Hair problem in hindi


Hair problems.


दोस्तो आज हम बात करे गए hair प्रॉब्लम, ओर उसके इलाज ओर प्रोडक्ट के बारे की क्या क्या सही है हमारे बालो के लिए ओर क्या नही आज कल की लाइफ मैं कोई बी प्रोडेक्ट नेचरल नही है यह तक कि हमारा कहना बी जिस से अक्सर skin problem, hair problem ये आम बात है, आज जाने गए कि क्या क्या कर सकते है और कैसे हम अपने बालों का खयाल बी रख सकते है। तो चलिए जानते है और है आप ने अगर मेरे पहला पोस्ट ब्यूटी टिप्स नही पड़ा तो बोबी जरूर पड़े और चलो दोस्तो जानते है hair के बारे सब कुछ ।

ये article लास्ट तक पढ़े।

Kuch points mai aap ko ye article batuga jis se ye article aap ko ache se smaj aa jay ga


1, जानिए किन कारणों से झड़ते हैं आपके बाल

2, बच्चों के बाल झड़ने के कारण

3, जानिए क्यों झड़ते हैं महिलाओं के बाल

4, इन वजहों से झड़ते हैं बाल और होता है

5, इस तरह से रखें अपने बालों का ख्‍याल

6, बच्चों के बालों की देखभाल के लिए अपनाएं ये टिप्स

7, पुरुष इन 5 तरीकों से करें अपने बालों की देखभाल, गंजेपन से मिलेगा छुटकारा

8, कहीं बालों के गिरने और गंजेपन का कारण आपकी जीवनशैली तो नहीं है?

7, जानें महिलाओं की बाल झड़ने की समस्या के कारण और निवारण

8, सर्दियों में बालों को स्वस्थ रखने के टिप्स

9, बालों के गिरने की ना करें अनदेखी

10, ऑयली बालों के लिए ये पाँच हैं बेहतरीन शैम्पू

11, 10 बेहतरीन कंडीशनर आपके खूबसूरत बालों के लिए

12, घरेलू हेयर कंडीशनर से निखारें बालों की खूबसूरती

13, बालों के सबसे अच्छे प्राकृतिक कंडीशनर

14, कैसे करें बेस्ट शैंपू का चुनाव

15, 5 Best Patanjali Products for Hair Growth, Hair fall and Hair Loss

16, बाल झड़ते हैं तो प्‍याज का रस लगाइये

17, बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिये टिप्‍स

18, इन घरेलू नुस्खों को अपनाएं बालों को तेजी से बढ़ाएं

19, बाल गिरने का इलाज,अपनाएं ये 6 तरीके, चंद महीनों में दिखेगा असर

20, मुलायम बालों के लिए 21 उपाय, इनसे बालों की बढ़ेगी मजबूती

21, आयुर्वेद उपायों से कम होगा बालों का गिरना

22, बाल बढ़ाने के तरीके, बाल झड़ने से रोकने के घरेलू नुस्खे
23, स्‍वीमिंग के दौरान बालों की देखभाल,

or

कितना सही है रोजाना बाल धोना
24, बालों को रंगने से होते हैं ये नुकसान

or

हेयर ड्रायर इस्तेमाल करते हुए इन गलतियों से बचें

or

विभिन्न प्रकार की कंघियां और उनका प्रयोग

25, इस 'चमत्कारी' तेल से उग आयेंगे नए बाल

or

घर पर बनाएं गुड़हल का आयुर्वेदिक तेल, बालों की हर परेशानी होगी दूर

26, महीनेभर में जड़ से खत्म होगा गंजापन

27, बालों की समस्या से हैं परेशान? यहां पाएं सारे निदान, इसलिए हेयर स्टाइलिस्ट यूज करते हैं हेयर स्प्रे, पर्सनेलिटी में लगते हैं चार चांद

28, hair transplant in hindi

29, योग द्वारा अपने बालों का ख्याल रखें |


जानिए किन कारणों से झड़ते हैं आपके बाल


पुरूषों में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया है बाल झड़ना का एक प्रमुख कारण।टेलोजेन एफल्युजवियम में बाल पतले होकर झड़ने लगते हैं। टेस्टोस्टेरोन का डाईहाईड्रोटेस्टोस्टेरोन में बदलना भी है एक कारण। अनुवांशिक कारणों से भी झड़ते हैं बाल।

बाल अनेक कारणों से गिरते हैं तथा इनके गिरने के प्रकार भी अनेक होते हैं, जिन्हें एलोपेसिया भी कहा जाता है। आयु बढ़ने के साथ पुरूषों और महिलाओं दोनों में ही बालों की मोटाई और सघनता कम होती जाती है, बालों इस तरह पतला होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसे इन्वॉजल्यूशनल एलोपेसिया के नाम से जाना जाता है। ऐसा तब होता है जब सामान्य से अधिक मात्रा में बालों के रोमकूप रेस्टिंग फेज में होते हैं और ग्रोथ फेज कम होता है।

एंड्रोजेनिक एलोपेसिया

बालों के समय से पहले गिरने की आनुवंशिक समस्या को एंड्रोजेनिक एलोपेसिया कहा जाता है, जिसे आमतौर पर पैटर्न बाल्डमनेस के रूप में जाना जाता है। पुरूषों और महिलाओं दोनों में ही बाल गिरने का यह एक सामान्य‍ स्वूरूप है। लेकिन गंजेपन की शुरूआत होने का समय और प्रतिरूप (पैटर्न) लिंग के अनुसार अलग-अलग होते हैं। इस समस्या से परेशान पुरूषों में बाल गिरने की समस्या  किशोर अवस्था से ही हो सकती है, जबकि महि लाओं में इस प्रकार बाल गिरने की समस्या 30 के बाद उत्पन्न, होती है। पुरूषों में इस समस्या को सामान्य रूप से मेल पैटर्न बाल्डानेस के नाम से जाना जाता है, जिसमें हेयरलाइन पीछे हटती जाती है और शीर्ष पर विरल हो जाती है।

महिलाओं में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया को फीमेल पैटर्न बाल्ड नेस के नाम से भी जाना जाता है। इस समस्याज से पीड़ित महिलाओं में पूरे सिर के बाल कम हो जाते हैं लेकिन हेयरलाइन पीछे नहीं हटती। महिलाओं में एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के कारण शायद ही कभी पूरी तरह गंजेपन की समस्या होती है।

स्पांट बाल्डनेस या एलोपेसिया एरिएटा

स्पांट बाल्डनेस या एलोपेसिया एरिएटा बच्चों और वयस्कों को एकाएक प्रभावित करती है और इसे एक ऑटोइम्यून डिजा़र्डर के रूप में जाना जाता है, जिसमें शरीर ही अपने बालों के रोमकूपों को खत्म करता है। ऐसे 90 प्रतिशत मामलों में, बाल कुछ वर्षों बाद फिर से उग आते हैं।

स्केवरिंग एलोपेसिया

एक अन्य प्रकार "साईकाट्रिसियल एलोपेसिया" या स्केवरिंग एलोपेसिया है जो जलन उत्प‍न्न करता है। यह जलन बालों के रोमकूपों को दागदार ऊतकों (स्केसर टिश्यू्ज) में बदल देती है और बालों को स्थायी नुकसान पहुंचाती है।

टेलोजेन एफल्युजवियम

टेलोजेन एफल्युजवियम में बाल पतले होकर झड़ने लगते हैं (विरल हो जाते हैं), ऐसा फिजियोलॉजिक तनाव या हार्मोनल बदलावों के कारण होता है जो एक साथ टेलोजेन प्रवेश कराकर आपके बालों की भारी तादाद को नुकसान पहुंचाते हैं। इस प्रकार के गंजेपन के लिए डिलीवरी के बाद के पीरियड में होने वाले हार्मोनल बदलाव प्रमुख कारण हैं। इस प्रकार यह गंजापन महिलाओं में होने की संभावनाएं अधिक होती हैं।

ट्राईकोटिलोमेनिया

ट्राईकोटिलोमेनिया एक इम्परल्सर कंट्रोल डिसआर्डर है जिसमें किसी व्यक्ति में अपने बालों को अपने आप उखाड़ने की प्रवृत्ति पाई जाती है। यह समस्याल आमतौर से बच्चोंो में पाई जाती है और इसका उपचार किया जा सकता है।

पुरूषों में बालों का गिरना 

पुरूषों में एक निश्चित समय पर गंजेपन में 95 फीसदी से अधिक योगदान पुरूषों में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया के कारण होता है, जिसे मेल पैटर्न बाल्डनेस के नाम से भी जाना जाता है और जो आनुवंशिक है। बाल गिरने के अन्य कारणों में गंभीर बीमारियां, दवाओं के साइड-इफेक्ट, तनाव तथा अन्य कारण शामिल हैं।

मेल पैटर्न बाल्डनेस के कारण

मेल पैटर्न बाल्डनेस में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन जो कि पुरूषों में अधिक मात्रा में मौजूद होता है और पुरूषों के प्रजनन अंगों की बढ़ोत्तररी और विकास के लिए जिम्मेदार होता है, यह 5-अल्फा रिडक्टेज नामक एक एंजाईम द्वारा डाईहाईड्रोटेस्टोरस्टेरोन में बदल जाता है। डीएचटी, जो कि टेस्टोटस्टेरोन का ही एक उत्पा‍द है यह बालों के रोमकूपों को संकुचित करते हुए उन पर विपरीत असर डालता है और वृद्धि को प्रभावित करता है। टेस्टोस्टेरोन का डाईहाईड्रोटेस्टोस्टेरोन में बदलना एक सामान्य प्रक्रिया है क्योंकि टेस्टोस्टेरोन को पूरी तरह असरदार बनाने के लिए शरीर को डीएचटी की ज़रूरत होती है। लेकिन कुछ खास वजहों से जब यह ज़्यादा मात्रा में बनने लगता है तो बाल झड़ने लगते हैं।

बच्चों के बाल झड़ने के कारण




एक व्यक्ति के बाल 1 सेंटीमिटर तक बढ़ते हैं।बच्चों का रोजाना 50 से 100 बाल गिरना सामान्य।इससे अधिक झड़ने पर चिकित्सक की सलाह लें।हेयर ड्रायर बच्चों के बालों पर ना करें इस्तेमाल।

अगर आप अपने बच्चे के बालों के अपेक्षा से अधिक तेज़ी से झड़ने से चिंतिंत हैं, तो विश्वास करें कि इस समस्या को झेलने वाले आप अकेले नहीं हैं। और  सबसे बड़ी बात जो आपको चिंता से मुक्त कर सकती है, वो ये  है कि यह बालों के झड़ने की एक अस्थायी और ठीक होने वाली अवस्था होती है। 

करीबन 90 प्रतिशत  बाल बढ़ने की अवस्था में होते हैं जबकि बाकी 10 प्रतिशत बढ़ चुके होते हैं और विश्राम की अवस्था में होते हैं। दो तीन वर्षों तक हर महीने एक व्यक्ति के बाल 1 सेंटीमिटर की लम्बाई में बढ़ते रहते हैं, और उसके बाद वे विश्राम की अवस्था में आ जाते हैं। विश्राम की अवस्था में आने के बाद, बाल गिरने लगते हैं ताकि नए बालों की उपज हो सके। तो आपके बच्चे के रोजाना 50 से 100 बालों का गिरना एक आम बात है, उसके बावजूद अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के बाल अपेक्षा से अधिक झड़ रहे हैं तो अपने चिकित्सक की सलाह लें।  


कुछ बच्चों के बाल झड़ने के कारण हैं, बच्चे के बालों को रंगना, ब्लीच करना, या सीधे और घुंघराले करना। बालों की डाई जो कि बालों के रंगने के लिए प्रयोग की जाती है, उसमे रसायन मिले होते हैं और वे बालों पर हानिकारक प्रभाव छोड़ते हैं। और बालों को सीधा करने या  घुंघराले करने की बालों की मशीन जिसे हेयर ड्रायर कहते हैं, उसके प्रयोग से भी आपके बच्चे के बालों पर बुरा असर पड़ता है।     

बच्चों में बालों के झड़ने के कुछ अन्य कारण:

अलोपेसिया:  बच्चों में बालों के झड़ने का मुख्य कारण होता है अलोपेसिया। अमरीका में करीबन 20 लाख बच्चे अलोपेसिया से ग्रसित होते हैं। हालांकि, काफी बच्चों के बालों की समस्याओं का उपचार सफलतापूर्वक हो जाता है, फिर भी समय पर या सही इलाज न करने से कई बच्चों में दोबारा बाल पैदा नहीं होते, और ऐसे बच्चों को जीवन भर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।। 

बच्चों में टेलोजन एफ्लूवीअम:

आकस्मिक सदमा या आघात, भावनात्मक परेशानियां वगैरह भी बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं। तेज़ बुखार भी इस रोग का एक कारण होता है।हालांकि बालों की पुटिकाएं लचीली होती हैं, पर जब ‘टेलोजन एफ्लूवीअम’ आक्रमण करता है तो बालों के दोबारा पैदा करने की पुटिकाओं की योग्यता पर स्थायी रूप से असर पड़ता है।     

त्रिकोटिलोमेनिया:

बच्चों में आंशिक रूप से बालों के झड़ने की अवस्था को त्रिकोटिलोमेनिया के नाम से जाना जाता है। इस अवस्था में बाल असमान रूप से झड़ते हैं, और गंभीर मामलों में यह अवस्था आँखों की भौहों पर भी असर कर सकती है।यह एक ऐसी अवस्था है जिसमे, किसी डर के कारण, बच्चे में अपने ही बाल नोचने की उत्तेजना पैदा होती है।इस तरह के बालों के झड़ने की अवस्था को स्थायी रूप से इलाज करने के लिए इसे जड़ से उखाड़ने की आवश्यकता होती है।  

टीनिया कैपिटास  

इस अवस्था में खोपड़ी पर दाद के फंफूदे होने की अवस्था मानी जाती है। दाद के फंफूदे बालों के झड़ने के मुख्य कारण होते हैं।टीनिया कैपिटास एक संक्रामक रोग होता है, इसलिए इसका तुरंत इलाज करना आवश्यक होता है।इस अवस्था से पीड़ित बच्चों को इसका पता तब तक नहीं चलता जब तक यह समस्या गंभीर नहीं हो जाती। तो अगर आपके बच्चे में आवश्यकता से अधिक बाल झड़ने लगे हैं तो किसी अच्छे त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लें।  

बालों के झड़ने से रोकने की चिकित्सा:

बालों के झड़ने की चिकित्साएँ एक सी नहीं होतीं। कभी बालों की स्टाइलिंग को रोकने की और गलत खान पान का सेवन न करने की सलाह दी जाती है, और कभी आपका चिकित्सक आपके बच्चे में बालों की उपज को तेज़ गति से बढ़ने के लिए सालों की दवा, मिनोक्सीडिल लेने की सलाह दे सकता है।

अपने बच्चे को संतुलित आहार दिया करें ताकि शरीर के साथ साथ उसके बाल भी स्वस्थ रहे।

जानिए क्यों झड़ते हैं महिलाओं के बाल




एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के कारण झड़ते हैं महिलाओं के बाल।टायफाइड, वायरल संक्रमण या दवाओं के कारण भी हो सकते हैं कारण।सर्जरी और एनेस्थिसिया का प्रभाव भी पड़ता है बालों पर।प्रीमेनोपॉज या मेनोपॉज अवधि के दौरान ज्यादा झड़ते हैं महिलाओं के बाल।

महिलाओं में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया को फीमेल पैटर्न बाल्डानेस के रूप में भी जाना जाता है और यह मेल पैटर्न बाल्डनेस की तरह ही सामान्य रूप से पाया जाता है। फीमेल पैटर्न बाल्डनेस बालों के गिरने की आनुवंशिक समस्या है, जिसमें पूरे सिर की त्वचा पर बाल क्रमिक रूप से विरल हो जाते हैं। महिलाओं में एंड्रोलेनेटिक बाल्डनेस पुरूषों की भांति हेयरलाइन पर असर नहीं दिखाता या पूरी तरह से गंजेपन का शिकार नहीं बनाता बल्कि बालों का क्रमिक रूप से कम होते जाना देखने में आता है।महिलाओं के बाल कई कारणों से गिरते हैं। उम्र बढ़ने के साथ पुरूषों और महिलाओं दोनों में ही बालों की मोटाई और सघनता कम होती जाती है, बालों इस तरह पतला होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसे इन्वॉजल्यूशनल एलोपेसिया के नाम से जाना जाता है। ऐसा तब होता है जब सामान्य से अधिक मात्रा में बालों के रोमकूप रेस्टिंग फेज में होते हैं और ग्रोथ फेज कम होता है।

बालों के समय से पहले गिरना एक आनुवंशिक समस्या है जिसे एंड्रोजेनिक एलोपेसिया कहा जाता है। महिलाओं में बाल गिरने का यह एक सामान्य‍ रूप है। लेकिन गंजेपन की शुरूआत होने का समय और प्रतिरूप (पैटर्न) लिंग के अनुसार अलग-अलग होते हैं। इस समस्या से परेशान पुरूषों में बाल गिरने की समस्या किशोर अवस्था से ही हो सकती है, जबकि महिलाओं में इस प्रकार बाल गिरने की समस्या 30 के बाद उत्पन्न, होती है। महिलाओं में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया को फीमेल पैटर्न बाल्ड नेस के नाम से भी जाना जाता है। इस समस्या से ग्रस्त महिलाओं के पूरे सिर के बाल कम हो जाते हैं लेकिन हेयरलाइन पीछे नहीं हटती।हालांकि यह पूरे गंजेपन का कारण थॉयरॉइड बढ़ने का बड़ा इशारा है बालों का झड़ना। थायरॉइड ग्लैंड के अधिक सक्रिय होने या कम सक्रिय होने का संबंध बालों के झड़ने से है पर तसल्ली की बात यह है कि थायरॉइड के उपचार के साथ-साथ यह समस्या अपनेआप कम हो जाती है।कई बार बड़ी सर्जरी के कई महीनों बाद तक भी बालों का झड़ना कम नहीं होता है। इसकी वजह सर्जरी और एनेस्थिसिया का प्रभाव और रिकवरी में देरी हो सकता है।बहुत लंबे समय तक तेज बुखार, टायफाइड या वायरल संक्रमण के कारण भी बाल अधिक झड़ते हैं। यह कोई स्थायी समस्या नहीं है और इन रोगों के उपचार के साथ-साथ इसे ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा कुछ विशेष प्रकार की दवाएं, जैसे रक्त पतला करने के उपचार के दौरान ली जाने वाली दवाएं, विटामिन ए सप्लीमेंट, गठिया, दिल के रोगों से जुड़ी दवाएं, बीपी की गोलियां, कंट्रासेप्टिव दवाएं या नींद की दवाओं के सेवन से भी बालों का झड़ना बढ़ जाता है।

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है जिसकी वजह से भी बाल तेजी से झड़ते हैं। गर्भावस्था के दौरान खानपान पर ध्यान देने से इसे कुछ हद तक कम किया जा सकता है।एस्ट्रोबजेन (महिला) और टेस्टोतस्टेरोन (पुरूष) ये दोनों ही प्रकार के हार्मोन पुरूषों और महिलाओं की शरीर प्रणालियों (बॉडी सिस्टमम्स) में पाए जाते हैं लेकिन पुरूषों से महिलाओं में इन दोनो हार्मोनों का स्तर अलग-अलग होता है। महिलाओं में एस्ट्रोजेन का स्तर टेस्टोस्टेरोन से ज़्यादा होता है जबकि पुरूषों में इसके विपरीत होता है।एस्ट्रोजेन अनिवार्य हार्मोन हैं जो महिलाओं के प्रजनन अंगों के लैंगिक विकास हेतु जिम्मेदार होते हैं। स्त्री हार्मोन एस्ट्रोजेन की प्राकृतिक और उच्च उपस्थिति के कारण महिलाओं को पैटर्न बाल्डसनेस से बचाव में मदद मिलती है जो टेस्टोतस्टेहरोन के असर को संतुलित रूप से रोकता है, इस तरह से कुछ सीमा तक बालों के गिरने की आनुवंशिक समस्याअ से राहत मिलती है।

हालांकि हार्मोन संबंधी गड़बड़ियों के कारण जो कि विभिन्न कारणों से हो सकती हैं महिलाओं में एस्ट्रोजेन का स्तर गिरने से टेस्टोस्टेरोन को टेकओवर करके डीएचटी में परिवर्तित होने का मौका मिल सकता है जो बालों के गिरने का कारण बनता है।

आनुवंशिक कारणों के अलावा, महिलाओं में बाल गिरने की समस्या थॉयराईड हार्मोन्स के असंतुलन, गर्भावस्था, मेनोपॉज, बीमारियों और दवाओं से उपचार के कारण भी उत्पन्न हो सकती है। महिलाओं में बाल गिरने की शुरूआत प्रीमेनोपॉज या मेनोपॉज अवधि के दौरान अधिकतर देखने में आती है जब एक निचले स्थिर स्तर तक पहुंचने के लिए एस्ट्रो जेन का स्तर असंतुलित होता है और टेस्टोस्टेरोन के खिलाफ एस्ट्रोजेन की बचाव क्षमता में कमी हो जाती है।


इन वजहों से झड़ते हैं बाल और होता है

बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या से हर कोई परेशान है। जहां कुछ लोगों में ये समस्या जेनेटिक होती है तो वहीं इसके कुछ और कारण भी होते हैं। चाहे महिला हो या पुरुष हर कोई आजकल बालों को झड़ने से रोकने के तरीके खोज रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बालों के झड़ने के और कारण क्या हैं ? आखिर किस चीज की कमी से बाल झड़ते हैं ?

  इन वजहों से झड़ते हैं बाल और होता है

  जेनेटिक कारण के अलावा टेंशन और स्ट्रेस से भी बाल झड़ते हैं। तेज और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग खुद पर ध्यान देने में इतना वक्त नहीं लगाते जितना वो टेंशन और स्ट्रेस में गुजारते हैं और इसका सीधा असर उनकी हेल्थ के अलावा बालों पर भी पड़ता है। बालों की growth के लिए उन्हें जरूरी पोषण चाहिए जो उन्हें नहीं मिलता और इस वजह से कुछ वक्त बाद वो झड़ना शुरू हो जाते हैं। बालों की ग्रोथ और झड़ने से रोकने के लिए कुछ विटामिन्स की जरूरत होती है। ये विटामिन्स हैं ए, बी, सी, डी, ई, बी कॉम्प्लेक्स, आयोडीन, मेग्निशियम, कॉपर, आयरन, फॉसफोरस, सिलीकॉन और पोटेशियम। इनकी शरीर में कमी होने से बालों को काफी नुकसान पहुंचता है और बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं।

विटामिन ए जहां बालों को लंबा, घना और मुलायम बनाता है तो वहीं विटामिन डी बालों को मोटा, हेल्दी और लंबा बनाता है। इसी तरह बी कॉम्प्लेक्स बालों के असमय सफेद होने और झड़ने को रोकता है। इन विटामिन्स की जैसे ही शरीर में कमी होती है, सीधा असर हेल्थ के अलावा बालों पर भी दिखता है।
  कई लोग बालों पर कलर का खूब इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से बाल कमजोर हो जाते हैं और वो झड़ना शुरू हो जाते हैं। गीले बालों को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर का इस्तेमाल, बालों के लिए और उपकरणों का प्रयोग उन्हें बेहद कमजोर बना देता है। इनसे बचें। बालों के झड़ने का कारण फंगल इन्फेक्शन और डैंड्रफ भी है। बारिश का मौसम हो या सर्दी या गर्मी हो, फंगल इनफेक्शन कभी भी हो सकता है। बालों में ज्यादा पसीना आने से बाल चिपचिपे हो जाते हैं जिसकी वजह से आमतौर पर लोग रोजाना शैंपू करते हैं जो हानिकारक है। ठीक उसी तरह बारिश के मौसम में बाल गीले हो जाते हैं इससे भी बालों को नुकसान पहुंचता है। बाल झड़ने की एक और वजह होर्मोन में बदलाव है। गर्भावस्था हो या प्रसव या फिर युवावस्था। इन चरणों में हमारे शरीर में कई बदलाव होते हैं, उतार-चढ़ाव होते हैं, जिसकी वजह से बाल झड़ते हैं। अगर आपकी नींद पूरी नहीं हो रही है या आप ठीक से सो नहीं पा रहे हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि इससे आपके बाल तेजी से झड़ेंगे। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, नींद पूरी ना होने की वजह से इनसोमनिया और ना सोने संबंधी बीमारियां हो जाती हैं जिसका सीधा असर बालों पर पड़ता है।


इस तरह से रखें अपने बालों का ख्‍याल




स्वस्थ बालों के लिए जरूरी होती है अच्छी देखभाल।बालों पर सुरक्षित परत जमाते है शैंपू और कंडीशनर।स्टीमिंग करने से सिल्की और चमकदार होते है बाल।तेल मसाज और हेयर पैक बालों को बनाते है मजबूत।

दिन भर कितना कुछ झेलते हैं आपके बाल। धूल, मिट्टी, पसीना और न जाने क्‍या-क्‍या। इन सबसे अपने बालों को होने वाले नुकसान को बचाने के लिए आपको उनका खास खयाल रखने की जरूरत होती है। आपके बाल ही आपकी खूबसूरती बढ़ाने का काम करते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपके बाल सदा स्वस्थ, कोमल और चमकदार बने रहें तो उचित देखभाल के लिए समय जरूर निकालें। यहां दिए गए उपायों को अपनाएं और अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं।

बालों के लिए जरूरी है शैंपू, कंडीशनर और स्टीमिंग

शैंपू बालों से मिट्टी और चिपचिपापन निकालने का सबसे अच्‍छा तरीका माना जाता है। लेकिन, शैंपू चुनते हुए इस बात का खयाल रखना चाहिए कि वह बहुत ज्‍यादा सख्त न हो। अधिकतर शैंपू में सल्‍फर होता है, जो बालों की त्‍वचा के लिए नुकसानदेह होता है। इस प्रकार के शैंपू बालों की त्‍वचा से प्राकृतिक ऑयल को भी हटा देते हैं, जिससे बाल रुखे और बेजान भी हो सकते हैं। इसलिए जानकारों की राय है कि आपको प्राकृतिक और हर्बल (वनौषधि) शैंपू इस्‍तेमाल करने की सलाह देते हैं। इससे बालों को प्राकृतिक पोषण मिलता है। जानकार कहते हैं कोई भी शैंपू आपको एक-दो मिनट से ज्‍यादा समय तक सिर पर नहीं लगाना चाहिए। कंडीशनिंग बालों के लिए काफी अहम होता है। कंडीशनर बालों पर एक सुरक्षित परत तैयार करता है।यह परत बालों को दोतरफा नुकसान से बचाती है। पहली तो यह बालों में मौजूद प्राकृतिक पोषण को बाहर जाने से रोकता है और साथ ही बाहर से होने वाले प्रदूषण से बालों को जो नुकसान पहुंचता है, उससे भी बालों की रक्षा करता है। कंडीशनर बालों को रूखेपन और दोमुंहा होने से बचाता है। कंडीशनर लगाने के बाद गर्म पानी में तौलिये को भिगोकर निचोड लें और बालों में 2-3 मिनट के लिए लपेटें। ऐसा करने से आपके बाल सिल्की और मुलायम हो जाएंगे।

मसाज और हेयर पैक का कमाल

सिर की त्वचा का रक्त संचार बढाने के लिए बालों में हॉट ऑयल मसाज बहुत जरूरी है। सप्‍ताह में एक दो बार अगर आप अपने बालों में हॉट ऑयल मसाज करें, तो इससे आपके बाल मजबूत बने रहते हैं। इसके बाद वह हेयर पैक इस्तेमाल करें जो आप अपनी त्वचा के लिए इस्तेमाल करती हैं। इससे आपके बालों में रूसी की समस्‍या नहीं होगी साथ ही आपके बाल सिल्‍की और स्‍मूथ बनेंगे। आप अगले दिन सुबह अपने बालों को शैंपू करके अतिरिक्‍त ऑयल को धो सकते हैं। बालों में सीरम लगायें। सीरम बालों की उलझन को सुलझाने के साथ-साथ उन्हें एक कोटिंग प्रदान करता है। यह कोटिंग बालों के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करती है। यह आपके बालों को सूर्य की नुकसानदेह अल्ट्रावॉयलेट किरणों और अन्य हानिकारक तत्वों से सुरक्षा प्रदान करता है। इसके साथ ही बालों में चमक लाता है और उन्हें स्वस्थ बनाता है। सीरम लगाने से आप अपने बालों को नव पोषण मिलता है।

नियमित कराएं हेयर कट

हर चार से छह हफ्ते के अंतराल में बालों की ट्रिमिंग कराएं, क्योंकि यह आपके व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। अधिक लंबे बालों को संभाल पाना आसान नहीं होता। ऐसे बालों को खास देखभाल की जरूरत होती है। उन्‍हें अधिक पोषण चाहिए होता है। ऐसे में अगर आप लंबे बाल रखने का फैसला करते हैं, तो आपके अपने आहार भी खास ध्‍यान देना होगा। लेकिन, नियमित हेयर कट न केवल आपको एक नया व्‍यक्तित्‍व देता है, बल्कि यह आपके बालों की सेहत के लिए भी लाभदायक होता है।


तो अगर आप चाहते हैं, स्‍मूथ, सिल्‍की और मजबूत बाल, तो आज से रखें अपने बालों का खास खयाल। बाल आपके व्‍यक्तित्‍व का अहम हिस्‍सा होताे हैं और उनकी सही और उचित देखभाल आपकी पर्सनेलिटी में लगा सकती है चार चांद।


बच्चों के बालों की देखभाल के लिए अपनाएं ये टिप्स

रखरखाव के साथ-साथ हेल्‍दी डाइट चार्ट की आवश्‍यकता है।बच्‍चों के बालों को समय-समय पर कटाना चाहिए।बालों में जमा धूल-मिट्टी और प्रदूषण बालों को उलझा देते हैं।

बच्‍चों के बाल लंबे, सीधे, पतले, घुंघराले, छोटे या फिर मोटे जैसे भी हैं उनको स्‍वस्‍थ रखने के लिए रखरखाव के साथ-साथ हेल्‍दी डाइट चार्ट की आवश्‍यकता है। चूंकि बच्‍चे अपने बालों की देखभाल नही कर सकते हैं, इसलिए पैरेंट्स को बच्‍चों के बालों को लेकर सजग रहना चाहिए। बच्‍चों के बालों को संवारने के लिए नियमित रूप से उनको साफ कीजिए। चूंकि बच्‍चों के बाल मुलायम होते हैं इसलिए ऐसा कंडीशनर और शैंपू का प्रयोग कीजिए जो कठोर न हों। अगर बचपन में बालों की देखभाल ठीक से न की जाये तो जिंदगी भर के लिए समस्‍या हो सकती है। आइए हम आपके बच्‍चों की बालों के देखभाल के टिप्‍स बताते हैं।


बच्‍चों के बालों की देखभाल के तरीके -




हेयर कटिंग -

बच्‍चों के बाल कटवाना बहुत मुश्किल काम है, क्‍योंकि वे बाल कटाने के लिए तैयार नही होते हैं। लेकिन बच्‍चों के बाल समय-समय पर कटाना चाहिए। छोटे बालों की देखभाल करने में आसानी होती है और वे उलझते भी नही। अगर बच्‍चा बाल न कटाने की जिद कर रहा हो तो उसे बच्‍चों के सैलून में ले जाइए। यदि बच्‍चा किसी अजनबी से बाल कटाने के लिए तैयार न हो रहा हो तो घर पर खुद से बच्‍चों के बाल काट दीजिए।

बालों की उलझन -

बच्‍चे ज्‍यादातर बाहर खेलते हैं जिसके कारण बालों में जमा धूल-मिट्टी और प्रदूषण बालों को उलझा देते हैं। इसलिए बालों को शैंपू करने से पहले एक बार कंघी जरूर कीजिए, इससे बालों की उलझन दूर होगी और धुलते समय बाल गिरेंगे भी नहीं। यदि कंघी से बालों की उलझन खतम न हो रही हो तो स्‍प्रे का प्रयोग कीजिए।

शैंपू और कंडीशनर -

नियमित रूप से बच्‍चों के बालों को शैंपू कीजिए। इसके लिए माइल्‍ड शैंपू का प्रयोग कीजिए जो कि आंखों को नुकसान ना पहुंचाये। शैंपू आराम बच्‍चे के सिर पर लगाइए, इसके लिए अपनी उंगलियों का प्रयोग कीजिए ताकि शैंपू पूरे बालों में अच्‍छे से लग जाये। यादि आपके बच्‍चे के बाल लंबे हैं तो कंडीशनर का प्रयोग कीजिए। शैंपू करने के बाद बालों को अच्‍छी तरह सुखा दीजिए।

शैंपू के बाद -

शैंपू करने से आपके बच्‍चे के बाल गीले हो जाते हैं और अगर गीले बालों पर कंघी की जाये तो वह टूटने लगते हैं। आमतौर पर घुंघराले बालों को में टूटने की समस्‍या ज्‍याद होती है। इसलिए बालों को धुलने के बाद सुखाना जरूरी है। अपने बच्‍चे को भी इसकी जानकारी दीजिए और उसे बालों को सुखाने का तरीका भी बताइए। बालों को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर का प्रयोग कम कीजिए, मुलायम तौलिये का प्रयोग इसके लिए अच्‍छा रहेगा।

कंघा करना -

उलझे बालों को सुलझाने के लिए कंघी या फिर हेयर ब्रश का प्रयोग कीजिए। गीले बालों पर कंघी न करें, बालों को अच्‍छे से सुखाने के बाद ही उनपर कंघी कीजिए। नियमित रूप से बालों में कंघी कीजिए, कंघी नही करने से बाल उलझ जायेंगे जो बालों के गिरने का कारण बनेंगे। 

हेयर एसेसरीज -

बालों को बांधने के लिए आप क्लिप और टाई का प्रयोग करते हैं। ध्‍यान रहे कि आप जो क्लिप प्रयोग कर रहे हैं वह नुकीला न हो, नही तो वह आपके बच्‍चे के सिर पर नुकसान पहुंचा सकता है। हमेश अच्‍छी गुणवत्‍ता के ब्रश और कंघी का ही प्रयोग कीजिए। 

बच्‍चों के बाल बहुत कोमल होते हैं, इसलिए जैसे-जैसे बच्‍चों के बाल उगते जायें आप उनकी नियमित देखभाल कीजिए। यदि आपको बच्‍चों के बालों की देखरेख में समस्‍या हो रही है तो चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क कीजिए।

पुरुष इन 5 तरीकों से करें अपने बालों की देखभाल, गंजेपन से मिलेगा छुटकारा

बालों की समस्‍याओं के लिए खान-पान के अलावा प्रदूषण भी काफी हद तक उत्‍तरदायी हैबालों का ना बढ़ना और ऑइली स्कैल्प पुरुषों के बालों की आम समस्‍यायें हैंइन समस्‍याओं से बचने के लिए जरूरी है बालों की सही तरीके से देखभाल
पुरुष यदि बालों की सही तरीके से देखभाल न करें तो बालों की कई समस्‍यायें हो सकती हैं। बालों की समस्‍या बालों की उचित देखभाल और खाने में पोषक तत्‍वों कमी के कारण होती है। बालों की समस्‍याओं के लिए खान-पान के अलावा प्रदूषण भी काफी हद तक उत्‍तरदायी है। घुंघराले बाल, बेजान बाल, बालों का गिरना, गंजापन, बालों का ना बढ़ना और ऑइली स्कैल्प पुरुषों के बालों की आम समस्‍यायें हैं। इन समस्‍याओं से बचने के लिए जरूरी है बालों की सही तरीके से देखभाल। आइए हम आपके बालों की देखभाल के लिए कुछ टिप्‍स दे रहे हैं।

पुरूषों में गंजापन

गंजेपन के लिए 95 फीसदी से अधिक योगदान पुरूषों में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया का है। जिसे मेल पैटर्न बाल्डनेस के नाम से भी जाना जाता है यह आनुवांशिक भी होता है। बाल गिरने के कुछ अन्य कारण भी हैं-  गंभीर बीमारियां, दवाओं के साइड-इफेक्टन, तनाव आदि। खाने में पोषक तत्‍वों की कमी के कारण भी गंजापन हो सकता है।

हेयर कलर और डाई

यदि आपके बाल असमय सफेद हो रहे हैं तो आप हेयर कलर का प्रयोग कर सकते हैं। हेयर कलर केवल महिलाओं तक ही सीमित नहीं है बल्कि पुरूष भी अपना रूपरंग बदलने के लिए विभिन्न प्रकार के हेयर कलर और डाई आजमा सकते हैं। बालों को कलर और डाई करने से बालों की खोई चमक वापिस आ जाती है। यदि आपके बाल ब्राउन रंग के हैं तो भी बालों को कलर किया जा सकता है। बाजार में कई तरह के हेयर कलर और डाई मौजूद हैं, अपने बालों के हिसाब से उनका चयन कीजिए।


बालों की देखभाल कैसे करें 

तेल मालिश

पुरुष बालों में यदि नियामित रूप से तेल की मालिश करें तो बालों को भरपूर पोषण मिलता है। साथ ही, यह आपके डैमेज बालों को भी ठीक करता है। बादाम, जैतून या नारियल के तेल को सप्ताह में दो बार अपने बालों में लगाएँ और अपने सर की मालिश करें।  

ऐलोवेरा

यदि आप चाहते हैं कि आपके बाल मजबूत और चमकदार हो जायें तो एलोवेरा का इस्‍तेमाल बहुत कारगर हो सकता है। ऐलो वेरा जेल से अपने सर की मालिश करें। सप्ताह में दो बार ऐलो वेरा जेल से की गई मालिश से, बालों झड़ना कम होता है साथ ही रुखे बालों को पोषण मिलता है और स्कैल्प भी ठीक करता है। 

अंडे

अंडे बालों के लिए प्रोटीन ट्रीटमेंट की तरह है। अगर आप घने और मजबूत बाल चाहते हैं, तो हफ्ते में तीन से चार बार अपने बालों को प्रोटीन जरूर दीजिए। इसके लिए एक कटोरी में अंडों को फेंटे और इसे अपने गीले बालों पर लगाएं। इसे 15 मिनट के लिए रहने दें फिर गुनगुने पानी से अपने बाल धोलें। बाल घने और मजबूत होंगे।  

संतरे का रस

अगर आप रुसी और ऑइली स्कैल्प से परेशान हैं तो संतरे का रस आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। संतरे को छिलकर उसके गुदे को मैश करें। अब इस गुद्दे को हेयर पैक की तरह अपने बालों में एक सप्‍ताह में एक बार लगाएं।

नींबू का रस

बालों के लिए नींबू का रस भी बहुत फायेदमेंद है। एक चम्मच नींबू के रस में दो चम्मच नारियल का तेल डालकर मिला लीजिए। इसे नियमित रुप से अपने बालों की जड़ों में मालिश कीजिए। रात में लगाने से यह ज्‍यादा फायदा करता है।

कहीं बालों के गिरने और गंजेपन का कारण आपकी जीवनशैली तो नहीं है.




पुरुषों में गंजेपन का कारण अक्सर आनुवांशिक होता है। बालों पर कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट से भी झड़ते हैं आपके बाल। सप्ताह में कम से कम दो बार करें बालों की जड़ों में ऑयल मसाज।

अनियमित और अस्वस्थ खानपान के कारण और दिनों-दिन बढ़ते प्रदूषण आदि के कारण लोगों में बाल झड़ने की समस्या तेजी से बढ़ी है। आजकल छोटी उम्र में ही लोगों के बाल झड़ रहे हैं। इसी कारण युवावस्था में ही बहुत से लोग बूढ़े जैसे नजर आने लगते हैं। बालों के झड़ने की समस्या के कारण लोगों में गंजापन भी बढ़ा है। बालों के झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार आनुवांशिक कारणों से भी बाल झड़ जाते हैं। इसके अलावा रक्त विकार, किसी विष का सेवन कर लेने से , उपदंश, दाद, एक्जिमा आदि के कारण भी ऐसा हो जाता है।

मामूली नहीं है समस्या

थोड़ा-बहुत गंजापन उनमें भी देखा जा सकता है जो इससे प्रभावित नहीं होते लेकिन बालों का गिर जाना किसी व्याक्ति के आत्म विश्वास और आत्म-प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाता है। हालांकि गंजापन जीवन के लिए कोई खतरनाक बीमारी नहीं है लेकिन मनोवैज्ञानिक कारणों से यह चिंता और व्याकुलता का कारण बनता है। गंजेपन से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण मसला यह है कि इससे आत्म‍-सम्मान में भारी गिरावट आती है 

विशेषकर मेल पैटर्न बाल्डनेस में जो शुरूआती अवस्था में होने पर भावनात्मक परेशानी का सबब बनता है और निजी तथा प्रोफेशनल दोनों प्रकार के जीवन को प्रभावित करता है। लगभग 40 प्रतिशत पुरूष बाल गिरने की समस्या  से पीड़ित होते हैं फिर भी इसे मामूली समस्या समझा जाता है और इससे पीड़ित लोग उपेक्षा महसूस करते हैं। चूंकि फीमेल पैटर्न बाल्डनेस में ज़्यादातर बाल विरल होते हैं और यह 30 से 40 की आयु में अपना असर दिखाता है, लेकिन यह पुरूषों की तरह दिखता नहीं हालांकि यह भी समान रूप से परेशान करने वाला होता है।


बालों का गिरना और तनाव

बालों का गिरना पुरूषों और महिलाओं दोनों के लिए ही तनावपूर्ण है जिससे हीन भावना उत्पंन्न  होती है, 
आकर्षणहीनता का अहसास होता है और सामाजिक दूरी बनती है, आत्मप्रतिष्ठा और शारीरिक छवि धूमिल होती है और तनाव बढ़ता है। इन मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर व्यक्ति की उम्र, वैवाहिक स्थिति और बालों के गिरने की सीमा का असर पड़ता है। कई शोधों से भी इस बात का पता चला है कि तनाव होने से बाल गिरते हैं।

बालों के गिरने की समस्या से निपटना

दिखाई देने वाले बालों में एकाएक भारी परिवर्तनों का सामना करना काफी कठिन है विशेषकर जब ये व्यक्ति के नियंत्रण से बाहर हों, इसके बजाय इसे स्वीकार कर लेना ही आसान लगता है। बाल किसी व्यीक्ति का अभिन्न अंग नहीं होते बल्कि एक सकारात्मक नज़रिया और अच्छा व्यक्तित्व ही आपको आकर्षक बनाता है। यदि समस्‍या उपचार योग्य नहीं है तो अपना धैर्य न खोएं क्योंकि चिकित्सा जगत (मेडिकल फील्डप) में हो रहे नित नए विकास के साथ नई उम्मीदें कायम हैं। न ही हर किसी को बाल गिरने की समस्या को लेकर चिंतित होकर चिकित्सकीय सहायता ही लेनी चाहिए उन्हें  इस बाधा को पीछे छोड़कर जीवन का सामना करना सीखना चाहिए।


छवि की चिंता

मेल पैटर्न बाल्डतनेस से पीड़ित पुरूषों के डिप्रेशन और एन्जाईटी (अवसाद और हताशा) से ग्रस्त होने की संभावना अधिक रहती है यदि यह समस्या उनको शुरूआती उम्र में तब परेशान करे जब वे अपनी छवि को लेकर अत्यधिक कांशियस होते हैं। दिखावट में परिवर्तनों को लेकर हर किसी को भावनाओं के एक चक्र से गुजरना होता है जैसे नकारना, क्रोध, हल ढूंढना, अवसाद (हताशा) और स्वीपकार्यता। जब किसी व्यक्ति पर गंजेपन का पहला हल्का  सा असर होता है तो व्यक्ति इसे नकारता है क्योकि वह इसे स्वीककार करने में अक्षम होता है

गंजापन भी आजकल है फैशन

क्यों। नहीं? ब्रूस विलीज, सीन कॉनरी, विन डीज़ल, आंद्रे अगासी और ऐसे ही अनेक लोगों के बारे में सोचें, यह सूची अंतहीन है। ये सभी गंजे हैं लेकिन अपने क्षेत्रों में इनका दबदबा है! सिर पर बाल न होने या बहुत कम बाल होने के बावजूद उनमें वो अपील है जो उनके घने बालों वाले जोड़ीदार साथी नहीं अर्जित कर सके। शायद गंजापन ही उनकी प्रमुख खूबी है जो उनको औरों की तुलना में अलग तरह से आकर्षक बनाती है। होड़ से अलग हटते हुए गंजापन एक विकल्प नहीं बनाया जा सकता लेकिन स्वयं में एक विशिष्ट पसंद अवश्य हो सकता है। बाल गिरने की रोकथाम संबंधी प्रोडक्ट्स  और‍ रिस्टो्रेशन सर्जरी आदि पर दुनिया भर के लाखों लोग हजारों फूंक चुके हैं इस आशा में कि उनके बाल फिर से घने घुंघराले हो जाएंगे। हालांकि यह देखना भी बिल्कुल मजेदार है कि लोग किस तरह से अपना गंजापन छुपाने के लिए इसे ढंकने की तरकीबों का सहारा लेते हैं। हर व्यक्ति के लिए यह समझना समान रूप से महत्वपूर्ण है कि गंजेपन को स्वीकार करना अच्छा  विकल्प बन सकता है (और शायद ज़्यादा स्वास्थ्‍यप्रद विकल्प भी)। हेयर लॉस और बाल्ड्नेस (बालों का गिरना और गंजापन) किसी व्यक्ति की दिखावट में क्रमिक, लेकिन नाटकीय बदलाव लाता है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। सामने वाले की दिखावट को लेकर चिंता प्रकट करना मानवीय प्रवृत्ति है और गंजेपन की स्थिति में यह और ज़्यादा होती है क्योंकि गंजे लोग बुजुर्ग, बोरियत भरे और पौरूषहीन माने जाते हैं वहीं दूसरी ओर उनको अधिक बुद्धिमान भी समझा जाता है। व्यूस्तत सड़कों पर घास नहीं उगती!

जानें महिलाओं की बाल झड़ने की समस्या के कारण और निवारण




आयरन और विटामिन की कमी महलाओं में बाल झड़ने का कारण बन सकती है। अति सक्रिय और कम सक्रिय थायराइड दोनों महिलाओं के बाल झड़ने का कारण बनती हैं।आहार में अचानक बदलाव भी बन सकता है कारण।अवसाद विरोधी दवाओं के कारण भी हो सकता है दुष्प्रभाव।

जिन महिलाओं को बालों के झड़ने की समस्या है, विशेष रूप से तब जब कि यह एक आनुवंशिक प्रवृत्ती है तो उनमें बहुत छोटी उम्र में गर्भनिरोधक गोलियां लेने से बालों का झड़ना शुरू हो सकता है। आमतौर पर गर्भनिरोधक गोलियां लेना बंद करने के छह महीने बाद बाल फिर से बढ़ जाते हैं। महिलाओं में बाल झड़ने के ऐसे ही कुछ प्रमुख कारण निम्न प्रकार से हैं।


पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम (पीसीओ)

इस हालत के साथ पड़ित महिलाओं में कई विभिन्न प्रकार के संभावित लक्षण दिख सकते है, जिनमें से एक बालों का झड़ना भी हो सकता है। इस हार्मोन के असंतुलन की जटीलता को समग्र उपायों के माध्यम से संबोधित करना सबसे अच्छा है।

गर्भावस्था / बच्चे के जन्म

जैसा कि पहले ही उल्लेख किया गया है, कुछ महिलाओं को हार्मोन में उतार चढ़ाव की वजह से अपने बालों में बड़े बदलाव का अनुभव होता है। इसका अर्थ सामान्य, घने बालों की अपेक्षा घुँघराले या सीधे बाल और अक्सर बालों के झड़ना हो सकता है। कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान इन परिवर्तनों का अनुभव होता है जबकि अन्य महिलाओं को गर्भावस्था के बाद इसका अनुभव होता है। बहरहाल, ज्यादातर मामलों में, यह अपने आप पूरी तरह से ठिक हो जाते है।

थायराइड रोग

अति सक्रिय थाइरोइड और कम सक्रिय थायराइड दोनों बालों के झड़ने का कारण बन सकते है। थायराइड असंतुलन का निदान एक प्रयोगशाला परीक्षण के माध्यम से आपके चिकित्सक द्वारा किया जा सकता है। ये असंतुलन समग्र उपायों के माध्यम से पूरी तरह से ठिक किये जा सकते हैं।

अपर्याप्त पोषक आहार

कई सनकी आहार कार्यक्रम और बाजार के चरम "विषहरण" योजनाओं से अनजाने में महिलाओं के बालों की बनावट और घनेपन को प्रभावित करना बहुत आसान है। आमतौर पर, आहार में अचानक चरम बदलाव, विशेष रूप से प्रोटीन आहार में कमी, चरम कैलोरी प्रतिबंध या एक प्रिडॉमिनेटली जंक फूड के शाकाहारी भोजन से प्रोटीन की कमी के कारण भारी राशी में बालों का झड़ना शुरु हो सकता है, जो अक्सर आहार में बदलाव की शुरुआत के दो या तीन महीने तक चलता है।अपने आहार के लिए एक उचित संतुलन बहाल करके, बालों के झड़ना बंद किया जा सकता है।

चिकित्सा

चिंता और अवसाद के साथ साथ रक्तचाप की पर्चे दवाऐं एक छोटे प्रतिशत लोगों में अस्थायी रुप में बालों के झड़ने का कारण हो सकती है। महिलाओं के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है, की कई महिलाऐं जब जीवन में उनको परिवर्तन के प्रमुख दौर में नुकासन से गुजरना पड़ता है,तब वह मनोदशा-स्थिरकारी दवाओं का सहारा लेती है। ज्यादातर मनोदशा-स्थिरिकारी और अवसाद विरोधी दवाओं के कारण यह दुष्प्रभाव पैदा हो सकता है।

सीरम आयरन की कमी

आयरन की कमी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। जिन महिलाओं को अक्सर बहुत ज्यादा या जरूरत से ज्यादा मासिक स्त्राव होता है, उनमें लोहे की कमी का विकास हो सकता है। लोहे की कमी का प्रयोगशाला में परीक्षणों द्वारा पता लगाया जा सकता है और लोहे की पूरक खुराक के साथ ठीक किया जाता है।

तनाव

तनाव बालों के झड़ने से संबंधित एक दिलचस्प कारण है। प्रमुख तनाव प्रकरण के परिणाम स्वरुप यह समस्या ह सकती हैं और प्रकरण के बाद तीन महीने तक जारी रहती है, और तीन महीने के बाद फिर से बाल बढ़ना शुरू कर सकते हैं। कई महिलाऐं दार्घकालीन कम श्रेणी के तनाव का सामना कर सकती है, और उनकी आनुवंशिक प्रवृत्ती  पर इस प्रकार के तनाव से शुरवाती एन्ड्रोजेनिक  बालों का झड़ना शुरु करना निर्भर कर सकते हैं।

बालों का झड़ना रोकने के लिए, गर्भनिरोधक या अवसाद विरोधी गोलियाँ जब तक बहुत जरुरत ना हो, लेने से बचे। यहां तक कि अगर आपको लगता है कि आपको यह लेनी है, तो भी अन्य राय और वैकल्पों का शोध ले। यदि आप हार्मोन के कारण संवेदनशील हैं, तो सिंथेटिक हार्मोन जोड़ने से आगे हार्मोनल समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता हैं। इसके अलावा, एक स्वस्थ आहार को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है - सनक आहार, चरम विषहरण कार्यक्रमों या मार्गदर्शन के बिना शाकाहार के साथ प्रयोग से बचें। शारीरिक गतिविधि एक अन्य बहुत अच्छा प्रतिबंधात्मक उपाय है, यह बालों के पुटिका को महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के संचलन को बढ़ावा देने के साथ आपके शरीर पर के तनाव हार्मोन के प्रभाव से बालों के झड़ने को कम करने जैसी डबल ड्यूटी में कार्य करता है।

सर्दियों में बालों को स्वस्थ रखने के टिप्स

सर्दियों में बाल टूटने का सबसे बड़ा कारण होता है डैंड्रफ।सप्‍ताह में एक बार बालों में एक्स्ट्रा डीप कंडीशनर का प्रयोग करें।बालों की जड़ों में नमी के लिए गुनगुना ऑलिव ऑयल लगाएं।

चेहरे की खूबसूरती में सिर के स्‍वस्‍थ बालों का अहम योगदान होता है। सर्दियों के दिनों में बालों की देखभाल में थोड़ी मुश्किल होती है। इस समय जरा सी लापरवाही कुछ महिलाओं के लिए घातक भी सकती है।

घने बालों वाली महिलाओं के लिए सर्दियों के मौसम को बुरा समय भी कहा जाता है। इस समय डैंड्रफ, सूखे या छल्‍लेदार बाल, बालों के झड़ने और दो मुंहे बालों की समस्‍या आम है। जानकारों का कहना है कि मौसम में बदलाव का असर त्‍वचा के साथ ही बालों पर भी पड़ता है। इस समय बालों में रूखेपन की शिकायत आम है। इस समय बालों की विशेष देखभाल की जरूरत होती है। इस लेख के जरिए हम आपको बता रहे हैं सर्दियों में आमतौर पर बालों में होने वाली समस्‍या और इनसे बचने के उपाय।

सर्दियों में बाल टूटने के कारण
कैसी है आपकी कैप

सर्दियों में बालों का टूटना केवल इनकी देखभाल से जुड़ा मामला ही नहीं है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप ठंड के प्रकोप से बचने के लिए सिर पर क्‍या पहनती हैं। कई बार स्‍कार्फ लपेटने या ऊनी टोपी पहनने से बाल फंसकर टूट जाते हैं। बालों को टूटने से बचाने के लिए रेशमी स्कार्फ पहनें।

हीटर के उपयोग से होता है नुकसान

ठंड से राहत पाने के लिए अक्‍सर लोग हीटर का प्रयोग करते हैं। हीटर का इस्‍तेमाल आपके बालों में रूखापन बढ़ा सकता है। हीटर का उपयोग कम करेंगे तो बेहतर रहेगा। बालों में रूखेपन को कम करने के लिए सप्‍ताह में एक बार एक्स्ट्रा डीप कंडीशनर का प्रयोग करें। साथ ही ऐसा हेयर प्रोडक्‍ट इस्तेमाल करें, जो आपके बालों में नमी के स्तर को बनाएं रखें।

कर्लिंग आयरन के प्रयोग से करें परहेज

कुछ महिलाएं बालों को सुखाने या इन्‍हें स्‍टाइलिश बनाने के लिए आयरन, ब्‍लो ड्रायर या कर्लिंग आयरन का प्रयोग करती हैं। कर्लिंग आयरन आदि के प्रयोग से बालों में रूखेपन की समस्‍या बढ़ती है। बालों को सुखाने के लिए इनके इस्‍तेमाल से बचना चाहिए। यह भी ध्‍यान रखें कि स्‍कार्फ पहनने से पहले आपके बाल पूरी तरह से सूख जाने चाहिए।

बालों को टूटने से बचाने के उपाय

सर्दियों के दिनों में बालों में शैम्‍पू का ज्‍यादा इस्‍तेमाल नहीं करना चाहिए। शैंपू के ज्‍यादा प्रयोग से सिर की त्‍वचा में सूखापन बढ़ जाता है और बाल टूटने लगते हैं।बाल उलझे हुए हैं तो इन्‍हें ठीक करने के लिए चौड़ें दांतों वाली कंघी का इस्‍तेमाल करें। अब बालों की जड़ों में शहद लगाएं और इन्‍हें 30 मिनट तक तौलिए से लपेट कर रखें। अब इन्‍हें गुनगुने पानी से धो लें। शहद के प्रयोग से आपके बालों में चमक आएगी।सर्दियों के दिनों में ऑलिव ऑयल का प्रयोग बालों को स्‍वस्‍थ बनाता है। दो चम्‍मच ऑलिव ऑयल गर्म करके बालों की जड़ों में मसाज करें। इससे बालों की जड़ों में नमी बनी रहेगी और आपके बाल कम टूटेंगे।बालों को ज्‍यादा से ज्‍यादा बांधकर रखें। सर्दियों के दौरान यदि आप जूड़ा या टॉप नॉट बनाती हैं तो आपके बाल सर्द हवाओं के प्रभाव से बचे रहेंगे।

रूसी की परेशानी से बचने के लिए रात में नींबू का रस और नारियल का तेल मिलाकर मालिश करें। इसे पूरी रात लगा रहने दें। सुबह होने पर शिकाकाई शैम्‍पू से अपने सिर को धो लें। रूसी से राहत मिलेगी।बालों में मालिश के लिए हमेशा ब्रांडेड तेल इस्‍तेमाल करें। आप जिस तेल का इस्‍तेमाल करती हैं, उसे खरीदने से पहले यह देख लें कि उसमें ऐसे कौन से पोषक तत्‍व हैं जो बालों के लिए फायदेमंद रहेंगे।

बालों के गिरने की ना करें अनदेखी

बालों का प्रभाव सम्पूर्ण व्यक्तित्व पर पड़ता है।बालों का झड़ना एक बहुत ही आम प्रक्रिया है।बालों में केमिकल के इस्‍तेमाल से झड़ते है बाल।अधिक समय तक हैलमेट का प्रयोग करना।

सौन्दर्य का व्याख्यान करते समय सदियों से कवि बालों की महत्वपूर्ण भूमिका को मानते आये हैं। बात चाहे पुरूष वर्ग की करें या महिला वर्ग की बालों का सौंदर्य हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।



चाहे खूबसूरती या फिटनेस की बात करें, बालों का प्रभाव हमारे सम्पूर्ण व्यक्तित्व पर पड़ता है। आपकी पहली छाप के अलावा आपके बाल आपकी स्टाइल स्टेटमेंट होते हैं। बालों का गिरना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और यह अलग–अलग लोगों को अलग–अलग प्रकार से प्रभावित करती है।

बालों का गिरना

आज कई कारणों से पुरूषों और महिलाओं में बालों का झड़ना एक बहुत ही आम प्रक्रिया हो गयी है। महिलाओं में बालों का गिरना एक कहर की तरह होता है और कई बार तो इसके परिणाम डिप्रेशन या साइकालाजिकल समस्याओं को भी जन्म देते हैं। हमारी खूबसूरती हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यहां तक कि ऐसा भी माना गया है कि खूबसूरत बाल आत्मविश्वास बढ़ाने में भी सहायक होते हैं।

बालों के गिरने के कुछ खास कारण

अधिक समय तक धूप या प्रदूषण का सामना करना।बालों पर अधिक मात्रा में रसायन का प्रयोग करना।आधुनिक उपकरणों का प्रयोग।कुपोषण या अस्वस्‍‍थ खान पान की आदतें।आनुवांशिक गंजापन या हार्मोन में असंतुलन।अधिक समय तक हैलमेट का प्रयोग करना।

सिर पर बालों के ना होने से व्यक्ति की सम्‍पूर्ण खूबसूरती प्रभावित होती है और इसी कारण से व्यक्ति में डिप्रेशन और असुरक्षा की भावना जन्म लेने लगती है। पुरूषों और महिलाओं में बालों के गिरने का समय भी अलग अलग होता है। पुरूषों के बाल 40 वर्ष की उम्र से पहले ही गिरने शुरू हो जाते हैं और महिलाओं के बाल अकसर 40 वर्ष की उम्र के बाद गिरने शुरू होते हैं।

गंजेपन में कारगर कुछ आधुनिक तरीके

दवाओं का प्रयोग।लेजर चिकित्सा, जैसे लेजर कांब।क्लीनिकल उपचार जैसे खोपड़ी की चिकित्सा, अल्ट्रावायलेट और इन्फ्रारेड लाइट थेरेपी, लेजर मसाज।डाइरेक्ट हेयर इम्लांट (डी एच आई)।


इन थेरेपीज में से कुछ के साइड इफेक्ट भी पाये गये हैं और कुछ दर्दरहित हैं जैसे डी एच आई। चिकित्सा से पहले व्यक्ति को चिकित्सा के खर्च और साइड इफेक्ट के बारे में पूरी तरह से जानकारियां इकट्ठी कर लेनी चाहिए।

ऑयली बालों के लिए ये पाँच हैं बेहतरीन शैम्पू

ऑयली त्वचा की ही भांति ऑयली बाल भी कई समस्याओं के कारण बन जातें हैं, ऐसे बालों के लिए कौनसे शैम्पू बेहतर हैं,जानिये इस लेख में.

ऑयली बालों के लिए ये पाँच हैं बेहतरीन शैम्पू




ऑयली बालों से निपटना मुश्किल काम है,लेकिन ‘जहाँ चाह वहाँ राह’ की तर्ज़ पर मैंने इस समस्या का समाधान निकालते हुए पांच ऐसे शैम्पू की सूची तैयार की है, जो आपको इस समस्या से निज़ात दिलवा सकते हैं. भारत में, जलवायु और मौसमी परिस्थितियों के कारण ऑयली बालों की समस्या अधिक है. प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है, जिसके कारण शैम्पू करने के बावज़ूद बाल ऑयली ही रह सकते हैं तो इस तरह के मौसम के लिए,हमें ऑयली बालों के लिए वास्तव में अच्छे शैम्पू की आवश्यकता होगी तो आईये देखते है कौनसे हैं ये शैम्पू-

1. हिमालय प्रोटीन शैम्पू

यह शैम्पू सामान्य और ऑयली बालों के लिए उपयोगी है.  यह आपके बालों को बहुत अधिक रूखा नहीं करता है, इसके बजाय, यह आपके बालों को नर्म, सीधा और हर रोज़ के नुकसान से बचाता है. यह निम्नलिखित सामग्रियों का संलयन है:

मूल्य: 200 रुपये (400 मिलीग्राम)

2. बायोटिक बायो ग्रीन एपल फ्रेश डेली प्यूरिफाइंग शैम्पू और कंडीशनर

ऑयली बालों के लिए बने इस शैम्पू में ग्रीन एपल एक्स्ट्रैक्ट, सागर शैवाल, सेंटेला, चिनाई घास, बादाम तेल  और हिमालयी जल शामिल हैं. यह तैलीय बालों के साथ-साथ स्कैल्प के मुद्दों से छुटकारा पाने और बालों के पीएच संतुलन को बनाये रखने के लिए काम करता है. आर्थिक रूप से भी है यह ग्रीन एपल शैम्पू आपके बालों में आवश्यक नमी की मात्रा को बनाते हुए, आपके बालों को चमकीला और कोमल बनाता है.

मूल्य: रु 159 (210 मिलीग्राम)

3.  न्यूट्रिज़ेना क्लीन रिप्लेनिशिंग शैम्पू
बालों को अच्छी तरह से साफ करने के लिए यह शैम्पू बहुत कारगर है. यह आपके बालों को अच्छे से साफ़ करने के साथ ही उन्हें कोमल भी बनाता है. इसमें मौजूद सॉफ्ट क्लीनिंग फार्मूला के कारण आप इसे हर दिन इस्तेमाल कर सकते हैं.
मूल्य: रु 1,300

 4. बॉडी शॉप बनाना शैम्पू फॉर ऑयली हेयर

हम सब यह तो जानते है कि खटाई औरग्रीन टी, ऑयली बालों के लिए अद्भुत काम करते हैं और अब एक नया कारगर उपाय बालों में केला लगाना भी है.  जी हां, केला भी ऑयली बालों के लिए बहुत अच्छी तरह से काम करता है और इस शैम्पू में केले के अर्क आसानी से चिकने  और नॉन- बाउंसी, फ्लैट बालों की समस्या को दूर करते हैं.  इसमें कंडीशनिंग पॉवर भी है, इसलिए आपको इस के साथ एक अलग कंडीशनर की जरूरत नहीं है.
मूल्य: रु। 780 / –

5. पैन्टीन लाइवली क्लीन शैम्पू

यह ऑयली बालों के लिए एक सर्वश्रेष्ठ शैंपू है, जो बालों के प्राकृतिक तेल के संतुलन को बना कर रखता है. यह बालों को चमकदार बनाने के लिए बालों के प्राकृतिक तेल को पुनर्जीवित करने का काम बखूबी करता है. इस शैम्पू में पैन्टीन प्रो-वी है जो बालों में गहरे जाकर उनका पोषण करता है.

यह शैम्पू बालों को अच्छी तरह से साफ करता है और दैनिक आधार पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि इसमें कठोर रसायन शामिल नहीं हैं. रूखा होने के साथ ही उन्हें टूटने से भी बचाता है इसलिए यह शैम्पू ऑयली बालों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.

 मूल्य: 90 मिलीग्राम के लिए 59/- रुपये

तो ऑयली बालों से छुटकारा पाने के लिए अपने बालों के टेक्सचर के मुताबिक़ अच्छा शैम्पू इस्तेमाल करें और तैलीय बालों की वजह से होने वाली समस्याओं को अलविदा कहें.

 10 बेहतरीन कंडीशनर आपके खूबसूरत बालों के लिए

हिन

एक अच्छे शैम्पू के साथ एक अच्छे कंडीशनर का होना बालों के लिए टॉनिक के समान है, जो बालों की देखरेख के साथ ही उन्हें खूबसूरत भी बनाता है.
in
भारत में उपलब्ध  10 बेहतरीन कंडीशनर की लिस्ट

1. द बॉडी शॉप रेन फॉरेस्ट मॉइस्चर कंडीशनर फॉर ड्राई हेयर
शुद्ध प्राकृतिक कोल्ड प्रेस्ड तेल, नट ऑयल, शुद्ध शहद, बबासू का ऑयल और नारियल के तेल से भरपूर यह कंडीशनर आप के बालों को हाइड्रेट करता है. बाकी के कंडीशनर्स की तरह इसमें सल्फेट, सिलिकॉन, पैराबेन और रासायनिक रंग नहीं है. इसीलिए इससे आपके बाल सॉफ्ट, स्मूथ और शाइनी होते है. इसकी कीमत 250 ग्राम के लिए रु 695 है.

2. मैट्रिक्स बायोलेज नरिशिंग ऑयल कंडीशनर

इस कंडीशनर में खुबानी का तेल है जो उलझे हुए बाल सुलझाने और कंडीशन करने में मदद करता है. बालों की जड़ों को मजबूत करने का भी काम यह करता है. 98 ग्राम्स के लिए इसकी कीमत रु. 160 है.


3. टोनी ऐंड गाय नरिश कंडीशनर फॉर ड्राई हेयर
यह कंडीशनर रूखे-सूखे, बेजान बालों को पोषण देता है और उन्हें पुनर्जीवित करता है. यह बालों के अंदर तक जाकर जडों से टिप्स तक मॉइस्चर लो लॉक कर देता है. भले ही यह थोड़ा महंगा हो, लेकिन इसका रिजल्ट भी तुरंत  दिखाई देता है. इसकी कीमत 250 ग्राम के लिए रु. 700 है.

• ऑयली हेयर के लिए 

1. लोटस हर्बल केरा वेदा – सोया प्रोटीन क्रीम डीप कंडीशनर


यह कंडीशनर बालों से चिकनाई हटाकर उन्हें पोषण देता है. साथ ही में यह उनको उलझने से रोकता है जिससे हेयर लॉस की समस्या कम होती है. इसमें यूज किये गए सारे पदार्थ प्राकृतिक हैं. इसकी कीमत रु. 175 है.

2. बायोटिक ग्रीन ऐपल प्यूरिफायिंग शैम्पू ऐंड कंडीशनर
यह 2-इन-1 उत्पाद कंडीशनर की तरह ही पोषण देता है और शैम्पू की तरह कोमलता से चिपचिपाहट से भी छूटकारा दिलाता है. खास तौर पर ऑयली बालोंके लिए बनाया यह प्रोडक्ट अतिरिक्त ऑयल को बिना बालों को हानि पहुंचाए हटाता है. इसकी कीमत महज 99 रुपए है.

3. खादी ऑरेंज लेमनग्रास हेयर कंडीशनर   

खादी का ये प्रोडक्ट भले ही जानेमाने कंडीशनर्स के लिस्ट में नहीं आएगा लेकिन लेमनग्रास और बाकी ऐरोमैटिक ऑयल्स के गुणों से परिपूर्ण यह कंडीशनर आपके बालोंको पुनर्जीवित करेगा. इसका नॉन-ग्रीसी फार्मूला बालोंको सॉफ्ट, और शाइनी  बनाता हैं. 210 मिली की कीमत रु. 120 है.

• प्रॉब्लम हेयर के लिए

1. डव नरिशिंग ऑयल केयर डेली ट्रीटमेंट कंडीशनर

इसमें डव के साधारण कंडिशनर के तुलना में 3 गुना ज्यादा नरिशिंग पॉवर है जो आपके ड्राई और फ्रिज़ी बालों को डीप कन्डीशन करता है. इसका फार्मूला बालों को धीरे-धीरे हाइड्रेट करता है. साथ ही में, स्टाइलिंग से अगर आप के बालोंको नुकसान पहुंचा है तो रोजाना इसके इस्तेमाल से आपके बाल ठीक होने लगेगें. 180 मिली के लिए इसकी कीमत है रु. 160.

2. हिमालया प्रोटीन कंडीशनर

हिमालया के सारे प्रोडक्ट्स में नैसर्गिक पदार्थों का उपयोग किया जाता है. इस कंडीशनर मे मौजूद प्रोटीन डैमेज़्ड बालों को जरूरी पोषण देता है और उन्हें सॉफ्ट और स्मूथ बनाता है. साथ ही यह बालों में चमक लाता हैं और इससे हेयर फॉल भी कम होता है. आपने बाल कलर किये हों तो भी यह कंडीशनर आप अपने बालों पर लगा सकती हैं. इसकी कीमत मात्र रुपये 70 रूपये है.


3. ट्रेसमे केराटिन स्मूथ कंडीशनर

‘केराटिन’ यह बालों में मौजूद होने वाला प्रोटीन है जो हेयर ग्रोथ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस कंडीशनर में मौजूद केराटिन न ही सिर्फ बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देता है बल्कि उन्हें कोमल और चमकदार भी बनाता है. यह बालों को वॉल्यूम भी देता है. यह पतले बालों के लिए भी एक बेहतरीन कंडीशनर है. इसकी कीमत 135 रुपए है.

4. लॉरियल टोटल रिपेयर 5 कंडीशनर

बालों का झड़ना, टूटना, रफनेस, चमकदार न होना और दो मुंहे बाल, इन सारे प्रॉब्लम्स के लिए यह कंडीशनर सबसे बेहतरीन है. इस कंडीशनर के नियमित उपयोग से आपके बाल कुछ ही समय में ज्यादा मजबूत बनेंगे. इसकी कीमत रु. 145 है.

तो अच्छे शैम्पू के साथ ही अपने बालों के अनुरूप ही अच्छे कंडीशनर का भी चयन करें और प्रकृति की इस अनमोल देन का पूरा ख्याल रखें.

घरेलू हेयर कंडीशनर से निखारें बालों की खूबसूरती



   
1
होम मेड हेयर कंडीशनर

बालों को शैंपू करने के बाद कंडीशनर लगाना भी बालों की ऑयलिंग करने जितना ही जरूरी होता है। ये दोनो ही चीजें बालों को टूटने से बचाती हैं और उमहें मजबूती और चमक प्रदान करती हैं। घर पर बनाया गया (होममेड) हेयर कंडीशनर आपके बालों में प्राकृतिक निखार लाता है और बजार के कंडीशनरों से ज्यादा बेहतर होता है। तो चलिये जानें होम मेड हेयर कंडीशनर बनाने के तरीके।

2
नींबू हेयर कंडीशनर

नींबू हेयर कंडीशनर बालों को नरम और मुलायम बनाता है हर प्रकार के बालों पर सूट करता है। इसके लिए बालों में ठीक से शैंपू करने के बाद आधा मग पानी में एक नींबू का रस मिलाएं। अब इस पानी को धीरे-धीरे बालों में डालते हुए मसाज करें। लो हो गया कंडीशनर!

3
मेयोनीज हेयर कंडीशनर

मेयोनीज हेयर कंडीशनर से बाल घने और मुलायम बनते हैं। इसके उपयोग के लिए आधा कप मेयोनीज को हल्का गरम कर सिर धोने से पूर्व अपने बालों पर 15 मिनट तक लगाएं। 15 मिनट लगाने के बाद बालों पर प्लास्टिक कैप लगा लें और फिर ठीक से शैंपू करें।

4
नाशपति

नाशपति हेयर कंडीशनर बनाने के लिए नाशपति को पीस कर शिया बटर, नारियल तेल और शहद के साथ मिलाकर बालों पर 30 मिनट के लिए लगाएं। फिर 30 मिनट के बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें।

5
गुड़हल हेयर कंडीशनर

गुड़हल हेयर कंडीशनर के लिए आधे कप गुड़हल के पत्तों का पेस्ट, 1 नींबू और 2 बड़े चम्मच शहद को मिलाकर अच्छे से पेस्ट बना लें और फिर बालों को धोने से पहले 15 मिनट तक लगाएं। 15 मिनट बाद अच्छे से बालों को शैम्पू कर लें।

6
स्‍ट्रॉबेरी

स्‍ट्रॉबेरी हेयर कंडीशनर बनाने और लगाने के लिए को मायोनीज या दही के साथ स्‍ट्रॉबेरी को मैश करें और फिर पेस्ट को गीले बालों पर लगा कर 30 मिनट के लिये छोड़ दें। इसके बाद ठंडे पानी से बालों को अच्छे से धो लें।

7
केला हेयर कंडीशनर

केला हेयर कंडीशनर बनाने के लिए सबसे पहले केले को मैश करें और उसमें शहद, दही और नींबू का रस मिलाएं और फिर सिर पर लगा लें। 30 मिनट के बाद बालों को ताजे पानी से धो लें। आप देखेंगे कि कैसे आपके बाल सिल्‍की बन जाते हैं।

8
एवोकाडो हेयर कंडीशनर

एवोकाडो हेयर कंडीशनर बनाने के लिए एवोकाडो को उबाल कर पीस लें और फिर इसमें शहद, सिरका, दही और बटर मिला लें। इस पेस्ट को बालों में 25 से 30 मिनट के लिये लगा रहने दें और फिर ठंडे पानी से बालों को धो लें।

9
ड्राई बालों के लिए कंडीशनर

इसे बनाने के लिए मेथीदानें को पीस लें और अंडे की सफेदी में मिला लें। फिर इस पेस्ट को बालों मे लगा लें। 30 मिनट तक लगा रहने दें और फिर बालों को ठडें पानी से धो लें। यह कंडीशनर पैक ड्राई हेयर्स के लिए बेहद फायदेमंद होता है।


बालों के सबसे अच्छे प्राकृतिक कंडीशनर

आप शायद सोंच सकते हैं कि, नाशपाती, केला, शहद और नारियल एक शानदार व्यंजन की उचित सामग्री होगी? वैसे, क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि, ये वास्तव में एक प्राकृतिक हेयर कंडीशनर बनाने के लिए उपयोग किये जाते हैं। हमारे बालों को शैम्पू के बाद अच्छी कंडीशनिंग की जरूरत है।

शुक्र है, आपको हमेशा अपने बालों को कुछ जलयोजन देने के लिए एक पैक बोतल में कंडीशनर की जरूरत नहीं है। यहां कुछ भोजन हैं, जो अन्दर तक कंडीशनिंगकरते हैं और बालों के सूखेपन को कम करते हैं। उनके बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ें!

1) केले

अपने बालों को अतिरिक्त नरम और अच्छा रखने के लिय इस अद्भुत और प्रभावी बालों के कंडीशनर केले को चुनें। बालों के अन्दर जाकर और मॉइस्चराइजिंग लाभ प्रदान करने वालों के रूप में जाने जाने वाले शहद, ग्लिसरीन और जैतून के तेल, के साथ इस केले का मिश्रण उन लोगों के लिए बिलकुल सही है, जो अपने बालों को नरम करने की सोंच रहे हैं। सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से पीस लें और यह देख लें कि इसमें कोई फुटके या केले के टुकड़े न रह जाएं। इसे बालों में लगाएं और एक शॉवर टोपी के अन्दर 30-45 मिनट तक के लिए छोड़ दें। सुलझाएं, एक हल्के शैम्पू से अच्छी तरह से धोएं, और आपको पता चलने से पहले ही आपके बाल अच्छी तरह से कंडीशन हो जाएंगे।

2) शहद

शहद को उपसात्वक के रूप में अनुवर्गित किया जाता है, जिसका अर्थ है कि, यह स्वाभाविक रूप से एक अच्छा कंडीशनर और मॉइस्चराइज़र है, क्योंकि इसमें पानी के अणुओं को आकर्षित करने और अपने अन्दर बनाए रखने की क्षमता होती है। यह एक वांछनीय प्रभाव होता है और बालों को और चमकीला और नरम बनाता है। यह समृद्ध विटामिन और खनिज से भी भरा हुआ है। अपने नियमित कंडीशनर की एक समान मात्रा के साथ शहद का एक चौथाई ड्रॉप मिलाएं। दोनों को एक साथ रगड़ें और अपने हाथ के उपयोग से अपने बालों में समान रूप से शहद और कंडीशनर फैलाएं। अपने सिर में इसकी मालिश करें और अपने जड़ों से अपने बालों की टिप तक लाएं। इसे धोने से 30 मिनट पहले तक छोड़ दें।

3) एवाकाडो

यह व्यापक रूप से पता है, कि हमारे बालों के लिए नारियल का तेल पहला और एवाकाडो दूसरी सबसे अच्छी चीज़ है। इन्हें नारियल के दूध और तेल के साथ मिलाएं, और आपको एक उचित कंडीशनर मिल जाएगा। एक एवाकाडो लें और एक पेस्ट की तरह उसे मींज लें। नारियल का दूध और जैतून का तेल मिलाना शुरू कर दें और चलाते रहें, ध्यान रखें कि पैक हुए बालों के कंडीशनर की स्थिरता की तरह पेस्ट गाढा रहे। ये सब अच्छी तरह से मिला लें और कांच की बोतल में डाल दें। फ्रिज में स्टोर करें और हर समय जब भी आप अपने बालों को धोएं इसका उपयोग करें।

4) नारियल तेल

यह कंडीशनर उन लोगों के लिए बिलकुल सही है, जिनके बालों को मजबूती और उसी तरह की जरूरत होती है; आखिर हम नारियल के तेल के बारे में बात कर रहे हैं, जो बरसों से हमारे बालों की कंडीशनिंग कर रहा है। तेल वह कुंजी है, जो बालों से बंध जाता है और केराटिन को खोने से बचाता है। नमी बनाए रखने के लिए साथ में शहद मिलाएं। एक छोटे कप में नारियल तेल और शहद मिला लें और गर्म पानी के एक बड़े कटोरे में यह कप रख दें। मिश्रण जब तक गर्म न हो जाए तब तक कप को कुछ मिनट के लिए पानी में ही रखें। इस मिश्रण को बालों पर डालें, लेकिन बालों को तौलिए से लपेट लें। 20 मिनट तक ऐसे ही रहें और फिर धो लें।

5) सिरके से धोना

सिरका, ज्यादातर सेब का आसव, स्कैल्प को साफ करने में मदद करता है और साथ ही साथ पीएच के स्तर को संतुलित भी करता है, जिसके कारण यह बालों का एक अच्छा कंडीशनर है। आपको सिर्फ यह करने की जरूरत है कि, सिरके के साथ 2 कप पानी मिलाएं और 20-30 मिनट के लिए अपने सिर पर इस मिश्रण को लगाएं। जब तक यह मिश्रण आपके बालों पर है, अपने बालों में 4-5 बार अपनी उंगली चलाएं। ठंडे पानी से धोएं। इस कंडीशनर बालों की कंडीशनिंग के अलावा कोई भी रासायनिक, शैंपू या कंडीशनर को हटाने में मदद करेगा, जो ठीक तरह से नहीं धुल पाया है।

6) पुदीने का कंडीशनर

सामग्री: 3 ग्लास पानी, पुदीने के पत्तों से भरा एक कटोरा
प्रक्रिया: पानी की 2-3 गिलास में कुछ ताजे पुदीने की पत्तियों को उबाल लें और इसे अच्छी तरह से छान लें। इसे ठंडा होने दें। अपने बाल और स्कैल्प को ताजा रखने के लिए शैम्पू करने के बाद अपने बाल को धोने के लिए इस लिक्विड का प्रयोग करें।
  

बालों के हिसाब से चुने कंडीशनर
चिकने या तैलीय बाल / स्कैल्प के लिए
लैवेंडर, नींबू, मेंहदी, चंदन, चाय के पेड़, इलंग और बर्जमोट जैसे आवश्यक तेलों की 6-8 बूँदें मिला लें।
  

सूखे स्कैल्प और रूसी के लिए
चाय के पेड़, पुदीना, नीलगिरी, नींबू, कपूर के पत्ते, या मेंहदी जैसे आवश्यक तेलों की 6-8 बूँदें मिला सकते हैं।

कैसे करें बेस्ट शैंपू का चुनाव




बालों को धोना ठीक वैसा ही है जैसे आप रोजाना दांतों में ब्रश करते हैं या फिर चेहरा धोते हैं। यह हमारी रोज की आदतों में शुमार है। जिन लोगों के बाल कुदरती रुप से घने और चमकीले हैं, उन्हें अपने बालों के देखभाल के लिए ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती है। मगर बाकी को तो बालों की देखभाल के लिए काफी जतन करने पड़ते हैं।

क्या आप एक ऐसी लड़की हैं जो शैंपू के ब्रांड के प्रति ज्यादा जागरुक हैं। या फिर आपको जो शैंपू दुकानदार ऑफर करता है वो आप खरीद लेती हैं। या फिर आप महंगे और आकर्षक रैपर में पैक शैंपू देखकर उसे खरीद लेते हैं। अगर आप इनमें से कुछ भी करती हैं तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए, क्योंकि आपके बालों के लिए कौन सा शैंपू फिट है,  इसका चुनाव इतना आसान नहीं है। 

आपका बालों का प्रकार क्या है, बालों की जड़ों को कौन सा शैंपू ज्यादा स्वस्थ रखता है, शैंपू में कौन-कौन से केमिकल और तत्व शामिल हैं और बालों के पीएच लेवल (pH Level) के लिए कौन सही है? ऐसे कुछ बातें हैं जिनको शैंपू का चुनाव करते समय आपको ध्यान में रखना चाहिए।

आपके बाल किस प्रकार के हैं? (Texture of Your Hair) 

क्या आपके बाल सीधे हैं या फिर कर्ली हैं? क्या आपके बाल लहराते हैं या सपाट हैं? क्या आप अपने बालों को कलर करते हैं? शैंपू चूज करने से पहले ऐसे सवालों को ध्यान में रखें। बालों के अलग-अलग प्रकार के लिए अलग-अलग तरह के शैंपू होते हैं।

इतना ही नहीं, हर शैंपू के फीचर्स और फायदे अलग-अलग होते हैं। इसलिए बालों की सेहत और चमक के लिए आपको अपने बालों की जरुरतों को जानना पड़ेगा कि आपके बालों के लिए कौन सा शैंपू सही है।

सही शैंपू सलेक्ट करने का सबसे आसान तरीका है कि शैंपू के पैक पर चिपके लेबल पर लिखे हेयर टाइप को पढ़ लें। मसलन, ड्राई हेयर, ऑयली हेयर, फाइन हेयर और फ्रिजी हेयर, आदि।

फाइन हेयर (Fine Hair)

जिनके फाइन हेयर हैं वो अपने बालों को वोल्यूमाइजिंग शैम्पू (Volumizing Shampoo) से धोएं।

कर्ली हेयर (Curly Hair)

जिनके कर्ली हेयर हैं वो ऐसे शैंपू इस्तेमाल करें जो केमिकली ट्रीटेड हो और रूखे बालों के लिए ख़ास तौर पर बना हो।
रूखे बाल (Dry Hair)

ऐसे शैंपू से बाल धोएं जिसमें मॉस्चराइजर हो ताकि बालों में नमी लंबे समय तक बनी रहे। शैंपू में शामिल कुदरती तेल या केमिकल की पड़ताल करें। अगर आपके बाल ड्राय हैं तो नारियल तेल बेस्ट रहेगा। बालों की देखभाल के लिए भी नारियल तेल से बेहतर कोई नहीं है।

ऑयली हेयर (Oily Hair)

ऐसे शैंपू का इस्तेमाल करें जो खासतौर पर ऑयली हेयर के लिए बना हो। मॉस्चराइजर और कंडीशनर वाले शैंपू से परहेज करें। ऑयली हेयर में डैंड्रफ की भी परेशानी रहती है। डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए बालों को ऐसे एंटी डैंड्रफ शैंपू से धोएं जिसमें केटोकोनाज़ोल (Ketoconazole), लिए जिंक पिरिथिओन (Zinc Pyrithione) और सेलेनियम (Selenium Sulfide) केमिकल शामिल हों।

डाय या कलर किए बाल (Dye and Colured Hair)
ऐसे शैंपू का इस्तेमाल करें जिससे बाल धोने के बाद रंग नहीं धुल जाए।

क्या आपको बालों की कंडीशनिंग करना चाहिए? 

(Conditioning or Not?)
साल 1950 से पहले शैंपू महज एक लिक्विड सोप था। इससे बालों को धोने से बाल बेजान-सूखे हो जाते थे और अधिक इस्तेमाल से झड़ने लगते थे। कंडीशनर के आने के बाद शैंपू में मॉस्चराइजर को शामिल किया गया। बालों में चमक और नमी के लिए शैंपू करने के बाद कंडीशनिंग जरुर करना चाहिए। यह बालों को नर्म-मुलायम और चमकीला ही नहीं बनाता है बल्कि बालों को स्टाइलिश लुक भी देता है।

क्या बालों को शैंपू से रोज धोना चाहिए (Shampoo Daily or Not?)

बालों को तो हम लोग रोज धोते हैं मगर हर रोज बालों में शैंपू करना ठीक नहीं है। हफ्ते में तीन या चार बार शैंपू करना ठीक माना जाता है। शैंपू का अधिक इस्तेमाल करने से बालों की कुदरती चमक और बालों में मौजूद प्राकृतिक तेल खत्म हो जाता है। हां, यदि आपके बाल ऑयली हैं तो आप बालों में शैंपू हर दूसरे दिन कर सकती हैं।

शैंपू के चयन से पहले इन छह बातों पर दें ध्यान (Essential Tips to Choose Shampoo)

1. बालों के जड़ की सेहत (Scalp Care)

बालों की देखभाल का मतलब है बालों के जड़ की देखभाल, क्योंकि जड़ों से ही बालों का निकलना, बढ़ना शुरु होता है। इसलिए बालों को धोने के लिए ऐसे शैंपू को चुनाव करें, जो बालों के जड़ की सेहत को नुकसान न पहुंचाता हो। बालों की जड़ (Scalp) त्वचा की तरह है। यह भी त्वचा की तरह ऑयली, संवेदनशील और एलर्जिक होती है। अगर शैंपू आपके त्वचा के लिए सही नहीं है तो बालों के जड़ (Scalp) में खुजलाहट, रैशेज और चर्म रोग हो सकते हैं।

2. एसीडिटी (Acidity or pH Level)

बालों के जड़ (Scalp) का पीएच लेवल (pH Level) बालों से ज्यादा (लगभग पांच) होता है। अगर आप विभिन्न स्तर के पीएच लेवल के शैंपू का इस्तेमाल करेंगे तो इससे बाल कमजोर होंगे और ज्यादा झड़ने लगेंगे। वैसे शैंपू का इस्तेमाल करें जिस पर पीएच लेवल लिखा हो।

3. टाइम फैक्टर (Time Factor)

शैंपू के पैक पर लिखा रहता है कि इसे रोजाना लगाना है या हफ्ते में दो या तीन बार। शैंपू के चयन में टाइम फैक्टर का काफी महत्व है, रोजाना इस्तेमाल करने वाले शैंपू का असर थोड़ी देर के लिए रहता है और यह बालों को नुकसान भी पहुंचाता है। वहीं, हफ्ते में दो या तीन बार इस्तेमाल करने वाले शैंपू का असर लंबे समय तक रहता है।

4.  शैंपू में प्रयुक्त अवयवों की जांच करें

शैंपू लेने से पहले उसमें शामिल अवयवों की जांच कर लें। मान लें अगर किसी को मेंथॉल से एलर्जी है और वो मेंथॉल बेस्ड शैंपू से बाल धोएगा तो वो नुकसानदेह होगा। जो केमिकल आपके त्वचा के लिए संवेदनशील हैं, उसकी पहले ही जांच कर लें।

5. निर्देशों का पालन करें (Follow the Instructions to use Shampoo)

क्या आपके शैंपू के लेवल पर यह निर्देश है कि शैंपू लगाने के बाद बालों को ठंढे पानी से धोएं। अगर ऐसा लिखा है तो आपको गर्म पानी से बालों को नहीं धोना चाहिए। ऐसा करना नुकसानदेह होगा। शैंपू के लेवल पर दिये गये इस्तेमाल संबंधी निर्देशों को जरूर ध्यान देना चाहिए।

6. और क्या जरुरी है छिपा हुआ (Natural Ingredients)

शैंपू खरीदने से पहले यह जरूर जांच लें कि इसमें कुदरती तेल या जड़ी-बूटी तो शामिल हैं। अगर शैंपू में जोजोबा तेल (Jojoba Oil), एलोवेरा (Alovera) और ग्रीन टी (Green Tea) शामिल हैं तो यह बालों की जड़ों को तो मजबूत करेंगे ही, साथ ही साथ बालों को भी स्वस्थ एवं चमकदार भी बनाएंगे।


अपने बालों के लिए कैसे चुनें बेस्ट शैम्पू 2

बालों को धोना रोजाना दांतों को ब्रश और चेहरा धोने के जैसा होता है। यह हमारी रोज से शिड्यूल जैसा होता है। जिनके बाल कुदरती सुंदर होते हैं, उन्हें तो किसी तरह की दिक्कत नहीं होती, लेकिन जिनके बाल बेजान या फिर कमजोर है तो उन्हें बालों की काफी केयर करनी पड़ती है। क्या आप भी उनमें से हैं जो शैम्पू के ब्रांड के प्रति अधिक जागरुक होती हैं या फिर जो शैम्पू आपको दुकानदार ऑफर करता है आप वही खरीद कर ले आती हैं। अगर आप इनमें से हैं तो आपको अब से सर्तक होना पड़ेगा, क्योंकि आपको अपने बालों के लिए सही शैम्पू का चुनाव करना चाहिए।

यह पूरी तरह से निर्भर करता है आपके बालों के प्रकार पर आपके बालों को कौन सा शैम्पू इस्तेमाल करना चाहिए? कौन कौन से केमिकल और तत्व शामिल होने चाहिए। पीएच लेवल के लिए कौन सा शैम्पू सही है, इन सभी सवालों को ध्यान में रखकर ही शैम्पू खरीदे।

आपके बाल किस तरह के हैं?

आपके बाल कर्ल हैं या सीधे? लहराते हैं या सपाट है? क्या आप अपने बालों को कलर करती हैं? ऐसे कुछ सवालों को भी शैम्पू खरीदते समय ध्यान में रखना चाहिए। हम आपको बता दें कि बाजार में हर तरह के बालों के प्रकार के लिए अलग अलग शैम्पू है।

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि हर शैम्पू के फीचर्स और फायदे अलग अलग होते हैं। इसलिए उसी हिसाब से अपने बालों के लिए शैम्पू का चयन करें। बालों के लिए सबसे सही शैम्पू का चयन करने का आसान तरीका है कि शैम्पू के पैक पर लगे लेबल को पढ़ लें। इनमें अनेक टाइप आते हैं, जैसे रूखे बाल, ऑयली बाल, फाइन हेयर, फ्रिजी हेयर या फिर मसलन आदि।

*फाइन हेयर्स

जिनके बालों का टाइप फाइन हेयर होता हैं वह अपने बालों पर वोल्यूमाइजिंग शैम्पू का इस्तेमाल कर सकती हैं।

*कर्ली हेयर्स

जिनके बाल घुंघराले होते हैं, वह शैम्पू से बालों को धोएं, जिनके बाल रूखे हो और केमिकली ट्रीटेड हो।

* रूखे बाल

उसी तरह जिनके बाल बेजान और रूखे हो, वह ऐसे शैम्पू का इस्तेमाल करें जिसमें नमी हो, ताकि बालों में मॉश्चराइजर बनी रहे। अगर आपके बाल रूखे हैं तो नारियल का तेल आपके बालों के लिए फायदेमंद होता है। बालों की देखभाल के लिए नारियल के तेल से बेहतर कोई हेयर ऑयल नहीं है।

*ऑयली हेयर्स

ऐसे शैम्पू का इस्तेमाल करें जो खासतौर पर ऑयली बालों के लिए बने हो। मॉश्चराइजर और कंडीशनर से दूरी बनाएं रखें। ऑयली बालों में रूसी की परेशानी भी होती है। इसे ऐसे शैम्पू से धोएं जिसमें केटोकोनाजोल, सेलेनियम और जिंक पिरिथिओन शामिल होते हैं।

*डाय या कलर किए बालों के लिए

ऐसे शैम्पू का इस्तेमाल करें जिससे बाल धोने के बाद रंग धुल ना जाएं

क्या आपको बालों में कंडीशनर करना चाहिए?

पहले के समय में शैम्पू महज एक तरल सोप होता था। इससे बालों को धोने से बाल बेजान और रूखे हो जाते थे। कंडीशनर के आने के बाद शैम्पू में नमी को शामिल किया गया। शैम्पू के बाद बालों को कंडीशनर करना बेहद जरूरी होता है, कंडीशनर से बालों में चमक और नमी वापस आती है। इसी के साथ बालों को स्टाइलिश लुक भी देती है।

क्या बालों को रोज शैम्पू करना चाहिए?

बालों को कुछ लड़कियां रोज धोती हैं, लेकिन बालों को रोज धोना सही नहीं होता। बालों को एक सप्ताह में कम से कम चार बार धोना चाहिए। शैम्पू के अधिक इस्तेमाल से प्राकृतिक चमक गायब हो जाती है और बालों का तेल खत्म हो जाता है लेकिन अगर आपके बाल ऑयली हैं तो आप उन्हें रोजाना धो सकती हैं।

शैम्पू का चुनाव करते समय रखें इन बातों का ख्याल

1. स्केल्प की देखभाल

बालों की देखभाल का मतलब है बालों के स्केल्प की देखरेख करना। जड़ों से ही नए बाल निकलते हैं। इसलिए बालों को धोने के लिए ऐसे शैम्पू का चुनाव करें जो बालों की जड़ को नुकसान ना पहुंचाता हो। बालों की स्केल्प हमारी त्वचा की तरह संवेदनशील होती है। अगर आपका शैम्पू सही ना हो तो आपको चर्म रोग भी हो सकता है।

2. एसीडीटी

बालों की स्केल्प का पीएच लेवल बालों से ज्यादा होता है। अगर आप तरह तरह के पीएच लेवल का शैम्पू का इस्तेमाल करेंगे तो इससे आपके बाल कमजोर हो सकते हैं। उसी शैम्पू का इस्तेमाल करें जिसमें पीएच लेवल लिखा हुआ हो।

3. टाइम फैक्टर

शैम्पू के पैक में यह लिखा होता है कि उसे सप्ताह में एक बार करना है या दो बार। शैम्पू के चुनाव में टाइम फैक्टर को काफी नोटिस किया जाना चाहिए। इससे पता चलता है कि इस शैम्पू को रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है कि सप्ताह में दो तीन बार।

4. शैम्पू में प्रयुक्त अवयवों की जांच करें

शैम्पू खरीदने से पहले अवयवों की जांच कर लें। जैसे कि अगर आपको मेंथॉल से एलर्जी है तो उसके लिए मेंथॉल बेस्ड शैम्पू नुकसानदायक होता है जो केमिकल आपकी त्वचा के लिए संवेदनशील हो, उनका इस्तेमाल ना करें।

5. निर्देशों का पालन करें

शैम्पू की बोतल में पीछे की तरफ निर्देश दिए जाते हैं, उनका पालन करना ना भूलें। शैम्पू करने के बाद बालों को ठंडे पानी से ही धोएं। इसके अलावा गर्म पानी का इस्तेमाल ना करें।

6. जरूरी पोषण का ध्यान दें

शैम्पू खरीदने से पहले यह जान लें कि उसमें कौन से कुदरती तेल या जड़ी बूटी शामिल है। अगर आपके शैम्पू में जोजोबा ऑयल, ग्रीन टी हो तो यह आपके बालों की जड़ों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मददगार होता है।

5 Best Patanjali Products for Hair Growth, Hair fall and Hair Loss




5 Best Patanjali products for hair growth:बालों के विकास के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ पतंजलि उत्पादों: बालों की समस्याओं के साथ हम में से बहुत सारे उत्पादों को आजमाएंगे। ऐसी एक आम इच्छा गिरने या शेड बालों को वापस पाने के लिए है। हम  को पतला करने, बालों के झड़ने और बालों के झड़ने को हरा करने के लिए बाल मोटाई और दीक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। वृद्धि, अमला, सरसों, शिकाकाई, रीथा आदि जैसे विभिन्न जड़ी-बूटियों द्वारा शुरू की जा सकती है। आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी बूटी बाल गिरने और विकास को प्रेरित करने में मदद करेगी। कई कारणों से बाल गिर सकते हैं और किसी को भी अपने आहार और शरीर की कल्याण की पर्याप्त देखभाल करनी चाहिए। 

कभी-कभी बाल की देखभाल नहीं करना पुरुषों और महिलाओं में बालों के झड़ने और बालों के झड़ने के कारणों में से एक है। पतंजलि कुछ बेहतरीन उत्पाद भी बनाती है जो प्रकृति में प्राकृतिक और आयुर्वेदिक हैं। तो, बालों के विकास और बाल गिरने की रोकथाम के लिए यहां सबसे अच्छे पतंजलि उत्पाद हैं।

समीक्षा के साथ बाल विकास और बालों के झड़ने के लिए शीर्ष सर्वश्रेष्ठ पतंजलि उत्पाद

1. Patanjali Amla Hair Oil

बालों को लंबे और मजबूत होने के लिए आमला को सबसे प्रभावी प्राकृतिक जड़ी बूटी के रूप में माना जाता है। वास्तव में, जब बाल विकास की बात आती है तो भी आमला बाल विकास की शुरुआत के लिए स्वाभाविक रूप से सबसे अच्छा उपाय है। यह पतंजलि आमला बाल तेल शुद्ध आमला अर्क में समृद्ध है जो बाल लंबे समय तक बढ़ता है।

Price: पुरुषों और महिलाओं के लिए यह पतंजलि बाल उत्पाद छोटी 100 मिलीलीटर की बोतल के लिए 40 रुपये है।

2. Patanjali Kesh Kanti Shikakai Shampoo

एक और पतंजलि उत्पाद जो बाल मोटाई और उन्हें वापस बढ़ने के लिए अच्छा है, वह शिकाकाई है। शिकाकाई खनिज, विटामिन और अर्क में समृद्ध है जो बालों के विकास और मोटाई में मदद करता है। आपने कई लोगों को देखा है कि श्याकाई का उपयोग कई बालों की लंबाई में शैम्पू, बालों के विकास के तेल आदि को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। यह पतंजलि केश कांती शिकाकाई शैम्पू बालों और बालों जैसे बालों के झड़ने को नियंत्रित करने के लिए अच्छा है।

Price: यह बाल कूप विकास शिकाकाई शैम्पू 200 मिलीलीटर के लिए 95 रुपये खर्च करता है।

3. Patanjali Almond Hair Oil

बाल उत्पाद एक तेल जो शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट से भरा हुआ है और विटामिन E.Almond विटामिन ई और खनिज कि बाल बढ़ रही प्रक्रिया इसलिए बढ़ावा में मदद करता है में समृद्ध है, यह एक आवश्यक तेल है कि जो लोग प्राप्त करना चाहते हैं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है बालों को तेजी से बढ़ने के परिणामस्वरूप। एक सप्ताह में दो बार या सप्ताह में एक बार मालिश बाल संकट और बालों से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। यह आयुर्वेदिक बाल विकास तेल भी सूखी सुस्त भंगुर बाल करने के लिए उचित स्थिति दे देंगे।

Price: पतंजलि बादाम का तेल 60 रुपये के लिए है।

4. Patanjali Hair Conditioner With Protein

यदि आप बहुत अच्छे बाल देखना चाहते हैं तो हेयर कंडीशनिंग भी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, सूखे, मोटे और निर्जीव बाल के लिए बालों के विकास के लिए बाल कंडीशनिंग महत्वपूर्ण है। पतंजलि से यह हेयर कंडीशनर प्रोटीन के साथ है जो बालों के विकास के लिए आवश्यक है। बालों को धोने के बाद बस इस हेयर कंडीशनर को लागू करें। यह 2-5 मिनट के लिए काम करते हैं, फिर स्पष्ट पानी से धो लें। यह कंडीशनर मुसब्बर वेरा, ट्रिटिकम सैटिवम, प्रुनस अमिगडालस, एक्लीप्टा अल्बा, विटामिन ई, सिलिकॉन क्वांटमियम, सोया पेप्टाइड, दूध प्रोटीन, चिक मटर निकालने, अनुमतिकर्ता में समृद्ध है रंग और सुगंधित द्रव्य।

Price: यह 100 जी पैक के लिए 60 रुपये के लिए है।

5. Patanjali Kesh Kanti Natural Shampoo

केश कांती बाल सफाई करने वाला शैम्पू सूखापन, बालों के झड़ने और डंड्रफ का इलाज करने में मदद करता है। इसमें भृजराज, मेहेंदी, शिकाकाई, आमला, मुसब्बर वेरा, नीम इत्यादि हैं जो पुरुषों और महिलाओं में बाल विकास को भी प्रेरित करती हैं। इसके अलावा जब आपके बाल गिर रहे हैं और अधिकांश चीजें काम करने में नाकाम रही हैं, तो फिर भी ऐसे उत्पाद का उपयोग करना जो बालों को पोषण दे सकता है। बाल स्केलप को साफ रखने के लिए आप इस शैम्पू को या सप्ताह में कम से कम दो बार कोशिश कर सकते हैं। जब खोपड़ी तेल लेटा जाता है, तब भी बाल की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और आप बालों के झड़ने को खो देते हैं।

Price: यह 200 मिलीलीटर पैक के लिए 85 रुपये के लिए है।

बाल झड़ते हैं तो प्‍याज का रस लगाइये

अगर आप तरह-तरह के नुस्‍खें आजमा कर थक चुकी हैं और फिर भी आपके बाल झड़ना नहीं रुक रहे हैं तो परेशान होने की जरुरत नहीं है, क्‍योंकि अभी आपको एक और नुस्‍खा आजमाना बाकी रह गया है। प्‍याज जिसको केवल खाने से ही फायदा नहीं होता बल्कि बालों में लगाने से भी खूब फायदा पहुंचता है। महंगे स्‍पा में ट्रीटमेंट लेने से अच्‍छा होगा कि आप एक बार अपने बालों में प्‍याज़ लगा कर देखें। प्‍याज को कई तरह की सामग्रियों के साथ मिला कर लगाया जा सकता है। चलिए जानते हैं कि बाल झड़ने की समस्‍या को रोकने के लिए इसको कैसे आजमाया जा सकता है।

ऐसे लगाएं प्‍याज-

1. प्‍याज का रस- इसको तैयार करने के लिए प्‍याज को मिक्‍सर में पीस लें और रस निकाल लें। इसको लगाने के लिए बालों को गरम तौलिये से ढंक कर आंधे घंटे के लिए रखें। फिर प्‍याज के रस को सिर और बालों की जड़ों में अच्‍छी तरह से लगाएं।

2. प्‍याज और शहद- प्‍याज के रस को अपने सिर पर लगभग पौन घंटे के लिए लगाएं उसके बाद शहद को हाथों में लेकर जड़ों पर लगा लें। इससे प्‍याज़ की महक हल्‍की पड़ जाएगी। अब बालों को किसी हल्‍के शैंपू से धो लें।

3. प्‍याज और बीयर हेयर पैक- प्‍याज के रस को निकालने के बाद जो उसका बचा हुआ भाग रह गया हो उसमें नारियल तेल मिला कर जैल बना लें। अब इस मिश्रण में एक कप बीयर मिला लें और लगा लें। बीयर आपके बालों को प्राकृतिक रुप से चमकदार बनाएगा। नारियल तेल आपके बालों की जड़ों को पोषण देगा।

4. प्‍याज और रम- इसके लिए रातभर आपको एक रम के गिलास में घिसी हुई प्‍याज को डाल कर रखना होगा। सुबह इस मिश्रण को छान कर अपने सिर की मालिश करें। इससे आपके बालों को मजबूती मिलेगी और जल्‍द से जल्‍द बाल आना शुरु हो जाएगें।

बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिये टिप्‍स

हर लड़की का सपना होता है कि उसके बाल लंबे और घने हों। लेकिन कुछ ही लड़कियों का यह सपना पूरा हो पाता है। बाल लंबे नहीं हैं या फिर उनमें जान नहीं है तो इसके लिये कहीं न कहीं आप भी इसके लिये जिम्‍मेदार हैं। हमारी लाइफस्‍टाइल ऐसी हो गई है कि हम अपने बालों पर बिल्‍कुल भी ध्‍यान नहीं दे पाते। ना तो बालों में तेल लगाते हैं और न ही उनकी मालिश करते हैं।

बालों की ग्रोथ को बढाना है तो आपको नियमित रूप से उसकी देखभाल करनी पडे़गी। बालों में बादाम का तेल लगाइये, अपनी डाइट में विटामिन ई वाले फूड शामिल कीजिये और बालों को हमेशा साफ सुथरा रखिये। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपके बाल बढने लगेगें। तो आइये जानते हैं कुछ बेहतरीन तरीके बाल बढाने के।

बालों को ज्‍यादा झाडिये

कई लोग दिन में दो बार बाल झाड़ते हैं लेकिन अगर आप अपने बालों को दिन में 20 बार झाड़ेगें तो आपके बाल जल्‍दी उगना शुरु हो जाएंगे।

थोड़ा प्रेशर लगा कर झाड़िये

जब आप बालों को ब्रश से सुलझा रही हों तब खोपड़ी पर थोड़ा प्रेशर लगाइये। इससे सिर का ब्‍लड सर्कुलेशन सही होगा और बाल जल्‍द बढेगें।

बालों में तेल

हफ्ते में एक बार बालों में तेल लगाइये। बालों में तेल लगाने से सिर को पोषण मिलता है।


गुड़हल का तेल

बाल उगाने के लिये आपको प्राकृतिक चीजो कि आवश्‍यकता पड़ती है। कुछ गुडहल की कलियों को गरम नारियल तेल में रातभर के लिये भिगो दें। फिर इस तेल को अपने बालों में मालिश करने के लिये प्रयोग करें। इससे बाल तेजी से और मोटे उगेगें।
  

बाल बांध कर सोएं

जब भी सोने के लिये जाएं तब अपने बालों में चोटी करें। इससे बाल घ्सिा कर टूटेगें नहीं।


विटामिन ई का सेवन

बालों की ग्रोथ बढाने के लिये आपको विटामिन ई वाले आहार खाने होगें। जैसे बादाम और अखराट।


बादाम तेल लगाएं

हम समझते हैं कि बालों के लिये केवल नारियल कर ही तेल अच्‍छा होता है। लेकिन आपको अपने बालों में बादाम का तेल भी डालना चाहिये क्‍योंकि इसमें बहुत सारा विटामिन ई होता है।
  

बालों को गरम पानी से न धोएं

गरम पानी बालों को खराब कर देते हैं। गरम पानी सिर की त्‍वचा का रोम छिद्र खोल देते हैं जिससे बाल गिरना शुरु हो जाते हैं।

बालों को साफ रखें

बालों में तेल लगाना जितना जरुरी है उतना ही शैंपू से बाल को साफ रखना भी आवश्‍यक है। बाल साफ होने से उनकी ग्रोथ तेजी से होती है। हफ्ते में तीन बार बालों को माइल्‍ड शैंपू से धोना चाहिये।


बालों को स्‍कार्फ से ढकें

जब भी कड़ी धूप में जाएं तो बालों को स्‍कार्फ से ढंक लें। सूरज की तेज धूप से बालों को बचाना बहुत जरुरी है।

इन घरेलू नुस्खों को अपनाएं बालों को तेजी से बढ़ाएं

1
बालों को तेजी से बढ़ाने के उपाय

कौन नहीं चाहता घने, मुलायम, काले बाल। बालों से ही तो आपका स्‍टाइल स्‍टेटमेंट बनता है। हेयर स्‍टाइल उसकी सुंदरता और व्‍यक्तित्‍व में चार चांद लगा देते हैं। लेकिन लाइफस्‍टाइल के कारण बालों की समस्‍या से कोई भी अछूता नहीं है। बालों की समस्‍या के लिए हमारी जीवनशैली काफी हद तक जिम्‍मेदार होती है। आमतौर पर हर महीने बालों की लंबाई लगभग 1.25 सेमी बढ़ती है। लेकिन अगर आपके बाल नहीं बढ़ते हैं तो यहां दिये प्राकृतिक तरीके आपकी मदद कर सकते हैं।

2
अंडा

अंडे में मौजूद पोषक तत्‍व शरीर की ही नहीं, बालों के लिए भी लाभप्रद होते हैं। अंडे में प्रचूर मात्रा में प्रोटीन, सेलेनियम, फास्फोरस, जिंक, आयरन, सल्फर और आयोडीन होता है जो बालों को झड़ने से बचाते हैं। ये पोषक तत्‍व बालों को लंबा करने में भी मददगार होते हैं। अंडे की सफेदी में थोड़ा सा जैतून का तेल व शहद को अच्‍छे से मिलाकर इस पेस्ट को अपने बालों में लगाकर एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर इसे शैंपू से अच्‍छे से धो लें। इससे बालों को जरूरी पोषण मिल जाता है जो उनकी ग्रोथ बढ़ाने में मददगार होता है।

3
आंवला

बालों के लिए आंवले को कई तरह से इस्‍तेमाल किया जा सकता है। आप इसका सेवन करें या फिर इसे बालों में लगायें। आंवले में कैरोटिनायड जैसे पोषक तत्वों की मौजूदगी बालों के बढ़ने में सहायक होती हैं। अगर आपके बाल काले नहीं है तो आंवला और रीठा का पाउडर लगाएं, बाल काले हो जाएंगे। आंवला के जूस को सप्‍ताह में एक बार बालों में लगाने से बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं।

4
मसाज

बालों में तेल मसाज बालों को लंबा करने का सबसे अच्‍छा प्राकृतिक उपाय है। मसाज करने से पहले तेल को हल्‍का सा गर्म कर इससे बालों में मसाज करें। मसाज करने से सिर की त्‍वचा में रक्‍त संचार सुधरता है, जिससे बालों को पोषण मिलता है। इसके साथ ही इससे बाल मजबूत और घने होते हैं। इसके लिए सरसों और नारियल के तेल का इस्‍तेमाल किया जा सकता है। सरसों के तेल को हल्‍का गुनगुना करके नहाने से पहले सिर पर मालिश करें, आधे घंटे तक तेल को लगा रहने दें और बाद में धो लें। सप्‍ताह में एक बार ऑयल मसाज जरूर करें।

5
एलोवेरा और शहद

त्‍वचा के साथ-साथ ऐलोवेरा बालों के लिए वरदान है। एलोवेरा में विटामिन, सेलेनियम और दूसरे कई प्रकार के पौष्टिक तत्व बालों के सबसे बड़े दुश्‍मन डैंड्रफ से छुटकारा दिलाते है जिससे बाल स्‍वस्‍थ, मजबूत और लंबे होते हैं। स्‍कैल्‍प पर एलोवेरा जैल को लगाकर रात भर छोड़ दें। अगली सुबह सिर को अच्छी तरह से धो लें। या एलोवेरा जैल और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर, इसका पेस्‍ट बना लें। फिर इस पेस्‍ट को अपने बालों में 30 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। बाद में इसे पानी से अच्‍छी तरह से धो लें।

6
मेंहदी

मेंहदी बालों के लिए नैचुरल कंडीशनर है। मेंहदी का पैक लगाने से बाल मजबूत और घने बनते हैं। मेंहदी बालों को जड़़ से मजबूत और घना बनाती है। एक कप मेंहदी पाउडर में आधा कप दही को अच्छे से मिलाकर इसे करीब दो घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद इस पेस्ट को स्‍कैल्‍प पर लगाएं। सूख जाने पर इसे धो लें।

7
आलू का रस

आलू सबका मनपसंद भोजन होने के साथ बालों को तेजी से बढ़ाने में भी मदद करता है। हालांकि इसकी जानकारी लोगों को बहुत कम है। नहाने से पहले स्‍कैल्‍प पर आलू का रस लगाकर, 15 मिनट बाद धो लें। आलू में पाया जाने वाला विटामिन आपके बालों को लंबा और मजबूत बनाने में मदद करता है।

8
शिकाकाई

शिकाकाई और आंवले के पानी से बालों को धोने से बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं। इसके लिए शिकाकाई और सूखे आंवले को 25-25 ग्राम लेकर थोड़ा-सा कूटकर इसके टुकड़े कर लें। इन टुकड़ों को 500 ग्राम पानी में रात को डालकर भिगो दें। सुबह इस पानी को कपड़े के साथ मसलकर छान लें और इससे सिर की मालिश करें। 10-20 मिनट बाद नहा लें। इस तरह शिकाकाई और आंवलों के पानी से सिर को धोकर और बालों के सूखने पर नारियल का तेल लगाने से बाल लंबे, मुलायम और चमकदार बन जाते हैं।

9
मेथी

मेथी का अधिक सेवन बालों की सेहत के लिए उत्तम माना जाता है। साथ ही मेथी के बीजों का चूर्ण बना लें। फिर उसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर इसका पेस्‍ट बना लें। इस पेस्ट को सिर पर लेप करके आधे घंटे के लिए छोड़ने के बाद धो लें। ऐसा करने से बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं और बालों में डेंड्रफ खत्म हो जाती हैं। ऐसा सप्ताह में कम से कम दो बार अवश्‍य किया जाना चाहिए।

10
ककड़ी

ककड़ी में सिलिकन और सल्‍फर की अधिक मात्रा के कारण इसके इस्‍तेमाल से बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं। इसके लिए ककड़ी के रस से बालों को धोएं। या फिर ककड़ी, गाजर और पालक सबको मिलाकर रस पीने से बाल बढ़ते हैं।

11
गुड़हल

गुड़हल के फूलों में आयरन, फॉस्फोरस, कैल्शियम, राइबोफ्लोबिन, थियामिन, नियासिन व विटामिन सी पाया जाता है। गुड़हल के ताजे फूलों के रस में जैतून का तेल बराबर मिलाकर आग पर पकायें, जब पानी बिल्‍कुल सूख जाये तो इसे शीशी में भरकर रख लें। रोजाना नहाने के बाद इसे बालों की जड़ों में अच्‍छे से मलकर लगाना चाहिए। इससे बाल चमकीले होकर लंबे हो जाते हैं।

12
नींबू का रस

नींबू का रस भी सिर की खाल के पीएच को संतुलित करता है और बालों के विकास में बढ़ावा देता है। इसे उपाय को करने के लिए एक मुठ्ठी बादाम को रातभर पानी में फूलने के लिए छोड़ दें। सुबह बादाम को छील कर पीस लें। अब इसमें दो चम्मच नींबू का रस मिला कर सिर में अच्‍छे से मसाज करें। फिर इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें। जब यह सूख जाए तो इसे अच्छे से धो लें।



लंबे बाल पाने के घरेलू नुस्खे




अगर आप भी अपने मन में लम्बे और सुन्दर बाल पाने की इच्छा रखती हैं तो आपको अपने बालों की अच्छे तरीके से देखभाल भी करनी पड़ेगी। इसके लिए आपको अपने खानपान की आदतों से लेकर बालों पर ध्यान देने के तरीकों पर भी नज़र डालनी होगी। बाल लम्बे कैसे करे, नीचे लम्बे तथा मज़बूत बाल पाने के कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताया गया है।

बाल लंबे करने के तरीके (Remedies for long hair growth)

रोज़मैरी (Rosemary)

बालों की देखभाल के लिए गुड़हल की पत्तियां
रोज़मैरी आपके बालों के लिए काफी बेहतरीन जड़ीबूटी है।यह बालों की बढ़त सुनिश्चित करता है, जड़ों को मज़बूत बनाता है एवं डैंड्रफ (dandruff) दूर करता है। इस जड़ीबूटी में एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) गुण होते हैं जो बालों की बढ़त में इज़ाफ़ा करते हैं।इसके अलावा, रोज़मैरी में मौजूद सल्फर एवं सिलिका (sulfur and silica) की मात्रा बालों का झड़ना कम करती है।रोज़मैरी तेल की दो बूँदें जैतून, नारियल, जोजोबा, बादाम या अवोकेडो (avocado) जैसे बेस ऑयल्स (base oils) के दो चम्मच के साथ मिश्रित करें। इसे अपने बालों पर लगाएंऔर सिर की मालिश करें। इसे कम से कम आधे घंटे के लिए छोड़ दें और फिर बालों में सामान्य रूप से शैम्पू (shampoo) का प्रयोग करें।

अंडे (Eggs)

बाल केराटिन प्रोटीन (keratin protein) से बने होते हैं एवं अंडे प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं। अतः ये आपके बालों की बढ़त में काफी सहायक होते हैं।दो अंडों के पीले भाग को फेंटें एवं इन्हें दो चम्मच जैतून के तेल के साथ मिश्रित करें। इस मिश्रण का प्रयोग अपने सिर की त्वचा पर करें और 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसे ठन्डे पानी से धो लें और बालों पर सामान्य रूप से शैम्पू का प्रयोग करें। वैकल्पिक तौर पर एक अंडे, एक तिहाई कप सादे योगर्ट (yogurt) और मेयोनेज़ (mayonnaise) को ब्लेंडर (blender) में डालकर मिश्रित करें। बालों के इस मास्क (mask) का प्रयोग करें एवं बालों को शावर कैप (shower cap) से ढक लें। बालों को धोने से पहले आधे घंटे के लिए छोड़ दें।

आंवला (Indian Gooseberry)

बालों के झड़ने की समस्या को दूर करने के लिए आप आंवला मिश्रित नारियल तेल बालों की बढ़त के लिए प्रयोग कर सकते हैं। यह समयसे पहले बालों के सफ़ेद होने की समस्या को भीदूर करता है।एक पात्रमें थोड़ा साना रियल तेल गर्म कर लें और इस में सूखेए वं भुने हुए आंवले के टुकड़े डालें। इस तेल को छान कर ठंडा होने दें। इस तेल से अपने बालों एवंसिर की मालिश करें एवं इसे कमसे कम आधे घंटे के लिए छोड़ दें। किसी सौम्य शैम्पू से अपने बालों को धो लें। इस प्रक्रिया का पालन हर हफ्ते करें।

लम्बे बालों का प्राकृतिक उपाय मुल्तानी मिट्टी (fuller’s earth for long hairs in Hindi)

बालों की हर तरह से देखभाल के लिए मुल्तानी मिट्टी एक प्राकृतिक और सरल उपाय है. इसे बालों की सुरक्षा और देखभाल के लिए कई वर्षों से महिलाएं इस्तेमाल करती आ रही हैं. मुल्तानी मिट्टी को पानी में भिगोकर रखें और इसे नर्म हो जानें दें. अब इसमें एक अंडे का सफ़ेद हिस्सा और दही मिलाकर पैक बना लें. इसे बालों की जड़ों और पूरे बालों में 1 घंटे तक लगा के रखने के बाद धोकर साफ़ करें. यह बालों को प्राकृतिक रूप से लम्बा करने का तरीका है जो इसे बढ़ने में मदद करता है.

गुड़हल के फूल से बालों को जल्दी लम्बा करने के उपाय (tips for long hair in one month in Hindi)

गुड़हल के फूलों द्वारा बालों का उपचार एक भारतीय प्राचीन परम्परा है और आयुर्वेद में भी इस उपचार के बारे में बताया गया है. अगर आप बालों को तेजी से लम्बा करना चाहती हैं तो गुड़हल के लाल फूलों को मेहँदी के ताजे पत्तों के साथ पीस कर बालों में मास्क की तरह लगा कर कम से कम 2 घंटे रखें और इसके बाद किसी अच्छे माइल्ड शैम्पू से धों लें. यह बालों को जल्दी लम्बा बनाने का प्राकृतिक उपाय है.
लंबे बाल करने के उपाय है सरसों के पाउडर का हेयर पैक (Mustard powder hair pack)

बाल सीधे करने के लिए घरेलु उपचार

1 चम्मच सरसों के पाउडर को २ चम्मच जैतून के तेल, 1 अंडे और पानी की कुछ बूंदों के साथ मिलाएं। इन्हें अच्छे से मिलाएं तथा बालों पर पूरी तरह लगाएं। इस समय सिर की त्वचा पर ज़्यादा ध्यान दें। एक शावर कैप लगाएं तथा इसे 20 से 30 मिनट के लिए छोड़ दें। बाद में अपने बालों को एक सौम्य शैम्पू से धो लें। सरसों रक्त के संचार में वृद्धि करता है और इस तरह बालों की बढ़त में भी सहायता करता है।


बाल लंबे करने के उपाय है अरंडी का तेल (Castor oil se balo ko lamba karne k tips)

लंबे बालों का राज अरंडी का तेल आपके बालों की बढ़त का एक बेहतरीन उपचार है। बाल लम्बे करने का तेल, रात को अरंडी का तेल लगाकर सोएं तथा अगली सुबह इसे धो दें। वैकल्पिक तौर पर अपने सिर की मालिश अरंडी के तेल तथा बादाम के तेल के मिश्रण से करें। इस उपचार से बाल झड़ने की समस्या से मुक्ति मिलती है तथा पतले बाल, बाल कम होने तथा गंजेपन जैसी परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है।

बाल लंबे करने के तरीके मेथी के बीज से (Fenugreek seeds)

बालों का घनत्व बढ़ाने के लिए बाल झड़ने की समस्या को रोकना आवश्यक है। मेथी के बीजों की सहायता से बालों का झड़ना रोकें। 2 से 3 चम्मच मेथी के बीज लें तथा इन्हें पानी में सारी रात भिगोकर रखें। अगली सुबह इन्हें पीसकर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने सिर तथा बालों पर लगाएं। इसे 30 से 40 मिनट तक रहने दें तथा एक सौम्य शैम्पू की मदद से अच्छे से धो लें। कुछ महीनों तक इस विधि का प्रयोग हफ्ते में 2 बार करने पर बालों की समस्या से निजात मिलती है। इसके अलावा इससे बाल चमकदार तथा मुलायम होते हैं।

बालो को लंबा करने के उपाय विटामिन्स से (Vitamins)

बालों का बाहरी उपचार तथा मालिश करना बेहद आवश्यक है, परन्तु इन सबके साथ आतंरिक पोषण भी उतना ही ज़रूरी है। ध्यान रखें कि आपके खानपान में प्रचुर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा होनी चाहिए जिनकी मदद से बाल बढ़ते हैं। विटामिन की मदद से हमारे बालों को जल्दी बढ़ने में मदद मिलती है।

अपने भोजन में काफी मात्रा में फल, नट्स, सब्ज़ियाँ, बीज, साबुत अनाज, दालें तथा दही शामिल करें। वसा और तेल आपके बालों को खराब करते हैं, अतः इनसे परहेज करें। बालों का स्वास्थ्य सही न रहने पर ही उन्हें तरह तरह की बीमारियां घेरती हैं। सही खानपान तथा ढृढ़ निश्चय से ही बालों के स्वास्थ्य में बढ़ोत्तरी होती है।

विटामिन ए, सी और इ स्वस्थ और रेशमी बालों के लिए काफी आवश्यक हैं। फोलिक एसिड की गोलियों तथा बायोटिन हेयर ग्रोथ का सेवन करें, जिससे बालों की मज़बूती में मदद मिलती है। खानपान बदलने से तथा बालों के लिए औषधियों में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।

बाल लम्बे कैसे करे डीप कंडीशनिंग से (Deep conditioning se balo ko badhana)

बालों का सही प्रकार से उपचार करने पर आपको काफी स्वस्थ तथा ना टूटने वाले बाल मिल सकते हैं। बाल बढाने का तेल, ऐसे कई उपचार हैं जिनकी सहायता से आप बालों को पोषण दे सकते हैं। जैतून के तेल, अंडे या शहद की मदद से भी आप बालों को सही पोषण दे सकते हैं। कंडीशनिंग करने से ना सिर्फ बालों के स्वास्थ्य में बढ़ोत्तरी होती है, बल्कि इसकी मदद से आप लम्बे, घने तथा चमकदार बाल प्राप्त कर सकते हैं।

बाल गिरने का इलाज




बाल झड़ना आज एक तेजी से फैलने वाली बीमारी बन चुका है. झड़ते हुए बालों से निजात पाने के लिए कई लोग शैम्पू बदलना काफी समझते हैं. उपरी तौर हो सकता है कि कुछ राहत मिल जाए लेकिन अंदरूनी तौर पर बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं. उचित पोषण का न मिलना, बालों में किसी प्रकार का संक्रमण या कई बार अनुवांशिक कारण भी हो सकते हैं. इसलिए बालों का झड़ना रोकने के लिए आइए इसे विस्तार से समझते हैं.

बाल झड़ना रोकने के चिकित्सकीय तरीके


1. विटामिन डी की भूमिका

विटामिन डी बालों को बढ़ने ने के लिए यह बहुत ज़रूरी  तत्व है. विटामिन डी की खासियत है कि ये आयरन और कैल्शियम को सोख लेता है. बालों के गिरने की एक वजह आयरन की कमी भी है. यदि आप प्रतिदिन 15 मिनट भी सूर्य की किरणों से सीधे संपर्क में रहेंगे तो इससे आपको विटामिन डी की जरुरी खुराक मिल जाएगी. लेकिन बहुत ज्यादा गर्मी में सूर्य की किरणों के सीधे सम्पर्क में आने से बचें.

2. पौष्टिक खाना खाइए

पौष्टिक खाना आपको कई तरह की समस्याओं से बचाने का काम करता है. यहाँ ये बताना आवश्यक है कि जंक फ़ूड , डब्बाबंद आहार, तैलीय खाना, वगैरह में पौष्टिक तत्वों  की कमी होती है. इसलिए इन्हें खाने से आपके शरीर को सही मात्रा  में आयरन, कैल्सियम, जिंक, विटामिन  सी  और प्रोटीन वगैरह नहीं मिल पाते हैं. बालों के वृद्धि और विकास के लिए ये बेहद जरुरी हैं. इसीलिए हरी सब्जियां, फल, सूखे मेवे, दूध, अंडे खाइए ताकि पौष्टिक आहारों की कमी को पूरा किया जा सके.

3. धूम्रपान से बचिए

धूम्रपान करने से अथेरोसेलेरोसिस की स्थिति बनती है. इसमें आपके शरीर की नसों और रगों पर मैल की परत जमा हो जाती है. इसकी वजह से पूरे शरीर के रक्तसंचार में बाधा पहुँचती है. ऐसे में यदि आप पौष्टिक आहारों का सेवन कर भी कर रहे हैं तो भी पौष्टिक तत्व आपके बालों की जड़ों तक नहीं जा पाते हैं. क्योंकि अथेरोसेलेरोसिस की वजह से आपके सिर तक पर्याप्त मात्रा में  रक्त नहीं पहुँचता है. और इससे आपके बाल कमज़ोर होकर गिरने लगते हैं.

4. हानिकारक रसायनों के इस्तेमाल से बचें

अपने झड़ते हुए बालों को बचाने के लिए कई लोगों को सबसे आसान उपाय लगता है शैम्पू बदल लेना. भ्रामक विज्ञापनों के जाल में फंसकर कई बार हानिकारक केमिकल वाले शैम्पू भी लगा लेते हैं. इससे बालों का झड़ना तो क्या ही रुकेगा इसमें और वृद्धि हो जाती है. इसलिए ये बेहद जरुरी है कि इसके लिए उचित उपचार करें.

5. ज्यादा गर्मी और बाल रंगने से बचें

यदि आपके बाल झड़ रहे हैं तो आपको अत्यधिक गर्मी और बालों को  बहुत ज्यादा  रंगने या डाई करने से बचना चाहिए. इसलिए जब तक बहुत जरुरी न हो आपको बालों पर केमिकल लगाने से बचना चाहिए.

6. व्‍यायाम की भूमिका

व्यायाम आपके शरीर में रक्तसंचार को बढ़ाता है. इसका फायदा ये होता है कि जिन छिद्रों तक रक्त नहीं पहुँच पाता है वहां भी रक्तसंचार होना शुरू हो जाता है. सिर के बाल दरअसल हमारे शरीर के सबसे उपरी हिस्से में स्थित होते हैं. यहाँ रक्त छिद्रों में कई बार उचित पोषण और रक्त नहीं पहुँच पाता है. इसलिए जब हम व्यायाम करते हैं तो रक्त संचार में आई तीव्रता की वजह से सिर के उपरी हिस्से में भी खून और पोषक तत्वों की सही मात्रा पहुँचती है. इससे आपके बालों का झड़ना रुकता है.

7. पानी की भूमिका

आपकी त्वचा, बाल, रक्त, शुक्राणु, इन सबको स्वस्थ रहने के लिए और अपना कार्य सक्षमता से करने के लिए पानी की ज़रुरत पड़ती है. जब आप पानी पीते हैं तो आप अपने कोशिकाओं और इन्द्रियों को एक तरह से सींचते हैं. इससे आपके रक्तसंचार में सुधार होने के साथ ही किसी भी रोग को रोकने की शक्ति पैदा होती है. आपके बालों की जड़ें भी मज़बूत हो जाती हैं. लीवर से और आपकी त्वचा की कई सतहों के नीचे से विषैले तत्व बाहर निकाल फेंकता है. पानी आपके बालों में एक नयी चमक भी पैदा करता है, और उन्हें स्वस्थ और मज़बूत तो रखता ही है.

8. तनाव से बचिए

जाहिर है तनाव कई बीमारियों को जन्म देता है. बालों का झड़ना उन बीमारियों में से एक है. इसलिए यदि आप अनावश्यक बीमारियों से बचना चाहते हैं तो तनाव को टाटा बाय-बाय कहिए. हलांकि ये कहना आसान है लेकिन ज्यादा मुश्किल भी नहीं है. बस आपको तय करना है. इसके लिए आप योग या ध्यान की मदद ले सकते हैं.

बालों का झड़ना रोकने के घरेलु नुस्खे

1. बालों में लगाएं दही

बालों का झड़ना रोकने के लिए दही एक बेहद कारगर और आसान उपाय है. इसका प्रयोग आप बालों को धोने से पहले करें. बालों को धोने से लगभग 30 मिनट पहले बालों में दही लगा लें. जब बाल पूरी तरह सुख जाएँ तो इसे धो लें. इसके लिए आप पांच बड़े चम्मच दही, एक बड़ी चम्मच नीम्बू का रस और दो बड़े चम्मच कच्चे चने का पाउडर मिलाकर इस पेस्ट को भी नहाने से आधे घंटे पहले लगाएं.

2. शहद

कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम शहद को बालों लगाने पर ये बालों का झड़ना भी कम करता है. इसके अलावा आप दालचीनी और शहद के को मिलाकर भी बालों में लगा सकते हैं. गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर उनका पेस्ट नहाने से पहले सिर पर लगायें. कुछ समय बाद सिर को धो लीजिए. इससे बाल झड़ने की समस्या से निजात मिलेगा.

3. मेथी

बालों का झड़ना रोकने के लिए एक कप पानी में कुछ चम्मच मेथी के दाने को को पीसकर मिला लें. इस मिश्रण को अपने बालों में लगा कर चालिस मिनट बाद सादे पानी से बालों को धोयें. लगभग एक महीने में आपको इसका असर दिखेगा.

4. रोजमेरी ऑयल

बालों की मजबूती ओ इसे झड़ने से बचाने के लिए अपने बालों में रोजमेरी आयल से मसाज करें. इससे बाल बढ़ते भी हैं. इसके अलावा जवाकुसुम की पत्तियों को थोड़े से पानी में मिलाकर पेस्ट बना लीजिए, इस पेस्‍ट को सिर की त्वचा और बालों पर लगाइए, इससे बाल बढ़ते और घने होते हैं.

5. मेंहदी

मेंहदी के पत्ते को पीसकर इसे दही और एक अंडे के साथ मिलाकर बालों में लगाएं. इसे 30 मिनट तक छोड़ दें और इसके बाद इसे पानी से धो लें. इस नुस्खे का असर 15 दिनों के भीतर ही हो जाता है.

प्राकृतिक तरीके

1. बालों के टूटने का एक कारण बालों का उलझा हुआ होना भी है. आपको दिन में कम से कम 2-3 बार कंघी करना चाहिए. इससे बाल सुलझे हुए भी रहेंगे और टूटने का डर भी काफी हद तक कम हो सकता है.

2. बालों को धुप और धुल से बचाकर रखें. बाहर तेज धूप होने पर छाता लेकर जाएँ. हो सके तो बालों को ढककर बाहर निकलें.

3. ठंडी के मौसम में लोग गर्म पानी से नहाना चाहते हैं. लेकिन जब पानी बहुत गर्म होता है तो इससे भी आपके बाल टूटते हैं.

4. बालों को पोषण देने के लिए आपको डाइट में प्रोटीन, आयरन, जिंक, सल्फर, विटामिन सी, के अलावा विटामिन बी से युक्त खाद्य पदार्थ भरपूर मात्रा में लेने चाहिए.

5. बालों में आंवला, बादाम, ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल, सरसों का इत्यादि लगाने से मजबूती आती है. इसे सप्ताह में कम से कम दो बार अवश्य लगाना चाहिए.


बाल झड़ने से हैं परेशान तो अपनाएं ये 6 तरीके, चंद महीनों में दिखेगा असर

हेयर फॉल यानि बालों का झड़ना और गंजापन.इससे आजकल सभी परेशान हैं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बदले खान-पान और मॉर्डन जीवनशैली के चलते लोग गंजेपन का शिकार हो रहे हैं और बाल झड़ रहे हैं।

कई बार ऐसा होता है कि कंघी करो तो खूब सारे बाल कंघी में निकल आते हैं।




  बालों का झड़ना  या हेयर फॉल रोकने के घरेलू तरीके
  नारियल के तेल का कमाल नारियल का तेल बालों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसके लिए करीब 20 ml नारियल के तेल में थोड़ा सा आंवले का तेल मिलाएं, दो चम्मच नींबू का रस मिलाएं और फिर इससे सिर की मालिश करें और थोड़ी देर रहने दें। इसके बाद सिर को अच्छे शैंपू से धो लें। हफ्ते में कम से कम 4 बार ऐसा करें। ऐसा करने से धीरे-धीरे बालों के झड़ने की समस्या खत्म हो जाएगी। मेथी के दाने नारियल तेल में मिलाकर सिर में लगाने से भी बाल झड़ने रुक जाएंगे। इसके लिए थोड़े से मेथी दाने लें और उन्हें नारियल तेल में फ्राई करें। ठंडा होने के बाद इससे सिर के बालों की जड़ों तक मालिश करें। इस तरीको को हफ्ते में 2-3 बार करें। मेहंदी के साथ सरसों का तेल 

आमतौर पर लोग सिर में मेंहदी चमक और रंग पाने के लिए लगाते हैं लेकिन लोग कम ही जानते हैं कि मेंहदी बालों को झड़ने से भी रोकती है। इसके लिए मेंहदी के कुछ पत्तों को सरसों के तेल में उबालें और ठंडा होने पर उस तेल से सिर की मालिश करें। इस तरीके से हफ्ते में 2-3 बार मालिश करें और कुछ ही वक्त में बालों का झड़ना रुक जाएगा।

  दही और बेसन का जादू

दही और बेसन को एक साथ मिक्स करें और उसमें थोड़ा सा नींबू मिलाकर सिर पर अच्छी तरह से लगाएं। 3 या 4 घंटे के लिए सिर को ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद गुनगुने पानी से धोकर अच्छी तरह शैंपू कर लें। हर हफ्ते ऐसा करें, कुछ वक्त में काफी फायदा देखने को मिलेगा।

  शहद और जैतून का तेल

जैतून का तेल बालों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है, लेकिन बालों के झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो इसे शहद के साथ मिलाकर बालों की जड़ों तक लगाएं।  हफ्ते में कम से कम 3-4 बार ऐसा करें, बालों का झड़ना रुक जाएगा।

  आंवला, रीठा और शिकाकाई

आंवला, रीठा और शिकाकाई को hair fall treatment में रामबाण माना जाता है। आजकल बाजार में इनसे बने शैंपू भी मौजूद हैं, लेकिन उनमें केमिकल्स होने की वजह से बालों पर नुकसान दिखता है। ऐसे में घर पर ही आंवला, रीठा और शिकाकाई का मिक्सचर बनाकर

बालों में लगा सकते हैं।
  घर पर बनाएं शैंपू इसके लिए आंवला 250 ग्राम, रीठा और शिकाकाई भी 250-250 ग्राम लें और लोहे के एक बर्तन में रात भर के लिए भिगोकर रख दें। अगले दिन इसे एक साथ लोहे के बर्तन में ही उबाल लें (करीब डेढ़ लीटर पानी के साथ) तब तक उबालें जब तक पानी आधा ना रह जाए। ठंडा होने पर मिक्सचर को छान लें और स्टोर करके रख लें। हर दूसरे दिन इससे सिर की मालिश करें और फिर चंद दिनों में जबरदस्त कमाल दिखेगा। बालों का झड़ना एकदम रुक जाएगा। जादू से कम नहीं अमरूद की पत्तियां 

अमरूद की पत्तियों को एक लीटर पानी में उबालें और तब तक उबालें जब तक पानी का रंग काला ना पड़ जाए। इसके बाद पानी को छानकर, ठंडा कर बालों की जड़ों में लगाएं। लगातार ऐसा करने से कुछ ही वक्त में बालों के झड़ने की समस्या से निजात मिलेगी।

  नींबू और केला

केले को मैश करके उसमें नींबू का रस मिलाएं और उसे बालों में जड़ों तक लगाएं। इससे बालों का झड़ना कम होगा। साथ ही यह तरीका गंजापन भी रोकने में सहायक है। सिर पर जहां बाल ना हों वहां केले और नींबू का पेस्ट लगाएं, रोजाना ऐसा करेंगे तो कुछ वक्त में वहां बाल उगने शुरू हो जाएंगे।

  Hibiscus यानि जसवंत के फूल

Hibiscus यानि जसवंत के फूल किसी भी तरह की बालों की समस्या के लिए काफी प्रभावशाली माने जाते हैं। इसके लिए जसंवत के फूलों को नारियल के तेल में तब तक पकाएं जब तक कि तेल का रंग काला ना पड़ जाए। अब इस तेल को ठंडा कर बालों में जड़ों तक लगाएं। रोजाना इस तेल से सिर की मालिश करें, बालों को झड़ना रुक जाएगा और बालों से संबंधित हर तरह की समस्या खत्म हो जाएगी।

  प्याज

प्याज का रस हेयर फॉल कंट्रोल में काफी फायदेमंद है। इसलिए या तो प्याज को काटकर बालों की जड़ों तक मालिश करें या फिर उसका रस निकालकर जड़ों में लगाएं। इससे बालों के झड़ने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। दरअसल प्याज बालों में collagen की मात्रा को बढ़ाता है जिससे बालों की growth होती है।

  Hair fall कंट्रोल के लिए ध्यान रखें ये बातें

  जब भी आप शैंपू करें तो कम से कम 3-4 घंटे पहले गुनगुने तेल से मालिश करें। सरसों या नारियल तेल से मालिश करना ज्यादा फायदेमंद होता है। गीले बालों में कभी भी कंघी ना करें। ऐसा करने से बालों की जड़ें खिंच जाती हैं और वो कमजोर हो जाते हैं। खान-पान सही रखें। बालों को खोलकर ना रखें। जब जरूरी हो तभी खोलें। हफ्ते में एक बार बालों को भाप जरूर दें। टेंशन और स्ट्रेस ना लें। नियमित योगा करें। गंजपेन के शिकार हैं तो ये तरीके करेंगे फायदा

कुछ लोगों में खासकर पुरुषों में गंजेपन की काफी परेशानी होती है। कुछ तरीके हैं जो गंजेपन की समस्या को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। Hibiscus यानि जसवंत के फूल किसी भी तरह की बालों की समस्या के लिए काफी प्रभावशाली माने जाते हैं। इसके लिए जसंवत के फूलों को नारियल के तेल में तब तक पकाएं जब तक कि तेल का रंग काला ना पड़ जाए। अब इस तेल को ठंडा कर बालों में जड़ों तक लगाएं। रोजाना इस तेल से सिर की मालिश करें, बालों को झड़ना रुक जाएगा और बालों से संबंधित हर तरह की समस्या खत्म हो जाएगी। गंजेपन की समस्या में धनिया भी काफी हद तक फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए हरा धनिया पीसें और उसे सिर पर लगाएं। इससे गंजापन काफी हद तक दूर हो जाएगा। बिना छिलके वाली उड़द की दाल को भी गंजापन दूर करने में काफी प्रभावशाली माना गया है। 

इसके लिए बिना छिलके वाली उड़द की दाल को रात भर के लिए भिगोकर रख दें। अगले दिन उसे पीसकर रात को सोने से पहले बालों में लगा लें। सुबह उठकर सिर को अच्छी तरह से धो लें। रोजाना ऐसा करें या हफ्ते में 2 या 3 दिन भी करेंगे तो चलेगा। कुछ ही वक्त में गंजेपन से निजात मिलेगी।

 बालों के लिए आयुर्वेदिक उपचार

शहद कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम है। शहद के प्रयोग से बालों का झडऩा भी रोका जा सकता है।दालचीनी भी बालों की समस्या को दूर करने का कारगर उपाय है। आयुर्वेद के अनुसार दालचीनी और शहद के मिश्रण से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है।बाल झड़ते हैं, तो गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर उनका पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें और कुछ समय बाद सिर धो लें। इससे बालों की समस्या से निजात मिलेगी।बालों में आमतौर पर कुछ समस्याएं जैसे-बालो का गिरना, सफेद बाल, डैण्ड्रफ, सिर की त्वचा के रोग इत्यादि शामिल हैं। लेकिन बालों की समस्या को थोड़ी सावधानी बरतकर आसानी से दूर किया जा सकता है।

मजबूत तथा स्वस्थ बालों के लिए तेल से मालिश आवश्यक है। सर की मालिश करने से बालों की जड़ो को पोषण मिलता है और बालों के झड़ने में कमी आती है।सरसो के तेल में मेहंदी की पत्ती गर्म करें। ठंडा कर के बालों में लगायें, इससे बालों का झड़ना रूक सकता हैं।आँवला,शिकाकाई पावडर को दही में मिलाए। यह मिश्रण बालों में लगाने से बालों की डीप कंडीशनिंग होती है।बालों की देखभाल के साथ-साथ खाने-पीने का भी खास ध्यान रखें। फलों और सब्जि़यों का सेवन अधिक करें। शहद में अंडा मिलाकर लगाना भी बालों की सेहत के लिए अच्छा रहता है।नीम की और बेर की पत्तियों को पीसकर नींबू डालकर लगाने और इसके लगातार प्रयोग से बालों का झड़ना बंद हो जाता हैं। बड़ के दूध में नींबू का रस मिलाकर निरंतर लगाने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है।

ग्रीन टी से बालों के झड़ने को आसानी से रोका जा सकता है।जड़ी बूटियों से बनी औषधी व तेल मालिश से बालों के झड़ने की समस्या को दूर किया जा सकता है।बालों की समस्या को रोकने के लिए आयुर्वेद में बालों की मालिश को आवश्यक माना गया है। ऐसे में नारियल तेल या बादाम के तेल से सिर की अच्छी तरह से मालिश करनी चाहिए।यदि आप तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों ध्रूमपान इत्यादि को त्याग देंगे तो आपके बालों का झड़ना अपने आप ही रूक जाएगा।


मुलायम बालों के लिए 21 उपाय, इनसे बालों की बढ़ेगी मजबूती




आज के दौर में हर को अपने गिरते बालों को लेकर चिंता जाहिर करता रहता है। टूटते और झड़ते बालों को लेकर लोगों में इतना डर बैठ गया है कि वो महंगे और कैमिकल युक्त हेयर ट्रीटमेंट लेने को मजबूर हो गए हैं। अगर आप भी घने, लंबे और मुलायम बाल चाहते हैं तो आपके घरेलू उपायों पर गौर करना चाहिए ताकि बाल को पर्याप्त पोषण भी मिले और कैमिकल का झंझट भी न हो। 

  बाल बढ़ाने के लिए 21 उपाय

1. नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाएं।

2. अंडे में दो चम्मच ऑलिव ऑयल मिलाकर सिर में मालिश करें। 

3. प्याज को पीस कर उसका दो चम्मच रस निकाल लें। इस रस से बालों की हल्के हाथों से मालिश करें।

4. आंवले का मुरब्बा खाएं। चाहें तो कच्चा आंवला भी रोज खा सकते हैं। आंवले के तेल की बालों में मालिश करें।

5. एलोवेरा का सेवन करने से भी बालों को पोषण मिलता है औऱ इससे बाल घने और मुलायम होते हैं।

6. बालों में अरंडी के तेल से मालिश करें। यह टूटते बालों की रफ्तार को रोक देता है। 

7. मेथी के दानों को रातभर के लिए भिगो दे और सुबह इसका पेस्ट बनाकर बालों में लगाएं। फिर सिर धो लें।

8. नारियल का दूध भी बालों में पोषण देता है। आप हफ्ते में एक बार नारियल के दूध से बालों की मालिश करें।

9. आलू में विटामिन ए बी और सी का भंडार होता है। इसके रस को बालों में आधा घंटा के लिए लगाए और फिर धो लें।

10. जैतून के तेल से तीन दिन में एक बार रात को बालों की मालिश करें। इससे बालों को हर तरह का पोषण मिलता है औऱ बाल लंबे औऱ मुलायम होते हैं।

11. नारियल और शीशम के तेल मे गुडहल के फूल का पेस्ट मिलाए और पंद्रह मिनट के लिए लगाकर सिर धो लें।

12.मेहंदी भी बालों को पर्याप्त पोषण देती है। सप्ताह में एक दिन सिर में मेहंदी लगाएं। ये बालों को कलरिंग भी देगी औऱ मुलायम भी करेगी।

13. मेहंदी में अंडा और चाय की पत्ती का पानी मिलाकर रात भर काली कढ़ाई में रखे और सिर पर लगाएं।

14. पकी हुई नाशपाती को मैश करके इसमें जेतून का तेल और केला मिलाएं और सिर पर लेप करें। इससे सिर की त्वचा को भी पोषण मिलेगा।

15. पंसारी की दुकान पर मिलने वाले पटसन के बीजों को रात भर भिगोकर रखें. सुबह उन्हें उबाल लें और उस उबाले हुए पानी से बने जैल को सिर पर लगाएं।

16. मुलायम और काले बालों के लिए शिकाकाई भिगोकर रखें और उसे बालों पर लगाएं। बाल काले और घने होंगे।

17. रीठा और आंवला भी बालों को पोषण देते हैं। इनका पेस्ट बनाकर बालों पर लगाएं। इससे बालों को पोषण मिलेगा।

18. तिल का तेल बालों के लिए बहुत अच्छा होता है, इसके तेल की मालिश बालों की जड़ों में करें,  बाल घने हो जाएंगे।

19. सरसों के तेल को गर्म करके इसमें नारियल का तेल, तिल का तेल और अरंडी का तेल मिलाएं और इस सुपर तेल से सिर की मालिश करें। बालों के लिए हर तरह से फायदेमंद है ये सुपरतेल।

20. नारियल के तेल में एलोवेरा जैल मिलाकर बालों की जड़ों में मिलाएं। इससे बाल भी लंबे होंगे और उनकी उम्र भी बढ़ेगी।

21. अरंडी के तेल में विटामिन ई का कैप्सूल तोड़कर मिलाए और उसे सिर में लगा लें। ये बालों के लिए जरूरी पोषक की तरह काम करता है।

आपके किचन में ही मिलने वाली ये चीजें आपके बालों के लिए कितनी जरूरी हैं, ये बात आप जान पाएंगे जब आप अपने बालों को लंबा होता देखेंगे। 


आयुर्वेद उपायों से कम होगा बालों का गिरना

बालों की देखभाल में आयुर्वेद का काफी महत्व है। बालों की सेहत का खजाना सबसे ज्यादा आयुर्वेद में ही है। बदलती जीवनशैली, प्रदूषित वातावरण, काफी मात्रा में जंक फूड के सेवन आदि की वजह से युवाओं में बाल झड़ने की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है।

बालों को सबसे ज्यादा नुकसान हेयर डाई, हेयर कलर, जेल और केराटिन हेयर ट्रीटमेंट पहुंचा रहा है। आइए जानते हैं बालों के झड़ने-गिरने को हम कैसे आयुर्वेदिक उपायों के आजमाने से रोक सकते हैं। 

भृंगराज (Bhringraj)- भृंगराज को बालों का राजा कहा गया है। भृंगराज को खूब कूट-पीसकर बनाया हुआ चूर्ण और काला तिल दोनों बराबर मात्रा में मिला कर रख लें। रोजाना सूर्योदय के समय इसे खाएं और ताजा पानी पी लें। इससे बालों का गिरना-झड़ना बंद हो जाएगा। बालों की जड़ों को मजबूत रखने के लिए उनमें भृंगराज का तेल भी लगा सकते हैं।

ब्राह्मी (Brahmi)- ब्राह्मी के पत्ते को सुबह ताजे पानी के साथ चबा कर खाएं या फिर इसके पत्ते को पीस कर पेस्ट बनाएं और हेयर पैक की तरह बालों में लगाएं। इसमें दही भी मिला सकते हैं। इसे रोजाना आजमाने से बाल कभी नहीं गिरेंगे। 

आंवला (Amla)- एक चम्मच आंवला का चूर्ण दो घूंट पानी के साथ सोते समय खाएं। इससे न तो कभी बाल सफेद होंगे और बालों का गिरना भी बंद होगा। सूखे आंवले के चूर्ण को पानी के साथ मिला कर पेस्ट बनाएं और इसे बालों में लगाएं।
दूसरा उपाय यह है कि 25 ग्राम सूखे आंवले को मोटा-मोटा कूट कर किए हुए टुकड़े को 250 मिली लीटर पानी में रात भर पानी में भीगने के लिए छोड़ दें। सुबह आंवले के फूले हुए टुकड़े को पानी में हाथ से मसलकर अच्छी तरह से मिला लें, फिर पानी को साफ कपड़े से छान लें। अब इस छाने हुए पानी से बालों की जड़ों को मलिए। दस मिनट के बाद बालों को धो डालिए। बाल गिरने और सफेद होने की समस्या धीरे धीरे दूर हो जाएगी।

नीम (Neem)- नीम के पत्तों को सुखाकर चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण को नारियल तेल में मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं। दही में भी नीम का चूर्ण मिलाया जा सकता है। इससे बालों का झड़ना-गिरना बंद हो जाएगा।

रीठा (Reetha)- रात में रीठे के छिलके के छोटे-छोटे टुकड़े करके पानी में भीगने के लिए छोड़ दें। सुबह उन्हें मसलकर उस पानी से सिर धोएं, इससे बालों का गिरना बंद हो जाता है। 
इसे आजमाने से बाल काले, घने और लंबे भी होते हैं।
अश्वगंधा (Ashwagandha)- शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता कमजोर होने से बालों के झड़ने-गिरने की भी बीमारी होती है। रात में अश्वगंधा के सेवन से न सिर्फ यौवन शक्ति मिलती है बल्कि बालों का झड़ना-गिरना भी बंद होता है।
हर्बल ऑयल से बालों की मसाज (Hair massage)-बालों के झड़ने-गिरने को रोकने के लिए कई सारे हर्बल ऑयल उपयोगी हैं। आप बालों में नारियल तेल, आंवला तेल, ब्राह्मी तेल, बादाम तेल, अरंडी तेल, सरसों तेल और आर्निका तेल से मालिश कर सकते हैं। इससे बालों का झड़ना-गिरना बंद होगा।

बाल बढ़ाने के तरीके




हम सबसे ख़ास दिखें ये चाह हम सभी की होती है। और इस खासियत यानी सुन्दरता को बढाने में घने-लम्बे बाल अहम् रोल अदा करते है। सबका हेयर स्टक्चर अलग-अलग होता है। किसी के सर में कम बाल होते हैं तो कोई घने बालों को लहराता नजर आता है। पर सुंदर और घने बाल सभी को अच्छे लगते हैं चाहे वे पुरुष हो या महिला। सभी की चाह होती है घने बालों को अपने तरीके से सवारने सजाने की। पर आज के Pollution भरे माहौल और गलत Lifestyle के कारण बालों की दसा में सूधार कर पाना एक चैलेंज सा हो गया है।

लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं आप बेझिझक ये चैलेंज एक्सेप्ट करें और हमारे बताए तरीको के साथ लग जाएं बालों की ग्रोथ की मुहिम पर। तो दोस्तों आइये हम जानते हैं कुछ घरेलु नुस्खे जिन्हें अपनाकर आप बालों को गिरने से रोकने के साथ ही उन्हें घना और लम्बा भी रख सकते हैं।

1. कोकोनट मिल्क 

एक ब्रश से अपने सर पर कोकोनट मिल्क लगाएं, और सर पर एक टॉवेल बांधकर करीब 20-25 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर टॉवेल हटाएं और बालों को ठन्डे पानी से धो दें। बाद में शैम्पू कर लें, इस नुस्खे को हफ्ते में एक बार आजमाने से थोड़े ही दिनों में आपके बाल गिरना रुक जाएंगे। पर याद रहे, सर पर कोकोनट वाटर नहीं कोकोनट मिल्क लगाना है। जो नारियल को घिसने के बाद उसे निचोड़ने से निकलता है।

2. एलोवेरा 

अपने बालों को सादे पानी से अच्छी तरह धोएं। फिर एलोवेरा के पत्ते में से निकले गूदे से पूरे सर पर अच्छी तरह मालिश करें। 15 मिनट के बाद सादे पानी से सर को धो लें हफ्ते में तीन दिन सुबह-सुबह ये नुस्खा अपनाकर देखें। थोड़े ही दिनों में फर्क दिखने लगेगा।

3. आम

आम इसलिए कि इसमें नीम का इस्तेमाल करना है और नीम आपको हर जगह मिल जाएगी। नीम की पत्तियों को पानी में इतनी देर उबालें कि पानी आधा रह जाए। अब इसे ठंडा हो जाने दें। इस बचे हुए पानी को सर पर खूब अच्छी तरह मलें।इसे आप शैम्पू के बाद भी कर सकते हैं। हफ्ते में एक बार ये Formula आजमाएं.

4. आंवला 

आंवले की खूबियों से भला कौन अनजान है। हम सब बचपन से सुनते आए हैं कि आंवला बालों के लिए फायदेमंद होता है। पर आंवला इस्तेमाल करने का सही तरीका पता होना भी जरूरी है। थोड़े से सूखे हुए आंवले नारियल के तेल में इतनी देर उबालें कि तेल काला पड़ जाए। ठंडा होने पर इस तेल को किसी कांच की बोतल में रख लें। हफ्ते में दो बार इस तेल से सर की अच्छी तरह मालिश करें और 20 मिनट बाद शैम्पू कर लें। बहुत जल्द इसका आसार आपको समझ में आने लगेगा।

5. मेथी 

मेथी दाने तो आप किचन में इस्तेमाल ही करते हैं। दो चम्मच मेथी दाने नारियल के तेल में तल कर लें। चूल्हे से उतारकर इसे अच्छी तरह चलाते हुए ठंडा कर लें। ये मिश्रण थोड़ा सा लेकर हलके हाथों से कुछ देर बालों की जड़ों में मलें। और 20 से 25 मिनट बाद सादे पानी से सर धो लें। पर हाँ ऐसा महीने में एक या दो बार आजमाएं।

6. बीटरूट 

बीटरूट यानी चुकंदर के पत्ते, सबसे पहले Beet के थोड़े से पत्ते पानी में इतनी देर उबालें कि पानी आधा रह जाए। उबले हुए पत्तों को मेहंदी की पत्तियों के साथ पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट से सर पर अच्छी तरह मालिश करें और 20 मिनट बाद सर धो डालें। हफ्ते में तीन बार ये नुस्खा आजमाएं और हेल्दी बाल पाएं।

7. ग्रीन टी 

गर्म पानी में ग्रीन टी के दो बैग डालें। पानी ठंडा हो जाने पर टी बैग निकाल लें और उस पानी को पूरे सर पर मलें। हफ्ते में दो बार इसे शैम्पू के बाद कंडीशनर के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।इससे बालों को मजबूती भी मिलेगी और चमक भी आएगी।

8. लहसुन 

रोज खाने में लहसुन की 4 से 5 कलियां खाने से बाल घने होते हैं। लहसुन का रस निकालकर सिर में लगाने से बाल उगने भी लगते हैं।

9. सीताफल 

सीताफल ऎसा फल है जो कई तरह से शरीर को पोषण देता है। सीताफल को खाने से भी आपके बाल कुछ दिनों में घने हो जाते हैं। सीताफल के बीज और बेर के बीज के पत्ते बराबर मात्रा में लेकर पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं।फल का स्वाद जैसा मन खुश कर देता है पत्ता वैसे ही बालों को खुश कर देगा। 

10. मूली 

मूली हम सलाद के लिए खाते है। पर ध्यान रहे मूली बेहद फायदा करती है खासकर पेट और आपके बालो को घना बनाने के लिए। आधी से 1 मूली रोजाना दोपहर में खाना-खाने के बाद, कालीमिर्च के साथ नमक लगाकर खाने से बालों का रंग साफ होता है और बाल लंबे भी हो जाते हैं। इसका प्रयोग 3-4 महीने तक लगातार करें। 

11. ककड़ी 

ककड़ी में सिलिकन और सल्फर अधिक मात्रा में होता है जो बालों को घना बनाने में मदद करते है। इसलिए जिनके सर पर बाल कम हो उन्हें रोज ककड़ी खानी चाहिए इससे बाल घने हो जाते हैं। ककड़ी के रस से बालों को धोने से और ककड़ी, गाजर और पालक सबको मिलाकर रस पीने से बाल बढ़ते हैं।
तो आप बिंदास उन नुस्खों को अपनाएं और अपने बालों की ग्रोथ बढाएं पर ध्यान रहे अगर आपको लम्बे समय तक इन नुखों को आजमाकर भी फर्क ना नजर आए तो हेयर स्पेशलिस्ट से सम्पर्क करें।

Hair Fall रोकने के 5 उपाय

बालों का झड़ना हेयर फॉल ऐसी प्रॉब्लम है जिससे लगभग-लगभग हर 2-3 व्यक्ति परेशान है और माताओ बहनो का तो कहना ही क्या, उनके घर में आपको 10 तरह के शैम्पू मिलेंगे. शैम्पू, कंडीशनर और सुगंधित तेल लगा-लगाकर के हमे बालों का सत्य नाश कर दिया. पहले हम सरसों, नारियल, तिल का तेल लगाते थे और उनका हेयर फॉल भी नहीं होता था लेकिन आज जितने तरह के तेल बाजार में आये है उतने ही बाल झड़ने लगे है आइये जाने hair loss solution home made treatment oil and other ayurvedic remedies.

बाबा रामदेव – पहले के समय में तो हम सर में तेल नहीं लगाते तो भी हेयर लोस्स नहीं होता था लेकिन आज स्थिति उलटी हो गई है. इससे घबरा कर तो कई लोग hair fall medicine dawa etc का उपयोग करते है लेकिन उनसे भी कुछ नहीं होता. हम तो भूल ही गए है की हमारे घर में ही solution है और वह है घरेलु नुस्खे. इनके प्रयोग से ही पहले के लोग बालों को सुरक्षित रखते थे वह तो हम है जो आज आधुनिक दुनिया में इनको भूल बैठे हैं.

लेकिन हमने Hair oils के नाम पर यह जो चेमिकल्स सिर में लगाना शुरू किया है और खासकर के सुगंधित तेल इनको लगाने से बाल और ज्यादा झड़ते है और सफ़ेद भी जलती हो जाते हैं. हेयर आयल में आप बाजार से बादाम तेल खरीद कर के लाते हैं 25-50 रुपए में, आप ही सोचिये बादाम तेल 100 ग्राम 25-50 में आएगा क्या?? और हम भी बस पागलों की तरह ख़रीदे जा रहे हैं. यह लोग तेलों में चेमिकल्स मिलाकर नाम बदलकर बेचते हैं लेकिन लोग इस बात को फिर भी नहीं समझते. और हेयर फॉल, हेयर फॉल के लिए इनका प्रयोग करते है.

इस पोस्ट को पूरा निचे एन्ड तक पड़ें, और इसका दूसरा पेज भी जरूर पड़ें.

वैसे उन बातों को छोड़िये और अब जो hair fall को कैसे रोके best oil तैल इन हिंदी हम बता रहे है उनका प्रयोग करना शुरू कर दीजिये. इनके कुछ ही सप्ताह के सेवन से सब कुछ ठीक हो जायेगा. Hair loss बिलकुल रुक जायेगा.
इस पोस्ट को पूरा पढ़ लेने के बाद यह पोस्ट्स भी एक बार जरूर पड़ें :बालों को घना करने के जबरदस्त घरेलु नुस्खेसफ़ेद बालों को तेजी से काला करने का इलाजरुसी जड़ से हटाने के उपायबालो को लंबे करने के नुस्खे आसान तरीकेसुन्दर, बुद्धिमान गोरा बच्चा पैदा करने के उपाय

हेयर फॉल रोकने के उपाय और तरीका

1. रोजाना अपने दोनों हाथो की उंगलियों के नाखुनो को आपस में रगडिये, यह छोटा सा प्रयोग बालों के सभी तरह के विकारों को नष्ट करता है. इसके अलावा सुबह योग में सिरसासना या सर्वांगसा करना शुरू करे 2-5 रोजाना इस आसान को करने से बालों के समस्त विकार जड़मूल नष्ट हो जाते है. मात्र यह 2 उपाय है काफी है अगर ठीक से किये जाए तो.2. रोजाना आंवले का सेवन कीजिये, किसी भी तरह से रोजाना आंवला जरूर खाये. यह बालों की सफेदी, झड़ना और खूबसूरती बढ़ाने के लिए सबसे बेहतरीन नुस्खा है. इसके लिए आप बाबा रामदेव पतंजलि स्टोर से आंवला का रस खरीद सकते हैं. घर पर ही आंवलों का चूर्ण, आंवलो का मुरब्बा बनाकर ही खा सकते हैं.3. लोकि का रस और आंवलो का रस मिलाकर के पिने से मेने देखा लगभग 7 दिन के भीतर ही 90% लोगों का hair loss and fall बंद हो जाता हैं. 

यह बहुत बड़ी बात है, शरीर में किसी न किसी रूप में आंवला जाना चाहिए और यह लोकि के साथ लेने से तो असर और भी बढ़ जाता हैं.4. हेयर फॉल मेंशैम्पू के तौर पर आप पतंजलिका बना हुआ शैम्पू प्रयोग करे क्योंकि उसमे बालों के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का मिश्रण होता हैं जो की बालों के समस्त रोगों को मिटाता है. तो आप केश कांति के डिफरेंट वैरिएंट्स में से हेयर लोस्स रोकने वाला शैम्पू प्रयोग में ला सकते हैं.5. कंडीशनर से बचिए, अपने hairs को आप healthy रखना चाहते है और हेयर्स को अच्छा मुलायम करना चाहते है तो आप जिस दिन शैम्पू करते है उससे पहली रात को यानी कल आपको शैम्पू करना है तो आज रात को आप “दिव्य केश तेल” को सिर में लगा लीजिये और उसकी मसाज कर लीजिये व रात भर उसको सिर में लगा रहने दीजिये और अगली सुबह केश कांति का शैम्पू लगाकर धो लीजिये. यह में बहुत लाभ करता हैं.

इसके अलावा हरी सब्जियां ज्यादा खाये, पानी भरपूर मात्रा में पिए और गुस्सा करने से बचे, जो ज्यादा गुस्सा करते है, तनाव में रहते हैं उनके hair जल्दी white और जल्दी hair fall होने लगता हैं.

दही – दही में एक नीबू निचोड़कर बालों की जड़ों में लगा कर बिस मिनट बाद सिर धोये. यह हर रविवार को करे. इससे बालों का प्राकृतिक सौदंर्य बना रहता हैं. आधा कप दही में चौथाई चम्मच कालीमिर्च मिलाकर सिर पर लेप करके दस मिनट बाद सिर धोने से hair fall बंद हो जाते हैं और इससे बाल मुलायम भी हो जाते हैं.

धनिया – हरे धनिये की पत्तियों का रस एक भाग, तिल का तेल दो भाग आवश्यकता अनुसार मात्रा में मिलाकर इतना उबालें की रस जलकर तेल ही रहे. फिर छानकर कांच की बोतल में भर लें. इसे सिर में रोजा लगाए. बाल गिरना बंद होगा hair fall solution और आंखों की रोशनी भी बढ़ेगी.बैर – हेयर फॉल में बेर के पत्ते (मोटे बेर जो खाते है, लाल बेर झाड़ी वाले नहीं) साफ करके चटनी की तरह पीस कर बालों की जड़ों में व बालों पर लेप करके आधे घंटे बाद धोने से बाल गिरना बंद हो जाते हैं हेयर फॉल ट्रीटमेंट हो जाता है. एक सप्ताह में दो बार करे.

नीबू – (for hair fall) नीबू के रस की सिर में मालिश करके या नीबू की फांक रगड़ कर एक घंटे बाद सिर धोने से बाल गिरना दूर हो जाता हैं, और बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं.एक गिलास पानी में दो चम्मच चाय डाल कर उबालें और फिर उसे ठंडा होने दें. ठंडा होने पर छान कर इसमें नीबू निचोड़ें. बालों को भली प्रकार साफ़ करके धोने के बाद अंत में इस पानी से बाल धोये. फिर साफ़ पानी से धोये इस तरह बाल धोने से बाल चमकतार, रेशम की तरह मुलायम हो जायेंगे और हेयर फॉल भी रुक जायेगा.

आंवला ; सूखे आंवले को रात में भिगो दें. सुबह इस पानी से सिर धोये. इससे बालों की जड़े मजबूत होती है, बालों की प्राकृतिक सुंदरता बढ़ती हैं आंखों की रोशनी भी तेज होती हैं.

चुकंदर : चुकंदर के पत्ते मेहंदी के साथ पीस कर लेप करने से बाल गिरना बंद हो जाते हैं. बाल तेजी से बढ़ते और उगते हैं. इसके अलावा चुकंदर का तेल भी सिर में लगाया जा सकता हैं (chukundar for hair fall).

करम कल्ला : गाजर, चुकुन्दर और पत्तागोभी का मिश्रित रस रोजाना पिए. बाल तेजी से बढ़ेंगे. पत्ता गोभी के 50 ग्राम पत्ते रोजाना एक महीने तक खाने से गिरे हुए बाल भी उग जाते हैं. करम कल्ला के रस की सिर में मालिश भी एक माह तक करे.

तुलसी : (hair fall solution) कम उम्र में बाल गिरते हो, सफ़ेद हो गए हो तो पिसे हुए तुलसी के पत्ते और आंवले का चूर्ण पानी में मिलाकर सिर में मलें. दस मिनट बाद सिर धोये. बाल गिरना बंद हो जायेगा हेयर फॉल स्टॉप हो जायेंगे. इससे बाल काले और लम्बे भी होंगे.

ककड़ी : For hair fall solution ककड़ी में सिलिकन और सल्फर अधिक मात्रा में मिलते हैं. यह केशों को बढ़ाते है. ककड़ी, गाजर और सलाद और पालक सबको मिलाकर रस पिने से बाल बढ़ते हैं. अगर ये सब उपलब्ध न हो तो जो उपलब्ध हो वे ही मिलाकर रस बना लें.

250 ग्राम नारियल तेल में 100 ग्राम नारियल के पत्ते पीसकर डाल दें और उबालकर छान लें. इसे सिर में लगाने से बाल गिरना बंद हो जाते है हेयर फॉल रोकने के उपाय है. बालों के अन्य रोग भी इसे घरेलु उपाय से ख़त्म हो जाते हैं.गेहूं के पत्तों का रस 40 दिनों क पिने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं.चौलाई और चौलाई की सब्जी रोजाना खाने से हेयर लोस्स रुक जाता हैं.काले तिल+मिश्री+पिसा हुआ आंवला+भृंगराज सामान मात्रा में मिलाकर पीसकर दो चम्मच सुबह शाम भूखे पेट पानी से पांच माह रोजाना फांकी लें, यह हेयर फॉल की दवा के जैसे काम करता है.हर 15 वे दिन तीन चम्मच तिल का तेल, दो नीबू का रस मिला कर बालों की जड़ों में लगाए और एक घंटे बाद स्नान करे.प्याज का रस आधा कप में आधा चम्मच शहद मिलाकर बालों में लगाने से बाल गिरना बंद रुक जाते हैं.

    

बाल झड़ने से रोकने के घरेलू नुस्खे




जिनके बाल काफी मात्रा में झड़ते हैं वे इससे काफी परेशान रहते हैं। जब भी वे बाल बनाते हैं, उनके सिर से काफी बाल झड़ते हैं। काफी ज़्यादा बाल झड़ने की स्थिति में यह समस्या काफी विकराल हो जाती है। मर्दों में बाल ज़्यादा झड़ने से गंजेपन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। आज यह समस्या किसी निर्धारित आयु वर्ग तक सीमित नहीं रह गयी है।

15 से लेकर 40 वर्ष की आयु के मनुष्य इस समस्या से प्रभावित होते हैं। जैसे ही आप नहाकर बाहर निकलते हैं, आपके बाल बिलकुल गीले होते हैं। जैसे ही आप बाल पोंछने के लिए तौलिये का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही उसमें बहुत सारे बाल आ जाते हैं।

बाल झड़ने से रोकने के उपाय

1. अपने बालों के साथ नरमी से पेश आएं। गीले बालों में कंघी करने से परहेज करें।

2. बाल झड़ना कैसे रोके, रोज़ाना अपने सिर की अच्छे से मालिश करें। इससे आपके बालों को पोषण मिलेगा और सिर में रक्त संचार बढ़ेगा। ऐसा करने से स्वस्थ बाल भी उगेंगे।

3. बाल झड़ना कैसे रोके, बालों को पीछे खींचकर कंघी करने की विधि का उपयोग करने से परहेज करें। इससे बालों की जड़ में दबाव पड़ता है और वे टूट जाती हैं।
अरंडी के तेल से त्वचा तथा बालों की देखभाल के लाभ

4. आजकल लोग सुन्दर दिखने के लिए बालों की नयी नयी स्टाइल का प्रयोग करते हैं। पर जैसे ही आप घर वापस आएं, बालों की देखभाल करें और उन्हें अच्छे से साफ़ करके उनपर तेल लगाएं। बालों को ज़्यादा गर्मी देने से परहेज करें।

5. अगर बाहर मौसम काफी ठंडा भी हो, फिर भी अपने बालों को गर्म पानी से ना धोएं। यह बालों के झड़ने का एक और कारण है। पानी की गर्मी से बाल कमज़ोर हो जाते हैं। इससे वो आसानी से टूटते और झड़ते हैं।

बालों का झड़ना रोकने के घरेलू नुस्खे (Home remedies to prevent hair fall / hair loss)

अंडे का मास्क (Egg mask)

अंडे सल्फर, फौस्फौरस, सेलेनियम, आयोडीन, जिंक एवं प्रोटीन (sulphur, phosphorous, selenium, iodine, zinc and protein) का काफी अच्छा स्त्रोत होते हैं, जो मिलकर बालों की बढ़त सुनिश्चित करते हैं। अंडे के मास्क का निर्माण करने के लिए एक बर्तन में एक अंडे का सफ़ेद भाग लें एवं इसमें एक चम्मच जैतून का तेल एवं शहद मिश्रित करें। इन्हें अच्छे से फेंटकर एक पेस्ट बनाएं एवं इसका प्रयोग जड़ों से लेकर सिरे तक करें। 20 मिनट के बाद एक हल्के शैम्पू (shampoo) से बाल धो लें।

मुलैठी की जड़ (Licorice root)

यह जड़ीबूटी बालों का झड़ना रोकती है एवं इसे और भी क्षतिग्रस्त होने से बचाती है।  यह सिर की त्वचा को सुकून प्रदान करती है एवं सूखी पपड़ी/डैंड्रफ (dandruff) को दूर करती है। इससे पेस्ट बनाने के लिए एक चम्मच पिसी हुई मुलैठी की जड़ एवं एक तिहाई चम्मच केसर को एक कप दूध में मिश्रित करें। इसका प्रयोग अपने सिर तथा बालों पर करें एवं रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह अपने बालों को धो लें। इस प्रक्रिया का प्रयोग हफ्ते में दो बार करें।


(Green tea)

यह चाय एंटीऑक्सिडेंट्स (antioxidants) से युक्त होती है, जो बालों के विकास में सहायता करती है एवं बालों के झड़ने पर लगाम लगाती है। दो-तीन टीबैग्स (teabags) को आपके बालों की लम्बाई के अनुसार एक से दो कप गर्म पानी में भिगोकर रखें। इसके ठंडा होने पर इसे अपने सिर की त्वचा एवं बालों पर लगाएं और सिर में धीरे धीरे मालिश करें। एक घंटे के बाद ठन्डे पानी से इसे धो दें।

चुकंदर का रस (Beetroot juice)

चुकंदर विटामिन सी एवं बी6, फोलेट, मैंगनीज, बीटेन एवं पोटैशियम (vitamins C and B6, folate, manganese, betaine and potassium) से युक्त होता है, जो बालों के स्वास्थ्यकर विकास के लिए काफी आवश्यक होते हैं।  इसके अलावा ये सिर की त्वचा को साफ़ रखकर डेटोक्सिफिकेशन (detoxification) माध्यम का भी काम करते हैं। 7 से 8 चुकंदर के पत्तों को उबालकर 5 से 6 हेना (henna) के पत्तों के साथ पीस लें। इस पेस्ट का प्रयोग अपने सिर की त्वचा पर करें एवं गर्म पानी से धोने से पहले 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें।

मेथी (Control hair fall with Methi)

मेथी बालों को पोषण देने के साथ झड़ने से भी बचाती है. बालों के लिए मेथी का प्रयोग करने के लिए मेथी के दानों को रात भर के लिए पानी में भिगो दें. इसके बाद सुबह भीगे हुए मेथी दानों को पीसकर पेस्ट बना लें, इस मेथी के पेस्ट में 2 चम्मच दही और एक अंडे का सफ़ेद हिस्सा मिलाएं और इसे अच्छी तरह मिक्स कर बालों की जड़ों से लेकर पूरी लम्बाई में लगा लें. इसे हेयर मास्क की तरह बालों में एक से दो घंटों के लिए रहने दें और किसी माइल्ड शैम्पू की मदद से बालों को धो लें.

हिबिस्कस से झड़ते बालों को रोकने का उपाय (Hibiscus for hair fall problem in Hindi)

हिबिस्कस या जसवंत के लाल रंग के फूल बालों के लिए बहुत खास होते हैं. जसवंत के फूलों को शुद्ध नारियल के तेल में पका लें. जब फूलों का रंग काला हो जाये तो इसे तेल से छानकर अलग कर इस तेल को एक बोतल में भरकर रखें. इस तेल का नियमित रूप से प्रयोग करने पर किसी भी कारण से झड़ते बाल की समस्या (Jhadte baal ki samsya Hindi me) दूर होती है.

विटामिन ई ऑइल (Vitamin E oil for Hair fall treatment in Hindi)

कमजोर बालों को जड़ों से मजबूत बनाने के लिए विटामिन ई ऑइल बहुत कारगर उपाय है. बालों की जड़ों में विटामिन ई ऑइल से हलकी हलकी मसाज करें और इसे रात भर बालों में लगा रहने दें. यह थोडा चिपचिपा होता है इसीलिए सुबह बालों में शैम्पू कर अतिरिक्त तेल को निकाल लें.

नारियल का दूध (Hindi tips to stop hair loss with coconut milk)

नारियल का प्राकृतिक शुद्ध दूध बालों के लिए काफी अच्छा होता है। यह एक काफी कारगर उत्पाद है जो बालों की कोशिकाओं को पोषण देता है। नारियल को किसकर उसका रस निकालें। रस निकालने के लिए इसे अच्छे से निचोड़ें। बालों को झड़ने से रोकने के लिए इसे अच्छे से अपने सिर पर लगाएं।

नीम का उपचार (Hair fall solution in Hindi using Neem)

नीम का पौधा ना सिर्फ आपके बालों और त्वचा के लिए अच्छा होता है, बल्कि यह एक एंटीसेप्टिक होता है जो कि वायरस और बैक्टीरिया के असर को निरस्त करता है। बगीचे से कुछ ताज़ी नीम की पत्तियां लें और उन्हें उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक बर्तन का पानी आधा न हो जाए और इसका रंग हरा न हो जाए। अब इसे ठंडा करें और धीरे धीरे अपने बालों पर जड़ों से शुरू करते हुए लगाएं।

आंवला (Hair fall control tips in hindi with Amla)

बालों को झड़ने से रोकने के उपाय, आंवला का इस्तेमाल सदियों से महिलाओं द्वारा बेजान और कमज़ोर बालों को अच्छा करने के लिए किया जाता रहा है। कुछ सूखे आंवले लें और उन्हें नारियल के तेल में उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक इसका रंग गहरा काला ना हो जाए। इस तेल को अपने बालों में जड़ों से लेकर सिरे तक लगाएं। यह बालों को झड़ने से रोकने की एक काफी कारगर पद्दति है।

बालों की देखभाल के लिए मुल्तानी मिट्टी के फायदे
प्याज का रस (Bal jadne ka gharelu upay – Onion juice for hair fall solution)

प्याज सल्फर (sulphur) का काफी अच्छा स्त्रोत होता है, जो बालों में कोलेजन (collagen) की मात्रा बढ़ाकर उनकी बढ़त में सहायता करते हैं। इसके रस को सिर पर लगाने से बालों के झड़ने से राहत मिलती है। एक प्याज लें, इसके छोटे टुकड़े करें तथा इसे ब्लेंडर (blender) में डालकर इसका रस निकालें। इस रस को अपने सिर की त्वचा तथा बालों पर अच्छे से लगाएं और इसे 15 मिनट तक रहने दें। अब बालों को एक सौम्य शैम्पू से धो दें तथा इन्हें प्राकृतिक रूप से सूखने के लिए छोड़ दें। इस विधि का प्रयोग हफ्ते में दो बार करने से आपको काफी लाभ मिलेगा।

लहसुन (Desi ilaj for hair fall in Hindi – Garlic to stop hair fall)

बालों को झड़ने से रोकने के उपाय, प्याज की ही तरह लहसुन में भी सल्फर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यही कारण है कि प्राकृतिक रूप से बालों की बढ़त में सहायता करने वाली तमाम पारंपरिक औषधियों में लहसुन की मात्रा होती है। इस विधि के अंतर्गत लहसुन के कुछ फाहों को पीस लें। इसमें नारियल का तेल मिलाएं तथा इस मिश्रण को कुछ मिनट तक उबालें। अब इसे ठंडा होने दें तथा ऐसा होने के बाद इस मिश्रण से सिर की मालिश करें। अब इसे आधे घंटे के लिए छोड़ दें तथा फिर अपने बालों को धो लें। इस प्रक्रिया का प्रयोग हफ्ते में दो बार अवश्य करें।

हेना (Baal jhadne ke gharelu nuskhe with Henna / desi ilaj for hair fall in Hindi)

यह आमतौर पर प्राकृतिक हेयर कलर (hair color) तथा कंडीशनर (conditioner) के रूप में प्रयोग किया जाता है, पर हेना में ऐसे गुण होते हैं जो आपके बालों को जड़ से मज़बूत करते हैं। अगर आप इसे अन्य उत्पादों के साथ मिलाएं तो इससे बेहतर हेयर पैक बनेगा।

250 ग्राम सरसों के तेल को एक पात्र में लें तथा इसमें 60 ग्राम धुले तथा सूखे हेना के पत्ते डालें। अब पत्तियों के जलने तक इस मिश्रण को उबालें तथा इससे तेल छान लें। इससे अपने सिर की रोजाना मालिश करें तथा बाकी बचे तेल को एक एयरटाइट (airtight) पात्र में डाल दें।आप दही के साथ सूखे हेना का पाउडर मिलाकर भी एक पैक बना सकते हैं। इसे अपने सिर की त्वचा तथा बालों पर लगाएं तथा एक घंटे बाद धो दें।

बालों की देखभाल के नुस्खे

महिलाओं के सुन्दर दिखने के पीछे सुन्दर, घने तथा लम्बे बालों का बहुत बड़ा योगदान होता है। ऐसे में अगर आपके बाल किसी कारण से झड़ने लगते हैं, तो आपके लिए काफी समस्या उत्पन्न हो जाती है। बाल झड़ने की समस्या से मुक्ति पाने के लिए नीचे दिए गए नुस्खे आज़माएं।

बालों की रेबॉण्डिंग और कलरिंग (Hair re-bonding and coloring)

जितना ज़्यादा आप अपने बालों के साथ छेड़छाड़ करेंगी, वे उतने ही कमज़ोर होंगे। अगर आप बालों को कलर करना ही चाहती हैं तो हमेशा अच्छे कलर का प्रयोग करें, तथा इसके बाद आफ्टर कलर पोषण का प्रयोग करें। बाल ताप का सामना अच्छे से नहीं कर पाते। रोलर्स तथा हेयर ड्रायर्स का ज़्यादा प्रयोग न करें। अगर बाल गर्मी के ज़्यादा संपर्क में आते हैं तो कमज़ोर हो जाते हैं। बालों को ठन्डे या गुनगुने पानी से धो लें।

खानपान (Eating habits se hair fall treatment in Hindi)

जो लोग अपने खानपान में पोषक तत्वों का सेवन नहीं करते हैं, उनके बाल कमज़ोर हो जाते हैं। विटामिन ए युक्त भोजन जैसे कद्दू और गाजर, विटामिन इ युक्त भोजन जैसे बादाम तथा नाशपाती तथा विटामिन सी युक्त भोजन जैसे आंवला तथा सिट्रस फलों का सेवन करें। स्वास्थ्यकर वसा का सेवन करें जिससे आपका शरीर इन विटामिन्स को शरीर में समा सके। मछली तथा अखरोट में पाए जाने वाले ओमेगा 3 फैटी एसिड्स इन विटामिन को शरीर में पहुंचाने तथा स्वस्थ बाल देने में मदद करते हैं।
तनाव (Stress)

बाल झड़ने के कारण (baal jhadne ke karan) , अगर आपके बाल झड़ रहे हैं, तो इसे लेकर तनाव में न रहें, वर्ना यह समस्या और विकट हो सकती है। तनाव ज़्यादातर मामलों में बाल झड़ने का मुख्य कारण होता है। अपने दिमाग में ज़्यादा बोझ ना पालें। योग, ध्यान तथा लम्बी सांस लेने से आपको फायदा मिलेगा।

हॉर्मोन का असंतुलन (Imbalance hormone)

बालों की देखभाल के लिए गुड़हल की पत्तियां
हॉर्मोन में किसी भी प्रकार का असंतुलन होने पर भी बाल झड़ सकते हैं। कई महिलाएं बच्चे के जन्म के बाद बाल झड़ने की शिकायत करती हैं। ऐसी स्थिति में आपके जीन्स ही आपके बालों का स्वास्थ्य निर्धारित करते हैं। अपने भोजन को पोषक पदार्थों से भरपूर रखें और गर्भावस्था के दौरान भी बालों की तरफ ध्यान देना ना भूलें। हाइपर थाइरोइड की स्थिति में भी आपके बाल झड़ते हैं। अतः अगर बालों के तीव्र गति से झड़ने से परेशान हैं, तो किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें।

नारियल का तेल (Coconut oil se hair loss treatment in Hindi)

नारियल का तेल विटामिन से भरपूर होता है तथा बालों के लिए बेहतरीन होता है। इस तेल को गर्म करें तथा सिर पर धीरे धीरे मालिश करें। इसके बाद एक तौलिया लें तथा इसे गरम पानी में डुबोएं। इसके बाद इसे सिर के चारों तरफ बाँध लें। इस विधि से आपका सिर सारे तेल को अपने में समाहित कर लेता है। इसे 10 मिनट तक छोड़ दें तथा किसी शैम्पू से धो लें। मज़बूत बालों के लिए इस विधि का प्रयोग हफ्ते में 1 बार करें।

डैंड्रफ (Dandruff)

डैंड्रफ ना सिर्फ आपके बालों, बल्कि आपके सिर की त्वचा को भी नुकसान पहुंचाता है। यह एक फंगल संक्रमण होता है जिसका तुरंत निवारण करना आवश्यक है। निरंतकार शैम्पू करके अपने सिर को स्वच्छ रखें। जिनके बाल चिकनाई युक्त हैं, वे एक दिन छोड़कर शैम्पू करें।

व्यायाम (Exercise to stop hair fall)

व्यायाम से आपका शरीर तथा आपके बाल स्वस्थ रहते हैं। हर दिन कम से कम एक घंटा व्यायाम करने से तनाव कम होगा, सिर में रक्त संचार अच्छे से होगा जिससे बाल अच्छे से बढ़ेंगे तथा इससे हाज़मा भी सुधरेगा जिसमें गड़बड़ी होने पर बालों के लिए पोषक पदार्थों का शरीर में जाना रूक सकता है।

बालों की देखभाल (Hair care se hair fall treatment in Hindi)

गर्मियों में महिलाओं की बालों की देखभाल के नुस्खे
बालों के सबसे ज़्यादा टूटने की संभावना तब होती है जब वे गीले होते हैं। बाल धोने के बाद उन्हें आगे लाएं तथा तौलिये को बालों के चारों तरफ पगड़ी की तरह बाँध लें। इसे सिर पर घिसने या बालों को सूखा करके पोंछने की जगह तौलिये को धीरे से निचोड़ें। बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें और गीले बालों में कंघी न करें। इससे बाल टूटने से बचते हैं।

सोने से पहले (Before going to sleep)

बाल झड़ने का इलाज (baal jhadne ka ilaaj), बालों में मौजूद सारे पदार्थों को धो दें। रातभर बालों के किसी उत्पाद को रखना बालों के लिए हानिकारक हो सकता है।अगर आपके बाल लम्बे हैं तो गांठों को हटाएं तथा एक ढीली चोटी बांधें। सैटिन के तकियों का प्रयोग करें।

हेयर कट (Hair cut)

बालों को अच्छे से ना कटवाने से उनके असमान कोण देखकर लगता है कि वे झड़ रहे हैं। हर दो महीनों में एक बार बालों को ट्रिम करवाएं जिससे कि दोमुंहे बालों की समस्या न उत्पन्न हो।

स्‍वीमिंग के दौरान बालों की देखभाल




स्‍वीमिंग को सबसे अच्‍छा और प्रभावशाली व्‍यायाम माना जाता है। स्‍वीमिंग करने से शरीर के सारे अंगों का मूवमेंट होता है। नियमित रूप से तैरने से स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहता है। स्‍वीमिंग करने से मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। खासकर गर्मी के मौसम में स्‍वीमिंग पूल में तैरना ज्‍यादा पसंद करते हैं। 

लेकिन तैराकी जितना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद है उससे कहीं ज्‍यादा स्‍वीमिंग पूल का पानी बालों के लिए नुकसानदायक है। स्‍वीमिंग पूल के पानी को साफ रखने के लिए क्‍लोरीन का प्रयोग किया जाता है। जब यह क्‍लोरीन का पानी बालों के संपर्क में आता है तब बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। इसके अलावा क्‍लोरीन के बालों की प्राकृतिक नमी छीन लेता है जिससे बालों का रंग बदलना, बालों का उलझना जैसी समस्‍यायें शुरू होती हैं। 

भारत में सबसे ज्यादा लोग दूषित पानी के प्रयोग के कारण होने वाली बीमारियों के शिकार होते हैं। पानी की बीमारियों के होने का सबसे बड़ा कारण है पानी में पाये जाने वाले कोलीफार्म बैक्टीकरिया। इस बैक्टीरिया को समाप्त करने के लिए पानी में क्लोरीन मिलाया जाता है। जब यह क्लोरीनयुक्त पानी बालों में जाता है तब बाल ज्यादा झड़ते हैं। स्वीमिंग पूल के पानी में क्लोरीन का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए स्‍वीमिंग पूल में तैरने से पहले इन बातों का ख्‍याल रखिए।

स्‍वीमिंग से पहले ध्‍यान रखने वाली बातें - 

नल के पानी बालों को धुलें - 

स्‍वीमिंग पूल में कूदने से पहले बालों को नल के पानी से अच्छी तरह धो लीजिए। नल का पानी बालों को नम कर देता है जिसके कारण स्वीमिंग पूल का क्लोरीन युक्त पानी बालों को ज्यादा नुकसान नही पहुंचा पाता है और बालों को नुकसान को कम किया जा सकता है। 

कंडीशनर का प्रयोग - 

स्‍वीमिंग पूल में तैरने से पहले बालों में कंडीशनर लगाइए। लेकिन यह ध्‍यान रहे कि कंडीशनर को बालों की जड़ों तक लगाइए। इससे क्लोरीनयुक्त पानी बालों की जड़ों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा सकता है और बाल जड़ों से कमजोर नही होते हैं। 

हेयर मास्‍क लगायें -  

अगर आप स्वीमिंग पूल में ज्यादा समय बिताने के बारे में सोच रहे हैं तो बालों में हेयर मास्क अवश्य लगायें, इससे बालों में पानी नही जा पाता है और आपके बाल सुरक्षित रहते हैं। अगर मास्‍क न हों तो पॉलीथिन का प्रयोग भी किया जा सकता है। बालों को क्‍लोरीन के पानी से बचाने के लिए यह सबसे अच्‍छा तरीका है।

बालों की चोटी बनायें - 

आप स्‍वीमिंग करने जा रहे हैं, लेकिन आपके पास हेयर मास्‍क नही है तो ज्‍यादा परेशान मत होइये। लेकिन हां पानी में जाने से पहले बालों को बांधकर चोटी बना लीजिए। चोटी बनाने से आपके खुले नही रहेंगे जिससे उन्‍हे ज्‍यादा नुकसान नही होगा।


ज्‍यादा डुबकी न लगायें - 

स्‍वीमिंग के दौरान ज्यादा डुबकी न लगायें। स्वीमिंग पूल में अपने सिर को पानी के ऊपर ही रखिए, इससे आपके बाल क्लोरीनयुक्त पानी के संपर्क में ज्यादा देर तक नही रहते हैं।

समय निर्धारित करें - 

स्‍वीमिंग करने से पहले एक निश्चित समय निर्धारित कीजिए। ज्‍यादा देर तक पानी में रहने से बचिए। कुछ लोग एक बार पानी में घुसने के बाद बेफिक्र हो जाते हैं और घंटो स्‍वीमिंग करते हैं, जिसके कारण बालों को ज्‍यादा नुकसान होता है।

तैरने के बाद - 

तैरने के तुरंत बाद बालों को नल के सादे पानी में अच्‍छी तरह से धुलिये। स्‍वीमिंग पूल से बाहर आने के बाद शैंपू का प्रयोग करके बालों को धुलिये, इससे क्‍लोरीन और कॉपर बाहर निकल जाता है और बालों को ज्‍यादा नुकसान नही होता है। 

नियमित रूप से तैरने से शरीर स्‍वस्‍थ रहता है और बीमारियां नही होती हैं। लेकिन बालों को नुकसान होता है, बालों को डैमेज होने से बचाने के लिए स्‍वीमिंग पूल में कूदने से पहले जरूरी बातों का ख्‍याल रखिए।


कितना सही है रोजाना बाल धोना

हफ्ते में तीन चार बार से ज्‍यादा बाल धोना अच्‍छा नहीं।स्‍कैल्‍प से ज्‍यादा तेल निकलता हो करें पाउडर का इस्‍तेमाल।रोजाना बाल धोने से निकल जाता है कुदरती ऑयल।बालों की कोई समस्‍या होने पर करें विशेषज्ञ से संपर्क।

बाजार में मिलने वाला हर शैंपू आपके बालों को सभी समस्‍याओं से निजात दिलाने का वादा करता है। ऐसा लगता है कि जैसे हर दुख की बस यही एक दवा है। इन दावों पर यकीन कर आप अपने बालों को शैंपू करना शुरू कर देते हैं। कई बार रोजाना शैंपू करने लग जाते हैं। लेकिन, संभव है कि आप अपने बालों को जरूरत से ज्‍यादा बार धो रहे हों। 
कई लोग अपने बालों में रोजाना शैंपू करते हैं। उन्‍हें लगता है कि अगर वे ऐसा नहीं करेंगे तो उनके बाल मैले रहेंगे। लेकिन ऐसा नहीं है। हकीकत तो यह है कि सप्‍ताह में तीन-चार बार से ज्‍यादा शैंपू करने से आपके बालों को नुकसान पहुंचता है।


आप कब शैंपू करना चाहते हैं या आपकी पसंद पर निर्भर करता है। यह आपके स्‍कैल्‍प और बालों के प्रकार पर निर्भर करता है। संभव है कि आप शैंपू का झाग कम बनायें।

क्‍या रोजाना शैंपू करना सही है

डरमेटोलॉजिस्‍ट और स्‍टाइलिस्‍ट मानते हैं कि रोजाना शैंपू करने के बहुत कारण हैं। जानकारों की राय है कि 'बाल फाइबर हैं। एक प्रकार का वूल फाइबर। आप जिसे इतना धोएंगे यह उतना बुरा नजर आएगा। अपने बालों को रोजाना धोने की जरूरत नहीं है। आपके बाल धोने के बीच में ही अधिक लंबे, मोटे और कर्ली होते हैं।

इसलिए नजर हैं बाल रूखे

यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी के इथेनिक स्किन केयर के निदेशक और प्रबंध निदेशक हीथर वूले-लॉयड, का कहना है कि तेल बालों की जड़ों और स्‍कैल्‍प में बहुत तेजी से नहीं जाता। इसलिए बाल रूखे नजर आते हैं, लेकिन उन्‍हें ज्‍यादा शैंपू की जरूरत नहीं होती। यहां तक कि असंसाधित, छोटे, पतले और सीधे बालों को भी रोजाना शैंपू करने की जरूरत नहीं होती।

कब होती है रोजाना शैंपू की जरूरत

जानकार कहते हैं कि रोजाना शैंपू की जरूरत तभी पड़ती है, जब स्‍कैल्‍प से अधिक मात्रा में तेल निकलता हो। कई जानकार यह भी मानते हैं कि रोजाना शैंपू की जरूरत केवल खुशबू के लिए ही होती है। और अगर आप रोजाना शैंपू करना ही चाहते हैं तो हल्‍का शैंपू इस्‍तेमाल करें। इन हल्‍के शैंपू में अन्‍य शैंपू के मुकाबले कम डिटर्जेंट होता है।

पाउडर का इस्‍तेमाल

पाउडर और ड्राइ शैंपू बालों को धोने के बीच के दौरान अतिरिक्‍त तेल सोख लेता है। आप चाहें तो बालों में शैंपू के स्‍थान पर कभी-कभी टेलकम पाउडर भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। यह  तरीका उन लोगों के लिए खासतौर पर मददगार होता है, जिनके स्‍कैल्‍प से काफी मात्रा में तेल निकलता है। हालांकि पाउडर शैंपू को पूरी तरह स्‍थानांतरित नहीं कर सकता। 
कई महिलायें अपने बालों को कम शैंपू करती हैं। कइयों को सप्‍ताह में एक बार से ज्‍यादा शैंपू करना पसंद नहीं होता।



बालों को रंगने से होते हैं ये नुकसान

आज बालों को रंगना एक फैशन ट्रेंड बन गया है।रंगते समय आपको खास सावधानियां रखनी चाहिए।अधिक अमोनिया बालों के लिए नुकसानदायक होता है।सीरम ट्रीटमेंट तो किसी अनुभवी व्यक्ति से ही करवाएं।

आज के समय में बालों को रंगना एक फैशन ट्रेंड बन गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं बालों को रंगते समय आपको खास सावधानियां रखनी चाहिए, अन्यथा आपके बालों को नुकसान पहुंच सकता है। बालों को रंगने के लिए आपको ये पता होना चाहिए कि बालों को कलर कैसे करें, कौन सा रंग आप पर सूट करेगा, बाल रंगने के लिए क्या करना चाहिए, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, बाल रंगने के क्या फायदे-नुकसान होते है। आपको इन तमाम सवालों के जवाब हम दे रहें हैं। आइए जानें बालों को रंगने संबंधित तमाम बातें और बालों को रंगने के नुकसान के बारे में।


बालों को रंगने के नुकसान




हेयर कलर आज का स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है। आज युवा अपने बालों पर एक्सपेरिमेंट करने से भी नहीं चूकते, लेकिन ऐसे में भी सावधानी रखना जरूरी है। जरा सी लापरवाही से आप अपने अच्छे बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।बालों को कलर करवाने से पहले आपको एलर्जी का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कई बार कुछ कलर या डाई बालों को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में यदि आपको अमोनियायुक्त डाई सूट न करें तो आप प्रोटीनयुक्त डाई का इस्तेमाल भी करती हैं। इसके लिए आप हेयर एक्सपर्ट या ब्यूटी पार्लर में जाकर परामर्श ले सकते हैं।हेयर कलर करवाने वालों को बाद में त्वचा संबंधी दिक्कतों सामना जैसे बालों की कोमलता जाने का डर, बाल जल्दी सफेद होना इत्यादि करना पड़ता है। हेयर कलर में मिला अधिक अमोनिया बालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।हेयर कलर कई तरह के हो सकते हैं जैसे बरगंडी, डार्क ब्राउन, रेड कलर, नेचुरल, गोल्ड, चॉकलेट चेरी ब्राउन रेड इत्यादि। आप अपनी पर्सनेलिटी के हिसाब से ही कलर का चयन करें।बालों को घर पर कलर कर रही हैं तो ब्रश और हाथों में दस्तानों का प्रयोग जरूर करें और खुद से आंखों का खासतौर पर ध्यान रखें।डाई के किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट से बचने के लिए आपको पहली बार कलर किसी अनुभवी व्यक्ति या प्रोफेशनल व्यक्ति से ही करवाना चाहिए।


बालों को कलर करने से पहले उन्हें पहले धों के सुलझा कर सुखा लें और बालों को कंघी के एक सिरे से उठाते हुए बालों को कलर करें।बालों को यदि आप खुद से डाई करते है तो उसके बाद बालों में शैंपू और कंडीनर करना न भूलें। साथ ही हेयर स्पा और सीरम ट्रीटमेंट तो किसी अनुभवी व्यक्ति से ही करवाएं।यदि आप पहली बार घर पर ही बालों को कलर कर रहे हैं तो बालों को डाई करने वाले पैकेट पर लिखे दिशा-निर्देशों को सावधानी से पढ़ें।आमतौर पर हेयर कलर बालों में चमक लाने, नया लुक पाने, सफेद बालों की परेषानी को दूर करने, बालों को पहले से बेहतर बनाने और बालों में जान डालने के लिए किया जाता है। ऐसे में जरूरी है कि हेयर कलर हमेशा अच्छी क्वालिटी का ही प्रयोग करें।यदि आप बालों की पर्मिंग या घुंघराले बालों को स्ट्रेट कराना चाहती हैं तो कलर करवाने के 15-20 दिनों के बाद ही ऐसा करवाएं। एक साथ दोनों काम करने पर बालों पर केमिकल का प्रेशर अधिक पड़ता है। इससे बाल खराब हो सकते हैं।यदि आप व्यस्त दिनचर्या वाली हैं तो आपको हलका हेयर कलर का ही इस्तेमाल करना चाहिए। ये आपके बालों को अधिक नुकसान से बचाएगा।

हेयर ड्रायर इस्तेमाल करते हुए इन गलतियों से बचें

बालों के लिए हीट प्रोटेक्शन इस्तेमाल करें।बालों को सिखाने के लिए उन्हें छोटे हिस्सों में बांटें।ड्रायर को हमेशा हैण्डल से ही पकड़ें।फिनिश‍िंग उत्पाद लगाना है जरूरी।

आजकल जिंदगी बहुत तेज भाग रही है। सुबह से लेकर रात तक आप लगातार भाग रहे हैं। और इस तेज रफ्तार जिंदगी में कई चीजें अकसर पीछे छूट जाती हैं। ऑफिस में घुसते ही आप वॉशरूम में अपने बाल सुखाने जाती हैं। शाम की पार्टी में आपके गीले बाल साफ नजर आते हैं। बेशक, आप जल्दी में हैं, लेकिन बाल सुखाने में लापरवाही करना आपकी सारी मेहनत पर पानी फेर सकता है। 

बेशक, आप अपने घर पर ही शानदार और सलीके से सूखे हुए बाउंसी बाल पाना चाहती हैं। लेकिन, क्या ऐसा हो पाता है। शायद नहीं। अपने बालों को वैसा रूप देने के लिए आप ड्रायर का उपयोग करती हैं, और सही प्रकार से इस्तेमाल न कर पाने के कारण आप अपने बालों को शानदार रूप देने के बजाय उन्हें नुकसान ही पहुंचा लेती हैं।

यदि आपको अपनी गलतियों के बारे में जानकारी हो, तो बेहतर परिणाम हासिल करने की संभावना बढ़ जाती है। यदि आपको मालूम हो कि ड्रायर का इस्तेमाल करते समय आप क्या चीजें सही नहीं कर रहीं हैं, तो आपके लिए उन गलतियों को सुधारना आसान होगा। और ऐसा करके आप सैलून जैसे शानदार बाल घर पर ही पा सकेंगी। 

आप हीट प्रोटेक्शन का इस्तेमाल नहीं कर रहीं

बालों पर सीधे हीट इस्तेमाल करना उन्हें खराब कर सकता है। जब भी आप बालों को हीट देने का फैसला करें, तो जरूरी है कि आप उन्हें अध‍िक गर्मी से बचाने की भी तैयारी कर लें। विशेषज्ञ कहते हैं कि आपको बालों पर हीट प्रोटेक्शन स्प्रे का इस्तेमाल करना चाहिये। इससे आपको बाल अध‍िक रूखे होने से बचेंगे और आप बेहतर परिणाम हासिल कर पाएंगी।

पार्टिशन नहीं कर रहीं

एक साथ काफी बालों को सुखाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है। ऐसे में आपको चाहिये कि अपने बालों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर ही ड्राई करें। इस बात का खयाल रखें कि आपने हर हिस्से को सही प्रकार से ड्राई किया हो। बालों के जिस हिस्से को आप इस्तेमाल न कर रही हों, उन्हें क्लिप लगाकर बांध लें। इससे सूखे और गीले बाल अलग-अलग रहेंगे। 

ड्रायर के साथ अटैचमेंट हो सही

आपको हेयरड्रायर के साथ कंसन्ट्रेटर जोड़ना जरूरी है। इससे हवा सीधे बालों में जाती है। इससे आप बालों को सही प्रकार सुखा पाती हैं। इस उपकरण के बिना आपके लिए बालों को सुखा पाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। क्योंकि हवा चारों ओर फैलने लगेगी। आप बाल सूखने के बजाय यहां वहां उड़ने लगेंगे। वे रूखे हो जाएंगे और साथ ही वे पूरी तरह सूखेंगे भी नहीं। अपने ड्रायर के साथ कंसन्ट्रेटर जोड़ें और अपने बालों को जड़ों से लेकर सिरों तक अच्छी तरह सुखायें। और पायें स्मूथ एंड सिल्की लुक।

आप ड्रायर को गलत तरीके से पकड़ रहीं हैं

आपकी जानकारी के लिए बता दें, ड्रायर की बॉडी को कभी नहीं पकड़ना चाहिये। बेहतर कंट्रोल के लिए जरूरी है कि आप ड्रॉयर को उसके हैण्डल से पकड़ें। इसके बाद बालों को एक इस प्रकार उठायें कि ब्रश और ड्रायर हमेशा समांतर रहें। कंसन्ट्रेटर हैण्डल की दिशा में ही होना चाहिये। इससे हवा आपके बालों पर सीधा पड़ेगी।

सही ब्रश का चुनाव न करना

सही उपकरण चुनकर ही आप बालों को सही प्रकार से ब्लोआउट कर सकती हैं। ड्राय करते समय धातु के ब्रश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिये। इससे आपके बालों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। आजकल हम सभी कैमिकल उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं, और कुदरती ब्रसेल वाले ब्रश ऐसे बालों के लिए बहुत अच्छे होते हैं। ये ब्रश आपके बालों पर अच्छी पकड़ बनाते हैं, और साथ ही ये ओवरहीटिंग से खराब भी नहीं होते। ये बालों के टूटने और उनके अध‍िक सूखने की परेशानी से भी बचाते हैं। 

बालों को गीला छोड़ना

अगर बाल पूरी तरह सूखे न हों, तो उन पर कर्ल या आयरन का इस्तेमाल करना अच्छा नहीं होता। इससे आपके बाल खराब हो सकते हैं। कई बार ड्रायर की गर्म हवा के कारण यह पता लगाना मुश्किल होता है कि बाल सही प्रकार सूखे हैं या नहीं। क्योंकि सिर की त्वचा गर्म होती है, इसलिए बालों का सूखेपन का सही-सही अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है। इसके लिए आपको चाहिये कि आप अपने ब्लोअर को कोल्ड सेटिंग पर सेट करें और फिर उससे ड्राय करें। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपके बाल सही प्रकार से सूखे हैं या नहीं।

अंत हो सही

बालों को कड़ा होने से बचाने के लिए फिनिश‍िंग उत्पादों का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। यदि आप इन उत्पादों का इस्तेमाल नहीं करेंगी, तो आपके बाल उलझे-उलझे और उड़े-उड़े से रहेंगे। इसलिए बाल ड्राय करने के बाद उन पर अच्छा सा फिनिशिंग स्प्र करें। बहुत ज्यादा स्प्रे न करें वरना वे थोड़ी देर में ही बुरे लगने लग जाते हैं। 

हेयर ड्रायर तकनीक का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप बहुत आराम और हल्के हाथ से ड्राय करें। सही प्रकार का ब्लो ड्रायर चुनना भी जरूरी है। आपको तापमान और हवा के दबाव को सही रखना चाहिये। ऐसा हेयर ड्रायर चुनें जिसमें 'कम तापमान' की सेटिंग्स के साथ दो सेटिंग्स हों।

विभिन्न प्रकार की कंघियां और उनका प्रयोग




कंघी कई धातुओं में कई वैराइटी में उपलब्ध होती है जिनका इस्तेमाल भी कई रूपों में होता है।ना सिर्फ लकड़ी की बल्कि, प्लास्टिक, मेटल इत्यादि धातुओं से भी कंघी बनती हैं।प्लास्टिक से बनने वाली कॉम्ब बहुत आम है और आमतौर पर इनका प्रयोग सभी करते हैं।सके अलावा कई और ब्रश भी आते हैं जिनसे हेयर स्टाइल बनाए जा सकते हैं।

यह तो आप जानते ही हैं कंघी का प्रयोग बालों के संवारने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कंघियों के कई प्रकार होते हैं। इतना ही नहीं अलग-अलग स्कॉल्प, हेयर स्टाइल और बालों की शैली के हिसाब से कंघी का प्रयोग किया जाता है। कंघी कई तरह की होती हैं। ना सिर्फ लकड़ी की बल्कि, प्लास्टिक, मेटल इत्यादि धातुओं से भी कंघी बनती हैं। इन कंघियों पर बड़े-बड़े दांत होते हैं जिससे बालों को संवारा जाता है। कंघी के बिना बालों को संवारना मुमकिन नहीं। आइए जानें विभिन्न प्रकार की कंघियों और उनके प्रयोग के बारे में।

बालों के लिए प्रयोग की जाने वाली कंघी कई धातुओं में कई वैराइटी में उपलब्ध होती है जिनका इस्तेमाल भी कई रूपों में होता है।

बड़े दांतों वाली कंघी - यह उलझे बालों को सुलझाने में मदद करता है,जिससे बाल टूटने और गिरने से बचते हैं।फाइन टूथ टेल कॉम्ब - यह कघी नॉर्मल कंघी की के जैसी ही लगती है। लेकिन इसके प्वाइंट लंबे और सॉफ्ट होते हैं। ऐसी कंघियों का इस्तेमाल बालों को अलग लुक देने और बालों को दो भागों में विभाजित करने के लिए भी किया जाता है।

टीजिंग कॉम्ब - बालों को फैलाने और बिखेरने के लिए ऐसी कंघी का प्रयोग किया जाता है।मेटेल पिंस के साथ स्टाइलिंग कॉम्ब - ये कंघी रेशमी बालों को स्टाइल देने के लिए प्रयोग की जाती है।कटिंग कॉम्ब - कटिंग के लिए प्रयोग किए जाने वाले कॉम्ब को कटिंग कॉम्ब के नाम से जाना जाता है। डिफरेंट कट्स के लिए कटिंग कॉम्ब की जरूरत होती है। छोटे बालों के स्‍टाइल के लिए भी इस कॉम्‍ब का इस्‍तेमाल किया जाता है।पिक्स - बालों को अलग शैली देने और बालों को ऊपर की ओर उठाने के लिए पिक्स का प्रयोग किया जाता है।

अलग-अलग धातुओं से बनने वाली कंघिया

प्लास्टिक कॉम्ब - प्लास्टिक से बनने वाली कॉम्ब बहुत आम है। आमतौर पर इनका प्रयोग सभी करते हैं। यह बहुत ही सस्ती होती है और आसानी से पानी से धुल जाती हैं। इनको आसानी से हैंडल किया जाता है। अगर आप ट्रांसप्लांट कंघी लेते हैं तो आपको इसे साफ करने में आसानी होगी।मेटालिक कॉम्ब - ऐसी कॉम्ब मेटल से बनी होती है जैसे कि एलुमिनियम से। ये कंघी बहुत ही मुलायम, पानी से आराम से धुलने वाली होती हैं और ये बहुत जल्दी से टूटती भी नहीं है। ये एक अच्छा स्टाइल देने के लिए बढि़या कंघी है। इतना ही नहीं से कंघी बालों को सीधा करने और कटिंग के दौरान भी प्रयोग की जाती है।बोन्स कॉम्ब - ये कंघी जानवरों की हड्डियों से बनी होती है। ये बहुत खर्चीली होती है। हालांकि इसके अलावा भी बाजार में और कई अच्छी कंघी मौजूद हैं। हालांकि बोन्स कॉम्ब कई वैराइटी में मौजूद होती है जो कि बहुत महंगी होती है।हॉर्न्स  कॉम्ब - ये कंघियां पशुओं के सींग से बनती हैं। ये बहुत महंगी होती हैं। इन्हें पानी से नहीं धोया जाता यानी ये पानी में खराब हो सकती हैं। इतना ही नहीं ये कंघी बहुत चिकनी होती है और कोमल बालों के लिए बहुत अच्छी होती है।वूडन कॉम्ब - ये कंघी कई स्टाइल में आती है। इन्हें नेचुरल कॉम्ब भी कहा जाता है। इससे बाल बहुत आसानी से बनते हैं। इस कॉम्ब को पानी में साफ नहीं किया जा सकता।इसके अलावा कई और ब्रश भी आते हैं जिनसे हेयर स्टाइल बनाए जा सकते हैं।

इस 'चमत्कारी' तेल से उग आयेंगे नए बाल

बालों के झड़ने के समस्‍या आजकल आम हो गई है।तेल बनाने के लिए आपको 5 चीजों की जरूरत होती है।तेल आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।

बालों के झड़ने की समस्‍या आजकल बहुत आम हो गई है। हालांकि इस समस्‍या को दूर करने के लिए लोग केमिकल्‍स, हेयर ट्रांसप्‍लांट और यहां तक कि सर्जरी का सहारा भी ले रहे हैं। अगर आप भी अपने गिरते बालों से दुखी हैं? और दोबारा घने बालों की चाह रखते हैं, और इसके लिए प्राकृतिक उपायों की खोज कर रहे हैं तो यह तेल आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। इस तेल की मदद से झड़ चुके बालों के कारण दिखने वाली सिर की त्‍वचा छिप जाएगी और बालों का घनापन फिर से लौट आएगा। विश्‍वास नहीं हो रहा है न, तो देर किस बात की आइए जानें कौन सा है यह तेल?

बालों के लिए इस अनमोल और बेहतरीन तेल को बनाने के लिए आपको 5 चीजों की जरूरत होती है, जो आसानी से आपको अपने किचन में ही मिल जायेंगी। कौन सी हैं वह चीजें और तेल बनाने के नुस्‍खे के बारे में विस्‍तार से जानें इस आर्टिकल के माध्‍यम से।

तेल के लिए सामग्री

लहसुन की कलियां - 6 से 7ताजा कटा हुआ आंवला -  2  से 3कटा हुआ प्याज - 1 छोटाकैस्टर ऑयल - 3 चम्मचनारियल का तेल - 4 चम्मच

बालों के लिए तेल बनाने की विधि

बालों के लिए तेल को बनाने के लिए आपको सबसे पहले एक बाउल में नारियल और कैस्‍टर ऑयल लेकर मिक्‍स करना है। फिर तेल के मिश्रण में कटे हुए लहसुन, प्‍याज और आंवला को मिलाकर इस मिश्रण को धीमी आंच पर लगभग 5 मिनट के लिए पकाएं। फिर इसे आंच से हटाकर, कम से कम एक घंटे के लिए ऐसे ही रखा रहने दें। आपका तेल तैयार हो गया।

तेल लगाने का तरीका

इस तेल को नियमित रूप से बालों में लगाने से बालों का झड़ना कम होगा और नए बाल आने लगेंगे। और बालों के कारण अगर सिर की त्वचा दिखाई देने लगी है, तो नए बालों से वह कवर हो जाएगी। इसके अलावा बालों का घनापन बढ़ाने के लिए भी यह तेल बेहद फायदेमंद साबित होता। तो देर कैसी, आज ही इस तेल को बनाकर अपने बालों में लगायें और पायें घने और सुंदर बाल।

घर पर बनाएं गुड़हल का आयुर्वेदिक तेल, बालों की हर परेशानी होगी दूर

बालों की समस्याओं में गुड़हल का तेल बहुत फायेदमंद होता है।घर पर ही आसानी से बना सकते हैं गुड़हल का तेल।सफेद बाल, झड़ते और टूटते बालों को 7 दिन में ठीक करता है ये तेल।

मजबूत और खूबसूरत बालों के लिए आप तरह-तरह के तेल आजमा चुके हैं मगर बालों का टूटना, झड़ना या सफेद होना नहीं बंद हो रहा है, तो परेशान न हों। दरअसल बाजार में मिलने वाले ज्यादातर हेयर ऑयल तरह-तरह के वादे तो करते हैं मगर इनसे लाभ होने के बजाय नुकसान होता है क्योंकि इनमें बहुत मात्रा में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। 
अगर आप घर पर बनाए हुए खास आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल करेंगे, तो आपकी ये समस्या दूर हो जाएगी। बालों की समस्याओं में गुड़हल का फूल बहुत फायेदमंद होता है। आप घर पर ही गुड़हल का आयुर्वेदिक तेल बना सकते हैं, जो बालों की हर समस्या को चुटकियों में दूर कर देगा।

घर पर बनाएं गुड़हल का तेल

गुड़हल का तेल बनाना आसान है। इसे आप घर पर ही बना सकते हैं। इसके लिए आपको गुड़हल के फूल, गुड़हल की पत्तियां, मेथी के दाने और नारियल के तेल की जरूरत पड़ेगी। इन सामग्रियों को इकट्ठा करके आप इस तरह बनाएं गुड़हल का तेल-

सबसे पहले गुड़हल के 3-4 फूल और मुट्ठीभर पत्तियों को अच्छी तरह धो लें।इन फूल और पत्तियों को मिक्सर में डालकर अच्छी तरह पीसकर पेस्ट बना लें।एक बर्तन में 250 मिलीग्राम नारियल का तेल डालें और इसमें ये पेस्ट मिला लें।गुड़हल के पेस्ट को नारियल के तेल में डालकर आंच पर चढ़ा दें।बीच-बीच में चलाते हुए 5 मिनट धीमी आंच पर इसे पकाएं।अब इसमें एक चम्मच मेथी के दाने डालकर 1 मिनट तक गर्म करें।गुड़हल का तेल तैयार है बस इसे ठंडा करके बोतल में भर लें।

कैसे करें गुड़हल के तेल का इस्तेमाल

हर बार जब आप गुड़हल के तेल का इस्तेमाल करने से पहले इसे थोड़ा सा गर्म कर लें। अब हथेली में थोड़ा सा तेल लेकर बालों की जड़ों और लंबाई में इसे लगाएं। इस तेल के इस्तेमाल से आपके बालों की सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। अगर आपके बाल झड़ते हैं, तो रोज रात में सोने से पहले थोड़ा सा तेल गर्म करके बालों की जड़ों में लगाएं। 2-3 दिन के इस्तेमाल से ही आपके बाल झड़ने बंद हो जाएंगे।

खूबसूरत और लंबे बालों के लिए गुड़हल का तेल

गुडहल का तेल कई समय से प्रयोग होता आ रहा है। इस तेल को लगाने से बाल काले और सुंदर हो जाते हैं। साथ ही यह तेल असमय सफेद बालों को बचाता है और उसमें ब्‍लैक शाइन लाता है। इसके अलावा गुडहल का तेल बालों को पतला होने और झड़ने से भी रोकता है।

डैंड्रफ से छुटकारा दिलाए गुड़हल

मेहंदी के साथ गुड़हल की पत्तियों को पीसकर लगाएं। मेहंदी का रंग अच्छा आएगा तथा मेंहदी के कारण बालों में ड्राइनेस भी नहीं होगी। स्कैल्प की ड्राईनेस के कारण ही डैंड्रफ की समस्या होती है।

महीनेभर में जड़ से खत्म होगा गंजापन



बदलती जीवनशैली के कारण गंजेपन का शिकार हो रहे हैं लोग।मेथी और दही का मिश्रण लगाने से कम होता है गंजापन।गंजेपन की समस्‍या में प्‍याज रगड़ने से भी मिलता है फायदा।

पहले गंजेपन की समस्‍या उम्र दराज लोगों में देखी जाती थी, लेकिन अब यह किशोरों में भी देखने को मिल रही है। खान-पान और जीवनशैली के कारण बाल झड़ने से महिला और पुरुष दोनों ही गंजेपन का शिकार हो रहे हैं। बाल कम होने पर व्‍यक्ति जल्‍द बूढ़ा लगने लगता है। आजकल कई वैज्ञानिक तरीके जैसे हेयर ट्रांसप्‍लांटेशन, स्‍टेम सेल तकनीक, लेजर ट्रीटमेंट और हेयर वीविंग आ गए हैं जिनसे गंजेपन का उपचार किया जा सकता है। इन सभी में हेयर ट्रांसप्‍लांटेशन लोगों के बीच सबसे ज्‍यादा पॉपुलर हुआ है। यह अन्‍य उपायों के मुकाबले आसान और अच्‍छा तरीका है।


पिछले दिनों में वैज्ञानिकों ने चूहों पर किए गए एक प्रयोग से पता लगाया कि गंजेपन का इलाज जीन आधारित थेरेपी से भी संभव है। साथ ही उन्‍होंने ऐसे जीन का भी पता लगाया जो बालों को झड़ने से रोकता है। यह जीन उस प्रोटीन की गतिविधियों को बढ़ाने में मदद करता है, जो बालों को पुष्‍ट करते हैं। शोधार्थी डा. जार्ज कोस्टारेलिस ने यह भी दावा किया कि गंजेपन की समस्‍या स्‍थाई नहीं होती। गंजेपन का इलाज संभव है। उनके मुताबिक बाल गिरने की समस्या सिर में मौजूद छोटे-छोटे आर्गन के खराब होने से शुरू होती है। ये आर्गन बाल उगने में मदद करते हैं। इस लेख के जरिए हम आपको बता रहे हैं गंजेपन को दूर करने के कुछ नुस्‍खों के बारे में।

मेथी और दही

गंजेपन के उपचार में मेथी बहुत फायदेमंद साबित होती है। मेथी को एक रात पानी में भिगोने के बाद इसे दही में मिलाकर पेस्‍ट तैयार कर लीजिए। मेथी और दही के पेस्‍ट को बालों की जड़ों में लगाइए। इसे करीब एक घंटे तक लगा रहने दें। ऐसा करने से बालों की जड़ों में मौजूद रूसी कम होगी और सिर की त्‍वचा में नमी आएगी। मेथी में निकोटिनिक एसिड और प्रोटीन पाया जाता है जो बालों की जड़ों में पोषण पहुंचाने के साथ ही बालों की ग्रोथ भी बढ़ाता है।

उड़द की दाल का पेस्‍ट

उड़द की बिना छिलके वाली दाल को उबाल कर पीस लीजिए। रात को सोने से पहले इस लेप को बालों की जड़ों में लगाइए। कपड़े गंदे न हो इसके लिए सिर पर तौलिया बांध लें। ऐसा लगातर कुछ दिनों तक करने से बाल दोबारा उगने लगते हैं और गंजापन कम हो जाता है।

मुलेठी और केसर

मुलेठी को पीसकर इसमें थोड़ी मात्रा में दूध और केसर मिलाकर पेस्‍ट तैयार कर लीजिए। तैयार किए गए पेस्‍ट को रात को सोने से पहले सिर में लगा लीजिए। सुबह उठकर बालों में हल्‍का शैम्‍पू कर लें। ऐसा करने से धीरे-धीरे गंजापन दूर होगा।

हरे धनिये का पेस्‍ट

हरे धनिये का पेस्‍ट बनाकर सिर के उस हिस्‍से में लगाइए जहां से आपके बाल उड़ गए हैं। ऐसा लगातार एक महीने तक करने से उड़े हुए बाल फिर से उगने शुरू हो जाएंगे।

केला और नींबू

एक केले के गूदे में नींबू के रस को अच्‍छे से मैश कर लें। इस पेस्‍ट को सिर पर लगाने से बालों के झड़ने की समस्‍या कम होती है। ऐसा करने से उड़े हुए बाल फिर से जमने लगते हैं।

प्‍याज भी है फायदेमंद

बड़ी प्‍याज लेकर उसके दो हिस्‍से कर लीजिए। सिर के जिस हिस्‍से से बाल उड़ गये हैं, वहां पर आधे प्‍याज को 5 मिनट तक रगड़ें। ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से बाल झड़ने बंद हो जाएंगे। साथ ही बाल फिर से उगने लगेंगे।

चुकंदर के पैक से रोकें बालों का झड़ना

चुकंदर में विटामिन, प्रोटीन और फॉस्फोरस होता है जिससे बाल मजबूत होते हैं।चुकंदर के पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसमें हल्दी और हीना मिलाकर लगायें।चुकंदर खुले रोमछिद्रों को बंद कर बालों को मजबूती प्रदान करने में सहायक है।रोज चुंकदर का जूस पीने से बाल उगते हैं और उनमें प्राकृतिक चमक भी आती है।

बालों का झड़ना और असमय गंजापन आज एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। वर्तमान में तनाव और बहुत अधिक प्रदूषण के कारण बाल झड़ने लगे हैं। हम घंटों ट्रैफिक में फंसे रहते हैं जिसके कारण गाडि़यों से निकलने वाले धुएं का असर बालों पर पड़ता है और नतीजन बाल झड़ते हैं। अनियमित दिनचर्या और काम के दबाव के कारण तनाव ने लगभग सभी को अपनी गिरफ्त में लिया है जिसके कारण बाल झड़ते हैं। अस्वस्थ खानपान और आनुवांशिक कारण भी बालों के गिरने का कारण हैं। लेकिन इसके उपचार के लिए सबसे अच्छी दवायें आपके किचन में मौजूद हैं। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि कैसे चुकंदर के प्रयोग से आप झड़ते बालों का उपचार कर सकते हैं।

क्या करें

चुकंदर के पत्तों को लेकर पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाये।अब पत्तियों को निचोड़कर अच्छे से पेस्ट बना लीजिए।अब इस पेस्ट में एक चम्मच हीना मिलाकर अपने सिर पर अच्छे से इस पेस्ट को लगायें।इस पेस्ट को 20 से 25 मिनट तक बालों में लगा रहने दें। फिर बालों को धो लें।इस तरीके को अधिक प्रभावी बनाने के लिए इसे सुबह के वक्त हफ्ते में 3 से 4 बार प्रयोग करें।अलावा चुकंदर के पत्ते और हल्दी पावडर मिलाकर सिर की त्वचा पर लगाना भी अच्छा उपाय है। इस पेस्ट को रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है।चुकंदर के रस में थोड़ा सा सिरका मिलाकर सिर में लगाएं या फिर चुकंदर के रस में अदरक का रस मिलाकर बालों में मसाज कीजिए और सुबह बालों को धो लीजिए।

चुकंदर कैसे प्रभावी है

चुकंदर में विटामिन बी और सी, फॉस्फोरस, कैल्सियम, प्रोटीन आदि जरूरी तत्व होते हैं जो बालों के विकास में सहायक हैं।ये तत्व एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह हैं जो कि बालों को प्राकृतिक रूप से निखारते भी हैं।चुकंदर से सिर के खुले रोमछिद्र बंद होते हैं जिससे बालों को मजबूती मिलती है।पोटैशियम की कमी भी बालों के झड़ने का प्रमुख कारण है और चुकंदर में पोटैशियम होता है।

अगर आप बालों को बढ़ाना चाहते हैं तो रोज चुकंदर का जूस पियें। इसके अलावा पालक और गाजर का जूस भी बालों को मजबूती प्रदान करता है।




बालों की समस्या से हैं परेशान? यहां पाएं सारे निदान

बालों से जुड़े कई सवालों के जवाब पढ़े।गंजेपन की स्थिति को कहते है एलोपेसिया।पुरूषों और महिलाओं दोनो के गिरते है बाल

सभी लोगो को स्वस्थ बालों की चाह होती है। जिसके लिए लोग कई तरह के प्रयास भी करते है। पर बालों के बारे में सही जानकारी का अभाव होने के कारण बालों की अच्छी तरह से देखभाल नहीं हो पाती है। यहां बालों से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दिये जा रहे हैं, जो आपको अपने बालों को सही तरह से रखने में मदद करेंगे। आइयें जानते है ये सवाल-जवाब।


एलोपेसिया क्या है?

शब्दे "एलोपेसिया" को सिर की त्वचा पर या शरीर के अन्य बालयुक्त क्षेत्र पर किसी प्रकार के गंजेपन या बालों के गिरने की स्थिति को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। शब्द 'एलोपेसिया' को किसी विशिष्ट स्थिति को व्यंक्त करने के लिए अन्य शब्द के साथ जोड़ दिया जाता है। उदाहरण के लिए पैच के रूप में बालों का गिरना एलोपेसिया एरिएटा है, आनुवंशिक गंजापन एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया है, आदि।

क्या पुरूषों और महिलाओं में बाल अलग-अलग तरह से गिरते हैं?

जिस प्रकार पुरूष एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया या मेल पैटर्न बाल्डनेस से पीड़ित होते हैं उसी तरह महिलाओं के बाल भी आनुवंशिक आधार पर गिरते हैं, जिसे फीमेल पैटर्न बाल्डनेस कहते हैं। महिलाओं में बालों का गिरना पुरूषों की तुलना में अधिक छितराया हुआ होता है जबकि पुरूषों को हेयरलाइन पीछे हटने और आगे की ओर से क्रमिक गंजेपन का सामना करना पड़ता है। महिलाओं में बालों में सम्पूर्ण विरलता पायी जाती है जो क्रमिक होती है।

क्या बाल गिरने और तनाव के बीच कोई आपसी संबंध है?

 मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के तनाव (कोई गंभीर बीमारी, किसी सर्जरी के बाद रिकवरी) का सम्बन्ध बालों के गिरने से देखे गए हैं। तनाव को हार्मोनल बदलावों की वजह भी माना जाता है जिससे बाल गिर सकते हैं। गर्भावस्थाे, मेनोपॉज या थॉयराइड समस्यातओं के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण भी बाल गिर सकते हैं। कुछ चिंता संबंधी आदतें जैसे बालों के छल्लेद बनाना (लपेटना) या खींचना भी मनोवैज्ञानिक तनाव के प्रति अनायास प्रतिक्रियाएं हैं जो बालों के गिरने की वजह बन सकती हैं।

महिलाओं में बाल गिरने का सबसे सामान्य कारण क्या है?

 आनुवंशिक रूप से विरासत में प्राप्तन, हार्मोन संबंधी समस्या जिसे एलोपेसिया एंड्रोजेनेटिका या फीमेल पैटर्न बाल्डनेस कहा जाता है, यह महिलाओं में बालों के विरल होने के रूप में देखने में आती है। यही महिलाओं के बाल गिरने का सबसे सामान्यन कारण है। कहना कठिन होता है कि इससे कौन प्रभावित होगा क्यों कि इस प्रकार बालों का झड़ना माता या पिता में से किसी भी पक्ष से संबंधित हो सकता है और कई बार तो यह एक पीढ़ी छोड़कर प्रकट होता है।

मेनोपॉज के बाद अधिकांश महिलाओं को गंजेपन का सामना क्यों करना पड़ता है?

मेनोपॉज के बाद लगभग दो-तिहाई महिलाओं को बालों की विरलता और बाल्डा स्पाँट्स का सामना करना पड़ता है। महिलाओं में एस्ट्रोवजेन नामक हार्मोन बनता है जो उनको उनमें कम मात्रा में बनने वाले टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के असर से सुरक्षित रखता है। मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजेन के बनने में भारी कमी आती है जिससे टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को टेक ओवर करने का और 5-अल्फा रिडक्टेज नामक एंजाईम से संयोजित होने का मौका मिल जाता है, जिससे नया हार्मोन - डीएचटी तैयार होता है, जो गंजेपन के लिए जिम्मेदार होता है।

पुरूषों में सिर के दोनों और और पीछे की तरफ के बालों के रोमकूप लगातार क्योंत उगते रहते हैं?

मेल पैटर्न बाल्डनेस, सामान्यतया घोड़े की नाल के आकार में होता है जिसमें क्राउन पर बाल नहीं रहते और सिर के दोनों साइड में तथा पीछे की ओर बाल बचे रहते हैं। बालों के गिरने के लिए जिम्मेदार एंजाईम डीएचटी, सिर के पीछे और दोनों साइड के रोमकूपों को प्रभावित नहीं कर पाता।

एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया किस प्रकार पाया जाता है?

एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया, पुरूषों और महिलाओं दोनों में ही बाल गिरने के लिए आमतौर से पाया जाने वाला सामान्यर कारण है, हालांकि यह पुरूषों में अधिक पाया जाता है। एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया की शुरूआत व्यक्ति की किशोरावस्था के दौरान ही हो सकती है और उम्र बढ़ने के साथ जोखिम बढ़ता जाता है। 50 से अधिक उम्र के 50% से अधिक पुरूषों में कुछ सीमा तक बाल गिरने की समस्या रहती है। महिलाओं में बालों का गिरना मेनोपॉज के बाद देखने में आता है।

लोगों को एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया किस प्रकार विरासत में मिलती है?

विभिन्न आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारणों के चलते, एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया का वंशानुगत डिज़ाइन अस्प्ष्टण है। यह समस्याय परिवारों में भी फिर प्रकट हो सकती है और इस समस्याड से पीड़ित कोई नजदीकी रिश्तेहदार भी जोखिम कारण है।

इसलिए हेयर स्टाइलिस्ट यूज करते हैं हेयर स्प्रे, पर्सनेलिटी में लगते हैं चार चांद


हेयर स्प्रे, एक प्रकार का स्टाइलिंग प्रोडक्ट है जो बालों को एक जगह स्टिक करके रखता है यानी अगर आप किसी खास तरह का हेयर स्टाइल अपना रहीं हैं तो हेयर स्प्रे की मदद से इसे काफी समय तक वैसे ही रख सकती है। महिलाओं में हेयर स्प्रे का चलन जोरों पर लेकिन पुरुष भी इससे अछूते नहीं रह गए हैं। बालों को कर्ल करने से लेकर कोई भी नया हेयर स्टाइल बनाने में हेयर स्प्रे की जरूरत होती है। आइए ऐसे ही कुछ खास कारणों के बारे में जानते हैं जिनमें हेयर स्प्रे का प्रयोग करते हैं- 

बालों को रोल करने के लिए 

बालों को रोल करने के लिए हेयर स्प्रे का प्रयोग करना अच्छा होता है। जब सारे बाल रोल हो जाएं तब उन पर हेयर स्प्रे कर लेना चाहिए जिससे बाल वैसे के वैसे ही सेट हो जाते हैं। इसके अलावा बालों में शाइन आती है और वे लचीले भी हो जाते हैं।

बाउंसी लुक के लिए 

अकसर महिलाएं हेयर स्प्रे का प्रयोग बालों को बाउंसी व घना लुक देने के लिए करती हैं। बालों की जड़ों व अंदर की तरफ हेयर स्प्रे करने से बाल और भी खूबसूरत व घने दिखते हैं।

प्राकृतिक लुक के लिए 

बालों को प्राकृतिक लुक व चमक देने के लिए ब्लो ड्राई के बाद हेयर ब्रश पर हेयर स्प्रे डालें और बालों में जड़ों से लेकर सिरे तक ब्रश करें।  

बालों को फिक्स करने के लिए 

अगर आप कोई भी हेयर स्टाइल पूरे दिन के लिए चाहते हैं तो हेयर स्प्रे के जरिए ऐसा कर सकते हैं। इससे आपके बाल वैसे ही सेट हो जाएंगे जैसा आप चाहते हैं। 

कर्ली हेयर के देखभाल के लिए 

कर्ली हेयर रुखे व बेजान से लगते हैं इसलिये अगर उन्हेंय थोड़ा नरम करना है तो उस पर ग्लिसरीन युक्त हेयर स्प्रे लगाएं। आप चाहे तो इस स्प्रे को घर पर भी बना सकती हैं। इसके लिये एक ही मात्रा में पानी और ग्लिसरीन मिला लें। इसको अच्छेि से शेक करें और फिर उसमें कुछ बूंदे हेयर ऑयल की डाल लें। इस ग्लिसरीन के स्प्रे  को तब अपने बालों पर छिड़के, जब आप नहा चुकी हों।

हेयर स्टाइल बनाने के लिए 

किसी भी खास तरह की हेयर स्टाइल बनाने के लिए हेयर स्प्रे का प्रयोग किया जाता है। ध्यान रहें एक अच्छे हेयर स्प्रे की खासियत होती है कि बालों को चिपचिपा नहीं करता है। अगर आपके हेयर स्प्रे के साथ ऐसा हो रहा है तो इसे बदल दें। 

कलर बालों की सुरक्षा के लिए 

कलर किए हुए बालों को धूप के सीधे संपर्क में आने से बचाने के लिए हेयर स्प्रे का प्रयोग कर सकते हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से एसपीएफ युक्त हेयर स्प्रे चुनें और इसे प्रयोग करें।

हेयर ट्रांसप्लांट के फायदे और नुकसान

 हेयर ट्रांसप्लांटेशन एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें सिर के बिना बाल वाले या गंजे हिस्से में बालों को प्रत्यारोपित किया जाता है। आमतौर पर हेयर ट्रांसप्लांटेशन के लिए सर्जन उस व्यक्ति के सिर के पीछे से बालों को निकालकर गंजे क्षेत्र पर प्रत्यारोपित करते हैं। हेयर ट्रांसप्लांटेशन से पहले व्यक्ति को लोकल एनेस्थेशिया देकर खोपड़ी को सुन्न किया जाता है। 

बाल को प्रत्यारोपित करने के बाद मरीज को दर्द, सूजन और इंफेक्शन से बचने के लिए कुछ दवाएं लेने की भी सलाह दी जाती है। इस लेख में आप जानेगे हेयर ट्रांसप्लांट क्या है, हेयर ट्रांसप्लांट कराने के फायदे, हेयर ट्रांसप्लांट से होने वाले नुकसान, हेयर ट्रांसप्लांट के बाद की सावधानियों के बारें में
हेयर ट्रांसप्लांट करने की दो प्रक्रिया है। जिसे स्लिट ग्राफ्ट और माइक्रो ग्राफ्ट के नाम से जानते हैं। स्लिट ग्राफ्ट के प्रत्येक ग्राफ्ट में चार से छह बाल होते हैं, जबकि माइक्रो ग्राफ्ट के प्रत्येक ग्राफ्ट में दो बाल होते हैं। मरीज के गंजेपन की जरूरत के अनुसार इस प्रक्रिया का प्रयोग किया जाता है। बाल प्रत्यारोपित करने के बाद व्यक्ति सुंदर दिखने लगता है और उसमें आत्मविश्वास भी पैदा होता है।

हेयर ट्रांसप्लांट क्या है और कब बाल प्रत्यारोपित करवाने की जरूरत कब पड़ती है



जिन लोगों के बाल झड़ गए हों और सिर गंजा हो गया हो या जो लोग किसी दुर्घटना में सिर में चोट लगने के कारण अपने बाल खो बैठे हों वे बाल प्रत्यारोपित करा सकते हैं। इसके अलावा जिन महिलाओं के बाल विरल हों वे भी बाल प्रत्यारोपित करा सकती हैं। (और पढ़े – 

लेकिन जिन व्यक्तियों के सिर में पर्याप्त डोनर हेयर साइट नहीं हैं वे बाल प्रत्यारोपित नहीं करा सकते हैं। इसके अलावा जिन लोगों के सिर में सर्जरी या चोट के निशान हों, जहां पर सिर्फ हल्के बाल ही उगे हों वे लोग भी हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करा सकते हैं। जिन लोगों के बाल दवा या कीमोथेरेपी के बाद झड़े हों उन्हें भी हेयर ट्रांसप्लांट कराने की सलाह नहीं दी जाती है।

हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया

सामान्य जरूरी ब्लड से जुड़ी और शारीरिक जांच करने के बाद, केवल सिर की चमड़ी पर लोकल एनेस्थीसिया देते हैं। जिसमें व्यक्ति को ज्यादा दर्द नहीं होता विशेषज्ञ एनेस्थीसिया की डोज को व्यक्ति के वजन के अनुसार ही देते हैं लगभग 5- 8 घंटे की इससे प्रक्रिया के दौरान मरीज बीच-बीच में कुछ खा पी भी सकता है ट्रांसप्लांट के तुरंत बाद मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर देते हैं। कुछ सामान्य सावधानी अपनाकर मरीज अपनी दिनचर्या में लौट सकता है।

हेयर ट्रांसप्लांट कराने के फायदे

हेयर ट्रांसप्लांट कराने से आत्मविश्वास बढ़ता है 

लोगों में हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के मुख्य कारणों में से एक कारण यह भी है कि इससे व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। हालांकि गंजा होना कोई शर्म की बात नहीं है लेकिन गंजेपन की वजह से व्यक्ति के चेहरे की शोभा बिगड़ जाती है। इसलिए ज्यादातर गंजे लोग हेयर ट्रांसप्लांट कराकर अपनी सुंदरता कायम रखना चाहते हैं। गंजे लोगों पर तरह-तरह के चुटकुले बने हैं जिन्हें मजाक में भी सुनाने पर गंजा व्यक्ति बुरा मान जाता है। हेयर ट्रांसप्लांटेशन के बाद वे इस स्थिति का सामना कर सकते हैं।

हेयर ट्रांसप्लांट कराने के फायदे जवान दिखने के लिए

आमतौर पर लोगों की यह धारणा होती है कि सिर के बाल झड़ने के बाद गंजा व्यक्ति अधिक बूढ़ा दिखने लगता है। ज्यादातर लोग इसलिए बाल प्रत्यारोपित करवाते हैं क्योंकि इसके बाद व्यक्ति जवान दिखने लगता है और अपने लुक को लेकर ज्यादा सकारात्मक रहता है और अच्छा महसूस करता है।

हेयर ट्रांसप्लांट के फायदे दिलायेनैचुरल बाल 

Hair transplant हेयर ट्रांसप्लांट करवाने का का उद्देश्य यह भी होता है कि व्यक्ति को उसका मनचाहा बाल फिर से वापस मिल जाता है। हालांकि ये बाल प्राकृतिक नहीं होते हैं लेकिन बिल्कुल नैचुरल ही दिखते हैं। बाल प्राकृतिक दिखें इसके लिए ट्रांसप्लांटेशन से पहले पिगमेंट और बालों के कलर को मिलाकर ही बाल प्रत्यारोपित किया जाता है।

हेयर ट्रांसप्लांट की लागत कम होती है

ज्यादातर लोग सोचते हैं कि बाल प्रत्यारोपित कराने की सर्जरी काफी महंगी होती है। लेकिन आपको यह जानकर आश्यर्य होगा कि हेयर ट्रांसप्लांट करवाना आपके जेब पर भारी नहीं पड़ता है। एक बार हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद आपको गंजेपन से छुटकारा पाने का एक स्थायी उपाय मिल जाता है। इसलिए अगर आप अपने सिर के खोए हुए बालों को फिर से वापस पाना चाहते हैं तो हेयर ट्रांसप्लांटेशन एक बेहतर उपाय है।

हेयर ट्रांसप्लांट से होने वाले नुकसान 

बाल प्रत्यारोपण एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है। इसके कोई स्थाई दुष्प्रभाव (परमानेंट साइड इफेक्ट्स) नहीं है। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद कुछ अस्थाई परेशानी जैसे खुजली, सूजन, सर पर लालिमा आ सकती है, पर आपको इसके लिए पहले से दवाई दी जाती है और ये कुछ दिन में ही ठीक हो जाती है। आपका डॉक्टर आपको हेयर ट्रांसप्लांट के बाद की देखभाल के बारे में सारी जानकारी दे देता है। 10-15 दिन के बाद आपके बाल सामान्य हो जाते है। ये कुछ समस्यांए है जो निम्न है

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद रक्त स्राव होना 

हालांकि ज्यादातर मामलों में इस तरह का साइड इफेक्ट नहीं पाया जाता है लेकिन हेयर ट्रांसप्लांट के बाद आपको ब्लीडिंग होने की भी संभावना बनी रहती है। बाल प्रत्यारोपित करने के बाद थोड़ा खून निकलना स्वाभाविक है जिसे एक सामान्य प्रेशर देकर रोका जाता है लेकिन अगर ब्लीडिंग ज्यादा होने लगे तो इसे अलग से सिलाई कराने की जरूरत पड़ सकती है।

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद होता है संक्रमण का खतरा  

Hair transplant बाल प्रत्यारोपित कराने के बाद इंफेक्शन होने की संभावना हो सकती है। लेकिन हेयर ट्रांसप्लांट के हजारों मामलों में यह सिर्फ एक व्यक्ति को प्रभावित करता है। हालांकि एंटीबायोटिक के जरिए इसे ठीक किया जा सकता  है।

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद होती है खुजली 

Hair transplant बाल प्रत्यारोपित के बाद मरीज को खुजली होना एक सामान्य साइड इफेक्ट है। लेकिन अगर इसपर ध्यान न दिया जाए तो यह साइड इफेक्ट कभी-कभी बहुत गंभीर भी हो जाता है। यह खुजली मुख्य रूप से सिर की त्वचा से पपड़ी निकलने के कारण होती है, नियमित शैंपू करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन अगर खुजली अधिक हो और बर्दाश्त से बाहर हो जाए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

बाल प्रत्यारोपित होने के बाद घाव के निशान दिखना

हेयर ट्रांसप्लांटेशन के बाद यदि सिर में कोई घाव का निशान या धब्बा दिखे तो यह वाकई चिंता का विषय है। यह समस्या ज्यादातर उन्हीं मरीजों में देखी जाती है जिनकी त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती है या जो व्यक्ति स्ट्रिप प्लांटेशन कराते हैं उन्हें भी यह समस्या हो सकती है। कुछ रोगियों में इस तरह का दाग अनुवांशिक भी हो सकता है। हालांकि हेयर ट्रांसप्लांट के हजारों मामलों में सिर्फ एक मामले में इस तरह की समस्या होती है।

ध्यान देने वाली कुछ बातें – 

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद पहले एक बार बाल झड़ते हैं जो सामान्य हैं। लेकिन दो-तीन महीने के बाद बाल सही तरह से उगना शुरू हो जाते हैं। इसलिए पूरा परिणाम आने में कम से कम 6 महीने का समय लगता है। कई लोगों को पूरी तरह से बाल ना आने की शिकायत रहती है, जिसकी वजह खराब तकनीक, विशेषज्ञ सर्जन (प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट ) से इलाज न लेना और ऑटोइम्यून डिजीज होती है। हेयर प्लांट दूसरी सर्जरी जितनी ही जटिल होती है और इसे अपनाने से पहले प्रशिक्षित चिकित्सक ( प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट ) स्पेशलिस्ट क्लीनिक और इमरजेंसी केयर का होना बेहद जरुरी है

ऊपर आपने जाना हेयर ट्रांसप्लांट कराने के फायदे और नुकसान के बारे में अगर आप बालो का प्रत्यारोपण कराने का सोच रहे है तो किसी अच्छे सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट से ही इसे कराएँ ताकि आपको कोई समस्या न हो

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद चली गई आंख की रोशनी तो किया केस, पर जान लें इस सर्जरी के 5 साइड इफेक्ट्स

गंजेपन से निजात पाने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट एक कॉमन ऑप्शन है, खासकर तब जबकि और सभी उपाय बाल उगाने में कामयाब न हुए हों। हेयर ट्रांसप्लांट कराने से पहले आपके लिए उससे जुड़े खतरे और प्रभावों के बारे में जान लेना ज्यादा जरूरी होता है। ऐसा न करने पर वही होता है जो हैदराबाद के एक शख्स के साथ हुआ। तेलंगाना के तारिक खुसरो ने तकरीबन 1,25,000 रूपए खर्च कर हेयर ट्रांसप्लांट करवाया जिसके बाद उनके आंखों की रोशनी चली गई। इसके बाद तारिक ने डॉक्टर पर केस दर्ज करा दिया है। लेकिन सच्चाई ये है कि किसी भी तरह के सर्जिकल प्रसीजर के साथ कुछ रिस्क्स जरूर जुड़े होते हैं। हेयर ट्रांसप्लांटेशन के साथ भी ऐसा ही है। आज हम आपको हेयर ट्रांसप्लांटेशन के कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में बताने वाले हैं। हेयर ट्रांसप्लांटेशन से पहले इस बारे में जान लेना आपके लिए बेहद जरूरी होता है।

1. हेयर ट्रांसप्लांटेशन के बाद शरीर के जिस अंग से बालों की जड़ें निकालकर प्रभावित जगह पर लगाई जाती हैं उन अंगों के सुन्न हो जाने की समस्या सामने आती है। यह तीन से 18 हफ्तों तक रहती है। अगर 18 हफ्तों के बाद भी उस अंग की सुन्नता खत्म न हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।

2. हेयर ट्रांसप्लांटेशन की वजह से लगातार ब्लीडिंग की भी समस्या सामने आती है। केश प्रत्यारोपण के 100 में एक मामले में यह समस्या होती है। कुछ मामलों में यह सामान्य है और कुछ ही दिन बाद ब्लीडिंग बंद हो जाती है।

3. स्किन टोन खराब होने की वजह से केश प्रत्यारोपण के बाद सिर में सूजन की शिकायत भी आ सकती है। सूजन ज्यादा बढ़ने पर यह आंखों और माथे पर साफ दिखाई देने लगती है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर्स से मिलकर इसका समाधान किया जा सकता है।

4. केश प्रत्यारोपण से अल्सर होने की भी संभावना होती है। जब बालों की जड़ें डैमेज हो जाती हैं और त्वचा में अंदर तक धंस जाती हैं तब अल्सर होता है। यह घातक तो नहीं होता लेकिन अल्सर होने पर डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।

5. हेयर ट्रांसप्लांटेशन में जब सिर पर बाल लगाया जाता है तब कई बार ऐसा होता है कि बाल ठीक तरह से नहीं लग पाते। ऐसे में यह बाद में पतले होकर झड़ना शुरू कर देते हैं। ऐसे में एक हार फिर गंजेपन से पाला पड़ सकता है।

हेयर ट्रांसप्लांट : रिस्क फैक्टर जानना जरूरी

हेयर ट्रांसप्लांट की वजह से 22 साल के एक मेडिकल स्टूडेंट की मौत का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। चेन्नै में हेयर सैलून के लाइसेंस पर चलाए जा रहे हेयर ट्रांसप्लांट सेंटर में यह ट्रांसप्लांट किया गया था। लेकिन इस तरह का खतरा दिल्ली में भी है। यहां भी कई कॉलोनियों में ऐसे दर्जनों हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक चलाए जा रहे हैं। 

एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरह हार्ट सर्जन ही बायपास सर्जरी कर सकता है, उसी तरह हेयर ट्रांसप्लांट भी केवल प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट ही कर सकता है। चूंकि हेयर ट्रांसप्लांट के रेग्युलेशन के लिए कोई कानून नहीं है, इसलिए दिल्ली में भी बड़े पैमाने पर ऐसे सेंटर चलाए जा रहे हैं। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि हेयर ट्रांसप्लांट कौन कर सकते हैं और कौन नहीं ताकि एहतियात बरत कर बड़े नुकसान से बचा जा सके। 

ब्यूटी पार्लर में होती है सर्जरी 

बीएलके सुपर स्पेशएलिटी सेंटर के हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टरलोकेश कुमार ने कहा कि दिल्ली में भी ऐसे दर्जनों सेंटर ब्यूटी पार्लर में चल रहे हैं, जहां पर न तो सर्जरी की सुविधा है और न ही किसी तरह की इमर्जेंसी की स्थिति से निपटने की तैयारी है। ये सेंटर्स अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं, जिसे कोई रोकने वाला नहीं। डॉक्टर का कहना है कि हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक चलाने के लिए कोई गाइडलाइन नहीं है। इसके बारे में सरकार को सोचना चाहिए। 

टेक्निशन बन रहे हैं एक्सपर्ट 

डॉक्टर ने कहा कि ऐसे सेंटरों को डॉक्टर नहीं, बल्कि टेक्निशन चलाते हैं। ये टेक्निशन किसी डॉक्टर के साथ कुछ साल तक काम करते-करते इसकी कुछ बारीकियां सीख जाते हैं। फिर वे किसी दूसरी जगह पर खुद सौंदर्यकरण के नाम पर हेयर ट्रांसप्लांट सेंटर चलाने लगते हैं। जबकि एक क्वॉलिफाइड प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट ही यह काम कर सकता है। उन्हें भी इसके लिए ट्रेनिंग लेनी होती है। जिस तरह मेडिसिन के डॉक्टर सर्जरी नहीं कर सकते, वैसे ही दूसरे डॉक्टर ट्रांसप्लांट नहीं कर सकते। 

दूसरी सर्जरी जितना ही है खतरा 

डॉक्टर लोकेश के मुताबिक, हेयर ट्रांसप्लांट के प्रोसेस में भी दूसरी सर्जरी जितना ही रिस्क रहता है। लेकिन इसमें कैलकुलेटेड रिस्क है। अगर आप प्रोसिजर को फॉलो नहीं करेंगे तो रिस्क है, नहीं तो रिस्क नहीं के बराबर है। इसके लिए स्पेशलिस्ट क्लिनिक, इमर्जेंसी केयर और क्वॉलिफायड डॉक्टर बहुत जरूरी हैं। कहीं भी सर्जरी नहीं करा लेनी चाहिए। अमूमन यह 5 से 7 घंटे का प्रोसिजर होता है, इसलिए इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। आमतौर पर हर सर्जरी के बाद चेहरे पर स्वेलिंग होती है, जो बाद में ठीक हो जाती है। 

कैसे होता है हेयर ट्रांसप्लांट 

डॉक्टर का कहना है कि हेयर रूट के साथ होने पर ही ग्रो करते हैं। इस प्रोसिजर के लिए सिर के पीछे वाले हिस्से से बाल निकाला जाता है और आगे वाले हिस्से में जहां बाल नहीं होते, वहां पर ट्रांसप्लांट कर देते हैं। जहां से बाल निकालते हैं, वहां से बालों को रूट समेत निकाला जाता है, जिसमें सेल्स होते हैं। ट्रांसप्लांट के बाद सेल्स ऐक्टिव हो जाते हैं और वहां पर बाल ग्रो करने लगते हैं। इसमें दो प्रोसिजर होते हैं। एक-एक बाल निकालकर भी ट्रांसप्लांट किया जाता है, जिसमें लंबा समय लगता है। दूसरा, स्ट्रीप में बाल निकाले जाते हैं, जिससे एकसाथ कई बाल निकल जाते हैं और बाद में फिर उस जगह पर स्टिच कर दिया जाता है, जो बाद में हील कर जाता है।


हेयर ट्रांसप्‍लांट करवाने के 9 साइड इफेक्‍ट्स

ऐसे लोग जिनके सिर पर कम बाल हैं या फिर सारे बाल झड़ चुके हैं, वे आसानी से हेयर ट्रांसप्‍लांट करवा सकते हैं। आज मेडीकल साइंस की तरक्की के कारण ही हेयर ट्रांसप्लांट करवाना मुमकिन हुआ है।

मगर क्‍या आप जानते हैं कि हेयर ट्रांसप्‍लांट करवाने से कई प्रकार के साइड इफेक्‍ट भी हो सकते हैं? इसके साइड इफेक्‍ट अलग-अलग लोगों में अलग प्रकार के होते हैं।

कई लोग हेयर ट्रांसप्‍लांट करवाने के बाद केवल डॉक्‍टर के चक्‍कर काटते नज़र आते हैं तो कई लोग अपने नए लुक को इंज्‍वॉय करते हैं। आज हम आपको हेयर ट्रांसप्‍लांट के बारे में कुछ ऐसे साइड इफेक्‍ट बताएंगे जो विश्‍व भर के कई लोगों दृारा महसूस किया गया है।

1. रक्तस्त्राव और संक्रमण:

रक्तस्त्राव आम तौर पर सिर पर अनुभवहीनता के कारण ही होता है। इसलिये ऐसी सर्जरी करवाने से पहले अनुभवी कॉस्मेटिक सर्जन की सलाह दी जाती है। अनुचित और गंदे उपकरणों के उपयोग से भी अक्सर ऐसी संभावना हो सकती है। यह तब भी हो सकता है सर्जरी एक अशुद्ध जगह पर की गई हो।

2. बालों का पतला होना

सिर पर बाल लगाते वक्‍त कुछ बाल ठीक तरह से नहीं लग पाते, जिस वजह से वह बाद में पतले हो कर झड़ना शुरु कर देते हैं। कई लोग गंजेपन की भी शिकायत करते हैं।
  

3. खुजलाहट

अगर ठीक से इस समस्‍या पर ध्‍यान नहीं दिया गया तो खुजलाहट भयंकर भी हो सकती है। यह खुजली सिर पर पपड़ी बनने की वजह से होती है। वैसे यह समस्‍या कुछ दिनों में शैंपू करने से ठीक भी हो जाती है। पर अगर समस्‍या लगातार बनी रहे तो डॉक्‍टर को दिखाना ही सही रहता है।


4. घाव

यह घाव उन रोगियों को होता है जो सट्रिप प्‍लान्‍टेशन करवाते हैं। यह निशान कभी कभी भयंकर हो सकता है, खास कर के तब जब हेयरस्‍टाइल शॉर्ट हो।
  

5. अल्सर

सिस्‍ट या अल्‍सर तब होता है जब बालों की जड़ें डैमेज हो जाती हैं और त्‍वचा के एक दम अंदर तक धंस जाती हैं। यह एक पिंपल के साइज का होता है। हांलाकि अल्‍सर कभी भी घातक नहीं होता। पर इसे बिना देरी किये हुए डॉक्‍टर को दिखाना चाहिये।


6. सूजन

जिन लोगों की खराब स्‍किन टोन होती है उन्‍हें सिर पर सूजन की शिकायत आ सकती है। हांलाकि एक्‍सपर्ट की सलाह से इसे दूर किया जा सकता है। अगर सूजन बढ गई तो यह आंखों और माधे पर साफ दिखाई देने लगती है।
  

7. रक्त स्राव

हेयर ट्रांसप्‍लांट में वैसे तो ब्‍लीडिंग नहीं होती मगर कुछ रोगियों को सिर पर ज्‍यादा दबाव की वजह से ब्‍लीडिंग शुरु हो सकती है। इस दौरान घाव लगने आम बात हैं।


8. दर्द

हांलाकि हेयर ट्रांसप्‍लांट में थोड़ा बहुत दर्द होना आम बात है। यह समय के साथ कम भी होता चला जाता है इसललिये परेशान होने की कोई बात नहीं।


9. सुन्‍न हो जाना

ट्रांसप्‍लांट के कई हफ्तों तक सिर सुन्‍न बना रहता है। अगर यह समय के साथ ना जाए तो आपको डॉक्‍टर को दिखाना चाहिये।

हेयर ट्रांसप्लांट क्या है, इसमें कितना आता है खर्च, इसे करवाने से क्या होता है कोई नुकसान

लाइव सिटीज डेस्क : शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसे घने, मजबूत बालों की चाह ना हो लेकिन आज की इस अनहेल्दी और स्ट्रेस से भरपूर लाइफ ने साइड इफ़ेक्ट के तौर पर बालों के उड़ने और गंजेपन जैसी समस्याएं उपहार स्वरुप दी हैं. लेकिन इसी मॉडर्न लाइफस्टाइल ने इस मुश्किल का हल भी निकाल लिया है हेयर ट्रांसप्लांट के रूप में, जो एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे सिर के उड़े हुए बाल फिर से उगाये जा सकते हैं. ऐसे में आपको भी हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़ी जानकारी लेनी चाहिए. तो चलिए, आज बात करते हैं हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में.

भारत में पिछले दो दशक में ये तकनीक काफी प्रचलित हो गयी है लेकिन महंगी तकनीक होने की वजह से शुरुआत में केवल रईस लोग और फिल्म स्टार्स ही इसका फायदा उठाया करते थे.

लेकिन धीरे-धीरे इससे जुड़ी नई तकनीकें आ जाने से आम आदमी तक इसकी पहुंच हो गई और अब हेयर ट्रांसप्लांट कराना तुलनात्मक रूप से सरल और सस्ता हो गया है.

हेयर ट्रांसप्लांट क्या है?

हेयर ट्रांसप्लांट एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें सिर के पीछे या साइड से घने बाल लेकर सिर के उस एरिया में प्लांट कर दिए जाते हैं जहां बाल नहीं होते हैं. इस प्रक्रिया में आठ से दस हफ्ते का समय लगता है और ये सर्जरी एक्सपर्ट डॉक्टर्स द्वारा ही की जाती है.

सामान्य तौर पर तो सिर के बालों को ही ट्रांसप्लांट किया जाता है लेकिन अगर किसी व्यक्ति के सिर पर ज्यादा बाल ना हो तो दाढ़ी के बालों को भी प्लांट किया जा सकता है.

ये तकनीक कैसे काम करती है?

इस प्रक्रिया में एक हफ्ते में एक सर्जरी की सीटिंग होती है जिसमें पांच से छह घंटे का समय लगता है और इस दौरान व्यक्ति के सिर पर कुछ ही बाल ट्रांसप्लांट किये जाते हैं. एक्सपर्ट्स की टीम द्वारा किये जाने वाले इस ट्रांसप्लांट के लिए कई सीटिंग की जाती है.

स्ट्रिप मैथड

स्ट्रिप मैथड में व्यक्ति के बालों की हिस्ट्री का अध्ययन किया जाता है. उसके बाद सर्जरी के दौरान सिर के डोनर एरिया से बालों की एक लम्बी स्ट्रिप निकालकर, बिना बालों वाले हिस्से में टांकों की मदद से लगा दी जाती है.

फॉलिकल प्रक्रिया

अगर सिर के आगे के हिस्से में बाल कम हों तो स्ट्रिप मैथड से उसे ठीक नहीं किया जा सकता. ऐसे में मरीज को बेहोश करके एक-एक बाल को बहुत सावधानी से ग्राफ्ट करना होता है. इस तकनीक में सिर पर टांकें के कोई निशान भी नहीं पड़ते हैं.

समें कितना खर्च आता है?

हेयर ट्रांसप्लांट की इस तकनीक में हर एक बाल की कीमत तय होती है. जहां स्ट्रिप मेथड में एक बाल की ग्राफ्टिंग में 30 से 40 रुपये का खर्चा आता है, साथ ही इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों का खर्चा भी जोड़ा जाता है वहीं फॉलिकल मैथड जैसी एडवांस तकनीक में एक बाल की ग्राफ्टिंग का खर्च 50 से 60 रुपये तक आता है.

हेयर ट्रांसप्लांट का क्या प्रभाव पड़ता है?

हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के दो से तीन हफ्ते बाद बालों का उगना शुरू होता है और ये बाल एकदम नेचुरल होते हैं. एक बार छोटे-छोटे बाल आते हैं जो धीरे-धीरे लम्बे हो जाते हैं और इस तरह गंजेपन की समस्या दूर हो जाती है क्योंकि एक बार हेयर ट्रांसप्लांट के बाद वो बाल हमेशा सिर की जड़ों से उगते रहते हैं.

हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से क्या है नुकसान?

हेयर ट्रांसप्लांट करवाना जहाँ गंजेपन जैसी समस्या से निजात दिलाता है वहीं इससे जुड़ी कुछ गंभीर समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है जैसे हेयर ट्रांसप्लांट के बाद सिर में खुजली होना, ब्लीडिंग होना और इन्फेक्शन का खतरा होना.
दोस्तों, हर नई तकनीक अपने साथ ढेरों फायदे और कुछ नुकसान लेकर आती है. ऐसा ही हेयर ट्रांसप्लांट की तकनीक के साथ भी है जो अब काफी प्रचलित हो चुकी है. ऐसे में जरुरी ये है कि इस तकनीक का इस्तेमाल करने से पहले एक्सपर्ट से खुलकर बात की जाएं और अपनी स्किन से जुड़ी सभी परिस्थितियां स्पष्ट करने के बाद ही इसके लिए तैयार हुआ जाएं. उम्मीद है कि ये जानकारी आपको पसंद आई होगी और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी.

योग द्वारा अपने बालों का ख्याल रखें |

चाहे वह औरत हो या आदमी, आजकल के आधुनिक जीवन में बाल झड़ने की समस्या मानों हर किसी के लिए एक आम बात हो गयी है| इस समस्या का आम होना कोई हैरान करने वाली बात नहीं है क्यूंकि आजकल हर व्यक्ति दूषित खान-पान व वातावरण में रहता है| परन्तु योग द्वारा इस समस्या का समाधान किया जा सकता है|

हर परिस्थिति में एक बात महत्वपूर्ण है- रोकथाम उपचार से बेहतर है। पढ़िए कि किस प्रकार योग द्वारा आप बाल झड़ने की समस्या का समाधान कर सकते हैं|

अधिक बाल झड़ने की समस्या का आपके स्वाथ्य से भी एक गहरा सम्बन्ध है, इसीलिए इस समस्या को कभी भी नकारना नहीं चाहिए| चिंता, हार्मोन्स में गड़बड़, गलत खाने-पीने की आदतें, रोग, रूसी, आदि बाल झड़ने का मुख्य कारण है|

योग व ध्यान का सहारा ले | Yoga and Meditation to Prevent Hair Fall:

योग व ध्यान द्वारा आपको बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा मिलने के अलावा और भी शारीरिक विकारों से राहत मिलेगी| यह योगासन आपके मस्तिष्क की मांसपेशियों तक सही तरह से रक्त पहुंचाएंगे और आपको मानसिक तनाव, भूख ने लगने की समस्या, व चिंता से भी मुक्त करेंगे|

योगासन को बाल झड़ने की समस्या से राहत दे सकते हैं| Yoga Asanas that can help to control hair-loss



आगे झुकने वाले सारे आसन सिर में रक्त संचार को बढ़ाते हैं जिससे बालों की जड़ों को पोषण प्राप्त होता है। परिणाम स्वरुप समय के साथ-साथ आप अपने बालों में परिवर्तन महसूस करते हैं। यहां कुछ आसन बताए जा रहे हैं जिनका आप अभ्यास कर सकते हैं। आपको इनका अभ्यास नियम से लगातार करना होगा यदि आप अच्छे परिणाम चाहते हो तो।

List of all the Yoga Asanas for Hair Growth
अधोमुख शवासन | Adho Mukha Savasanaउत्थान आसन |Utthanasanaपवनमुक्तासन | Pavanmukthasanaसर्वांगासन | 

Sarvangasanaवज्रासन | VajrasanaApanasana


1
अधोमुख शवासन

शवान या कुत्ते की मुद्रा में झुकना, सिर में अच्छा रक्त संचार करता है, और यह साइनस तथा जुकाम में भी लाभकारी है। इससे मस्तिष्क की थकान में भी आराम मिलता है। अवसाद तथा अनिद्रा भी दूर होती है।

2
उत्थान आसन

खड़े होकर आगे झुकने से थकान और कमजोरी दूर होती है। रजोनिवृत्ति में भी यह करना अच्छा है तथा इससे पाचन शक्ति भी ठीक होती है।

3
पवनमुक्तासन

गैस कम होती है तथा पाचन शक्ति में सुधार आता है। कमर से नीचे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे पेट तथा कूल्हों की चर्बी भी कम होती है।

4
सर्वांगासन

यह थायराइड ग्रंथि को पोषण देता है जिससे पाचन, जननांग और तंत्रिका तंत्र को आराम मिलता है और वह ठीक तरह से सक्रिय हो जाती हैं|

5
वज्रासन

इसको हीरा मुद्रा भी कहते हैं, और आसनों के विपरीत इस आसन को भोजन करने के एकदम बाद भी कर सकते हैं। यह मूत्र समस्याओं, वजन कम करना और पेट में से गैस कम कर के भोजन को पचाने में सहायता करता है।

6. Apanasana

Apana refers to the prana or energy of you digestive tract, that aids in purifying and eliminating toxins. And this pose gives clarity to the mind. It relieves constipation.

बाल झड़ना रोकने के लिए फायदेमंद प्राणायाम | Beneficial Pranayamas for hair-loss

1
कपालभाती प्राणायाम

इस प्राणायाम से मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन मिलती है तो यह तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद है, यह शरीर में से विषाक्त तत्व बाहर निकाल देता है तथा मोटापे और मधुमेह का उपचार करता है।

2
भस्त्रिका प्राणायाम

यह शरीर में से अतिरिक्त वायु बाहर करता है पित्त और कफ का नाश करता है तथा शरीर और तंत्रिका तंत्र की शुद्धि करता है।

3
नाड़ीशोधन प्राणायाम

इससे हृदय रोगों का उपचार होता है। अस्थमा, गठिया, तनाव, सिरदर्द, उदासी, आंखों तथा कानों की समस्या दूर होती है।
बाल बढ़ाने के घरेलू नुस्खें|Home Remedies for Hair Growth

यह उपाय आपके बालों को मजबूत बनाने में सहायता करेंगे

सावधानी: यह उपाय केवल साधारण स्थिति में ही प्रयोग करें, यदि कोई विशेष परिस्थिति या रोग है तो चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है।

आप हफ्ते में एक बार खट्टी छाछ से अपने बाल धो सकते हैं, बाद में हर्बल शैंपू से बालों को साफ करें।अत्यधिक बालों को झड़ने से रोकने के लिए तथा समय से पहले बालों को सफेद होने से रोकने के लिए, आप अपने सिर में एलोवेरा का गूदा लगाएं।मेहंदी पाउडर में दही मिलाकर लगाएं परंतु जिन लोगों को सांस की या मोटापे की तकलीफ है वह इसका प्रयोग ना करें।अपने भोजन में लौकी, तोरी, कद्दू शामिल करें।तरबूज, केला,चीकू, नाशपाती, सूखी अंजीर और कालीमिश खाएं।यदि आपको मधुमेह रोग नहीं है तो आप अपने भोजन में गुड़ तथा चीनी की गोली शामिल करें।पौष्टिक तथा भरपूर भोजन करें। कम से कम 8 घंटे की भरपूर नींद लें।तनाव तथा झगड़े से बचें। प्रतिदिन योग और ध्यान का अभ्यास करें।

आप किसी प्रमाणित योग चिकित्सक से परामर्श करें, वह आपके बालों का प्रकार तथा स्थिति देख कर आपको खास उपचार का परामर्श देगा। उपरोक्त लिखित सुझाव डॉक्टर अश्विन पटेल, जो कि श्री श्री आयुर्वेद पंचकर्म बेंगलुरु में स्थित है, के परामर्श से लिए गए हैं।

बालों को लंबा करने के अतिरिक्त उपाय | Other Things to Remember for Hair Growth


योग करने के साथ-साथ अपने भोजन पर ध्यान देना भी आवश्यक है। संतुलित भोजन जिसमें ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, अंकुरित अनाज, दूध तथा दूध से बने पदार्थ आपके बालों को बढ़ाने के लिए पोषक तत्व प्रदान करेंगे।इस बात का ध्यान रखें कि आपके बालों में रूसी ना हो, अपनी सर की त्वचा को बिल्कुल साफ रखें। अपने तौलिये और तकिए को भी साफ रखें।अपने बालों को नीम के पत्तों के पानी से धोएं। बालों को हफ्ते में दो या तीन बार धोकर साफ रखें। बालों में नारियल तेल की मालिश करें बालों में लगातार ब्रश करने से बाल जल्दी बढ़ते हैं।तेज रसायनिक दवाओं तथा स्टाइलिंग उत्पादों का प्रयोग बालों पर ना करें।

इन उपायों के प्रयोग के साथ साथ यह याद रखें कि बाल झड़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिस को बदला नहीं जा सकता। हालांकि उसको कम अवश्य किया जा सकता है।



तो दोस्तो आज जाना कि कैसे हम ( apne hair k khayal rakh sakte hai ) ओर अपनी लाइफ को खुश रख सकते है दोस्तो आप इन सब advices को आपनी लाइफ मैं जरूर Try करे और share jauru kare or ऐसे ही ओर अछे articles के लिए जुड़े रहे ( https://normaladvices.blogspot.com ) से।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Castor oil के फायदे त्वचा, बाल, आंखें, वेट लॉस, स्तनपान, दांत in hindi

मुंह के छाले से दुःखी है तो जरूर देखें (Mouth Ulcer) in hindi

हेपेटाइटिस की बीमारी के बारे अछे से जाने।