर नज़र रखने में सहयोग करता है। जब आप प्रतिदिन ध्यान रखते हैं कि आप क्या खा रहे हैं और कितना खा रहे हैं। आप अपने आहार पर ध्यान रख, इस बारे में सजग रहने लगते हैं तो पाचन में सुधार आता है और शरीर भी संतुलित हो जाता है। इस प्रकार सिर दर्द की संभावना कम हो जाती है।

4
सिर में अल्प रक्त प्रवाह

दिन में प्रति दिन दो बार 10-20 मिनट का ध्यान न केवल शरीर व मन को गहरा विश्राम देता है बल्कि सिर के क्षेत्र में रक्त का प्रवाह भी बढ़ाता है। इस क्षेत्र में बढ़ा हुआ रक्त प्रवाह सिरदर्द की संभावना को कम कर देता है।
ध्यान के अतिरिक्त आप कुछ योग आसन भी कर सकते हैं, जो रक्त संचार को बढ़ाते हैं, जैसे कि हस्तपादासन, सर्वंगासन और हलासन।

5
अपर्याप्त नींद

लंबे समय तक काम करना, अत्यधिक काम करने की आदत या टीवी व इंटरनेट की लत, ये सभी बहाने हैं रात को देर से सोने के। यद्यपि ये अच्छा नहीं है कि इन्हे आदत बनाया जाए और रात में देर से सोया जाए लेकिन कई बार यह अपरिहार्य (जिसे टाला न जा सके) हो जाता है। जब किसी प्रॉजेक्ट की समय सीमा समाप्त हो रही हो या देर रात क्लाइंट की मीटिंग है, इस बारे में हम ज़्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं। कई बार बस 20 मिनट बैठकर ध्यान करना, इस तरह के काम के दवाब का सामना करने में मदद करता है।

ध्यान आपको विश्राम देता है, ऊर्जित करता है और साथ ही कार्यक्षमता को बढ़ाता है। वास्तव में ध्यान का नियमित अभ्यास उत्पादकता बढ़ाता है। आप अपना काम जल्दी ख़त्म कर लेते हैं और देर रात तक रुकना नहीं पड़ता है।
ध्यान एक ऐसा नींद आने का घरेलू उपाय है, जिस से तुरंत फायदा होता है।

ध्यान आपकी नींद की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है। क्या आपको पता है कि 20 मिनट का ध्यान आपकी 8 घंटे की नींद से भी ज़्यादा गहरा विश्राम दे सकता है? इसका तात्पर्य यह नहीं है कि ध्यान नींद का विकल्प है, बल्कि जब आप ध्यान करते हैं तो आप बेहतर सो पाते हैं।

6
अत्यधिक शोर

हम सभी ने कभी न कभी अत्यधिक शोर का अनुभव किया होगाl हम में से कुछ बिल्कुल भी शोर सह नहीं पाते हैं और जल्दी ही सिरदर्द की शिकायत करने लगते हैं।

ध्यान आपको किसी भी परिस्थिति को वो जैसी है वैसी ही उसे स्वीकारने की योग्यता देता है। जिससे आप किसी भी परिस्थिति में शांत व आराम से रह पाते हैं। इसलिए अगर आपके आसपास ज़ोर का शोर है ये आपको प्रभावित नहीं करेगा क्योंकि आप ध्यान करते हैं और भीतर से विश्राम में हैं।
नोट: जब आप नियमित ध्यान करते हैं तब आपके भीतर एक ठहराव की अनुभूति आने लगती है। ऐसी स्थितियाँ आएँगी जब आपके आसपास बहुत शोर होगा जो कि सिरदर्द कर देने वाला भी हो सकता है लेकिन नियमित ध्यान के अभ्यास से आप इस स्थिति का सामना कर पाएँगे और स्वीकार कर पाएँगे।

7
फ़ोन पर ज़्यादा देर बात करना

यह एक ऐसी स्थिति है जिससे बचना कई बार मुश्किल हो जाता है। दिन भर की क्लाइंट कॉल या देश विदेश के दोस्तों के हालचाल लेना ये सब काम हम हर दिन अपने जीवन में करते हैं। कभी कभी ये फ़ोन पर ज़्यादा देर बात करना सिरदर्द का कारण बन जाता है।

चिंता मत करेंl जब भी आपको चक्कर आए बस कुछ मिनट ध्यान करें। यह आपके तनाव को दूर करेगा और तंत्रिका तंत्र को गहरा विश्राम देगा जो कि एलेक्ट्रॉनिक चीज़ों के प्रयोग से प्रभावित हुआ है।

8
ज़रूरत से ज़्यादा सोचना

एक हल है, ज़्यादा सोचना बंद कर दें। लेकिन कई बार सोचना अवश्यंभावी हो जाता है। रोजमर्रा की जिंदगी का तनाव, काम का दबाव, परिवार का दबाव, सम्बंधों के विवाद, इन सबके बीच हम कैसे नहीं सोचें। लेकिन आप निश्चित ही दिन में कुछ समय निकाल कर आँख बंद कर विश्राम कर सकते हैं। कुछ समय के लिए बाहरी संसार को अलग रख, अपने साथ रहें इसे अपना समय समझ कर प्रयोग करें और अंतर देखें।


सिरदर्द दूर करने के घरेलू उपाय




योग का नियमित अभ्यास: जिस में उपरोक्त योगासन और प्राणायाम (नाड़ी शोधन प्राणायाम व भ्रामरी प्राणायाम) सम्मिलित हैं, अत्यंत प्रभावी हैं l उसके बाद २० मिनट का ध्यान करे।

अधिक पानी पीएँ– पर्याप्त मात्रा में पानी पियें शरीर में पानी की कमी से भी सिरदर्द हो सकता है। योग और ध्यान करने के अभ्यास के बाद भी कभी-कभी हमें सिरदर्द हो सकता है। इसका कारण यहहै, कि ध्यान शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है। इसके बाद, आपको शारीरिक तंत्र प्रणाली [ सिस्टम ] को शुद्ध करने के लिए अपने शरीर को पुनः जलयोजित करना पड़ेगा (फिर से पानी पीना पड़ेगा – re hydrate)। सिरदर्द से राहत पाने के लिए पानी,रोग निवारक एक आसान उपचार है।

आयुर्वेद की सहायता– आयुर्वेद की जड़ी बूटियाँ जो सिरदर्द को दूर करने में मदद करती हैं, जैसे पान, लौंग, अदरक और मेहंदी इत्यादि।एक स्वस्थ आहार की सूचि बनाएं जो आपके स्वादानुसार हो। यह एकमात्र तरीका है, कि आप इसे लंबे समय तक जारी रख सकते हैं।

सिर में दर्द

सिरदर्द सबसे आम चिकित्सीय मुद्दों में से एक हैं जो ज्यादातर लोग अपने जीवन में कई बार अनुभव करते हैं. सिरदर्द एक तेज दर्द या एक धड़कती हुए सनसनी के रूप में दिखाई दे सकता है. 

सिरदर्द धीरे - धीरे या अचानक विकसित हो सकते हैं. सिर की एक या सिर के दोनों ओर सिरदर्द हो सकता है. सिरदर्द सिर में एक निश्चित स्थान पर भी हो सकते हैं, या पूरे सिर में एक स्थल से फैल सकते हैं. सिरदर्द एक घंटे से भी कम समय से लेकर कई दिनों तक रह सकते हैं।

सिरदर्द तनाव या भावनात्मक संकट का संकेत हो सकता है, या यह एक चिकित्सीय विकार से उत्पन्न हो सकता है, जैसे कि माइग्रेन, उच्च रक्तचाप, चिंता, या अवसाद। अधिकांश समय में सिरदर्द हानिरहित होता है, लेकिन इससे जटिलताएं भी हो सकती हैं. सिरदर्द विभिन्न रूपों में आते हैं: तनाव, माइग्रेन, साइनस और क्लस्टर सिरदर्द.

सिरदर्द के कारण

सिरदर्द के लक्षण इसकी वजह और उपयुक्त उपचार को निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं। ज्यादातर सिरदर्द गंभीर बीमारी का नतीजे नहीं हैं, लेकिन आपातकालीन देखभाल की आवश्यकता वाले कुछ लोगों के लिए जीवन - धमकी वाली स्थिति का परिणाम हो सकता है। सिरदर्द को प्राथमिक के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, जब वे किसी अन्य शर्त के कारण न हो, और द्वितीयक के रूप में, जब कोई और अंतर्निहित कारण हो. 

1. प्राथमिक सिरदर्द

प्राथमिक सिरदर्द खड़े अकेले बीमारी है जो दर्द-संवेदनशील होते हैं, सिर में संरचनाओं की अति क्रियाशीलता, या समस्याओं के कारण सीधे होते हैं। एक प्राथमिक सिरदर्द आपके सिर में दर्द संवेदनशील संरचनाओं की अति क्रियाशीलता या समस्याओं के कारण होता है। इसमें रक्त वाहिकाएं, मांसपेशियां, सिर और गर्दन की नसें शामिल हैं. 
प्राथमिक सिर दर्द किसी अंतर्निहित बीमारी का लक्षण नहीं है। सिरदर्द मस्तिष्क में रासायनिक गतिविधि में होने वाले बदलावों से भी हो सकते हैं।

प्राथमिक सिरदर्द में माइग्रेन, तनाव और क्लस्टर सिरदर्द शामिल हैं, साथ ही साथ कई अन्य कम सामान्य प्रकार के सिरदर्द भी शामिल हैं।

2. तनाव सिर दर्द:

सिरदर्द का सबसे आम कारण लंबे समय तक तनाव या परेशानी है। इन्हें तनाव सिरदर्द या मांसपेशी संकुचन सिरदर्द कहा जाता है। आपके खोपड़ी, गर्दन, और चेहरे में मांसपेशियों के कसने और अनुबंध से ऐंठन और दर्द हो सकता है। मनोवैज्ञानिक कारक जैसे कि चिंता, आइस्ट्रेन, और तनाव (उदाहरण के लिए, लंबे समय के लिए एकाग्रता) और साथ ही यांत्रिक कारक जैसे गर्दन का तनाव (उदाहरण के लिए, एक कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करना) सबसे सामान्य कारण हैं.

3. माइग्रेन का सिरदर्द:

ये प्राथमिक सिरदर्द का दूसरा सबसे आम प्रकार है. माइग्रेन आमतौर पर अधिक गंभीर होते हैं और आपको कमजोर कर सकते हैं। माइग्रेन का कोई विशेष कारण नहीं होता, लेकिन हार्मोनल परिवर्तन (एक महिला के मासिक धर्म चक्र के दौरान), कुछ खाद्य पदार्थ (जैसे, चॉकलेट, वृद्ध चीज), पेय पदार्थ (जैसे, रेड वाइन, कॉफ़ी), मजबूत गंध, नींद की कमी, और यहां तक कि तनाव सहित कुछ कारकों से शुरू हो सकते हैं। 

4. क्लस्टर सिर दर्द:

क्लस्टर सिरदर्द एक रेअर प्रकार का प्राथमिक सिरदर्द है। वे अधिक बार पुरुषों को प्रभावित करते हैं, परिवारों में चलते हैं, सिगरेट के धूम्रपान के साथ दृढ़ता से जुड़े होते हैं. वे कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों तक समूहों में, महीनों से वर्षों तक लंबे समय सिरदर्द - मुक्त काल के साथ होते हैं।

5. माध्यमिक सिरदर्द

माध्यमिक सिरदर्द एक बीमारी का लक्षण है, जो सिर के दर्द - संवेदनशील नसों को सक्रिय कर सकता है। बड़ी मात्रा में, गंभीरता से बहुत भिन्न स्थितियां होती हैं, जिनका कारण माध्यमिक सिरदर्द हो सकता है। 

तीव्र साइनसशराब का हैंगओवरमस्तिष्क का ट्यूमरखून के थक्केमस्तिष्क के अंदर या चारों ओर खून बहना" ब्रैन फ्रीज," या आइसक्रीम के सिरदर्दकार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्ततानिर्जलीकरणआंख का रोगइंफ्लुएंजादर्द की दवा के अति प्रयोग, जिन्हें रीबाउंड सिरदर्द कहा जाता हैपैनिक अटैकस्ट्रोक
    

सिरदर्द के प्रकार और इनसे बचने के उपाय




सिरदर्द की समस्या एक आम शिकायत है।सिरदर्द सिर्फ एक नहीं कई प्रकार के होते है।माइग्रेन व तनाव के कारण भी हो जाता है।तेज सिरदर्द होने पर डाक्टर की सलाह लें।

बदलती जीवनशैली और गलत खानपान में किसी को भी सिरदर्द होना एक आम बात है। सिरदर्द से तात्पर्य है सिर के एक या एक से अधिक हिस्सों में साथ ही गर्दन के पिछले भाग में हल्के से लेकर तेज़ दर्द का एहसास होना। सिर दर्द के कई कारण होते हैं, हालांकि ज़्यादातर सिरदर्द किसी गंभीर बीमारी की वजह से नहीं होते। वे कभी कभी होते हैं और दवा लेने या जीवनशैली में थोड़ा बदलाव करने से ठीक हो जाते हैं। आमतौर पर सिरदर्द नींद पूरी न होने, दांतों में दर्द होने, थकान होने, गलत दवाई लेने, चश्मे का नंबर बढ़ने, मौसम बदलने पर हो सकता है। सिर दर्द एक प्रकार का नही होता, इसके अनेक प्रकार हैं। आइए हम आप को बताते है सिर दर्द के प्रकारों के बारें में-

तनाव से सिर दर्द

तनाव से होने वाला सिरदर्द सामान्य प्रकार का होता है। ये मांसपेशियों में सिकुड़न के कारण होता है। ये सिरदर्द लंबे समय तक तनाव के रहने के कारण होता है। तनाव से पैदा हुआ सिरदर्द अक्सर धीमा और स्थिर होता है। 90 प्रतिशत सिरदर्द इसी कारण होते हैं और आमतौर पर खुद ही ठीक हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त रोजाना होने वाला सिरदर्द भावनात्मक तनाव, थकान व शोरगुल से भी हो सकता है। वैसे तो ऐसा दर्द सिर में कहीं भी हो सकता है, परन्तु गर्दन या दोनों कनपटियों में यह दर्द तेज होता है।

माइग्रेन से सिरदर्द

माइग्रेन ऐसा सिरदर्द है जो अधिकतर आनुवंशिक होता है। यह सिरदर्द हर किसी में अलग-अलग होता है। माइग्रेन सिर के आधे हिस्से में और बहुत तेज होने वाला सिरदर्द है। इस सिरदर्द में कई बार जी मिचलाना, उल्टी होना, रोशनी के प्रति संवेदनशीलता, दृष्टि-दोष, सुस्ती, बुखार और ठंड भी लगती है। माइग्रेन से कई बार धीरे-धीरे और कई बार तेज होने लगता है। इसका कारण किसी भोज्य पदार्थ से एलर्जी भी हो सकता है।

साइनस सिरदर्द

साइनस सिरदर्द तब होता है जब आपके साइनस  में संक्रमण हो जाता है और उसमें जलन होने लगती है। साइनस में सिरदर्द तेज और कई बार लगातार होता रहता है। यह अधिकतर सुबह शुरू होता है। साइनस के कारण सिरदर्द में आंखों में, गाल में और सिर के अगले हिस्से में दबाव और दर्द होता और साथ ही इसमें नीचे झुकने पर दर्द बहुत तेज होता है। इसमें ऊपरी दांत में दर्द, बुखार, ठंड लगना, चेहरे पर सूजन आदि की समस्या भी आ जाती है।

ऐसें बरतें सावधानियां

अगर आप को इन दर्दो से निजात पाना है तो तनाव कम करें, नींद पूरी लेने का प्रयास करें, लेकिन फिर भी सिरदर्द की समस्या लगातार बनी रहे तो डॉक्टर के पास जानें में बिल्‍कुल भी देर न करें क्योंकि आपकी थोड़ी-सी लापरवाही से समस्‍या बढ सकती है। 50 प्रतिशत लोग डॉक्टर के पास जाने की बजाय खुद ही अपने सिरदर्द का इलाज करने लगते है लेकिन सिरदर्द के लिए उचित इलाज की जरूरत है।

कई बार सिरदर्द की वजह आपका खानपान भी हो सकता है जिसपर आप कभी गौर नहीं करते। लेकिन अगर आप अपने रुटीन और डाइट पर थोड़ा गौर करें तो आप सिर्फ उनपर नियंत्रण से ही अक्सर होने वाले सिरदर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

सिरदर्द के कारण और इलाज़
    
सिर दर्द आम तौर पर होते रहने वाली समस्याओं में से है. कई बार सरदर्द के स्पष्ट कारण होते हैं लेकिन कई बार कारण स्पष्ट नहीं भी होते हैं. इसमें सिर के किसी भी हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाता है. अक्सर ये अस्थाई होता है जो कुछ देर बाद स्वतः ठीक हो जाता है. लेकिन कई बार इससे भयंकर दर्द होता है और ये लम्बे समय तक जारी रह सकता है. सिरदर्द, सिर के एक या दोनों तरफ हो सकते हैं. यह सिर में एक बिंदु से शुरू होकर पूरे सिर में फैल सकता है या फिर किसी एक निश्चित स्थान पर भी होने लग सकता है. यह दर्द सिर में सनसनी पैदा करने वाले तेज़ दर्द या हलके दर्द के रूप में दिखाई दे सकता है. सिरदर्द धीरे-धीरे या अचानक उत्पन्न हो सकते हैं. प्राथमिक सिरदर्द और माध्यमिक सिरदर्द . प्राथमिक सिरदर्द में टेंशन सिरदर्द, क्लस्टर सिरदर्द, और माइग्रेन सिरदर्द शामिल हैं. माध्यमिक सिरदर्द में प्रतिघात और वज्रपात सिरदर्द, स्ट्रेस सिरदर्द, कैफीन सिरदर्द आदि शामिल हैं. आइए सरदर्द के कारण और इलाज के बारे में जानें.

सिर दर्द के कारण

1. सिरदर्द के कारण सिर में उपस्थित दर्द-संवेदी ढाँचों में जलन या चोट लगने के कारण सिरदर्द होता है. जो संरचनाएँ दर्द को महसूस कर सकती हैं, उनमें खोपड़ी, माथा, सिर का ऊपरी भाग, गर्दन और सिर की मांसपेशियों, सिर की प्रमुख धमनियों और नसों, साइनस और मस्तिष्क के चारों ओर मौजूद ऊतकों को शामिल किया जा सकता है.

2. हल्के सिरदर्द को शुरू करने वाली घटनायें उन लोगों के बीच व्यापक रूप से होती हैं, जिन्हे सिरदर्द की बीमारी होती है. प्रत्येक व्यक्ति का अपना अलग पैटर्न होता है.
प्राथमिक सिरदर्द के कारण प्राथमिक सिरदर्द अपने आप होने वाली बीमारी है, जो सिर में उपस्थित दर्द-संवेदी ढाँचों में अत्यधिक सक्रियता या समस्याओं के कारण तुरंत हो जाती है. इसमें रक्त वाहिकाएँ, मांसपेशियाँ, सिर और गर्दन की नसें शामिल हैं.

प्राथमिक सिरदर्द मस्तिष्क में रासायनिक क्रियाकलापों में होने वाले बदलावों के कारण भी हो सकते हैँ.

3. सिर दर्द का सबसे आम प्रकार तनाव के कारण होने वाला सिरदर्द है. तनाव सम्बन्धित सिरदर्द आपके कंधों, गर्दन, खोपड़ी और जबड़े की मांसपेशियों के कसने के कारण होते हैं. ये सिरदर्द अक्सर तनाव, अवसाद या चिंता से सम्बन्धित होते हैं. बहुत ज्यादा काम करने, पर्याप्त नींद न लेने, भोजन में अनियमितता बरतने या शराब का सेवन करने पर आपको तनाव सम्बन्धित सिरदर्द होने की अधिक संभावना है. ज्यादातर लोग जीवन शैली में परिवर्तन करके, शरीर को पर्याप्त आराम देकर और दर्द निवारक लेने से बहुत बेहतर महसूस कर सकते हैं.

4. दर्द से छुटकारा पाने के लिए बनाई जाने वाली कई दवाएं वास्तव में सिरदर्द का कारण बन सकती हैं, जब लंबे समय तक उपयोग के बाद दवा रोक दी जाती है. शराब, कैफीन और शुगर की मात्रा में वृद्धि होना सिरदर्द गंभीर समस्या का कारण बन सकते हैं.

सरदर्द का उपचार

सभी सिरदर्दों के लिए डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कभी-कभी सिरदर्द एक गंभीर विकार की चेतावनी देते हैं. अगर आपको अचानक गंभीर सिरदर्द होता है तो अपने चिकित्सक को ज़रूर बताएं. अगर आपके सिर में झटके के बाद सिरदर्द हो या अगर आपको सिरदर्द के साथ गर्दन में अकड़न, बुखार, भ्रम, बेहोशी या आँख अथवा कान में दर्द हो, तो तुरंत इलाज करवायें.

सिरदर्द का उपचार सिरदर्द के उपचार के सबसे सामान्य तरीकों में भरपूर आराम और दर्द से राहत दिलाने वाली दवाएं हैं. दर्द से राहत दिलाने वाली सामान्य दवाएं किसी भी मेडिकल स्टोर से आसानी से खरीदी जा सकती हैं या डॉक्टर रोकथामपूर्ण दवाओं का परामर्श दे सकते हैं डॉक्टर की सलाह का पालन करना ज़रूरी है, क्योंकि दर्द निवारण दवाओं के अत्यधिक उपयोग से सिरदर्द फिर से हो सकता है. रिबाउंड सिरदर्द के उपचार में दर्द निवारक दवाओं की खुराक को कम करना या बंद कर देना शामिल है.

सिरदर्द से आराम और आत्म देखभाल इसके अतिरिक्त, सिरदर्द से राहत के लिए स्वयं देखभाल भी की जा सकती है. सिरदर्द के जोखिम और दर्द को कम करने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं – अपने सिर या गर्दन को बर्फ की थैली या गर्म पानी की थैली से सेंके, लेकिन अत्यधिक तापमान से बचें. जहाँ तक संभव हो, तनाव से बचें. तनाव को दूर करने के लिए योजनाएं बनाएं. नियमित रूप से भोजन करें. रक्त में शुगर की मात्रा को स्थिर बनाए रखने की कोशिश करें. सिरदर्द में एक गर्म पानी का शावर मदद कर सकता है, हालाँकि कुछ दुर्लभ स्थितियों में गर्म पानी का प्रयोग सिरदर्द को बढ़ा सकता है.

नियमित रूप से व्यायाम करना और पर्याप्त आराम व नियमित नींद से तनाव में कमी आती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है. सिरदर्द के वैकल्पिक उपचार सिरदर्द के लिए कई वैकल्पिक उपचार उपलब्ध हैं, लेकिन कोई भी बड़ा बदलाव करने या इलाज के किसी भी विकल्प को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है. वैकल्पिक दृष्टिकोण में शामिल हैं


– एक्यूपंक्चर - एक्यूपंक्चर एक वैकल्पिक चिकित्सा है, जो सिरदर्द को दूर करने में मदद कर सकता है.


    

लगातार हो रहे सिर दर्द को न समझे मामूली, हो सकती हैं यह गंभीर बीमारी


    
बढ़ती गर्मी में अक्सर लोगों को सिर दर्द की परेशानी होने लगती है। अगर आपको लगातार सिरदर्द हो रहा है तो एक बार डॉक्टरी जांच जरूर करवाएं। यह माइग्रेन भी हो सकता है। माइग्रेन का दर्द साइलेंट किलर की तरह अचानक से अटैक करता है, जिससे सिर के आधे हिस्से में असहनीय दर्द होने लगता है। वहीं, गर्मियों में यह दर्द और भी बढ़ जाता है। पुरुषों से ज्यादा महिलाओं माइग्रेन से पीड़ित है। एेसे में इसके लक्षण को पहचानकर जल्द इलाज करवाना बहुत जरूरी है।

माइग्रेन के लक्षण

- नींद की कमी

- धुंधला दिखाई देना

- बार-बार यूरिन आना

- चॉकलेट खाने का मन

- शरीर का एक हिस्सा सुन्न महसूस होना

- भूख कम लगना

माइग्रेन के कारण

- हाई ब्लड प्रैशर

- तनाव 

- भरपूर मात्रा में पानी न पीना

- मौसम में बदलाव 

- गर्मी में घूमना

- एलर्जी

माइग्रेन में क्या न खाएं

डिब्बाबंद पदार्थों, रेड वाइन और जंक फूड का सेवन न करें

माइग्रेन में क्या खाएं


दूध, दही, पनीर, दालें, मांस और मछली को डाइट में शामिल करें 

माइग्रेन के घरेलू उपाय

- दिन में दो बार गाय के घी की कुछ बूंदे नाक में डालें।

- गुनगुने तेल से सिर की मालिश करें। इससे दर्द से राहत मिलेगी। 

- नींबू के छिलकों का पेस्ट तैयार कर लें। बाद में इसे माथे पर लगाएं।

- दर्द होने पर तुरंत बर्फ या ठंडे पानी की पट्टी सिर पर रखें। इससे दर्द से आराम मिलेगा। 

- तनाव मुक्त रहें।


सिर दर्द को चुटकियों में दूर करता है सिर्फ '1 नींबू'




दर्द से राहत पाने के लिए पेनकिलर का सहारा लेना पड़ता है।नींबू आपके सिर दर्द को जड़ से खत्‍म कर सकता है।नींबू में विटामिन सी रक्‍त वाहिकाओं को आराम देता है।

यूं तो अपने शरीर को तंदुरूस्‍त रखने के लिए आराम करना बेहद जरूरी होता है लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी, बढ़ते तनाव और लगातार काम करने से हमारे शरीर में थकावट होने से के सिरदर्द होना शुरू हो जाता है। कभी-कभी तो सिर दर्द इतना बढ़ जाता है कि बर्दाशत करना मुश्किल हो जाता है और दर्द से राहत पाने के लिए हमें पेनकिलर का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन बार-बार पेनकिलर का प्रयोग करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।    

अगर आप भी लगातार होने वाले सिर दर्द से परेशान रहते हैं और दर्द से बचने के लिए पेनकिलर का सहारा नहीं लेना चाहते तो हम आपके लिए आज एक घरेलू नुस्‍खा लेकर आये है जो सिर दर्द को तुरंत दूर कर देगा। जी हां नींबू के खट्टे स्‍वाद के कारण आप इसका इस्‍तेमाल चाट से लेकर साधारण सी दाल को स्‍वादिष्‍ट बनाने के लिए करते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं यह फल खट्टा होने के साथ-साथ बेहद गुणकारी भी है। नींबू आपके सिर दर्द को जड़ से खत्‍म कर सकता है। अगर विश्‍वास नहीं हो रहा तो आइए हमारे साथ जानें।

सिर दर्द को दूर करने में मददगार नींबू

तनाव, चिंता, भाग-दौड़, उतावलापन, बेवक्‍त खाना, निर्जलीकरण इन सभी चीजों के चलते आपको सिरदर्द की समस्‍या हो सकती है। लेकिन आप आपको सिरदर्द की गोली लेने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि सिरदर्द दूर करने के लिए सिर्फ एक नींबू ही काफी है। नींबू में अधिक मात्रा में विटामिन सी होता है जो रक्‍त वाहिकाओं को आराम देता है। इसके अलावा नींबू में टरपेनेस और पॉलिफिनॉल और खास तौर पर लिमोनेन पाया जात है। नींबू की खुश्‍बू लिमोनेन के कारण होती है,‍ जिसका दिमाग पर खास प्रभाव पड़ता है। यह तनाव और चिंता को दूर करता है। इस खुशबू से आपको ताजगी महसूस होती है और थकान शरीर में से बह जाती है।

सिर
दर्द के लिए नींबू का कैसे इस्‍तेमाल करें?

लगातार सिर दर्द की शिकायत रहने पर एक ग्लास गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीएं।या अगर बिना दूध की चाय में नींबू की कुछ बूंदें मिलाकर उसे पिया जाए तो सिर दर्द में तुरंत आराम आ जाता है।केवल सिर दर्द के लिए नीबू के छिल्कों का पेस्ट बनाकर माथे पर मिलने से सिर दर्द में जल्दी आराम आ जाता है।नींबू के छिलकों में थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्‍ट बना लें।फिर इसे अपने माथे पर कुछ देर के लिये लगा लें।कुछ देर आंखें बंद करके लेट जाये फिर इसे साफ कर लें।आपको राहत महसूस होगी।

तो अगली बार जब भी आपके सिर में दर्द हो तो पेनकिलर की बजाय नींबू का सेवन करें। 

सिरदर्द को न करें नजरअंदाज, हो सकती है ये 8 सीरियस प्रॉबल्म.


    
सिर दर्द की समस्य कुछ लोगों को बार-बार तंग करती है। जब अचानक से सिर दर्द करने लगे तो ऐसा लगता है कि जैसे जिंदगी खत्म सी हो गई है। आमतौर सिरदर्द दो तरह का होता है, प्राइमरी और सेकेंडरी। प्राइमरी में सिर दर्द की असल वजह पता नहीं चलती। वहीं सेकेंडरी में दर्द किसी हैल्थ प्रॉबल्म की वजह से होता है। अगर इस तरह के दर्द को नजरअंदाज कर दिया जाएं तो इससे कोई बड़ी बीमारी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि इसके संकेतो को अच्छे से पहचान लिया जाएं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही संकेत के बारे में बताएंगे, जिनकी वजह से सिर दर्द रह सकता है।  

1. स्ट्रोक 

अचानक से सिर में दर्द होने लगे और शरीर का एक हिस्सा काम करना बंद कर दे तो यह स्ट्रोक के संकेत हो सकते है। 

2.ब्रेन ट्यूमर

लगातार बिना किसी वजह से सिर दर्द होने लगे और आसानी से ठीक होने का नाम ही न लें तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है। इसलिए ऐसे दर्द को नजरअंदाज न करें ब्लकि तुरंत डॉक्टर की सला लें। 

3. ब्रेन इंजरी 

अगर आपके सिर में अक्सर दर्द रहता है तो ऐसे ब्रेन में किसी तरह की इंजरी होने के कारण भी हो सकता है। 

4. फीवर 

बुखार होने पर कफ और कान में दर्द के साथ सिर भी दर्द रहने लगता है। यह बुखार की दवाई से आसानी से ठीक हो जाता है। 

5. दांत या कान का इंफैक्शन 

सिर के आसापास की जगह जैसे कान या दांत में इंफैक्शन होने से भी सिर दर्द हो सकता है। 

6. स्ट्रेस 

लगातार तनाव में रहने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। जिसका दिमाग पर असर पड़ता और तेज दर्द होने लगता है। 

7. हाई बीपी 

हाई बीपी की समस्या होने पर छाती और सिर दर्द की शिकायत रहती है। अगर आपका भी अचानक से तोज सिर दर्द होने लगे तो अपना बीपी जरूर चैक करवाएं। 

8. आंखो की समस्या 

जब आंखों की रोशनी कम हो जाती है तो हमे चीजों को देखने में दिक्कत होती है। जिस वजह से सिर दर्द होने लगता है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा है तो आंखों का चैकअप करवाएं।  


माइग्रेन और सिर दर्द में अंतर कैसे करें




जब आप अपने सिर में दर्द या दवाव महसूस करते हैं तो आपके लिए यह सुनिश्चित करना मुश्किल हो जाता है कि आप एक आम सिर दर्द या माइग्रेन का अनुभव कर रहे हैं आज हम माइग्रेन और सिर दर्द में अंतर को समझने की कोशिश करेंगे और समझेंगे कि वह एक दूसरे से कितने अलग हैं और किस प्रकार हम उन्हें पहचान सकते हैं

सिरदर्द क्या है।

एक सामान्य सिरदर्द आम तौर पर आपके सिर के दोनों किनारों को प्रभावित करता है और हल्के से मध्यम दर्द की ओर बढ़ता है यह 30 मिनट से 1 सप्ताह तक की अवधि तक रह सकता है

सिर दर्द से प्रभावित कुछ विशेष क्षेत्र जैसे

सिर का ऊपरी भागमाथाऔर गर्दन के पीछे के हिस्से होते हैं
कुछ कारक है जो सिर दर्द को बढ़ाने के लिए ट्रिगर का कार्य करते हैं

जैसे अत्यधिक तनाव या चिंता का होना

सिरदर्द केवल एक प्रकार का सिरदर्द नहीं है इसमें निम्न सिरदर्द प्रकार भी शामिल हैं

1. क्लस्टर का सिर दर्द –

क्लस्टर सिरदर्द गंभीर रूप से दर्दनाक सिरदर्द होता हैं जो सिर के एक तरफ होता हैं और समूहों में आता हैं। इसका अर्थ है कि आप सिरदर्द के हमलों के साईकल का अनुभव करते हैं, इसके बाद सिरदर्द से मुक्त समय होता है।

2. साइनस सिरदर्द

अक्सर सिरदर्द के साथ यह उलझन होती है जिसमे, माइग्रेन साइनस सिर दर्द साथ-सह होते हैं साइनस संक्रमण के लक्षण जैसे बुखार, जुखाम, खांसी  और चेहरे पर दबाव महसूस होता है।

3. चिरी सिरदर्द

एक चीरी सिरदर्द जन्म दोष के कारण चिकारी कुरूपता  के रूप में जाना जाता है , जिसके कारण मस्तिष्क के कुछ हिस्सों के लिए खोपड़ी दवाव डालती है,  जो अक्सर सिर के पीछे दर्द का कारण होता है

4. थरंगलकैप सिरदर्द

“थरंगलकैप” सिरदर्द एक बहुत गंभीर सिरदर्द है जो 60 सेकंड या उससे कम समय में विकसित होता है। यह एक सबराचोनोइड हेमोरेज ( subarachnoid haemorrhage) का एक लक्षण हो सकता है , एक एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जिसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है एन्यूरिज्म , स्ट्रोक , या अन्य चोट यह भी इसके कारण हो सकता है । तुरंत डॉक्टर से मिले यदि आप इस प्रकार का सिरदर्द अनुभव करते हैं।

माइग्रेन क्या है।

दूसरी ओर माइग्रेन भी सिरदर्द का एक प्रकार है जो आपके सिर के एक हिस्से में तीव्रता के साथ सनसनी पैदा करता है आमतौर पर माइग्रेन का सिर दर्द बेहद दर्दनाक होता है माइग्रेन का दर्द इतना अधिक होता है कि व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने में असमर्थ हो जाता है माइग्रेन की कुछ लक्षणों में से निम्न है

उल्टी जी मिचलानाध्वनि याप्रकाश के प्रति संवेदनशीलतासिर के ऊपरी भाग में तेज दर्ददृष्टि का अस्थाई नुकसान का अचानक कम दिखाई देनाकान के पीछे दर्द होनास्पॉट या चमकती रोशनी दिखाई देना

वास्तविक माइग्रेन होने से पहले कुछ माइग्रेन से ग्रस्त मरीजों में एक या दो दिन निम्न लक्षण हो सकता है।  इन सूक्ष्म संकेतों में ये शामिल हो सकते हैं:

कब्जडिप्रेशनबार-बार जकड़न चिड़ चिड़ा पन गर्दन में अकड़न असामान्य भोजन
माइग्रेन के सामान्य कारणों में निम्नलिखित कारण शामिल हो सकते है।

महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन – महिलाओं में एस्ट्रोजन के उतार चढ़ाव विशेष रुप से रजोनिवृत्ति या गर्भावस्था के दौरान माइग्रेन को ट्रिगर करने का कार्य करते हैं

शराब और कैफीन युक्त पेय माइग्रेन का कारण बन सकते हैं
नमकीन खाद्य पदार्थ पुराना पनीर प्रोसेस्ड फूड भी माइग्रेन के हमले को तेज करते हैं

दबाएं जैसे नाइट्रोग्लिसरीन और मौखिक रूप से ली जाने वाली गर्भनिरोधक माइग्रेन के दर्द को तेज कर  सकते हैं


सिरदर्द का इलाज कैसे करें 

आप अधिकांश तनाव सिरदर्द ओवर-द-काउंटर उपचार के साथ इलाज कर इससे छुटकारा पा सकते हैं जिस में शामिल है कुछ दवाएं जैसे
एस्पिरिन (Aspirin)एसिटामिनोफेन (Acetaminophen)आइबूप्रोफेन (Ibuprofen)

माइग्रेन और सिर दर्द से बचने के लिए कुछ सुझाव

आप अपने भोजन में परिवर्तन करें और कैफीन और अल्कोहल सहित ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें जो सिर दर्द को बढ़ाने का कार्य करते हैं

आप माइग्रेन के हमले से बचने के लिए एक्सरसाइज योग और मेडिटेशन भी कर सकते हैं

माइग्रेन और सिर दर्द में अंतर को जल्दी पहचानें और इलाज करें

सिरदर्द एक हल्के असुविधा से लेकर गंभीर और दुर्बल होने के कारण हो सकते हैं। जितनी जल्दी हो सके सिरदर्द को पहचानना और उसका इलाज करना चाहिए। अन्य प्रकार के सिरदर्द से माइग्रेन को अलग करना मुश्किल हो सकता है सिरदर्द की आभा के लक्षणों के शुरू होने से पहले अपने चिकित्सक को बताइए।

भयंकर से भयंकर सिर दर्द का इलाज घर बैठे करे मुफ्त में, अपनाये ये नेचुरल तरीका एलोवेरा से।

हर किसी के सिर दर्द होना के आम बात है जो नार्मल किसी के भी हो सकता है लेकिन ये छोटी समस्या बड़ी भी हो सकती है।

कई बार सिर का दर्द बढ़ता बढ़ता इतना ज्यादा हो जाता है की सहन करना मुश्किल हो जाता है की नींद लेना या कोई काम करना मुश्किल हो जाता है।

हर किसी को इस दर्द से फटाफट छुटकारा चाहिए होता है जिसके कारण दवाइयों का सहारा लिया जाता है लेकिन इसे नेचुरल तरीके से भी ठीक किया जा सकता है आइये जानते है।

एलोवेरा एक ऐसी चीज है जिसके कई फायदे होते है ऐसे में सिर दर्द के लिए भी ये काफी फायदेमंद है ये हर तरह के सिर दर्द को दूर कर देता है।

एलोवेरा में एंटी-इंफ्लामेट्री और पेन रिलीविंग गुण होता है इसके लिए थोड़ी सी हल्दी और दो बूँद लोग का तेल एक चम्मच एलोवेरा जेल में मिलाकर सिर में लगाए।
इससे सिर की मसाज करे इस उपाय से कुछ ही पल में भयंकर से भयंकर सिर दर्द ठीक हो जाता है इसी के साथ कुछ दिनों तक सिर दर्द की समस्या भी नहीं होती।

तुरंत सिर दर्द का जड़ से इलाज करने के 11 उपाय : रामबाण नुस्खे



सर में दर्द होना आम समस्या बन गई हैं, भागदौड़ भरी इस जिंदगी में अव्यवस्ता के चलते तनाव पैदा होता हैं और तनाव में व्यक्ति न ठीक से भोजन करता हैं और न ही ठीक से कोई काम कर पाता हैं इसी वजह से उसके सिर में दर्द होने लगता हैं, वैसे इसके होने के और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे किसी बीमारी आदि के वजह से भी यह हो सकता हैं.

ऐसे में ज्यादातर व्यक्ति सर में दर्द की अंग्रेजी दवा का प्रयोग करते हैं जो की बहुत ही नुकसान करती हैं और बार-बार दवा गोली लेने से इनका असर भी नहीं होता हैं तो ऐसे में आपको आयुर्वेदिक घरेलु उपाय और नुस्खे का इस्तेमाल करना चाहिए यह 100% तुरंत लाभ करते है और इनसे आप हमेशा के लिए सिर के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं.

वैसे हम बतादे की ज्यादातर headache वात, पित्त, कफ त्रिदोष के वजह से, सफर करने से, पानी की कमी से, शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन की कमी आने से, किसी मानसिक तनाव के होने से आदि वजहों से होता है. ऐसे में रामबाण इलाज के लिए जरुरी है की पहले हम यह जाने की मुझे headache क्यों हो रहा है ? इसके लिए आप देखे की पिछले समय, दिन में आपने क्या-क्या किया था और कारण पता करे इससे में जल्दी आराम मिलेगा.

इस पोस्ट को ध्यान से पूरा, एन्ड तक पड़ें. और निचे दिए गए पोस्ट भी जरूर पड़ें. 100% लाभ होगा.
सबसे तेज़ उपाय

आक यानी मदार के दूध में चावल तर कर लें यानी अच्छे से भिगो दें, उसके बाद चावलों को बाहर निकाल कर सूखा लें उन चावलों को पीस लें यानी महीन, बारीक पाउडर बना लें. अब इस पाउडर को नाक से साँस लेकर सूंघे उसे नस्य करना कहते हैं, यह सिर दर्द की बीमारी में रामबाण इलाज है..यह घरेलु उपाय सभी तरह के सिर दर्द, मिर्गी, मूर्छा, माइग्रेन आदि को शांत करता हैं, इससे सारी दिमागी समस्याओं से छुटकारा मिलता हैं.(आक जिसे मदार भी कहते हैं यह एक पौधा होता हैं, इस पौधे के फूल शिव भगवान् को चढ़ाये जाते हैं यह घर के आसपास बड़ी आसानी से मिल जायेगा. इस पौधे के पत्तों में से दूध निकलता हैं उसी दूध का हमे प्रयोग करना हैं)

बाबा रामदेव व राजीव दीक्षित के उपाय
सिर दर्द में पतंजलि की दवा :




दिव्यधारा – यह पतंजलि का एक प्रोडक्ट हैं, इसको सिर में जहाँ पर दर्द हो रहा हो वहां पर लगाने से तुरंत ही सिर का दर्द दूर हो जाता हैं, यह सिरदर्द के ट्रीटमेंट में बेहद लाभप्रद प्रोडक्ट हैं. इसको आप अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर्स से खरीद सकते हैं.देसी गाय के घी की 2-3 बूंदे दोनों नाक के छिद्रों में डाले. इस प्रयोग को रोजाना रात को सोते समय करने से पुराने से पुराना सिर दर्द रोकने के उपाय में  ख़त्म हो जाता हैं. यह सबसे आसान प्रयोग हैं जो की अन्य मानसिक लाभ भी देता हैं.देसी गाय के घी की तरह आप शहद भी नाक में डाल सकते हैं, इससे भी लाभ होता हैं. दालचीनी के पाउडर को पानी में मिक्स करके पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर लगाए इससे भी दर्द से तुरंत राहत मिलती हैं.सिर दर्द का इलाज में लौंग को तवे पर गर्म करके व फिर बारीक़ पीसकर सिर में जहाँ दर्द हो रहा हो वहां पर इसका लैंप करने से जल्द राहत मिलती हैं.थोड़ा लौंग का पाउडर लें और इसमें जरा सा नमक मिलाये दोनों का पेस्ट बना लें और एक गिलास दूध के साथ इसका सेवन करे.लहसुन की कलियों का रस निकालकर पिने से भी रामबाण आराम मिलता हैं.

सर में जहाँ दर्द हो रहा हो वहां पर गर्म ठन्डे का सेंक करना चाहिए, बर्फ के टुकड़ों से व गर्म कपडे दोनों से बार-बार- 10-10 मिनट तक सेंक करे इससे दर्द से तुरंत राहत मिलती हैं.
सिर दर्द होने पर अदरक की चाय पिने से भी दर्द से राहत मिलती हैं. अक्सर जब नींद न निकाल पाने के वजह से सिर दर्द होता हो तो इसी उपाय को करना चाहिए साथ ही इसमें इलाइची भी मिला सकते हैं.

पेट की किसी समस्या के कारण सिर में दर्द हो रहा हो तो नींबू पानी पिए. गैस, कब्ज आदि इनमे भी लाभ करेगी.धनिया को पानी में डालकर अच्छे से घोलकर पिने से सर्दी जुकाम का सिर दर्द दूर हो जाता हैं. सर्दी जुकाम का इलाज के नुस्खेसर दर्द होने पर चाय भी दवा गोली की तरह काम करती हैं, इसके लिए आप कड़क चाय जरूर पीकर देखें, ऐसे में अदरक की चाय, पुदीना की चाय, काली चाय आदि का सेवन कर सकते हैं.

बकरी के दूध से मक्खन निकलकर सर पर मालिश करने से पित्त से हो रहे सर दर्द में आराम मिलता हैं. यह भी एक बेहतरीन सिर दर्द ठीक करने के नुस्खे में से एक है, रामबाण इलाज की तरह उपयोगी है बकरी का दूध.रामबाण इलाज में कच्चे चने का रस बनाकर पिने से नजला-जुकाम और सर दर्द समाप्त हो जाता हैं.कलोंजी के बीज गर्म करके महीन कपडे में पीसकर बांध लें इसको लगातार सूंघने से जुकाम और सर दर्द मिट जाता हैं.सिर दर्द के उपाय के लिए हल्दी को पानी में मिलाकर लैंप बनाये और इसे सर पर लेप करे.

मदार के पत्तों का रस 2-2 बून्द दोनों नाक के नथुने में टपकाने से पुराने से पुराण सर दर्द भी दूर हो जाता हैं.अरंड की जड़ और सोंठ को एक साथ कूट पिस्तकार सर पर लेप करने से सर के रोग जड़ से नष्ट होते हैं सिर दर्द के घरेलु उपचार में यह तरीका भी बहुत अचूक है.

पान के पत्ते चबाकर खाने से भी सिर के दर्द से राहत मिलती हैं. इसके साथ ही सिर दर्द रोकने के इलाज में नारियल का तेल और लौंग का तेल दोनों को मिलाकर दर्द वाली जगह पर मालिश करने से भी दर्द से राहत मिलती हैं.पेट में गैस बनने से दर्द हो रहा हो तो एक गिलास गुन-गुने पानी में एक नींबू को निचोड़कर पिए इससे पेट में गैस व पेट की अन्य समस्या से हो रहे सर दर्द में राहत मिलती हैं.

तुलसी की चाय या तुलसी के पत्तों को चबाकर खाने से भी सर दर्द में आराम मिलता हैं. एक कप पानी में 6-7 तुलसी के पत्ते डालकर अच्छे से उबालकर भी पि सकते हैं इससे भी बहुत लाभ होता हैं.रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें, न तो कम सोये और न ही ज्यादा सोये, और अगर आप दिन में सोते हैं तो इस आदत को बदले व सिर्फ रात में ही पूरी नींद लेने की आदत बनाये- और पड़ें – गहरी नींद आने के उपायसर दर्द करते समय ब्रह्मारी प्राणायाम करने से तुरंत राहत मिलती हैं, ऐसा रोगी को 5 मिनट तक जरूर करना चाहिए व फिर बालसाना योग में बैठ जाना चाहिए.

सिर दर्द के लिए योग

अगर आपको बहुत पुराना सर दर्द हैं दवा गोली से भी ठीक नहीं होता हैं तो आपको योग का सहारा अवश्य लेना चाहिए. सिर्फ सप्ताह भर आप योग करके देखें आपको क्षत प्रतिशत लाभ होगा इसके लिए आप सिर दर्द के लिए योग में अनुम विलोमा प्राणायाम, कपालभाति प्राणायाम और ब्रह्मारी प्राणायाम यह तीनो करे, योग में रामबाण है अतः इसे भी करे.रोजाना सुबह के समय 10 मिनट तक अनुम विलोमा प्राणायाम करे, एक नाक से स्वांस ले और दूसरी नाक से स्वांस छोड़ें इस तरह बारी-बारी से एक-एक नाक से गहरी-गहरी स्वांस लेते रहे.5-10 मिनट ही कपालभाति प्राणायाम भी करे यह आपको तुरंत ही लाभ देगा आपके शरीर को नई ऊर्जा से भर देगा आप तरोताज़ा महसूस करने लगेंगे. लेकिन बस बात यह हैं की आप सही विधि से कपालभाति प्राणायाम करे, कई लोगों को कपालभाति ठीक से करना नहीं आता हैं 

इसके लिए आप यूट्यूब पर वीडियो देखें. कपालभाति प्राणायाम में सिर्फ पेट से स्वांस ली जाती हैं पेट को अंदर बाहर किया जाता हैं तो इसको आप रोजाना 5-10 ,मिनट तक करे.

ब्रह्मारी प्राणायाम

ब्रह्मारी प्राणायाम आपको सर दर्द से तुरंत राहत दिलाएगा, अगली बार जब भी आपको सर दर्द हो तो तुरंत ही एक कमरे में जाए और ब्रह्मारी प्राणायाम करे, सिर्फ 5 मिनट में ही आपका सिर दर्द व शारीरिक तनाव गायब हो जायेगा. यह बहुत ही फायदेमंद हैं इसका प्रयोग करके जरूर देखें. रामबाण इलाज है ब्रह्मारी प्राणायाम आप इसे एक बार जरूर करे.

बालसाना योग Child Pose

जब भी सर दर्द हो तो आप सबसे पहले सिर दर्द के आयुर्वेदिक नुस्खे जो हमने ऊपर बताये हैं उनको कर सकते हैं उसके बाद में आप बिस्तर पर बैठ जाए और बालसाना योग पोस्चर में बैठ जाये 10-15 मिनट तक बालसाना की स्थिति आँख बंद करके बैठने से आपको मानसिक शांति मिलेगी व आपका मूड फ्रेश हो जायेगा जिससे आपका सर दर्द भी खत्म हो जायेगा. आप एक बार जरूर इस प्रयोग को करके देखें.

एक बार यह सभी भी जरूर पड़ेंसिरदर्द के प्रकार और जाने सिर दर्द क्यों होता है ?माइग्रेन और सिर दर्द के लिए योग है दवामाइग्रेन का जड़ से इलाजसाइनस का इलाज आयुर्वेदिक नुस्खे

इस तरह आप इन बताये गए तरीको को अपनाएंगे तो आपको पूरा-पूरा आराम मिलेगा. ऐसी रामबाण जानकारी आपको और कहीं नहीं मिलेगी, आप पतंजलि रामदेव बाबा के बताये गए घरेलु उपाय भी करे साथ ही मदार पौधे की जो विधि बताई है उसे भी जरूर करे.

इन घरेलू उपायों से एक मि‍नट में दूर हो जाएगा सिर दर्द


बाजार में कई तरह की दवाइयां मौजूद हैं जो सिर दर्द में राहत के लिए ली जाती हैं लेकिन हर बार दवाई लेना भी सही नहीं है. पर आप चाहें तो ऐसे कई घरेलू उपाय हैं जिनसे आप अपना सिर दर्द चुटकी में दूर कर सकते हैं.

सिर दर्द असल में नर्वस सिस्टम और गर्दन से जुड़ी हुई समस्या है. सुबह-सुबह सिर दर्द के साथ उठना मतलब पूरा दिन बर्बाद हो जाना. सिर दर्द एक बहुत सामान्य समस्या है पर कई बार ये इतना तेज होता है कि बर्दाश्त कर पाना मुश्‍क‍िल हो जाता है.

यूं तो बाजार में कई तरह की दवाइयां मौजूद हैं जो सिर दर्द में राहत के लिए ली जाती हैं लेकिन हर बार दवाई लेना भी सही नहीं है. शरीर में बहुत अधिक बाहरी लवण का जाना दूसरी बीमारियों का कारण बन सकता है. पर आप चाहें तो ऐसे कई घरेलू उपाय हैं जिनसे आप अपना सिर दर्द चुटकी में दूर कर सकते हैं.

ये उपाय इतने आसान हैं कि आप इन्हें अपने ऑफिस में काम करते-करते भी आजमा सकते हैं. पर एक बात जो सबसे महत्वपूर्ण है वो ये कि आप अपने मस्तिष्क से हर बुरे विचार को निकाल दीजिए और शांत रहने की कोशिश कीजिए. इन घरेलू उपायों की अच्छी बात ये है कि ये सभी पूरी तरह सुरक्षित और कारगर हैं.

1. एक्यूप्रेशर के द्वारा

सालों से लोग सिर दर्द में राहत के लिए एक्यूप्रेशर का प्रयोग करते आ रहे हैं. सिर दर्द होने की स्थिति में आप अपनी दोनों हथेलियों को सामने ले आइए. इसके बाद एक हाथ से दूसरे हाथ के अंगूठे और इंडेक्स फिंगर के बीच की जगह पर हल्के हाथ से मसाज कीजिए. ये प्रक्रिया दोनों हाथों में दो से चार मिनट तक दोहराइए. ऐसा करने से आपको सिर दर्द में आराम मिलेगा.

2. पानी के द्वारा

कुछ-कुछ देर पर पानी की थोड़ी-थोड़ी मात्रा पीने से भी सिर दर्द में आराम मिलता है. एकबार आपका शरीर हाइड्रेटेड हो जाएगा तो सिर का दर्द धीरे-धीरे कम होने लगेगा.

3. लौंग के द्वारा

तवे पर लौंग की कुछ कलियों को गर्म कर लीजिए. इन गर्म हो चुकी लौंग की कलियों को एक रूमाल में बांध लीजिए. कुछ-कुछ देर पर इस पोटली को सूंघते रहिए. आप पाएंगे कि सिर का दर्द कम हो गया है.

4. तुलसी की पत्त‍ियों द्वारा

आपने अक्सर लोगों को सिर दर्द होने पर चाय या कॉफी पीते देखा होगा. एकबार तुलसी की पत्त‍ियों को पानी में पकाकर उसका सेवन कीजिए. ये किसी भी चाय और काॅफी से कहीं अधिक कारगर और फायदेमंद है.

5. सेब पर नमक डालकर खाने से

अगर बहुत कोशिश के बाद भी आपको सिर दर्द जाने का नाम नहीं ले रहा है तो एक सेब काट लें और उस पर नमक डालकर खाएं. सिर दर्द में राहत पाने के लिए ये एक बहुत कारगर उपाय है.

6. काली मिर्च और पुदीने की चाय

सिर दर्द में काली मिर्च और पुदीने की चाय का सेवन करना भी बहुत फायदेमंद होता है. आप चाहें तो ब्लैक टी में पुदीने की कुछ पत्तियां मिलाकर भी ले सकते हैं.


सिर दर्द ने कर दिया है बेहाल तो ये नुस्खे आएंगे आपके काम 


हर रोज काम के बढ़ते तनाव के कारण सिर दर्द होना आम बात है। कई बार सारा दिन धूप में घूमने के कारण या फिर आराम न करने से भी सिर में भारीपन बढ़ने लगता है। जिससे काम करने में परेशानी होने लगती है। दवाइयों का सेवन करने से दर्द को आराम तो मिल जाता है लेकिन इससे दिमाग की नसे भी कमजोर होने लगती हैं जो बाद में परेशानी का कारण बन सकती हैं। कुछ घरेलू नुस्खे अपनी कर सिर दर्द से आप आसानी से आराम पा सकते हैं। 


1. सिर में लगातार रहने वाले दर्द को कम करने के लिए लौंग का सेवन बहुत लाभकारी है। इसे आयुर्वेदिक औषधियों में भी सदीयों से इस्तेंमाल किया जाता रहा है। सिर दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए लौंग के पाउडर में थोड़ा सा नमक मिलाकर पेस्ट बनाएं और दूध के साथ पीएं। इसके अलावा लौंग पीसकर सिर पर लेप भी लगा सकते हैं। 

2. लहसुन बहुत अच्छा कुदरती दर्दनिवारक है। सिर दर्द में भी लहसुह बेहद लाभकारी है। लहसुन की कुछ कलियों को पीसकर निचोड़ लें और इस रस का सेवन करें। आराम मिलेगा। खाने में लहसुन को शामिल करने से भी फायदा मिलता है। 


3. मालिश करने से भी सिर दर्द से छुटकारा मिलता है। तनाव को कम करने के लिए गर्दन, सिर और कंधों की मालिश करें। 


4. सिर दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए बर्फ को एक साफ कपड़े में लपेट कर 10 मिनट तक सिर पर रखें। इसकी मालिश से भी आराम मिलेगा।


5.  सिर में भारीपन को दूर करने के लिए लौंग, इलांयची और अदरक डालकर चाय पीएं। 


6. सुबह खाली पेट सेब पर नमक लगाकर खाएं। इसके बाद गुनगुना दूध पी लें। कुछ दिनों तक लगातार इसका सेवन करने से सिर दर्द से छुटकारा मिल सकता है।  



सिर दर्द से निजात पाने के 21 घरेलू उपाय



आज की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में सिर दर्द एक सामान्य बात है। हर उम्र के लोग अकसर इसकी शिकायत करते हैं। वे लोग इसके लिए कई तरह की दवाइयां भी लेते हैं। कई बार तो सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए लोग काफी पैसे भी खर्च करते हैं। ऐसे लोगों को शायद ये पता नहीं कि सिर दर्द घरेलू उपचार के जरिए भी आसानी से ठीक हो सकता है।

कभी कभी तो सिददर्द ऑफिस में ही शुरु हो जाता है, लगातार कंप्‍यूटर के सामने बैठ कर आंखें गड़ाए रखने से ऐसा होता है। तो ऐसे में जिसके पास सिरदर्द की गोली नहीं होती है वह या तो चाय-कॉफी पी लेता है या फिर काम से ब्रेक ले कर थोड़ी देर के लिये बाहर निकल जाता है। पर इसके अलावा और भी कई घरेलू नुस्‍खे हैं जिसे आप आजमा सकते हैं। आइए हम आपाको बताते हैं सिर दर्द के कुछ घरेलू नुस्खे।

1. लौंग और नमक का पेस्ट

सिर दर्द के लिए यह एक प्रभावी उपचार है। इसके लिए आप लौंग पाउडर और नमक का पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को दूध में मिलाकर पीएं। नमक में हाइग्रस्कापिक गुण पाया जाता है, जिससे यह सर में मौजूद सभी द्रव्य पदार्थ को सोख लेता है। नतीजतन सिर दर्द से आराम मिलता है।
   

2. ताजा नींबू और गर्म पानी का घोल

एक ग्लास में गर्म पानी लें और नींबू का रस मिला कर पीएं। इससे आपको सिर दर्द से राहत पहुंचेगा। कई बार पेट में गैस बनने से भी सिर दर्द होता है। यह घरेलू उपचार इस तरह के सिर दर्द को आसानी से ठीक कर देता है। नींबू पानी पीने से न सिर्फ गैस की समस्या दूर होती है, बल्कि सिद दर्द भी ठीक होता है।
  

3. यूकेलिप्टस तेल से करें मसाज

सिर दर्द से छुटकारा पाने का एक और अच्छा तरीका यह है कि आप यूकेलिप्टस तेल से मसाज करें। इस तेल में दर्द से छुटकारा दिलाने का गुण होता है और इससे तुरंत आराम पहुंचता है।
  

4. गर्म दूध पीएं

सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए गाय का गर्म दूध पीएं। साथ ही अगर आप सिर दर्द से ग्रसित हैं तो अपने आहार में घी को शामिल करें।
  

5. दालचीनी पाउडर का पेस्ट लगाएं

सिर दर्द से छुटाकारा पाने का सबसे अच्छा उपचार यह है कि दालचीनी को पीस कर पाउडर बना लें। अब इसे पानी में मिला कर पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को सिर पर लगाने से आपको तुरंत आराम मिलेगा।


6. धनिया और चीनी का घोल

आप धनिया, चीनी और पानी का घोल पी कर भी सिर दर्द से निजात पा सकते हैं। अगर आपका सिर दर्द जुखाम की वजह से है तो यह उपचार काफी असरकारी साबित होगा।
   

7. चंदन लगाएं

थोड़ा सा सैंडलवुड लेकर पानी के साथ उसका पेस्ट तैयार करें। अब इस पेस्ट को अपने ललाट पर लगाएं। आपका सिर दर्द पूरी तरह से ठीक हो जाएगा।


8. नारियल तेल से मसाज करें

नारियल तेल से 10-15 मिनट मसाज करने से भी आपको सिर दर्द से राहत मिलेगा। अगर आप गर्मी के समय में सिर दर्द से जूझ रहे हैं तो यह नुस्खा प्रभावी तरीके से काम करेगा। यह सिर को ठंडक पहुंचाता है और दर्द कम करता है।
  

9. लहसुन का रस पीएं

लहसुन के कुछ टुकड़े लें और इसे निचोड़ का रस निकालें। कम से कम एक चम्मच रस निकालें और पीएं। दरअसल लहसुन एक पेनकीलर के रूप में काम करता है, जिससे सिर दर्द से राहत पहुंचता है।
  

10. अपने पांव को गर्म पानी में रखें

सिर दर्द से निजात पाने का एक और तरीका है। कुर्सी पर बैठ कर अपने पांव गर्म पानी में डुबो कर रखें। सोने से पहले कम से कम 15 मिनट तक ऐसा करें। अगर आप स्थाई सिर दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं तो कम से कम दो से तीन सप्ताह तक ऐसा करें।
  

11. सेब खाएं

जब आप सुबह उठें तो सेब पर नमक लगा कर खाएं। इसके बाद गर्म पानी या दूध पीएं। अगर आप लगातार 10 दिन तक ऐसा करेंगे तो पाएंगे कि आपकी सिर दर्द की समस्या खत्म हो गई।

12. बादाम के तेल से करें मसाज

सिर दर्द से निजात दिलाने में बादाम का तेल भी काफी कारगर होता है। करीब 15 मिनट तक बादाम के तेल से सिर का मसाज करने पर सिर दर्द से राहत पहुंचता है।

13. धनिया, जीरा और अदरक का घोल पीएं

धनिया पत्ती, जीरा और अदरक से बनी चाय पीएं। इससे सिर दर्द से काफी तेजी से राहत पहुंचता है। थोड़ा गर्म पानी लें और इसमें इन तीनों को डाल कर पांच मिनट तक उबालें। अच्छे परिणाम के लिए इसे दिन में कम से कम दो बार पीएं।


14. पान का पत्ता खाएं

पान अपने दर्दनाशक गुणों के लिए जाना जाता है। इससे सिर दर्द को भी काफी जल्दी आराम पहुंचता है। आप कुछ पान के पत्ते लें और उसका पेस्ट बना लें। जब आप इसे अपने ललाट पर लगायेंगे तो सिर दर्द से बहुत आराम मिलेगा।
   

15. बहुत ज्यादा पनीर खाने से बचें

अगर आप सिर दर्द से ग्रसित हैं तो फिर पनीर, चाकलेट और मटन को अपने आहार से दूर रखें। इसके बदले आप ऐसी चीजें खाएं जिसमे विटामिन C, D व B12 के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्सियम भी हो। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जी जैसे गोभी, फूलगोभी और मेथी को शामिल करें। साथ ही बाहर के जंक फ़ूड से भी परहेज करें।
   

16. अच्छे से सोएं

सिर दर्द के पीछे सबसे बड़ा कारण ये होता है लोग ठीक तरह से नींद नहीं लेते हैं। इसलिए अगर आप सिरदर्द से निजात पाना चाहते हैं तो अच्छी नींद जरूर लें। अगर आप 6 घंटे की भी नींद लेंगे तो भी आपको सिर दर्द की शिकायत नहीं होगी।
  

17. लौकी का गूदा

लौकी का गूदा सिर पर लेप करने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है।

18. खीरा काटकर सूँघे

सिरदर्द में खीरा काटकर सूँघने एवं सिर पर रगडऩे से तुरंत आराम मिलता है।
  

19. एक्‍यूपंक्‍चर

एक्‍यूपंक्‍चर सिरदर्द और माइग्रेन को ठीक करने के लिये बहुत लाभकारी है। सिरदर्द को दूर करने के लिये जबड़े वाला प्‍वाइंट दबाइये।


20. गर्मागरम मासाला चाय

यह सिरदर्द के लिए एक रामबाण उपाय है जिसको आसानी से घर में आजमाया जा सकता है। अपने गुणों के आधार पर यह एक उत्‍तेजक पेय पदार्थ है जो नींद को भगा कर दिमाग को सचेत करती है। नीदं गायब करने के लिए अगर आप चाय बना रहे हों तो उसमें थोडी से अदरख के साथ लौंग और इलायची भी मिला दें।


21. पुदीने का तेल सूंघे

सरदर्द से मुक्त करता है पुदीने के तेल का इस्तेमाल, आपके सरदर्द को दूर भगा देगा। अगर आप सरदर्द से परेशान है, तो पुदीने के तेल की कुछ बूँदें अपने रुमाल पर या कलाई पर डालकर सूँघे। यह तेल आपको तनाव से भी मुक्त कराएगा।

सिर दर्द का जल्दी इलाज करे।

सिर दर्द का जल्दी इलाज करने के आसान घरेलु उपचार एव आयुर्वेदिक नुस्खे:- आज के समय सिर दर्द की समस्या होना आम बात हो चुकी है क्योकि व्यक्ति अपने काम में इतना व्यस्त होगया है जिसके कारण वो अपने शरीर को आराम देना भूल जाता है ऐसे तरह तरह की टेंशन होना भी शरू हो जाती है। सिर दर्द की समस्या ज्यादा तर तनाव के चलते होती है। सिर दर्द की बीमारी किसी को भी हो सकती है चाहे बड़े हो या छोटे बच्चे लेकिन यह बीमारी बार बार हो तब माइग्रेन होने की सम्भावना बढ़ जाती है।

माइग्रेन की समस्या के समय सिर में आधे हिस्से में दर्द महसूस होता है माइग्रेन की परेशानी वाला दर्द सहना बहुत मुश्किल होता है। देखा गया है लोग सिर दर्द का इलाज करने के लिए अंग्रेजी दवा Pain Killer Medicine सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए लेते है पैरासिटामोल। अंग्रेजी दवाओं से सिर दर्द का उपचार थोड़े समय के लिए हो जाता है लेकिन इनके सेवन से हमारे शरीर पर बुरा असर भी पड़ता है। आप सर दर्द का इलाज घरेलु उपचार एव आयुर्वेदिक नुस्खे की मदद से भी कर सकते है।

सिर दर्द का इलाज करने के घरेलु नुस्खे

1. नारियल का तेल 

ज्यादा गर्मी होने के कारण सिर में दर्द हो तब नारियल का तेल लेकर सर पर मालिश करवाए इस उपाय को करने से सिर ठंडा होगा और सिर दर्द की समस्या से निजात मिलेगा।

2. धनिया एव चीनी का सेवन करे

सिर में दर्द अगर जुखाम एव सर्दी के कारण हो तब 1 गिलास पानी लेकर उसमे धनिया और चीनी दोनों मिला कर पिए।

3. निम्बू से उपचार 

सर दर्द की समस्या का कारण अगर पेट में गैस होने से हो तब निम्बू लेकर 1 गिलास पानी में मिलाकर पिए इस समस्य से छुटकारा मिलेगा।

4. अदरक एव इलाइची का सेवन करे 

सर में दर्द की परेशानी बहुत बार नींद पूरी नहीं होने के वजह से होती है जिसके कारण आपका पूरा दिन ख़राब हो  सकता है ऐसे में अदरक और इलाइची से बानी चाय पीने से सिर दर्द की यह समस्या से उसी वक्त छुटकारा मिलेगा।

5. केसर बादाम का तेल

तेल में थोड़ा बादाम और केसर डाल कर सूखने दे फिर सिर पर रख ले इसे 2-3 बार करे सिर दर्द का इलाज करने में फायदा होगा।

6. बर्फ के टुकड़े  

बर्फ के टुकड़े कपडे में रख कर 10-15 मिनट सिर पर हलके हाथो से रखे और कुछ देर में हटाए ऐसा कुछ देर करने से सिर दर्द से आराम मिलेगा।

7. सिर दर्द का उपाय 

सिर दर्द की समस्या बार-बार हो तब सेब पर नमक लगा कर सुबह खली पेट खाये फिर दूध 1 गिलास गुनगुना करके पीजिये इस उपाय को रोज करे आपको कुछ दिन में इस परेशानी से छुटकारा मिल जायेगा।

8. मांसपेशियों में तनाव समस्या 

अगर सिर के मांसपेशियो में तनाव के कारण दर्द हो तब इससे छुटकारा पाने के लिए कंधे, सिर और गर्दन की मालिश करवाए। साथ हे रोज एक्सरसाइज, मेडिटेशन और योग करे इससे सर में दर्द की समस्या कम होगी।

9. लहसुन का उपयोग  

लहसुन की कालिया लेकर पिसे और फिर उसका रस निचोड़ कर निकाल ले और पिए। इस उपाय को करने से सिर में दर्द होने वाली दिक्कतो से छुटकारा मिलेगा।

10. लौंग का पाउडर का इस्तेमाल 

लौंग का पाउडर लेकर नमक मिला ले और पेस्ट बनाकर दूध के साथ सेवन करे, थोड़ी ही देर सर दर्द की समस्या से आराम मिल जायेगा।Head Pain Treatment करने के लिए लौंग थोड़ा सा गरम कर पिसे और उसका लेप सिर पर लगा ले इससे भी सिर दर्द का इलाज करने में मदद मिलेगी।

सिर दर्द का इलाज करने के आयुर्वेदिक नुस्खे –

1. शहद का इस्तेमाल 

1-3 बून्द शहद नाक में सिर दर्द की दूसरी तरफ डाले।

2. गाय का घी 

माइग्रेन की परेशानी के कारण अगर सिर दर्द हो तब गाय का देसी घी की 2-3 बुँदे नाक में डाले।  

3. सरसो का तेल 

सिर दर्द का इलाज करने के लिए 3-5 बार सरसो का तेल सूँघे।

4. खीरा का उपयोग 

सिर पर खीरा कटा हुआ रगड़ने से सिर दर्द में आराम मिलता है।

5. गाय का दूध 

सिर दर्द का इलाज करने में गाय का दूध पीना कारगर माना गया है। रोजाना 1 ग्लास गाय का दूध पिए।

6. दालचीनी पाउडर 

दालचीनी पाउडर को पानी में डाल कर पेस्ट बना कर सर पर लगाए सिर दर्द से उसी समय छुटकारा मिलेगा।



योगा
की मदद से सिर दर्द



बाबा रामदेव की कुछ आसान योग आसन की मदद से सिर दर्द का इलाज करने में सहायता मिलेगी। बताये गए योग को करने से पहले उनके करने का सही तरीका जरूर जाने।

नाड़ी शोधन

आसनभ्रामरी

प्राणायामसूर्य नमस्कार

आसनपवनमुकता आसान

सिर दर्द की समस्या से बचने का तरीका 

ज्यादा तनाव ना ले।

किसी भी प्रकार का नशा ना करे

जैसे तम्बाकू, शराब और धूम्रपान।

मसाले वाले आहार का कम सेवन करे।



सिर दर्द की दवा


सिर-दर्द के अनेक कारण होते हैं

जैसे – पेट की खराबी, नींद का पूरा न होना, खसरा, फ्लू, बुखार, आँखों की कमजोरी, गर्मी या लू लग जाना, विषाक्त पदार्थ खा लेना, मानसिक कष्ट आदि।  इस रोग में सिर व माथे में दर्द होता है ।

सिर दर्द की होमियोपैथी दवा

सिर दर्द में बेलाडोना 30 – यह दवा यूरोप में पैदा होने वाले वृक्ष से बनायी जाती है। इसकी क्रिया शरीर के दाहिनी ओर तथा मस्तिष्क एवं स्नायु – ग्रन्थियों पर प्रधान रूप से होती है। सर दर्द में प्रायः इसी दवा का प्रयोग अधिकतर किया जाता है परन्तु इसका सिर दर्द हथौड़े मारने की तरह होता है अर्थात ऐसा लगता है जैसे की सिर फट जायेगा। सिर दर्द झुकने एवं झटका लगने से बढ़ता है । ललाट के दोनों तरफ की रगों में यह दर्द अधिक रहता है। सिर भारी मालूम होता है। आँखे लाल हो जाती है। आँखे बंद करके रोगी चुपचाप पड़ा रहता है। हिलने डुलने से दर्द बढ़ जाता है।

इस दवा का एक और विशेष लक्षण है  – दर्द शरीर के किसी भी भाग में क्यों न हो, अगर बिजली की भाँति अचानक चमककर उसी क्षण चला जाता जाता है तो बेलाडोना का व्यवहार अत्यधिक लाभकारी है ।

सिर दर्द में नक्सवोमिका 30 – यह दवा कुचला के बीज से तैयार की जाती है। मलबद्धता या कब्जियत के कारण सिर दर्द का होना इसका मुख्य लक्षण है। जिन वक्तियों का पेट साफ़ नहीं रहता और इसी वजह से उनके सिर में दर्द बना  हो, खट्टी डकारें आती हों, पेट में भारीपन रहता हो तो यह दवा लाभप्रद है। सिर में चक्कर आना, नेत्रों के ऊपर दर्द, अत्यधिक शराब पीने या धूम्रपान से सिर दर्द, चाय कॉफी इत्यादि के सेवन के कारण सिर दर्द हो तो यह दवा अवश्य ही प्रयोग करनी चाहिये। इसमें रोग वृद्धि सुबह ही होती है। इस दवा का सेवन कुछ दिनों तक नियमित रूप से रात्रि में करने पर पुराने से पुराना सिर दर्द ठीक हो जाता है।

सिर दर्द में आर्जेन्टम नाइट्रिकम 30, 200 – यह दवा रासायनिक योग कास्टिक, नाइट्रेट ऑफ सिल्वर से बनती है। मानसिक श्रम के कारण सिर दर्द तथा आँखों में जलन, ऊँचे मकान इत्यादि को देखने से चक्कर आना, सिर का बड़ा होना, सिर दर्द में सिर कसकर बंधने से आराम मिलता हो, कानों में दपदपाहट की आवाज़ अ सुनाई देना, रोगी को खुली हवा में आराम एवं गरम हवा में कष्ट महसूस होना इसके प्रमुख लक्षण हैं।

जानें अर्जेन्टम नाइट्रिकम के होमियोपैथी उपयोग के बारे में

सिर दर्द में  नैट्रम मयूर 30, 6x – इसका रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड है। सिर में पढ़ते समय दर्द, प्रातः उठते समय पलकों का चिपकना, सिर की चोट के कारण मस्तिष्क का ख़राब हो जाना, सिर दर्द के साथ आँसू आना, सुस्ती एवं आलस्य का बना रहना, कब्ज़ मासिक के समय लड़कियों का सिर दर्द, लू लगने एवं गर्मी के कारण सिर दर्द, शरीर से अत्यधिक खून या तरल पदार्थों के निकल जाने के कारण सिर दर्द, परिश्रम का अभाव, अत्यधिक  नींद, अधिक नमक के सेवन से उत्पन्न दोष इत्यादि में यह दवा प्रभावकारी है। डॉ एलेन कहते हैं कि इसकी 30 शक्ति से अधिक की शक्ति अधिक शीघ्रता से आरोग्य करती है।

सिर दर्द में  एमिल नाइट्रेट Q, 3x – यह एक रासायनिक योग एमिल, एल्कोहल और नाइट्रिक एसिड से तैयार है। कहीं कहीं इस दवा को एमिलेनम नाइट्रोसम भी कहा जाता है। यह पुराने सिर दर्द की प्रमुख दवा है। रोगी को ऐसा लगता है की उसका सिर फूला हुआ है। सिर में भारीपन एवं दर्द बना रहना, चेहरे का रंग लाल होना, सिर दर्द अ अचानक होना प्रमुख लक्षण है। दिल की धड़कन बढ़ जाती है। लू लगने से सर में पीड़ा, मासिक स्राव के समय सिर के बाँये भाग में दर्द रहना, सूर्योदय के समय सिर दर्द शुरू होकर सूर्यास्त तक बना रहना और बाद में घट जाना आदि प्रमुख लक्षण है। कुनैन एवं क्लोरोफॉर्म के दुष्प्रभाव के कारण होने वाले सिर दर्द में यह अचूक दवा है। दर्द की अवस्था में इसके 3x क्रम को सुंघाने एवं मदरटिंक्चर को देने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।

सिर दर्द में  इग्नेशिया 30, 200 – इस दवा को फिलीपींस, चीन तथा कोचीन में पाये जाने वाले झाड़ीदार पौधे के बीज से तैयार किया जाता है। सिर में तीव्र दर्द जैसे कि किसी ने कनपटी में कील ठोंक दी हो, दर्द के स्थान को दबाकर सोने पर दर्द में कमी, आँखों में दर्द, शोक की अवस्था, मानसिक पीड़ा, स्थान बदलने वाला सिर दर्द, विशेष स्थान की तरफ अधिक देर तक देखते रहने से होने वाला सिर दर्द आदि लक्षण में अत्यंत लाभप्रद है।

इस दवा का विशेष लक्षण यह है की वयक्ति अपने दुःखों को किसी अन्य वयक्ति के समक्ष प्रकट नहीं कर पाता, मंन में ही रखता है। इस लक्षण के साथ सिर दर्द होने पर यह एक सफल दवा है ।

सिर दर्द में  काली फॉस 30, 200, 6x –पोटेशियम हाइड्रेट अथवा कार्बोनेट को पर्याप्त मात्रा में फॉस्फेरिक एसिड के साथ मिलाने पर प्रतिक्रिया स्वरुप पानी उड़ाकर इसे बनाया जाता है। इसकी क्रिया मानसिक एवं स्नायु कोषों पर रक्त कणों के पोषण पर अधिक होती है। अतः मानसिक कारणों से जो रोग होते हैं उनमे यह अत्यधिक प्रभावी औषधि है।

जानें Calcarea Phos के होमियोपैथी उपयोग के बारे में

अनिद्रा के कारण होने वाले सिर दर्द में लाभकर है। दर्द सिर के पिछले भाग में अधिक होता है। मस्तिष्क में मन्द-मन्द दर्द होता है, आलस्य तथा थकान का अनुभव होता है। रतिक्रिया के बाद कमजोरी एवं सिर  में हल्के  हल्के दर्द के साथ सिर  में कमजोरी, आँखों में अँधेरा सा छा जाना, मस्तिष्क की रक्तहीनता, मस्तिष्क में धक्का लगना इत्यादि रोगों में यह अत्यंत प्रभावकारी दवा है। यहाँ तक की यह विद्यार्थियों के सिर दर्द एवं जो व्यक्ति लिखने का या बारीक़ काम आँखों से करते हैं उनके सर दर्द में भी यह कारगर सिद्ध हुई है। अन्य कारणों  से होने वाले सिर दर्द में भी इसका व्यवहार होता है।
स्त्रियों के ऋतु काल में होने वाला सर दर्द एवं कानो में भनभनाहट की आवाज़ सुनाई पड़ना, नज़र कमज़ोर होने से सिर दर्द, डर का भाव बना रहना, नजदीक के वस्तुओं का स्पष्ट दिखाई न पड़ना, किसी शोक या अन्य कारणों से मानसिक तनाव के साथ नींद न आना एवं सिर दर्द में यह दवा लाभदायक है।

किसी बी दावा का उपयोग से पहले "डॉक्टर" से सलाह जरूर ले कु की सबका सुवास्त(बॉडी,बोल्ड,बीमारिया) अलग होता है ।


तो दोस्तो आज जाना कि कैसे हम ( sir dard ko katam kar sakte hai or bach sakte hai or sab se jauri kuch jana aap en sab advice ko try kare )दोस्तो आप इन सब advices को आपनी लाइफ मैं जरूर Try करे और ऐसे ही ओर अछे articles के लिए जुड़े रहे ( https://normaladvices.blogspot.com ) से।


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