कमर का दर्द से पाए मिनटो मैं छुटकारा।


कमर दर्द से पाए मिनटों में छुटकारा




दोस्तो कमर दर्द सब को अपनी जिंदगी मैं कभी न कभी हुआ ही होगा वासे तो ये अपने आप ठीक हो जाता है पर कभी कभी ये दर्द हद से ज्यादा हो जाता है। इस मैं हम कोइ काम नही कर पाते ओर भथरूम जाने मैं बी बहोत दिकत होती है। तो दोस्तो आज जाने गए कैसे हम अपने कमर दर्द से छुटकारा पा सकते है और क्या है इस के कारण,इलाज,योग सब कुछ तो चलिए दोस्तो जानते है कमर दर्द  के बकरे मैं।

Kuch points mai aap ko ye article batuga jis se ye article aap ko ache se smaj aa jay ga

1, क्यों होता है कमर दर्द और इसे कैसे करें दूर

2, जानिए, लगातार कमर दर्द के यह 5 कारण

3, कमर दर्द के 7 आश्‍चर्यजनक कारण

4, कमर दर्द कारण और लक्षण

5, कई तरह का होता है पीठ दर्द जानें क्या हैं इनके कारण

6, क्यों होता है कमर का दर्द,  घरेलू इलाज

7, कमर दर्द के आसान ईलाज ओर दावा

8, कमर दर्द के ये हैं जानें इसके बारे में

9, कमर दर्द दूर भगाने के लिए आजमाएं ये घरेलू नुस्खे

10, सुबह उठने के बाद आखिर क्‍यों होता है कमर दर्द

11, रात भर सोने नहीं देता कमर का दर्द तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

12, कमर के दर्द को दूर करने के उपाय

13, कमर दर्द का नहीं मिल रहा कोई इलाज, तो अपनाएं ये 5 असरदार उपाय

14, भीषण कमर दर्द से कैसे बचें

15, बैक पेन का इलाज

16, इससे केवल सात मिनट में कमर का दर्द हो जाएगा दूर

17, महिलाओं में कमरदर्द- 10 उपयोगी घरेलू नुस्ख़े

18, गायब होगा कमर दर्द, अपनाएं ये असरदार नुस्खे

19, कमर दर्द में रामबाण होती हैं यह 12 आयुर्वेदिक दवा : देसी नुस्खे

20, कमर दर्द, मोच और नसों में सूजन का रामबाण नुस्खा है तेजपत्तों से बना ये काढ़ा

21, कमर दर्द को मिनट से पहले खत्म करेंगे ये 3 आसान उपाय

22, हर प्रकार के दर्द को दूर कर देगा ये तेल।

23, दर्द दूर करने वाली दवाओं की जानकारी

24, कमर दर्द के लिए योगासन

25, kya aap ka kamer dard kahi sciatica to nahi click kare...

क्यों होता है कमर दर्द और इसे कैसे करें दूर




1
कमर दर्द

कमर दर्द की समस्‍या आजकल एक आम समस्‍या हो गई। सिर्फ बड़ी उम्र के लोग ही नहीं बल्कि युवा भी इसकी शिकायत करते रहते है। इसका मुख्‍य कारण लगातार कई घंटों तक कुर्सी पर बैठकर काम करना, बेतरतीब जीवनशैली और शारीरिक श्रम न करना है।

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क्‍यों होता है कमर दर्द

लोग अक्‍सर कमर दर्द से परेशान रहते है। इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं लेकिन सबसे प्रमुख कारण रीढ़ की हड्डी में परेशानी है। रीढ़ के अंदरूनी हिस्‍सों में तरल पदार्थ की कमी होने के कारण आस-पास के हिस्‍सों में हड्डियां बढ़ने लगती है जिससे कमर में दर्द होने लगता है।

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जीन के कारण

वैज्ञानिकों के अनुसार, कमर में दर्द का कारण आपके जीन में छुपा होता है। अधेड़ उम्र की लगभग हर तीसरी महिला को रीढ़ संबंधी परेशानी होती है। जानकारों को मानना हे कि इनमें से लगभग 8; प्रतिशत महिलाओं को यह बीमारी विरासत में मिलती है।

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जंक फूड का अधिक सेवन

लगातार उच्‍च कैलरी और कम पोषक तत्‍वों वाला आहार लेने से वजन बढ़ने लगता है। जिसका सीधा असर कमर पर पड़ता है और कमर दर्द होने लगता है। इसके अलावा ज्यादा वजन होने से ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका भी ज्यादा होती है।

5
अन्‍य कारण

मांसपेशियों पर अत्यधिक तनाव, अधिक वजन, गलत तरीके से बैठना, हमेशा ऊंची एड़ी के जूते या सेंडिल पहनना, गलत तरीके से अधिक वजन उठाना, बहुत अधिक तनाव, ज्‍यादा समय तक कुर्सी पर बैठना, शरीर में लम्बे समय से बीमारियों का होना, अधिक नर्म गद्दों पर सोना आदि से भी कमर दर्द होता है।

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कमर दर्द दूर करने के उपाय

अधिकतर लोगों को कमर के मध्य या निचले भाग में दर्द महसूस होता है। यह दर्द कमर के दोनों और तथा कूल्हों तक भी फ़ैल सकता है। बढ़ती उम्र के साथ कमर दर्द की समस्या बढ़ती जाती है। नतीजा काम करने में परेशानी। कुछ आदतों को बदलकर इससे काफी हद तक बचा जा सकता है। आइए कमर दर्द से निजात पाने के ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में जानें।

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योग

कमर दर्द को दूर करने के लिए योग बहुत फायदेमंद होता है। भुन्ज्गासन, शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, श्वसन आदि कुछ ऐसे योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं। कमर दर्द के योगासनों को योगगुरु की देख रेख में ही करने चाहिए।

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टहलने की आदत डालें

अधिक देर तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम न करें। हर चालीस मिनट में अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ी देर टहल लें। इसके अलावा नर्म गद्देदार बिस्‍तर से परहेज करना चाहिए। कमर दर्द के रोगियों को थोड़ा सख्त बिस्तर बिछाकर सोना चाहिए।

9
सीधा बैठें

ऑफिस में काम करते समय कभी भी पीठ के सहारे न बैठें। अपनी पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि यह हमेशा सीधी रहें। गर्दन को सीधा रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटा तौलिया मोड़ कर लगाया जा सकता है। कार चलाते वक्त सीट सख्त होनी चाहिए, बैठने का पोश्चर भी सही रखें और कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट टाइट कर लें।

10
एक्‍सरसाइज

कमर दर्द के लिए एक्‍सरसाइज भी करनी चाहिए। सैर करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित एक्‍सरसाइज हैं। व्यायाम करने से मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा। तैराकी वजन कम करने के साथ-साथ कमर के लिए भी बहुत फायदेमंद है। साइकिल चलाते समय कमर सीधी रखनी चाहिए।

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ध्‍यान से झुकें

कमर दर्द में भारी वजन उठाते समय या जमीन से किसी भी चीज को उठाते समय कमर के बल ना झुकें बल्कि पहले घुटने मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे वस्तु तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को सीधा करते हुए खड़े हो जाएं।

12
मालिश करें

इन सब के अलावा कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन करें। साथ ही नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह एक अचूक उपाय है। रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियं डालकर गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें

जानिए, लगातार कमर दर्द के यह 5 कारण




कमर दर्द शारीरिक समस्याओं में काफी गंभीर विषय है, क्योंकि इसके चलते आप कई कार्यों को करने में बेहद दर्द और तकलीफ महसूस करते हैं। समस्या अगर गंभीर है, तो उसका उपचार भी गंभीरता से किया जाना जरूरी है, वरना यह दर्द आपके लिए घातक साबित हो सकता है। उपाय करने से पहले यह जानें कि कमर दर्द की आखि‍र सही वजह क्या है।


किसी प्रकार की चोट या व्यायाम की वजह से कमर में दर्द होना समझ में आता है, लेकिन अगर बगैर किसी वजह के आप कमर में लगातार दर्द महसूस कर रहे हैं, तो उसका कारण जानकर तुरंत उपचार कराएं।

1 नींद में आपकी सोने की मुद्रा या स्थि‍ति के कारण कई बार कमर या पीठ दर्द की समस्या हो सकती है। अगर आपको लगता है कि कमर दर्द का कारण आपके सोने की स्थि‍ति है, तो उसके लिए सतर्क रहें।



2 आप किस चीज पर सोते हैं, यह भी बेहद अहम होता है। अगर आप मोटे नर्म गद्दे पर सोते हैं, जो काफी स्पंजी है, तो यह आपके कमर या पीठ दर्द का कारण बन सकता है। कोशि‍श करें कि गद्दा थोड़ा कठोर हो, जो पीठ और कमर के लिए सहयोगी हो।

3 अत्यधि‍क तनाव लेना भी कमर दर्द के कारणों में से एक है। दरअसल आपका ज्यादा तनाव लेना आपके मस्तिष्क के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित करता है और रीढ़ की हड्डी वाले स्थान पर दर्द पैदा कर सकता है।


4 वसा का अत्यधि‍क जमाव कई बार आपकी मांसपेशि‍यों में दर्द पैदा करने का काम करता है, जो लगातार बना रहता है। इसके लिए जरूरी है, के वसा के जमाव अर्थात मोटापे को कम किया जाए।

5  हड्डि‍यों क कमजोर होना भी कमर और पीठ दर्द होने का एक प्रमुख कारण है। हड्ड‍ियां मजबूत रहें इसके लिए कुछ व्यायाम और सही खानपान को दिनचर्या में शामिल करना बेहद जरूरी है। हड्ड‍ियों के लिए कैल्शि‍यम का सेवन जरूरी है।



कमर दर्द के 7 आश्‍चर्यजनक कारण




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बैकपेन के कारण

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी ने लोगों की जीवनशैली को बहुत प्रभावित किया है। जिसकी वजह से सिरदर्द, कमरदर्द, शरीर में अकड़न जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। गलत तरीके से उठने-बैठने के तरीके ने कमर को तोड़ कर रख दिया है। जिस कमर दर्द को हम भले ही आम समस्या मानते हों लेकिन उसके कारण भी बहुत आम ही हैं। अगर हम थोड़ी सी सावधानी के साथ अपनी जीवनशैली को सुधार लें तो आप इस दर्द से आराम पा सकते हैं। 

2
कंधे पर भारी बैग लटकाना

अगर आप कंधे पर भारी बैग लटकाकर घूमते हैं तो सावधान हो जाएं। इससे आपकी बॉडी खासकर स्पाइन का बैलेंस खराब होता है। आपके बैग का कुल वजन आपके शरीर के वजन का 10 फीसदी से ज्यादा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। इसलिए अगली बार अधिक वजन वाला बैग टांगने से पहले इस बारे में सोच लीजिए। 

3
लगातार बैठे रहना

अगर आप ऑफिस में लगातार बैठे रहते हैं तो आपकी कमर के लिए खतरा है, क्योंकि बैठे रहने पर हमारी स्पाइन पर खड़े होने के मुकाबले 50 फीसदी ज्यादा दबाव पड़ता है। कंप्यूटर पर काम करते हुए सिर और कंधों को सीधा रखें लेकिन कमर को 130 डिग्री पर, ताकि उस पर दवाब न पड़े। बीच-बीच में सीट से उठते रहें और टहलते रहें, हो सके तो कुछ अंगों को स्‍ट्रेच जरूर करें। 

4
पुराने मैट्रेस पर सोना

अगर आपका मैट्रेस 10 साल से पुराना है तो वह आपकी कमर को पूरा सपोर्ट नहीं दे पाता। उसे फौरन बदल दें क्योंकि बढ़िया से बढ़िया मैट्रेस भी 8-10 साल तक ही ठीक काम करता है। 

5
जंक फूड ज्यादा खाना

अगर आप लगातार उच्‍च कैलरी और कम पौष्टिकता वाला खाना खाते हैं तो आपका वजन बढ़ जाता है, जिसका सीधा असर कमर पर होता है। वजन ज्यादा है तो ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका भी ज्यादा होती है। अगर आपका वजन ज्यादा है तो 5-10 फीसदी तक घटा लें। आपकी कमर बेहतर स्थिति में होगी।

6
हाई हील्स या फ्लैट शूज पहनना

अगर आप बहुत ऊंची हील्स पहनने की शौकीन हैं तो आपकी कमर खतरे में हैं। इसी तरह बिल्कुल फ्लैट पहनना भी सही नहीं है। बेहतर है कि अपने लिए सही हाइट के जूते-चप्पलों का चुनाव करें। पीछे से सपोर्ट वाले सैंडल्स पहनना बेहतर है क्योंकि इससे पैर का बैलेंस बना रहता है।

7
एक्सरसाइज न करना.

तमाम बीमारियों का इलाज है व्‍यायाम न करना। अगर हम नियमित व्‍यायाम नहीं करते तो हमारी कमर की मसल्स कमजोर हो जाती हैं और हड्डियों को भी नुकसान होता है। बेहतर है कि कमर और पेट के निचले हिस्से को मजबूत बनाने वाले व्‍यायाम जरूर करें। 

8
अधिक तनाव लेना

अगर आप मन में गुस्सा, नफरत या बेचैनी लेकर चलते हैं तो आपके शरीर में जगह-जगह दर्द की शिकायत हो सकती है। माफ करना और खुश रहना सीखें। इसी तरह शारीरिक तौर पर अगर बहुत स्ट्रेस हैं तो उसे भी दूर करें। मेडिटेशन, स्टीम या हॉट वॉटर बाथ, पसंदीदा म्यूजिक सुनना आदि मदद कर सकता है। 

कमर दर्द कारण और लक्षण।

कमर दर्द

दिन भर इतना सारा काम करने और उसके बाद अच्छा आराम ना मिल पाने से कमर दर्द का होना एक सामान्य बात है किन्तु अगर ये दर्द 2 – 4 दिन में ना ठीक होकर लम्बे समय में चला जाता है तो ये आपके लिए चिंता का विषय अवश्य हो सकता है. इसकी वजह से आपको उठने बैठने और चलने फिरने तक में समस्या होने लगती है. मुख्यतः कमर दर्द महिलाओं और उन पुरुषों को होता है जो सारा दिन बैठे बैठे कार्य करते रहते है. ये दिखने में छोटी बीमार जरुर है किन्तु इसे अनदेखा करने से ये बड़ा घटक रूप अपना लेती है इसलिए आपको इसके लक्षण दीखते ही इसका इलाज कर लेना चाहियें. किन्तु इसके इलाज से पहले हम ये जान लेते है कि कमर दर्द आखिर होता क्यों है और इसके लक्षण क्या है.   

कमर दर्द के कारण

·         कमर में दर्द के अनेक कारण हो सकते है किन्तु इसका मुख्य कारण होता है. वात का दूषित होना. इसीलिए कमर दर्द को कटिवात भी कहा जाता है. जिसमे कटी का अर्थ होता है कमर और वात से अभिप्राय वायु से होता है. आयुर्वेद में इस व्याधि को वात व्याधि माना जाता है.

·         इसके अलावा सीधे ना चलना और झुक कर बैठने, नीचे देखकर चलने, गलत तरीके से कार चलाने इत्यादि से भी कमर पर दबाव पड़ता है जिसे कमर दर्द हो सकता है. 

कमर दर्द कारण और लक्षण

·         जो व्यक्ति अधिक चिंता, मानसिक दबाव और थकावट महसूस करते है उससे उनकी कमर की मांसपेशियों में खिचावट / तनाव आ जाता है, जो उनकी कमर दर्द का मुख्य कारण होता है.

·         कमर पर अधिक बोझ लादकर चलने से या कंधो पर अदिक दबाव डालने से भी कमर दर्द में समस्या उत्पन्न होती है.

·         जोड़ों का घिस जाना, अधिक मोटापा और रीढ़ की हड्डी का खिसक जाना भी कमर दर्द का कारण है.

·         व्यायाम की कमी, कमर में मोच आना या बार बार झटके महूसस कर्ण भी इस कार्ड को बुलावा देता है.

·         घंटो तक बैठे रहना, पूर्ण आराम ना करना और संतुलित आहार का अभाव

·         लिगामेंट से जुडी 26 हड्डियों में से किसी भी हड्डी पर असर पड़ने से या उसके खिसक जाने से भी कमर दर्द की शिकायत की जाती है.

·         शरीर में कैल्शियम की कमी से हड्डियाँ कमजोर होती है. जो कमर दर्द का कारण बनती है. 

·         लेटकर टीवी देखना और ऊँची एडी के जुटे पहनने वाले लोगो को भी कमर दर्द की शिकायत रहती है.

कमर में दर्द या समस्या के लक्षण

.  जैसा की इसके नाम से ही पता चल रहा है तो इसका मुख्य लक्षण यही है कि इसमें आपको कमर के नीचे हिस्से में दर्द होने लगता है.

.  रोगी को ऐसा लगने लगता है जिसे की उसकी कमर में लचक आ गयी है.

. आपको सोते वक़्त करवट बदलने, भरी सामान उठाने और उठने बैठने में दिक्कत होने लगती है.

.  आप अधिक देर तक एक जगंह नही बैठ पाते बल्कि आपका मन बार बार सोने या लेते रहने का ही करता है.

.  आपको जल्दी थकान होने लगती है और आपका स्वभाव चिडचिडा हो जाता है.

कई तरह का होता है पीठ दर्द जानें क्या हैं इनके कारण

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कई तरह का कमर दर्द

कमर दर्द की शिकायत आजकल आम हो गई है। बदलती जीवनशैली इसका एक बड़ा कारण है। कमर दर्द कई तरह का होता है और कई अलग-अलग कारणों से हो सकता है। हालांकि यदि हम थोड़ी सावधानी रखें तो कमर दर्द से बच सकते हैं। इसके लिए यह जानना जरूरी है कि कमर दर्द के प्रकार व इसकी वजहें क्या हैं। चलिये जानें कमर दर्द के प्रकार व इसके होने के कारण। 

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कमर दर्द के प्रकार

कमर दर्द के कई प्रकार होते हैं, जैसे एंकीलोज़िंग स्पोण्डीलाइटिस, काक्सीडायनिया, फाइब्रोसाइटिस, आस्टियो-आर्थराइटिस, पायलोनेफ्राइटिस, स्कोलियोसिस तथा स्लिप्ड डिस्क या डिस्क प्रोलैप्स आदि। ये सभी अलग-अलग कारणों से होते हैं और इसके लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं। 

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क्यों होता है पीठ दर्द

दरअसल हमारी रीढ़ की हड्डी में 32 वर्टिब्रे होती हैं, जिनमें से 22 मूवमेंट करती हैं। जब इनकी गति अपर्याप्त होती है या ठीक से नहीं होती है तो कई सारी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। रीढ़ की हड्डी के अलावा हमारी कमर की बनावट में कार्टिलेज (डिस्क), जोड़, मांसपेशियां, लिगामेंट आदि भी शामिल होते हैं। इसमें किसी के भी विकारग्रस्त होने के कारण भी कमर दर्द हो सकता है। इसके कारण खड़े होने, झुकने व मुड़ने आदि में बहुत तकलीफ होती है। 

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बैठने, चलने व सोने की गलत स्थिति

आपके बैठने, चलने हैं, खड़े होने और सोने, इन सभी गतिविधियों के दौरान पोश्चर गलत हो तो यह आपके लिए कमर दर्द का कारण बन सकता है। गलत पोश्चर के दौरान शरीर का रक्त संचार प्रभावित होता है जिससे कमर और कमर के निचले हिस्से में दर्द होता है।

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देर तक बैठे रहने से

जो लोग ऑफिस में लगातार बैठे रहते हैं उनकी कमर के लिए ये खतरे की बात है, क्योंकि बैठे रहने पर हमारी स्पाइन पर खड़े होने के मुकाबले 50 फीसदी ज्यादा दबाव पड़ता है। इसलिये कंप्यूटर पर काम करते समय सिर और कंधों को सीधा रखें लेकिन कमर को 130 डिग्री पर, ताकि उस पर फालतू दवाब न पड़े। बीच-बीच में थोड़ा चल भी लें। 

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बहुत अधिक तनाव

आपको जानकर शायद थोड़ी हैरानी हो, लेकिन अगर आप छोटी-छोटी बातों पर बहुत अधिक तनाव लेते हैं तो भी यह आपके लिए कमर दर्द की वजह बन सकता है। जब हम नकारात्मक सोचते हैं तो शरीर में बैड हार्मोन्स तेजी से बनते हैं और हड्डियों व जोड़ों पर हमला करते हैं। क्योंकि रीढ़ की हड्डी का जोड़ सबसे नाजुक होता है इसलिए इसमें दर्द होने की आशंका अधिक रहती है।

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स्लिप डिस्क या शरीर का बैंलेंस बिगड़ने से.

स्लिप डिस्क, डिस्लोकेशन जैसी स्थितियों में भी कमर दर्द होता है। इसके अलावा कई बार जब हम देर तक एक ही पैर पर जोर देकर खड़े रहते हैं या एक ही करवट में सोते रहते हैं, इससे भी कमर में दर्द हो सकता है।

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जंक फूड ज्यादा खाना

अगर आप बहुत सा हाई कैलरी और लो न्यूट्रिशन जंक फूड खाते हैं तो आपका वजन बढ़ जाता है, जिसका सीधा असर कमर पर पड़ता है। वजन ज्यादा होने पर ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका भी बढ़ जाती है। 

क्यों होता है कमर का दर्द,  घरेलू इलाज

आपके घर में अगर बूढ़ें लोग होगें तो आपने भी कई बार उनको दर्द से कराहते हुए दाखा होगा। आपको बता दें कि उनमें जो सबसे भयानक और आम दर्द होता है वो कमर का दर्द होता है। इस समय ये जरूरी नहीं है कि ये समस्या सिर्फ बुजुर्गों को हो दरअसल ये अब किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है।

वैसे कमर दर्द से कोई भी प्रभावित हो सकता है लेकिन प्राय: बढ़ती उम्र और औरतों के साथ यह ज्यादा देखा जाता है। हमारे दिनचर्या में आधुनिकरण इतना हावी हो गया कि युवा वर्ग भी इससे अछूता नहीं है।

इसका सटीक हल है जिससे आप कमर की दर्द को नियंत्रण ही नहीं कर सकते है बल्कि हमेशा हमेशा के लिए इससे से छुटकारा पा सकते हैं।

सर्दियों में डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए ऐसे रहे सावधान

आपको इससे बचने के लिए आज कुछ घरेलू उपाय बचाएंगे जो आपको इससे छुटकारा दिलाएंगें। तो आइए जानते है इसके लिए क्या करें...

कमर दर्द की वजह

शरीर में वजन का बढ़ना

आपको बता दें कि अगर आपके शरीर का वजन बढ़ गया है तो आपको ये समस्या हो जाती है क्योंकि ऐसा होने से आपके शरीर का वजन बढ़ता है। इसका पूरी कमर पर होता है जिस कारण आपको ये समस्या हो सकती है।

मांसपेशियों में खिचाव

कभी कभी आप कोई ऐसा काम करते है जो आप हमेशा नहीं करते है। या तो आप जल्दबाजी में रहते है। ऐसा करते समय कभी कभी आपकी मासपेशियां खिंच जाती है जिस कारण इनमें समस्या हो जाती है। ये कमर दर्द का कारण बन सकता है।

गलत तरीके से सोना

आपके सोने का तरीका भी इसका एक कारण बनता है। आपको बता दें कि आप कभी कभी सोते वक्त ऐसी पोजीशन में आ जाते है जो आपके शरीर के उल्टी दिशा में होता है। इससे आपको कमर दर्द की समस्या हो सकती है।

गलत तरीके से उठना, झुकना और बैठना

आप रोजमर्जा के जीवन में कैसे काम करते है ये भी इस पर निर्भर करता है। आप कैसे उठते है, बैठते है या झुकते है। आपको बता दें कि इन तीनों क्रियाओं को करने पर लापरवाही आपके लिए कमर दर्द का कारण बनती है।

भारी वजन उठाना

अगर आपने कभी भारी वजन उठा लिया तो भी ये आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए आपके पास जितना उठाने की क्षमता है उतना ही आप भार उठाएं और कमर दर्द की समस्या से बचें।

कमर दर्द के घरेलू उपाय

सरसों का तेल और लहसुन

अगर आपको कमर का दर्द है तो सरसों का तेल एवं लहसुन कमर दर्द को कम करने के लिए बेजोड़ घरेलू फार्मूला है। कैसे इस्तेमाल करें? तीन से पांच चम्म्च तेल और पांच लहसुन की कलियाँ को गर्म करें। इसको तब तक गर्म करते रहें जब तक कलियाँ काली न हो जाए। अब आप इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने पर इसे दर्द वाली जगह पर मालिश करें। ऐसा करने से आपका कमर का दर्द खत्म हो जाएगा।

गर्म पानी से सिकाई

अगर आपके कमर में तेज दर्द होता है तो आपको इसकी सिकाई गर्म पानी से करनी चाहिए। आप चाहें को किसी बोतल में गर्म पानी भरें और अपने कमर पर फिराएं। ऐसा करने से आपको इस समस्या से आराम मिल जाएगा।

गर्म और ठंडा

अगर आपके कमर दर्द की समस्या खत्म नहीं हो रही है तो आपको इसके लिए गर्म और ठंडे का मिश्रण करना चाहिए। दरअसल पहले आप दर्द वाली जगह पर गर्म पानी से सिकाई करें और बाद में इस जगह पर बर्फ लगाएं।

गर्म नमक का सेंक

आपको बता दें कि गर्म नमक का सेंक भी इसके लिए बहुत फायदेमंद है। इसके लिए आपको नमक को गर्म करना है और किसी कपड़े या तौलिए में लपेटकर इसकी सिकाई करना है। ऐसा करने से आपके इस दर्द में राहत मिल जाएगी।

अजवायन खाएं

अजवायन आपके लिए बहुत असरदार दवा है। अगर आपकी कमर का दर्द खत्म नहीं हो रहा है तो आपको अजवायन का सेवन करना चाहिए। आप इसको पहले गर्म करले बाद में ठंडे होने पर इसका सेवन करें।



कमर दर्द के आसान ईलाज ओर दावा




आज कल कमर दर्द होना आम बात हो चुकी है। आजकज बच्चे बुढ़े जवान सब कमर दर्द के शिकार हो रहे हैं। जब कमर मे दर्द रहने लग जाता है तो कोई भी काम नहीं हो पाता है। क्योंकि नीचे उंचे होने पर कमर दर्द करती है। कमर दर्द के लिए वैसे बाजार के अंदर कई सारी दवाएं भी
‌‌‌उपलब्ध हैं। इस लेख के अंदर हम आपको कमर दर्द के बारे मे पूरी जानकारी देंगे ।

‌‌‌कमर दर्द वह होता है जोकि पीठ के नीचले हिस्से के अंदर होता है। यह दर्द कभी कभी पूरी कमर के अंदर होता है।

‌‌‌कमर दर्द पैदा होने के कारण

‌‌‌1.भारी वजन उठाना

2.एक्सरसाईज नहीं करना

3.मानसिक तनाव

4.लंबे समय तक बैठे रहना

5.मोबाईल कम्पयूटर का अधिक प्रयोग

‌‌‌6, औरतों को मासिक धर्म की वजह से कमर के अंदर दर्द होता है।

7.लम्बे समय तक ड्राईविंग करना

8.नम गददों पर सोने की वजह से भी कमर दर्द होने लग जाता है।

9.क्षमता से अधिक मेहनत करना

‌‌‌10. शरीर की कमजोरी होना

‌‌‌दोस्तों उपर दिये गयी वजह से कमर दर्द पैदा होता है। इसलिए आपको तमाम सावधानियां बरतनी चाहिए । ताकि आपको कमर दर्द की समस्या पैदा नहीं हो सके । यदि आपको कमर दर्द की शिकायत पहले से ही है तो हम इसको दूर करने के उपाय बता रहे हैं।

‌‌‌कमर दर्द दूर करने के उपाय

आप कमर दर्द दूर करने के लिए बाजार से दवाइयां भी ले सकते हैं किंतु अधिक दवाइयां लेना हानि कारक है। इसलिए आपका दर्द यदि दवाओं से नहीं जा रहा है तो आप घरेलू उपाय अपना सकते हैं।

1. ‌‌‌मालिस करें

कमर दर्द के अंदर तेल से मालिस कराना काफी फायदे मंद होता है। मालिस के लिए आप कोई भी तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो बाजार मे उपलब्ध तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

‌‌यदि आप आयूर्वेदिक तेल का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप नीचे दिये गए तरीके से तेल बना सकते हैं।
सबसे पहले सरसों के तेल को ले और उसे एक कड़ाई के अंदर गर्म करें । और उसमे लहसून डाल दें । तेल को तब तक गर्म करें जब तक कि लहसुन काली ना पड़ जाएं ।उसके बाद ठंडा होने पर उससे मालिस करलें ।

‌‌‌2, सुबह उठकर व्यायाम करें और धूमने जाएं । ऐसा करने से भी कमर के अंदर दर्द से आराम मिलता है।

3‌‌‌.गर्म पानी के अंदर नमक डालकर इससे दर्द वाले स्थान की सिकाई करें । ऐसा करने से भी कमर दर्द से राहत मिलती है।

‌‌‌4.भारी वजन वाली वस्तुओं को ध्यान से उठाएं क्योंकि इनसे कमर के अंदर झटका लग सकता है। जिससे आपकी कमर दर्द करने लग सकती है।

‌‌‌5.अजवाइन को हल्का सेक कर मुंह मे धीरे धीरे से चबाएं । ऐसा करने से कमर दर्द से जल्दी आराम मिल जाता है।

‌‌‌6. तिल के तेल को गर्म करें और हल्के गर्म तेल को कमर दर्द वाले स्थान पर लगाएं । जिससे आपको जल्दी आराम मिल जाएगा।

‌‌‌7. कमर दर्द वाले स्थान पर मैथी के तेल से मालिस करने से भी लाभ मिल जाता है। यह एक बार जरूर करें ।

‌‌‌8.गर्मियों के अंदर 5 ग्राम और सरदियों के अंदर 15 ग्राम अलसी का सेवन करने से कमर दर्द होने की शिकायत कभी नहीं होगी ।

‌‌‌9. 20 ग्राम दूध के अंदर 5 ग्राम एरंड की गिरी को पकाकर कई दिन तक सेवन करने से कमर दर्द हमेशा के लिए ठीक हो जाता है।

‌‌‌कमर दर्द के लिए कुछ उपयोगी योगाशन

यदि आप निंरतर योग करते हैं तो आपको कमर दर्द की शिकायत कभी नहीं होगी । हम आपको कमर दर्द निवारक कुछ योग के बारे मे बता रहे हैं। जिनको आपको रोजाना करना चाहिए ।

1. ‌‌‌मकरासन

यह योग भी कमर दर्द के लिए उपयोगी है। इस योग को लेट कर किया जाता है। मकरासन के अंदर आप उल्टे लैट कर कर सकते हैं। इस योगा से दमा और श्वांस सबंधी बिमारियां जड़ से खत्म हो जाती है। इसके अंदर पहले उल्टे लेटना होता है। उसके बाद गर्दन को उपर की और उठाना होता है। देखिए विडियो ।

‌‌‌2.भुजंगासन

इस योगा के अंदर आपको सबसे पहले जमीन पर उल्टे लैट जाना है। उसके बाद अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखना है। और अपनी गर्दन को उठाना है। और फिर नाक को जमीन से टच करना है। गर्दन को उपर उठाते समय श्वांस को अंदर लें । और हाथों पर दबाव नहीं दें । और धीरे धीरे सिर को उपर उठाएं । और नाभी को जमीन ‌‌‌से टच करें ।

‌‌‌3.हलासन

हलासन पीठ के बल किया जाने वाला योगा है। इसके अंदर आपके दौनो पैर और सर एक तरफ और हाथ दूसरी ओर होते हैं। सबसे पहले आपको जमीन पर आपनी गर्दन नीचे की और करनी है। और हाथ गर्दन की दूसरी दिसा के अंदर रखे व अपने पैर जमीन से टच करें । यह योग रोजाना करने से कमर दर्द से राहत मिलती है।

‌‌‌4.अर्ध मत्स्येन्द्रासन

यह योग भी कमर दर्द के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यदि आपको कमर दर्द की शिकायत है तो यह योगा आपके लिए काफी लाभकारी हो सकता है। यह काफी आसान है। इसमे आपका एक पैर मुडा रहता है और दूसरा उस पैर के उपर की और मूडा होता है। आपकी गर्दन और हाथ पैरों के बाएं और होते हैं।

‌‌‌दोस्तों आप इन योगा मे से कोई भी कर सकते हैं। जोकि आपको ठीक लगे । यदि आपके पास समय है तो आप सभी योगा भी कर सकते हैं।

‌‌‌कमर दर्द के लिए कुछ उपयोगी दवांए

दोस्तों बाजार के अंदर कमर दर्द से राहत के लिए कई सारी दवाएं मौजूद हैं । लेकिन अधिकतर दवाओं के लम्बे समय तक लेने से साईड इफेक्ट होते हैं। हम आपको कमर दर्द दूर करने के लिए प्रयोग की जाने वाली कुछ टॉप दवाओं के बारे मे बता रहे हैं।

Tylenol (एसिटामोनोफेन),

‌‌‌यह दवा सर्वाधिक प्रयोग मे ली जाती है। हांलाकि यह दर्द से राहत भी प्रदान करती है। लेकिन इससे स्थाई तौर पर कम ही राहत मिलती है। लम्बे समय तक इस दवा के प्रयोग से कई नुकसान जैसे अल्सर गुर्दा की क्षति आदि हो जाते हैं।
‌‌‌यदि आपका दर्द 6 से 8 महिने पूराना है तो यह दवा कोई खास असर नहीं कर पाती है।लेकिन आपको हमेशा इस दवा की सही मात्रा ही लेनी चाहिए।

Muscle Relaxants

यदि ओवर-द-काउंटर दर्द रिलेवर या नुस्खा एनएसएआईडी आपकी पीठ दर्द से राहत नहीं दे रहे हैं, तो आपका डॉक्टर एक मांसपेशियों में आराम करने वाले को जोड़ने का सुझाव दे सकता है इन दवाओं में शामिल हैं:

साइक्लोबेनज़ाप्राइन (फ्लेजेरिल)

टीज़ानिडाइन (ज़ानाफ्लक्स)

बैक्लोफेन (लियोरेसल)

कैरिसोप्रोडोल (सोमा)

‌‌‌यह दवाएं खास कर तब उपयोगी हैं। जबकि दर्द तीव्र चोट की वजह से पैदा हो गया हो । यह दवाएं आपके मांसपेशियों को आराम देने के लिए काफी मददगार होती हैं।

Tylenol (एसिटामोनोफेन),

जबकि नॉनस्टेरियोडल एंटी-इन्फ्लॉमेटरी दवा नहीं, पीठ दर्द का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य ओवर-द-काउंटर दर्द रिलीवर भी है।इसमें केवल नुस्खे-केवल एनएसएआईडी हैं, जैसे कि सेलेकॉक्सिब (सेलेब्रेक्स), डिक्लोफेनाक (वोल्टेरेन), मेलॉक्सिकम (मोबिक), और नेबुमेटोन (रिलाफ़ेन)

‌‌‌इन दवांओ से कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। जैसे खासकर यदि आप उन्हें लंबे समय तक उच्च मात्रा में लेते हैं। NSAID साइड इफेक्ट्स में जठरांत्र संबंधी समस्याएं, अल्सर, और गुर्दा की क्षति शामिल हो सकती है, जबकि एसिटामिनोफेन यकृत को प्रभावित कर सकता है।

Opioids


‌‌‌यह दवाएं दर्द को नियंत्रित करने के लिए दिमाग के रिस्पेक्टरों का प्रयोग करती हैं। जिन लोगों को पीठ दर्द काफी पूराना हो चुका होता है। उन लोगों के लिए यह दवा लाभदायक होती है। लग भग 70 प्रतिशत कमर दर्द से पीड़ित रोगियों को इस दवा को लेने का सुझाव दिया जाता है।

कमर दर्द के ये हैं जानें इसके बारे में

आयुर्वेद के अनुसार खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके इससे बचा जा सकता है। जानते हैं क्या हैं इसके कारण और कैसे बचा जाए-

कमर दर्द के ये हैं मुख्य कारण, जानें इसके बारे में

कमरदर्द यानी लो-बैक पेन लाइफस्टाइल से जुड़़ी समस्या है। रीढ़ की हड्डी के दर्द को आयुर्वेद में कटिशूल कहा जाता है। यह समस्या वात दोष के कारण होती है। आयुर्वेद के अनुसार खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके इससे बचा जा सकता है। जानते हैं क्या हैं इसके कारण और कैसे बचा जाए-

आहार

तीखे व कसैलेरस युक्त आहार जैसे अधिक मिर्च व तेलयुक्त आहार, चटपटा खाना, फ्रिज में रखा हुआ खाना, अधिक शीतल पेय, आइसक्रीम, अत्यअधिक बीज वाले फल व सब्जी जैसे अमरूद, बैगन, काचरी, परवल आदि लेने से कमरदर्द की समस्या होती है।

विहार

अत्यधिक उपवास, आवश्यकता से अधिक व्यायाम, गद्दे बिस्तर पर सोना, मोटे तकिये का उपयोग, कुर्सी पर कमर और गर्दन को झुकाकर बैठना, दोपहिया वाहन का अधिक उपयोग, टीवी और कम्प्यूटर के साथ अधिक समय बिताना भी इसके कारण हैं।

अन्य

वजन बढऩे पर रीढ़ पर भार पडऩा, हार्मोन असंतुलन, कब्ज, हार्निया, सिजेरियन प्रसव।

व्यसन

तंबाकू, गुटखा, जर्दा, बीड़ी, सिगरेट के कारण हड्डी मेंं शिथिलता और खोखलापन होने कमरदर्द की स्थिति बनती है। वृद्धावस्था में हड्डियों में क्षय, गर्भावस्था में गर्भ के वजन के कारण या कमर में चोट लगने के कारण हड्डी का सरकना भी इसका एक कारण है।

लक्षण

कमर में मंद से असहनीय दर्द होना, कमर में भारीपन, कमर से पिंडलियों तक दर्द फैलना, पैरों में सुन्नपन, चलने-बैठने और लेटने में परेशानी होना मुख्य लक्षण हैं।

इलाज : आयुर्वेद में पंचकर्म चिकित्सा जैसे नारायण तेल, क्षीरबला तेज, बृहद सैंधव तेल, तिल तेल, लशुनादि तेल, मुरिवेण्णा तेल आदि तेलों से कटि बस्ती, पृष्ठ बस्ति, कमर से पैरों तक मालिश कराने के बाद पृष्ठ स्वेदन व सिंकाई कर कमर दर्द को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा मात्रा बस्ति (एनिमा) भी दिया जा सकता है। पंचकर्म विशेषज्ञ कीे सलाह के अनुसार चिकित्सा लेनी चाहिए।

घरेलू नुस्खे

सरसों/तिल के तेल में चुटकीभर सेंधा नमक और 2-3 लहसुन की कलियां डालकर हल्का गर्म करें और इससे कमर की नित्य मालिश करें

1 गिलास पानी में 10 ग्राम सोंठ या जीरा डालकर उबालें फिर छानकर गुनगुना पीएं।

मलाई रहित दूध में आधा केला और मिश्री मिलाकर लें। मलाई रहित दूध में हल्दी डालकर लें। भोजन में लहसुन, अदरक, सोंठ, सेंधा नमक, नींबू और प्याज का प्रयोग कर सकते हैं।

इनका रखें ध्यान

1. बैठते समय कमर, कंधा, गर्दन को सीधा रखें और लगातार एक ही स्थिति में न बैठें।

2. सोते वक्तसख्त बेड का उपयोग तथा पतले तकिये का इस्तेमाल करें।

3. पलंग से उठते वक्तबाईं या दाईं करवट लेकर उठें ।

4. भारी वस्तु उठाते समय कमर पर दबाव डालने से बचें और अत्यावश्यक परिस्थिति में वजन उठाते वक्तकमर को सहारा दें ।

5. अधिक समय तक इसे नजरअंदाज न करें, चिकित्सीय सलाह लें।

योग

कुछ योगासनों

जैसे अद्र्धकटिचक्रासन,

अद्र्धचंद्रासन,

वक्रासन,

भुजंगासन,

धनुरासन,

सेतुबंधासन

और

नाड़ी शोधन,

सूर्य अनुलोम विलोम

जैसे प्राणायाम कर सकते हैं।

कमर दर्द दूर भगाने के लिए आजमाएं ये घरेलू नुस्खे




जीवनशैली है कमर दर्द की बड़ी वजह।व्‍यायाम से पाया जा सकता है इस पर काबू।योग को अपने जीवन का हिस्‍सा बनायें।

कमर दर्द की यह समस्या आजकल आम हो गई है। सिर्फ बड़ी उम्र के लोग ही नहीं बल्कि युवा भी कमर दर्द की शिकायत करते रहते हैं। कमर दर्द की मुख्य वजह बेतरतीब जीवनशैली और शारीरिक श्रम न करना है। अधिकतर लोगों को कमर के मध्य या निचले भाग में दर्द महसूस होता है। यह दर्द कमर के दोनों और तथा कूल्हों तक भी फ़ैल सकता है। बढ़ती उम्र के साथ कमर दर्द की समस्या बढ़ती जाती है। नतीजा काम करने में परेशानी । कुछ आदतों को बदलकर इससे काफी हद तक बचा जा सकता है। आज हम आप को बताते हैं कि किन घरेलू नुस्खों को अपनाकर आप कमर दर्द से निजात पा सकते हैं।

क्‍यों होता है कमर दर्द

 मांसपेशियों पर अत्यधिक तनाव।अधिक वजन।गलत तरीके से बैठना।हमेशा ऊंची एड़ी के जूते या सेंडिल पहनना।गलत तरीके से अधिक वजन उठाना।शरीर में लम्बे समय से बीमारियों का होना।अधिक नर्म गद्दों पर सोना।

कमर दर्द से बचने के घरेलू उपाय

1. रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें।

2. नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह एक अचूक उपाय है।

3. कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छे से सेक लें। इस नमक को थोड़े मोटे सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। कमर पर इस पोटली से सेक करने से भी दर्द से आराम मिलता है।

4. अजवाइन को तवे के पर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें। ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। इसके नियमित सेवन से कमर दर्द में लाभ मिलता है।

5. अधिक देर तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम न करें। हर चालीस मिनट में अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ी देर टहल लें।

6. नर्म गद्देदार सीटों से परहेज करना चाहिए। कमर दर्द के रोगियों को थोड़ा सख्ते बिस्तर बिछाकर सोना चाहिए।

7. योग भी कमर दर्द में लाभ पहुंचाता है। भुन्ज्गासन, शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, श्वसन आदि कुछ ऐसे योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं। कमर दर्द के योगासनों को योगगुरु की देख रेख में ही करने चाहिए।

8. कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन करें।

9. कमर दर्द के लिए व्यायाम भी करना चाहिए। सैर करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित व्यायाम हैं। तैराकी जहां वजन तो कम करती है, वहीं यह कमर के लिए भी लाभकारी है। साइकिल चलाते समय कमर सीधी रखनी चाहिए। व्यायाम करने से मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा।

10. कमर दर्द में भारी वजन उठाते समय या जमीन से किसी भी चीज को उठाते समय कमर के बल ना झुकें बल्कि पहले घुटने मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे वस्तु तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को सीधा करते हुए खड़े हो जाएं।

11. कार चलाते वक्त सीट सख्त होनी चाहिए, बैठने का पोश्चर भी सही रखें और कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट टाइट कर लें।

12. ऑफिस में काम करते समय कभी भी पीठ के सहारे न बैठें। अपनी पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि यह हमेशा सीधी रहे। गर्दन को सीधा रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटा तौलिया मोड़ कर लगाया जा सकता है।

इन सब उपायों को अपना कर आप भी कमर दर्द से कुछ निजात पा सकते है।

सुबह उठने के बाद आखिर क्‍यों होता है कमर दर्द

1
सुबह के समय कमर दर्द

अक्‍सर लोगों को सुबह उठते ही कमर दर्द होने लगता है। कमर दर्द ऐसा दर्द है जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर सबसे ज्‍यादा असर डालता है। ऐसे में आप ना ठीक से चल पाते हैं और ना ही बैठ पाते हैं। हालांकि कुछ लोगों का दर्द आधे घंटे के भीतर ठीक हो जाता है लेकिन कुछ लोगों का कमर दर्द पूरे दिन बना रहता है। अगर आपको भी सुबह उठते ही कमर दर्द झेलना पड़ता है तो उसके पीछे छुपे कारणों को ढूंढिये।

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मोटापे के कारण

मोटापा भी कमर दर्द का कारण बन सकता है। शरीर के मध्य भाग में अतिरिक्त भार होना पेल्विस को आगे की ओर खींचता है और कमर के निचले हिस्से पर दबाव डालता है। इस अतिरिक्त भार को संभालने के लिए कमर आगे की ओर झुक जाती है। इसलिये हमेशा अपना वजन नियंत्रित कर के रखें।

3
अर्थराइटिस के कारण

सुबह बेड से उठने के बाद कमर या फिर जोड़ों में दर्द होना अर्थरा‍इटिस की शुरुआत हो सकती है। अगर शरीर में दर्द और कड़ापन बिस्‍तर से उठने के 30 मिनट तक बना रहता है तो आपको अपने डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।

4
धूम्रपान और दवाओं के कारण

स्‍मोकिंग, सुबह के समय कमर दर्द होने की सबसे अहम वजह है। धूम्रपान करने वालों को कमर दर्द का खतरा तीन गुना ज्यादा रहता है क्‍योंकि स्‍मोकिंग के कारण पीठ के टिशू डैमेज हो जाते है। इसके अलावा लंबे समय से दवाइयों के सेवन से हड्डियां कमजोर पड़ जाती हैं जिसकी वजह से सुबह के समय कमर में दर्द होता है।

5
गद्दों और सोने की गलत पॉजीशन के कारण

अपने गद्दे की जांच करके देखें कि क्‍या आपका गद्दा आपकी कमर को पूरा सपोर्ट देता है या नहीं। कमर दर्द के लिये हमेशा कठोर गद्दे का ही चुनाव करें, इससे कमर को पूरा सपोर्ट मिलता है। सोने की पॉजीशन से भी आपको सुबह के समय कमर में दर्द होता है। जी हां अगर आप अपने मुंह को नीचे दबा कर यानी की पेट के बल सोते हैं तो आपको कमर में दर्द होने के चांस बढ़ जाते है। इसलिए आरामदायक पॉजिशन के लिये तकिये का प्रयोग करें। 

रात भर सोने नहीं देता कमर का दर्द तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे




अक्सर लोग सोचते हैं कि कमर दर्द का कारण बढ़ती उम्र है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं। कई बार गलत तरीके से उठने-बैठने, चोट,खान-पान में गड़बड़ी,गर्भावस्था या फिर और भी बहुत कारणों से कमर में दर्द हो सकता है। कमर दर्द में पीठ की मांसपेशियों में खिचाव, स्नायुओं में अकडऩ और तेज दर्द महसूस होता है। कभी-कभी यह दर्द नितंबों से पैरों तक भी पहुंच जाती है। एक जगह पर ही बैठे रहने से दिक्कत पहले से भी ज्यादा बढ़ सकती है। कोशिश करें कि हल्का-फुल्का काम करते रहें लेकिन शारीरिक गतिविधियों के बिल्कुल बंद भी न करें। कई बार सर्दी के कारण भी यह समस्या होने लगती है ऐसे में खुद को ठंड से बचाकर रखें। 

क्यों होती है कमर दर्द 

कमर मांसपेशियों,डिस्क,नसों और हड्डियों की जटिल संरचना है। इन घटकों में से किसी के साथ होने वाली समस्या से पीठ में दर्द होने लगता है। कई बार कमर में होने वाले दर्द के कारण पता लगाना मुश्किल हो जाता है। सामान्य से लेकर इसके गंभीर कारण भी हो सकते हैं। 

किन लोगों को होती हैं इसकी अधिक समस्या

ज्यादा तर 45- 50 साल की उम्र के लोगों, शरीरिक कमजोरी,शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की कमी से जूझ रहे लोगों में यह परेशानी होती है। अगर छोटी उम्र या फिर शरीर की किसी अंदरूनी समस्या के कारण अक्सर दर्द बना रहता है तो डॉक्टर के साथ संपर्क करके इसके कारण को जरूर जांचे। इसके अलावा भी इसके बहुत से कारण हो सकते हैं। 

- रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर

- गुर्दें में सक्रमण

- भारी सामान उठाना

- जरूरत से ज्यादा काम करना

- बढ़ता वजन 

- ऊंची एड़ी के सैंडल पहनना

- अचानक से झटके के साथ झुकना, आदि। 

प्रैंग्नेंसी के बाद क्यों रहता है कमर में दर्द 

बच्चे को जन्म देने के बाद अक्सर महिलाएं कमर में दर्द होने की शिकायत करती हैं। 

गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का आकार बड़ा हो जाता है। इस कारण मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है, जिससे डिलीवरी के बाद यह खिंचाव ढीलेपन में बदल जाता है। जो कमर में दर्द का कारण बनता है। इसके अलावा हार्मोंन में आया बदलाव और कमजोरी भी इसकी वजह हो सकती है। 


कमर दर्द को कम करने के घरेलू उपाय 

1. शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरी करने के लिए डेयरी प्रॉडक्ट और कैल्शियम से भरपूर आहार खाएं। रोजाना 2 गिलास दूध जरूर पीएं। इसके अलावा हड्डियों की कमजोरी कमर दर्द का सबसे बड़ा कारण हैं हड्डियों की कमजोरी को दूर करने के लिए रोज सुबह की धुप में 25 से 30 मिनट तक बैठे। 

2. लहसुन के एंटीसैप्टिक गुण दर्द को कम करने में बेहद लाभकारी है। एक जार में 400 ग्राम लहसुन को बारीक काटकर इसमें 1 लीटर कच्चे सूरजमुखी का तेल डालकर बर्तन को अच्छे से बंद कर दें। इस बात का ध्यान रखें कि इस जार पर धूप न पड़े और लगातार 15 दिनों तक इसे हिलाते रहें। इसके बाद छान कर इस तेल को निकाल लें और लगातार 60 दिनों तक इस तेल की रोजाना सुबह शाम मालिश करने से कमर दर्द ठीक हो जाता हैं। 


3. कमर में लगातार अकडऩ बनी रहती है तो गुनगुने पानी में सेंधा नमक डाल कर नहाएं। इससे बहुत आराम मिलेगा। 


4. तवे पर अजवाइन को हल्का-सा भून लें फिर इसे चबाकर खाएं। इससे भी कमर दर्द धीरे-धीरे ठीक हो जाता है। 


5. सर्दी के कारण कमर का दर्द सता रहा है तो एक सूखी अंजीर,एक सूखी खुबानी और पांच सूखे आलूबुखारे रात को सोने से पहले चबाकर खाएं। इस उपाय से कमर का दर्द कुछ ही दिनों में ठीक हो जाएगा। 

6. कमर दर्द में आराम पाने के लिए एक चम्मच शहद में दालचीनी पाउडर की एक ग्राम मात्रा मिलाकर सुबह शाम दिन में दो बार खाएं। इससे काफी आराम मिलेगा। 


7. गर्म पानी की सिकाई करने से भी दर्द से जल्द राहत मिलती है।


अगर आपको लगातार कमर दर्द की शिकायत रहती हैं तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। यह किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है। एक बार डॉक्टरी जांच जरूर करवाएं।  





कमर के दर्द को दूर करने के उपाय




क्या आप जानते हैं आपके निचले हिस्‍से कमर और कूल्‍हे के दर्द का कारण क्‍या हो सकता है। यह हिप बर्साइटिस हो सकता है। यह स्थिति हिप क्षेत्र के आसपास दर्द और सूजन  का कारण बनती है जो दैनिक जीवन में परेशानी का कारण बनता है। यदि आपको कमर में दर्द है तो कोई बात नहीं इस लेख को पढने के बाद आप खुद इसका उपचार कर सकते हैं। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कमर के दर्द को

दूर करने के उपाय के बारे में।

बर्साइटिस का अर्थ है बर्सा की जलन। बर्सा तरल पदार्थ से भरी हुई थैली है जो मांसपेशियों, अस्थिबंधन , टेंडन या त्‍वचा की रक्षा करने में मदद करती है यह हड्डीयों के खिलाफ घर्षण उत्‍पन्‍न कर सकती है। पूरे शरीर में 160 बर्स होती हैं। लेकिन एड़ी, घुटनों, कोहनी, कंधे और कूल्‍हों के पास मौजूद बर्स अन्‍य भागों में उपस्थित बर्स की तुलना में अधिक सूजन प्राप्‍त करती हैं। आप आगे जानेगें कि हिप बर्साइटिस कैसे हो सकता है।

कमर में बर्साइटिस का क्‍या कारण है

यदि हिप बर्साइटिस या ट्राकेनेटरिक बर्साइटिस हिप क्षेत्र में बर्सा की सूजन है, तो यह उन गतिविधियों के कारण होता है जो हड्डियों या बर्सा पर दबाव डालते हैं। हिप बर्साइटिस के लिए आम कारण हैं :

घर पर ज्‍यादा काम या गलत मुद्रा।अधिक परिश्रम के कारण कूल्‍हे की मांसपेशियों और जोड़ों में तनाव। रीढ़ की हड्डि के मुद्दे

यदि आपके दोनों पैर असामान्‍य रूप से छोटे और बड़े हैं तो यह ट्रोक्‍नेट्रिक बर्साइटिस  के खतरे को बढ़ा सकता है। मधुमेह, रूमेटोइड गठिया, गठियाऔर थायराइड रोग जैसी चिकित्‍सा स्थितियां भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं।

कमर दर्द के घरेलू उपाय और इलाज

बहुत से लोगों को पीठ और उसके निचले हिस्‍से में दर्द होता है जिसका कोई निश्चित इलाज नहीं है। इसका सबसे अच्‍छा विकल्‍प यह है कि आप इसके लिए प्राकृतिक घरेलू उपचारों का प्रयोग करें। पारंपरिक चिकित्‍सा दृष्टिकोण आमतौर पर आपकी पीठ के निचले भाग में शारीरिक समस्‍याओं  को दूर करने में मदद करते हैं। लेकिन कुछ लोगों के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अधिक दर्द को दूर करने के लिए ज्‍यादा बेहतर होते हैं। आप इस लेख के माध्‍यम से जानेगें कि कमर दर्द को कैसे दूर किया जा सकता है।

तेज कमर दर्द का उपाय अदरक

उल्‍टी को ठीक करने के लिए अदरक अच्‍छा होता है, लेकिन यह कमर के दर्द को भी ठीक करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। अदरक में उपस्थित एंटी-इंफ्लामैट्री योगि‍क आपको कमर के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

कमर दर्द को ठीक करने के लिए अदरक की चाय का उपयोग करना चाहिए।

दर्द वाले भाग पर नीलगिरी तेल से हल्‍की मसाज करने के बाद अदरक का पेस्‍ट बनाकर लगाना चाहिए।अदरक की चाय बनाने के लिए, ताजा अदरक की जड़ को 4-6 पतली स्‍लाइसों में काटें और उन्‍हें ढ़ाई कप पानी में डाल कर इसे 10 – 15 मिनिट तक उबालें। इस मिश्रण को ठंड़ा हाने दें और फिर इसे छान लें। आप इस अदरक की चाय में शहद मिला कर सेवन करें। जब तक आपको आराम नहीं मिलता है तब तक आप इस चाय को दिन में 2-3 बार तक पी सकते हैं।कमर दर्द के लिए आप एक हर्बल चाय भी बना सकते हैं जिसमें आधा चम्‍मच काली मिर्च के दाने, अदरक और लौंग के आधा-आधा चम्‍मच पाउडर का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। ये उपचार निश्चित ही आपको कमर के दर्द से राहत दिलाने में मदद करेगें।

कमर दर्द का तेल

एक हर्बल तेल के साथ अपनी कमर की मालिश करने से आपकी मांसपेशियों को आराम और दर्द से छुटकारा मिल सकता है। आप किसी भी हर्बल तेल का उपयोग कर सकते हैं जैसे नीलगिरी तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल या नारियल का तेल। इन तेलों को उपयोग करने से पहले अच्‍छी तरह से गर्म करें और इसे हल्‍का ठंडा करने के बाद दर्द प्रभावित भाग या कमर में धीरे-धीरे मालिश करें।

तुलसी

की पत्तियां कमर दर्द की आयुर्वेदिक दवा

कमर का दर्द होने पर आप तुलसी की पत्तियों का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप तुलसी के पत्‍तों की चाय का सेवन करें।

एक कप पानी में 8-10 तुलसी के पत्‍तों ड़ालें और इसे गर्म करें जब तक कि यह आधा वाष्पित (evaporates) ना हो जाए। फिर इस चाय को ठंड़ा होने दें और इसमें एक चुटकी नमक मिलाएं। कमर में हल्‍के दर्द के लिए रोजाना इस चाय को एक बार जरूर पीएं या अधिक दर्द होने पर इसे प्रतिदिन 2 कप पीना चाहिए।

कमर का दर्द की दवा लहसुन

आयुर्वेद के अनुसार लहसुन एक और ऐसा घटक है जो पीठ दर्द का इलाज करने में मदद कर सकता है। इसके लिए आपके प्रतिदिन सुबह खाली पेट लहसुन की 2-3 कली (cloves of garlic) का सेवन करना है। आप लहसुन के तेल से अपनी कमर की मालिश भी कर सकते हैं।
लहसुन का तेल बनाने के लिए आपको नारियल तेल, सरसों का तेल या तिल के तेल की आवश्‍यकता होती है। इन तेलों में से किसी भी तेल को लें और गर्म करें फिर इसमें 8-10 लहसुन की कली ड़ालें। लहसुन को भूरा होने तक तेल में फ्राई होने दें। फिर इस तेल का ठंडा करके इससे लहसुन को अलग कर लें। आप इस लहसुन तेल का उपयोग कर अपनी कमर और पीठ पर धीरे धीरे मालिश करें। मालिश करने के बाद कुछ समय तक इसे लगे रहने दें और फिर गर्म पानी से स्‍नान कर लें।

गेंहूँ कमर दर्द के लिए लाभकारी

गेंहूँ में ऐसे यौगिक मौजूद रहते हैं जो एनाल्‍जेसिक प्रभाव उत्‍पन्‍न करते है जो दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप रात में एक मुठ्ठी गेंहूं को भिगों दें। सुबह कुस्‍कस घास पाउडर और धनिया को मिलाएं। इस मिश्रण में एक कप दूध और भीगें हुए गेहूं को मिला कर इसे गाढ़ा होने तक उबालें। अच्‍छे परिणामों के लिए आप इस मिश्रण को दिन में दो बार पीएं।

कमर दर्द दूर करने के लिए उपयोगी दूध

दूध में कैल्शियम (Calcium) बहुत अच्‍छी मात्रा में पाया जाता है जो आपके शरीर की हड्डीयों को स्‍वस्‍थ्‍य और मजबूत बनाता है। आपके शरीर को स्‍वस्‍थ्‍य और मजबूत मांसपेशियों की आवश्‍यकता होती है। दूध का नियमित सेवन करने से आपके शरीर को कैल्शियम की पर्याप्‍त मात्रा मिलती है जो कमर के दर्द को कम करने और रोकने में मदद करता है।
आपको समग्र स्‍वास्‍थ्‍य (holistic health) के लिए भी दूध का नियमित सेवन करना चाहिए। आप इसे मीठा बनाने के लिए इसमें शहद मिला सकते हैं। आप दूध में शक्‍कर और कुस्‍कस घास (cuscus grass) की बराबर मात्रा भी मिला सकते हैं और इसे गर्म करके 1 कप प्रतिदिन सेवन कर सकते हैं।

कमर दर्द से तत्‍काल राहत पाने के लिए इन उपचारों को आजमाएं। यदि वे दर्द प्रबंधन में सफल नहीं है तो तो अपने डॉक्‍टर से परामर्श लें।

महिलाओं के कमर दर्द का इलाज सेंधा नमक से स्‍नान 




मैग्‍नीशियम सल्‍फेट या सेंधा नमक (Epsom salt), त्‍वचा के माध्‍यम से मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है। मांसपेशिय दर्द को कम करने के लिए सेंधा नमक के घोल में दर्द प्रभावित भाग को कम से कम 20 मिनिट के लिए भिगोंना चाहिए। यह दर्द से राहत दिलाता है विशेष रूप से व्‍यायाम के बाद।

सेंधा नमक से स्‍नान करते समय यह ध्‍यान रखें कि पानी गर्म होना चाहिए। गर्म पानी मांसपेशियों की सूजन (muscles to swell) का कारण बन सकता है और ठंड़ा पानी मांसपेशियों में ऐंठन ला सकता है। आर्थराइटिस फाउंडेशन 92 और 100 डिग्री फारेनहाइट (33 और 38 डिग्री सेल्सियस) के बीच तापमान की सिफारिश करता है। 104 डिग्री फारेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) से अधिक तापमान की सिफारिश नहीं की जाती है। खास कर यदि आपको दिल से संबंधित (heart problems) समस्‍याएं हैं।
सेंधा नमक का एक और लाभ यह है कि यह आपकी त्‍वचा के लिए बहुत अच्‍छा है। सेंधा नमक मृत त्‍वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और त्‍वचा को नरम बनाता है।

ठंड़ा और गर्म उपचार कमर दर्द के लिए

अपने निचले हिस्‍से में दर्द को कम करने और उपचार प्रक्रिया को बढ़ाने मे के लिए आप ठंड़े और गर्म पैक का उपयोग कर सकते हैं।

कमर दर्द दूर करने के लिए ठंड़े उपचार : ठंडे उपचार (cold therapy) करने के दो प्राथमिक लाभ हैं :

यह सूजन को कम करता है, जो आमतौर पर किसी भी प्रकार के कमर दर्द का कारण होता है।यह तंत्रिका आवेगों (nerve impolses) को धीमा कर स्‍थानीय एनेस्‍थेटिक के रूप में कार्य करता है जो नसों को स्‍पासमिंग से रोकता है और दर्द का कारण बनता है।

बर्फ से बने कोल्‍ड कम्‍प्रैस्‍ड कमर के दर्द और सूजन को कम करने में प्रभावी होते हैं। यदि बर्फ उपलब्‍ध न हो तो आप जमे हुए सब्जियों (frozen vegetables) के एक बैग का भी उपयोग कर सकते हैं।

बर्फ के तुकड़ों को एक तौलिया में लपेटें और दर्द वाले स्‍थान पर 10-15 मिनिट तक दबाते हुए रखें। ऐसा आप हर आधे घंटे के बाद करें।

कमर दर्द दूर करने के लिए गर्म चिकित्‍सा :  गर्म चिकित्‍सा लेने के दो प्राथमिक लाभ हैं :


यह रक्‍त प्रवाह को उत्‍तेजित करता है जिससे उपचार पोषक तत्‍व (healing nutrients) दर्द प्रभावित क्षेत्र में राहत प्रदान करते हैं।यह मस्तिष्‍क को भेजे जाने वाले दर्द संदेशों को रोकता है।

गर्म उपचार कई प्रकार से किये जा सकते हैं यह आपको तय करना है कि कौन सा उपचार आपके लिए ज्‍यादा सुविधाजनक हो सकता है।

एक गर्म टब या शॉवर लेना, गर्म टब में डूबकी लगाना, हीटिंग पैड, गर्म पानी की बोतल आदि का उपयोग कर आप अपनी कमर के दर्द को ठीक कर सकते हैं।

कमर दर्द दूर करने का उपाय एक्‍सरसाईज

व्‍यायाम उन लोगों के लिए अच्‍छा होता है जिन्‍हें कमर का दर्द परेशान करता है। व्‍यायाम मांसपेशियों को स्‍वस्‍थ्‍य कर भविष्‍य में होने वाले दर्द से आपकी रक्षा करने में मदद करता है। कुछ अभ्‍यास (exercises) हैं जो दर्द के लक्षणों को कम करने के लिए जाने जाते हैं :

समतल सतह पर चलनापीछे झुककर खड़े होना (standing backbends)कोबरा मुद्रा में अभ्‍यास (cobra pose)
खिंचाव (stretching) मांसपेशियों के तनाव को कम कर सकता है और उन लोगों की मदद करता है जिन लोगों को दर्द होता है। जब आप स्ट्रेचिंग अभ्‍यास प्रारंभ करते हैं तो धीरे-धीरे प्रत्‍येक हिस्से से शुरू करना चाहिए। आपको इस अभ्‍यास को उस समय रोक देना चाहिए जब यह आपके लिए दर्द का कारण बनने लगे।

योग कमर दर्द के लिए

आप योग (Yoga) का उपयोग करके भी अपनी कमर और पीठ के दर्द को दूर कर सकते हैं। आपको प्रतिदिन सुबह कम से कम 30 मिनिट के लिए योग अभ्‍यास करने का प्रयास करना चाहिए। एक शोध से पता चलता है कि योग कमर दर्द को कम करने मे शारीरिक चिकित्‍सा अभ्‍यास के रूप में प्रभावी हो सकता है। योग में कई स्ट्रेचिंग वाले योग अभ्यास शामिल होते हैं जो मांसपेशीय तनाव को कम कर सकते हैं जो पीठ दर्द को बढ़ाता है।

कमर दर्द का उपचार डॉक्‍टर से कब कराएं

सामान्‍य रूप से कमर दर्द का घरेलू उपचार ही किया जाता है लेंकिन इसके कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनके कारण आपको डॉक्‍टर से संपर्क करने की आवश्‍यक्‍ता होती है। ये लक्षण हैं :
दर्द छ: सप्‍ताह से अधिक समय तक रहता है।ऐसा दर्द जो घरेलू उपचार किये जाने पर ठीक नहीं होता है।कमर का ऐसा दर्द जो रात में होता हो।कमर दर्द के साथ पेट का दर्द हो।बाहों या पैरों में कमजोरी, झुनझुनी (tingling), या सुन्‍न (numbness) होना।

ऐसी स्थिति होने पर आपको अपने डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।

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पूरे दिन कुर्सी पर बैठने का नतीजा होता है मोटा पेट और पीठ में दर्द. जो ना सिर्फ आपके शरीर में बाकी दर्द का कारण बनता है बल्कि इससे पेट की भी कई परेशानियां शुरू हो जाती हैं. इसीलिए बेहतर है कि भविष्य में किसी बड़ी परेशानी से बचने के लिए अभी से कमर दर्द को भगाने का काम किया जाए. आज यहां आपको 5 ऐसे तरीके बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप कमर दर्द को छूमंतर कर सकते हैं.  

आइस पैक 

दर्द दूर करने के लिए सबसे बेस्ट उपाय है आइस पैक. इसे दिन में दो से तीन बार लगाएं. ये पैक ना सिर्फ आपका दर्द कम करेगा बल्कि सूजन भी खत्म कर देगा. इस पैक को बनाने के लिए एक मोटे तौलिए में बर्फ रखें और सिकाई करें. 

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सही पोजिशन में बैठें

कभी भी लंबे समय तक कुर्सी पर ना बैठें. अगर फिर भी काम की वजह से आपको बैठना पड़े तो कमर सीधा करके बैठें. सिर्फ बैठे ही नहीं बल्कि आप सही पॉइश्चर में सोएं भी. इससे आपको कमर का दर्द कम होगा.


रेगुलर मसाज


अगर आपको लंबे समय से कमर में दर्द हो तो मसाज करवाएं. इससे आपको दर्द में राहत मिलेगी और स्ट्रेस भी कम होगा. 


लहसुन ट्रिक

रोज़ाना सुबह खाली पेट दो से तीन लहसुन की कलियां खाएं. अगर खाने में दिक्कत हो तो आप लहसुन के तेल से मसाज ले सकते हैं. अगर ये तेल आपको बाज़ार में मिलना मुश्किल हो तो मसाज ऑयल घर पर बनाएं. उसके लिए एक चम्मच नारियल तेल, एक चम्मच सरसों का तेल, एक चम्मच तिल का तेल लें और इन तीनों में 8 से 9 कलियां लहसुन की डालकर हल्का गुनगुना कर लें. इस तेल से मसाज करें.   



रेगुलर एक्सरसाइज़

कमर दर्द को हमेशा के लिए खत्म करने का सबसे बेहतर तरीका है एक्सरसाइज़. इससे पीठ की मसल्स स्ट्रॉंग बनेंगी और आपकी बैठने की पोज़िशन भी बेहतर होगी. 


भीषण कमर दर्द से कैसे बचें




हमारे देश में हर दस में से छह से अधिक व्‍यक्ति अपने जीवन के किसी न किसी काल में कमर दर्द झेलते ही हैं। ठंड, सर्दी-जुकाम, बुखार के बाद कमर दर्द डॉक्‍टरों के पास जाने का दूसरा सबसे प्रमुख कारण है। कमर दर्द की व्‍यापकता का सबसे बड़ा कारण गलत जीवन शैली है, जिसमें सुधार करके हम इस तकलीफ से बच सकते हैं। धूम्रपान से परहेज, 
नियमित व्‍यायाम, समुचित खान-पान और अच्‍छी नींद जैसे उपाय कमर दर्द से बचने में सहायक हैं। किसी व्‍यक्ति के खड़े होने, बैठने, चलने-फ‍िरने, चीजों को उठाने और ले जाने के तरीकों का उसकी कमर पर बहुत प्रभाव पड़ता है। दैनिक जीवन में काम-काज के दौरान कुछ सावधानियां बरतकर कमर दर्द से बचा जा सकता है।भारी वजन कैसे उठाएं भारी वजन उठाते समय हमेशा अपने घुटनों को मोड़ें। जांघ और कूल्‍हे की बड़ी मांसपेशियां छोटी मांसपेशियों की तुलना में वजन उठाने में ज्‍यादा सक्षम होती हैं। भारी वजन उठाते समय उस सामान को शरीर के अधिक से अधिक निकट रखें। ऐसे सामान को अगर आप शरीर से दूर रखेंगे तो कमर पर बहुत जोर पड़ेगा और कमर में दर्द होगा।

ऐसे सामान को अपने धड़ के ज्‍यादा से ज्‍यादा निकट रखें। वजन उठाते समय कभी भी शरीर को घुमाने का प्रयास नहीं करें। दरअसल भारी वजन उठाते समय शरीर को घुमा देना ही कमर की ज्‍यादातर परेशानियों की जड़ है। इस‍िलिए जब भी वजन उठाएं तो शरीर को सीधा ही रखें।बैठने के सही तरीके हमारी रीढ़ हमेशा एक ही मुद्रा में रहने लायक नहीं होती है। वाहन चलाते समय, कुर्सी टेबल पर काम करते समय, कंप्‍यूटर इस्‍तेमाल करते समय, हवाई यात्रा या टीवी देखते समय शरीर की अलग-अलग मुद्राएं होनी चाहिए। साथ ही इन मुद्राओं में बैठने के बाद जरूरी है कि हर 15 मिनट में खड़े होकर थोड़ा टहल लें।वाहन कैसे चलाएं वाहन चलाते समय सीट को पीछे की ओर खिसका लें ताकि पैरों को ज्‍यादा जगह मिल सके। वाहन चलाते समय अपनी सीट में कमर के पीछे एक कुशन रखने से कमर को सहारा और आराम मिलेगा। कार से बाहर निकलते समय अपने पूरे शरीर को बाहर की दिशा में घुमा लें। इसके बाद दोनों पैरों को सावधानी से जमीन पर रखें।कुरसियों पर कैसे बैठें यदि आप लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं तो अपने लिए उचित तरीके से डिजाइन की गई कुरसियों का ही इस्‍तेमाल करें जो कमर को पूरा आराम और सहारा देती हों तथा बैठने की मुद्रा बदलने में भी कोई दिक्‍कत न हो। कुरसी पर बैठते समय कुरसी की पीठ के सहारे नहीं बल्कि इस प्रकार सीधा होकर बैठें कि आपकी पीठ के निचले हिस्‍से और कुर्सी की पीठ के बीच जगह न बचे।टीवी देखते समय टेलीव‍िजन देखते समय कुरसी पर आराम से सीधे बैठकर और सही दूरी से टीवी देखें। बैठकर काम करते समय कमर को आगे की ओर झुकाकर नहीं रखें। कुरसी से उठते समय पिंडलियों एवं जांघ की मांसपेशियों का उपयोग करें। कूल्‍हों का इस्‍तेमाल करना अच्‍छा नहीं होता। मेज-कुरसी पर लिखते-पढ़ते समय आगे की ओर नहीं झुकें। बिस्‍तर पर लेटकर पढ़ने की आदत से बचें।नियमित व्‍यायाम कमर दर्द का बड़ा कारण है कमजोर होती मांसपेशियां। मांसपेशियों की कमजोरी दूर करने का सबसे अच्‍छा तरीका यही है कि नियमित रूप से व्‍यायाम किया जाए। तैरने, एरोबिक्‍स और टहलने जैसे व्‍यायाम कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। जो लोग खासतौर से अपने कमर दर्द से छुटकारा पाना चाहते हैं उनके लिए स्‍थानीय मनोरंजन केंद्र और फिटनेस संगठन विशेष रूप से नियमित व्‍यायाम कार्यक्रम चलाते हैं। ये समझने की जरूरत है कि नियमित व्‍यायाम कमर दर्द से बचााने में बड़ा सहायक है। व्‍यायाम से दोहरा लाभ मिलता है। इससे न केवल कमर दर्द से राहत मिलती है बल्कि कमर दर्द से बचाव भी होता है। व्‍यायाम न करने से मांसपेशियों का लचीलापन कम हो जाता है जिससे मांसपेशियों के मुड़ने और झुकने की क्षमता घटती है। व्‍यायाम नहीं करने से पेट की मांसपेशियां कमजोर होती हैं और इससे भी पीठ पर दबाव पड़ता है और पेल्विक क्षेत्र में असामान्‍य झुकाव आ जाता है।धूम्रपान से बचें धूम्रपान को सिर्फ फेफड़े से जोड़कर देखा जाता है

जबकि ये स्‍थापित तथ्‍य है कि धूम्रपान का असर हृदय रोग के साथ साथ कमर दर्द पर भी पड़ता है। धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में डिस्‍क की समस्‍या होने की आशंका 80 फीसदी अधिक होती है। धूम्रपान से कमर दर्द के संबंध की बात कई अध्‍ययनों से साबित हुई है। इनमें से एक अध्‍ययन तो जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी से स्‍नातक की उपाधि प्राप्‍त करने वाले करीब 1337 डॉक्‍टरों पर किया गया।मोटापा से बचें खराब जीवन शैली के साथ साथ मोटापा भी कमर दर्द का कारण है। मोटापे के कारण रीढ़ तथा वर्टिब्रेट एवं डिस्‍क पर अधिक दबाव पड़ता है जिससे कमर दर्द उत्‍पन्‍न होता है। मोटापा से बचने के अलावा शरीर की चुस्‍ती-तंदुरुस्‍ती भी कमर दर्द से बचाव के लिए आवश्‍यक है।खान-पान कमर दर्द से बचने के लिए खान-पान पर विशेष ध्‍यान देना चाहिए। हमारे आहार में प्रोटीन पर्याप्‍त मात्रा में होना चाहिए क्‍योंकि इससे उत्‍तकों का निर्माण तेजी से होता है। इसके अलावा आहार में ताजे फल एवं सब्जियां भी पर्याप्‍त मात्रा में होनी चाहिए क्‍योंकि इनसे शरीर को विटामिन मिलती है।सही मुद्राएं अपनाएं जैसा कि पहले भी लिखा गया है, अपने रोजमर्रा के जीवन में हमें चलते, उठते, बैठते या काम करते समय सही मुद्राएं अपनाने की जरूरत है। ये मुद्राएं ऐसी हों कि उनसे रीढ़ पर अनावश्‍यक दबाव न पड़े या रीढ़ को झटका न लगे।

रीढ़ पर अनावश्‍यक दबाव डालने वाली मुद्राएं गलत हैं और इनसे कमर दर्द और गरदन दर्द जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।कुछ महत्‍वपूर्ण बातें 70 से 80 फीसदी लोगों को जीवन में कभी न कभी कमर दर्द होता ही है। तीन दिन से अधिक समय तक बिस्‍तर पर लेटे रहने से मांसपेशियां कमजोर होती हैं और इसका नतीजा कमर दर्द के रूप में सामने आ सकता है कमर दर्द से ग्रस्‍त हर 10 में से एक व्‍यक्ति को गंभीर समस्‍या होती है और 100 में से एक व्‍यक्ति को ऑपरेशन जैसे इलाज की जरूरत पड़ सकती है रोजाना 20 मिनट ध्‍यान करने से कमर दर्द में राहत पाने में मदद मिलती है और ये पाया गया है कि ध्‍यान की मदद से गंभीर कमर दर्द वाले मरीजों को भी डॉक्‍टर की मदद लेने में 36 फीसदी तक की कमी आ जाती है हर सप्‍ताह करीब एक घंटा पैदल चलने से कमर दर्द के साथ साथ हृदय रोग की आशंका भी दूर हो सकती है। इसके अलावा रोजाना सुबह शाम कम से कम एक घंटा व्‍यायाम करें



बैक पेन का इलाज



  बीमारियां नाम से ही मनहूस लगती हैं ना ? और हम हर मुमकिन कोशिश करते हैं कि ये हमारे गले न पडें, पर आज का वक़्त ऐसा चल रहा है कि लाख जतन करने के बाद भी हम किसी ना किसी बीमारी के शिकार हो ही जाते हैं पर कई बार हार्ट अटैक। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां होती हैं तो कई बार माइग्रेन, पेट दर्द,सर्वाइकल पेन, बैक पेन जैसी बीमारियां घेर लेती हैं जो जान तो नहीं लेती पर जब इसका दर्द शुरू होता है तब मरीज की तड़प देखकर जान सुख जाती है। अब बैक पेन की बात करें तो जाहिर  सी बात है कमर हमारे शरीर ऐसा हिस्सा होता है जिसके सहारे ही हम पूरे शरीर का सन्तुलन बना पाते हैं, इसलिए जब कमर दर्द होता है तब सिर्फ कमर का हिस्सा ही डिस्टर्ब नहीं होता बल्कि पूरा शरीर और साथ ही हमारा सारा काम डिस्टर्ब होने लगता है । कमर दर्द की तकलीफ किसी को भी हो सकता है जिसके लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं इसलिए ये दर्द ज्यादा परेशान हमें शुरुआती लक्षण की जानकारी लेकर समय रहते इलाज कर लेना चाहिए । तो आइए आज हम जानते हैं कमर दर्द के कारण, लक्षण और इलाज।

कमर दर्द के कारण

ज्यादा देर तक बैठे-बैठे या खड़े होकर कार्य करनाशरीर का कमजोर होना अनियमति जीवनशैलीनरम गदों पर सोनेऑफिस या घर पर भारी वजन उठानेमांसपेशियों में खिंचाव होना,

बैक पेन के मुख्य लक्षण

कमर में बहुत दर्दउठने-बैठने के समय दर्द होनासुबह उठने पर कमर दर्द तथा झुकने पर भी तेज दर्द होने जैसी स्थितियां कमर दर्द के खास सिम्पटम्स होते हैं ।

कमर दर्द से छुटकारा पाने के आसान उपाय 

1. कमर दर्द का अचूक नुस्खा अदरक 

अदरक को कमर दर्द में आराम पाने के लिए औषधि की तरह असरदायक माना जाता है।इसलिए जब भी जब भी कमर का दर्द सताए अदरक को विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल करें जैसे कि अदरक का पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर लगायें और ऊपर से नीलगिरी का तेल लगा लें। या ताजा अदरक के 4-5 टुकड़े लें और डेढ़ कप पानी में डालकर10 से 15 मिनट के लिए हलकी आंच में उबालें। इसके बाद छानकर कुछ देर के लिए ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पी लें। इस तरह इस पेय को प्रतिदिन पीने की आदत डालें। या फिरआधा चम्मच काली मिर्च, डेढ़ चम्मच लौंग के पाउडर और एक चम्मच अदरक का पाउडर मिलाकर हर्बल टी बनाएं और स्वाद के साथ ही दर्द से भी राहत पाएं।

 दरसल अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड्स होते हैं जो हमें दर्द में राहत पहुंचाते हैं।

2.  तुलसी की पत्तियों का जादू

एक कप पानी में 8-10 तुलसी की पत्तियां डालकर तबतक उबालें जबतक कि यह उबलकर आधा न हो जाये, और इसके ठंडा होने के बाद इसमें एक चुटकी नमक डालकर रोजाना पिएं। इससे कमर दर्द में लंबे समय के लिए आराम मिलने लगेगा।

3. खसखस के बीज है खास

एक-एक कप खसखस के बीज और मिश्री का पाउडर रोज सुबह शाम दो-दो चम्मच एक गिलास दूध में डालकर पिएं। यह जल्द ही आपको कमर दर्द में आराम दिलाएगा क्योंकि खसखस के बीज, कमर के इलाज में रामवाण औषधि की तरह असर करता है ।

4. हर्बल ऑयल

हर्बल ऑयल से कमर की मालिश करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द कम होता है। आप कोई भी हर्बल आयल इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे नीलगिरी का तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल या नारियल का तेल आदि। पहले तेल को थोड़ा गर्म कर लें और फिर धीरे-धीरे दर्द वाली जगह पर मालिश करें।

5. लहसुन

रोज सुबह खाली पेट लहसुन की तीन-चार कलियों का सेवन करना शुरू कर दें । इससे सिर्फ कमर को ही नहीं बल्कि शरीर के कई अहम हिस्सों को फायदा होगा । साथ ही तेल इस्तेमाल करें ऐसे में। लहसुन का तेल बनाने के लिए नारियल के तेल, सरसों के तेल या तिल के तेल में तीन लहसुन की कलियाँ डालें। अब इसे तब तक उबालें जब तक कि लहसुन की कलियाँ काली न पड़ जाएँ। अब इस तेल को छान लें और ठंडा होने दें। आपका लहसुन का तेल तैयार है, और इस लहसुन के तेल से अगर दर्द ज्यादा हो रहा हो तक मसाज करें। फौरन आराम मिलेगा।

6. गेहूं

रात को एक मुट्ठी गेहूं को पानी में डालकर रख दें। सुबह इस गेहूं को पानी से अलग कर लें और फिर एक गिलास दूध में डालकर गर्म करें। अब इस पेय को दिन में दो बार पिएं । दरसल गेहूं में ऐसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं जिनका शरीर पर दर्दनिवारक प्रभाव होता है, जिससे कमर दर्द में आराम मिलता है।

7. बर्फ

बर्फ की ठंडी तासीर दर्द और सूजन को कम करने में कारगर उपायों में से एक है। तो जब आपको कमर में दर्द हो रहा हो तो बर्फ से सिकाई करें इससे थोड़ी देर के लिए वह हिस्सा सुन्न भी कर देगा और आपको आराम महसूस होगा। या बर्फ को कूटकर एक कपड़े में बांध लें और इसे दर्द वाली जगह पर 10 से 15 मिनट के लिए रख दें। ऐसा इसे हर दो घंटे में दोहराएँ। आपको जल्द ही दर्द से छुटकारा मिलता महसूस होगा।

8. सेंधा नमक

सेंधा नमक में पानी डालकर गाड़ा पेस्ट तैयार करें। अब इसे एक कपड़े में डालकर निचोड़ दें जिससे बचा हुआ पानी भी बाहर निकल जाये। अब इस पेस्ट को अपनी कमर में लगा लें।

सेंधा नमक दर्द को कम करता और इन्फ्लामेशन में राहत प्रदान करता है।

9. कैमोमाइल टी

एक चम्मच कैमोमाइल को एक कप पानी में 10 मिनट के लिए उबालें। अब इसे छानकर पी लें। रोज इस चाय को दो बार सेवन करें। यह इतना असरदार होता है कि एक कप हॉट कैमोमाइल मांशपेशियों की ऐंठन को ठीक करने के लिए काफी होती है।

10. दूध

दूध कैल्शियम का स्रोत है जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाये रखने में मदद करता है। शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण भी कमर दर्द की समस्या होती है। इसलिए दूध का नियमित रूप से सेवन करें। और यदि मीठे की जरूरत महसूस हो तो शहद मिलाकर पिएं।



नुस्खों को अपनाने के साथ ही इस बात का भी ध्यान दें कि नरम गद्दीदार आसान छोड़कर सख्त कुर्सी या तख़्त पर सीधे बैठने की आदत अपनाएं। सोने के लिए तख़्त का इस्तेमाल करें। तभी ज्यादा बेहतर असर महसूस होगा।
    

इससे केवल सात मिनट में कमर का दर्द हो जाएगा दूर



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कमर दर्द की समस्या

आजकल की जेनरेशन का आधा से ज्यादा समय ऑफिस की कुर्सी पर बैठे-बैठे गुजरता है। लगातार काफी समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहना शरीर की तंदुरुस्ती के लिहाज से बिल्कुल सही नहीं है, लेकिन क्या करें ऑफिस में काम करना भी जरूरी है। जो लोग अपना पूरा दिन डेस्कटॉप या लैपटॉप के सामने गुजारते हैं, उन्हें सबसे पहले कमर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऑफिस की कुर्सी चाहे कितनी ही कम्फर्टेबल क्यों ना हो लेकिन एक समय बाद आपकी बॉडी उससे भी परेशान होने लगती है। चलिए आज हम आपकी इसी समस्या को हल करते हुए कुछ ऐसी एक्सरसाइज बताने जा रहे हैं जो आपके कमर के दर्द को कम या बिल्कुल समाप्त भी कर सकती हैं।

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फ्लोर स्ट्रेच

जमीन पर सीधे लेट जाइए और अपनी जांघ को ऊपर कर उसे हाथ के सहारे स्ट्रेच कीजिए। इस पोज को करीब 10 सेकेंड के लिए होल्ड कीजिए, दिन में 3-5 बार इस एक्सरसाइज को रिपीट करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

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नी टू चेस्ट स्ट्रेच

पीठ के बल सीधे लेट जाएं और अपने घुटनों से अपनी छाती को छुएं। इस पोज को 20 सेकेंड तक होल्ड करें और इस एक्सरसाइज को दिन में 4-5 बार दोहराएं। ये व्यायाम आपको शारीरिक मजबूती प्रदान करेगा।

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स्पाइनल स्ट्रेच

पीठ के बल लेटकर कमर से नीचे के हिस्से को एक तरफ मोड़ने की कोशिश करें। इस व्यायाम को जितनी बार मन करे तब तक करें लेकिन शरीर को किसी भी तरह की परेशानी दिए बगैर।

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द पिरिफॉर्मिस स्ट्रेच

पीठ के बल जमीन पर लेटकर अपनी टांग को ऊपर मोड़ें और दूसरी जांघ को उस पर रखकर स्ट्रेच करें। इस पोज को 30 सेकेंड तक होल्ड करें।

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द हिप फ्लेक्सर स्ट्रेच

इस पोज को करने से आपको शारीरिक मजबूती तो मिलेगी ही, उसके साथ-साथ अगर आपको कूल्हे के दर्द की परेशानी है तो उससे भी रिलीफ मिलेगी।

7
बैक स्ट्रेच

अपनी कमर को 90 डिग्री के एंगल पर बेंड करें। यह एक्सरसाइज आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।

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जल्द दूर होगी दर्द की परेशानी

सीधे खड़े होकर अपनी बॉडी को एक साइड झुकाएं, इससे आपको कमर के दर्द की परेशानी से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा।

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लाइ डाउन स्ट्रेच

दाएं हाथ की करवट लेकर जमीन पर लेट जाइए और अपने पैर को पीछे की ओर से खींचिए। आपको इस व्यायाम से जरूर आराम मिलेगा।

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जल्द मिलेगा झुटकारा

तो फिर देर किस बात की, जल्द से जल्द इन्हें शुरू कर दीजिए और कमर के दर्द से झुटकारा पाइए।

महिलाओं में कमरदर्द- 10 उपयोगी घरेलू नुस्ख़े



कमरदर्द महिलाओं की एक आम समस्या है. अनियमित माहवारी, माहवारी में रक्तस्राव की कमी या अधिकता कमरदर्द का एक प्रमुख कारण है. रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज़) के बाद भी महिलाओं में कमरदर्द की शिकायत पाई जाती है. स्त्री रोग, श्‍वेत प्रदर, रक्त प्रदर, कमर की हड्डियों के कमज़ोर होने से भी महिलाओं को कमरदर्द होता है. स्त्रियों को कमरदर्द चाहे किसी भी कारण से हो, इससे उनकी शारीरिक क्षमता और कामकाज प्रभावित होता है. इस दर्द के कारण स्त्री की मानसिक स्थिति भी प्रभावित होती है. वह दर्द के मारे बेहाल होकर चिड़च़िड़ी हो जाती है. बात-बात पर झुंझलाहट उसकी फ़ितरत बन जाती है.

* खसखस और कालीमिर्च दोनों को समान मात्रा में लेकर बारीक़ चूर्ण बनाकर रख लें. 10 ग्राम चूर्ण का सुबह-शाम गर्म दूध के साथ नियमित सेवन करें. इससे निश्‍चित ही कमरदर्द से राहत मिलती है.

* 150 ग्राम सरसों का तेल और 35 ग्राम देशी कपूर दोनों को मिलाकर शीशी में भरकर धूप में रख दें. जब कपूर पिघल जाए, तो इससे कमर पर हल्के हाथों से मालिश करें. ऐसा नियमित कुछ दिनों तक करने से कमरदर्द से छुटकारा मिल जाता है.

* 5 ग्राम की मात्रा में हल्दी के चूर्ण को फांककर ऊपर से मीठा दूध पीएं. इसका नियमित सुबह-शाम सेवन करें.

* कमरदर्द में नीम की पत्तियों के काढ़े से सेंक करने से लाभ होता है. नीम की कोमल पत्तियों को तोड़कर उसका काढ़ा (पानी में ख़ूब औंटाने से काढ़ा तैयार होता है) बना लें. इसके बाद रूई या साफ़ कपड़े को उक्त हल्के गरम का़ढ़े में भिगोकर दर्दवाले स्थान पर सेंक करें.

* बादाम के तेल से हर रोज़ कमर पर मालिश करें और सुबह बादाम की 5 गिरी (रात को पानी में भिगोकर सुबह छील लें) पीसकर दूध के साथ सेवन करते रहने से कमरदर्द दूर हो जाता है.

* 5 खजूर को उबालकर उसमें 2 ग्राम मेथी का चूर्ण डालकर नियमित पीने से कमरदर्द मिटता है.

* कमल ककड़ी के चूर्ण को दूध में उबालकर पीने से प्रदर दूर होता है और कमरदर्द से राहत मिलती है. कमरदर्द कितना ही पीड़ादायक हो, इसके सेवन से अवश्य लाभ होता है.

* अदरक का रस निकालकर उसे नारियल के तेल में मिलाकर गर्म करें. फिर उसे छानकर गुनगुना रहते हुए धीरे-धीरे मालिश करें. इससे महिलाओं को कमरदर्द से तुरंत राहत मिलेगी.

* धतूरे के हरे पत्तों को लेकर उसका 40 ग्राम रस निकालें. इसमें 3 ग्राम सेंधा नमक और थोड़ी-सी अफीम मिलाकर गर्म करें. फिर इसे उतारकर इससे कमर पर मालिश करें. 3-4 दिन तक ऐसा करने से कमरदर्द पूरी तरह ठीक हो जाता है.

* छुहारों की गुठली निकालकर उनमें शुद्ध गुग्गुल का चूर्ण बनाकर भर दें. फिर उनके ऊपर आटे का मोटा लेप लगाकर तेज़ आंच पर सेंके. जब वे जलने लगें, तो उन्हें आंच पर से उतार लें और ठंडा होने पर आटे को हटाकर छुहारे को गुग्गुल सहित पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर रख लें. एक-एक गोली का सुबह-शाम मीठे गुनगुने दूध के साथ सेवन करें.

गायब होगा कमर दर्द, अपनाएं ये असरदार नुस्खे

बदलते समय में लोग किसी ने किसी हेल्थ प्रॉबल्म से परेशान रहते हैं। ज्यादातर लोगों को हमेशा बॉडी पेन की शिकायत रहती है, जिसमें कमर दर्द सबसे आम है। पहले समय यह समस्या केवल बढ़ती उम्र के लोगों को होती थी लेकिन आजकल बच्चे भी कमर दर्द की शिकायत करते हैं। कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख ज्यादा समय तक कंप्यूटर, टीवी पर बैठे रहना। इसके अलावा लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या खडे रहने से मांसपेशियों में तनाव उत्पन्न होता है जिससे कमर में खिंचाव, अकड़न जैसा महसूस होने लगता है। कमर दर्द होने पर न तो ठीक से बैठा जाता है और नही चला जाता है। कमर दर्द से राहत पाने के कुछ लोग बहुत सी दवाइओं का सेवन करते है लेकिन उनका असर कुछ ही समय के लिए रहता है। अगर आप बिना दवाओं के अपनी कमर दर्द से निजात पाना चाहते है तो घरेलू नुस्खों का उपयोग करें, यह कमर दर्द से राहत दिलाने में काफी कारगर साबित होते है। 

कमर दर्द के कारण

- मांसपेशियों पर तनाव

- अधिक वजन

- गलत तरीके से बैठना

- हमेशा ऊंची एड़ी के जूते या सेंडिल पहनना

- गलत तरीके से अधिक वजन उठाना

- शरीर में लंबे समय से बीमारियों का होना

- अधिक नर्म गद्दों पर सोना

इन घरेलू उपायों से दूर करें कमर दर्द

1. अजवाइन

कमर दर्द को दूर करने के लिए अजवाइन फायदेमंद है। अजवाइन को तवे पर रखकर 2-3 मिनट के लिए गर्म करें। इसके बाद इसको चबा- चबा कर खाएं। रोजाना इसका सेवन करने से 7 दिनों के अंदर ही फर्क दिखाई देने लगेगा।

2. नमक से सिकाई 

दर्द वाली जगह पर सेक देने से राहत मिलती है। इसके लिए नमक को गर्म करें। गर्म होने के बाद इसको एक कपड़े में बाध कर पोटली बना लें। अब रात को सोने से पहले इस पोटली को दर्द वाले हिस्से पर रखें। लगातार एेसा करने से कुछ ही दिनों में दर्द गायब होने लगेगा।

  
3. नारियल और सरसों का तेल
नारियल और सरसों का तेल लें। इसमें लहसुन की 3-4 कलियां डालें। जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जाए तब तक गर्म करते रहे। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें।

4. गर्म पानी से नहाना

नहाने वाले पानी में नमक डालकर नहाएं। नमक वाले पानी से नहाने से शरीर को बहुत फायदा मिलता है और दर्द से भी राहत मिलती है। कमर दर्द होने पर रोजाना नमक वाले पानी से नहाए कुछ ही दिनों में फर्क दिखाई देने लगेगा।

कमर दर्द में रामबाण होती हैं यह 12 आयुर्वेदिक दवा : देसी नुस्खे



आज यहां हम आपको ऐसी घरेलु आयुर्वेदिक दवाइयों के बारे में बताएंगे जिनके जरिये बैक पैन lower & upper सभी तरह के कमर दर्द से छुटकारा पाया जा सकता हो. 30-40 की उम्र के व्यक्तियों में से ऐसे बहुत ही कम व्यक्ति होंगे जिनको पीठ में दर्द की शिकायत न होती हो. एक सर्वे में यह जानने को मिला की करीबन 80% लोग अपने जीवन में 40 की उम्र के करीबन इस दर्द से ग्रसित होते हैं.

इससे बचने के लिए कमर दर्द की दवा आयुर्वेदिक हैं, इन्हें घरेलु उपाय भी कह सकते हैं. क्योंकि इनको घर पर ही बनाया जाता हैं. यह आयुर्वेदिक देसी दवाएं निचे, निचले, ऊपरी, ऊपर कमर के दर्द को रोकने के लिए बहुत ही प्रभावकारी हैं. हमारे कहने का अर्थ हैं यह पीठ के किसी भी तरह के दर्द को दूर कर सकती हैं. इनमे से कई दवाई बाबा रामदेव द्वारा भी बताई गई हैं

इस पोस्ट को पूरा व आखिरी निचे तक पड़ें, जल्दबाजी न करे.

कमर दर्द की दवा : आयुर्वेदिक नुस्खे
जायफल का इस्तेमाल

जायफल को आप बाजार से प्राप्त कर सकते हैं, यह किसी भी किराना स्टोर्स पर मिल जाएगा. जायफल लें और एक थोड़े से पानी से भरे बर्तन में इस घिसे, या जायफल को पानी में थोड़ी देर तक डाल दें, फिर इसे किसी पट्टी पर घिस लें. जायफल के घिसे हुए पदार्थ को तिल के तेल में मिला लें. अच्छे से मिलाकर आग पर गर्म करने के लिए छोड़ दें. अच्छी तरह गर्म होने पर ठंडा करके कमर दर्द पर मालिश करने से लाभ होता हैं.

अदरक का इस्तेमाल 

यह यहां पर बताई जा रही कमर की दवाई में से सबसे आसान हैं, इसके लिए कोई विधि का उपयोग नई करना होता हैं
. अदरक के रस में घी मिलाकर पिए. इससे कमर के दर्द में आराम मिलेगा. यह इतना आसान हैं की आपको इसका एक बार उपयोग जरूर करना चाहिए.

छुआरा का इस्तेमाल 

कमर दर्द में छुआरा लाभदायक हैं. इसके लिए आप छुआरा का किसी भी रूप में सेवन कर सकते हैं.

आलू का इस्तेमाल 

कमर के दर्द में कच्चे आलू की पुल्टिस कमर में लगाने से दर्द दूर होता हैं. थोड़े से कच्चे आलू लें, फिर इनकी पुल्टिस बनाये व दर्द वाली जगह पर बांध लें. इससे जल्द ही आराम होगा.

जायफल का इस्तेमाल

12 ग्राम गेहूं की राख लें, और इतना ही शहद लें. इन दोनों मिलाकर चाटने से कमर और जोड़ों के दर्द में आराम होता हैं. गेहूं की रोटी एक और सेंक लें तथा एक और कच्ची रखे. कच्ची की और तिल का तेल लगा कर दर्द वाले अंग पर बाँध दें इससे दर्द ख़त्म हो जायेगा.

कुछ आसान दवा

कमर दर्द होने पर एरंड के बिच की पांच मींगी दूध में पीस कर पिलाने से लाभ होता हैं. सहिजन की फलियां और सब्जियों का सेवन करने से बहुत लाभ होता हैं. इसके साथ ही मेथी भी कमर दर्द के लिए बहुत उपयोगी होती हैं.  उपयोग करने के लिए आप इसके तेल से दर्द वाली जगह पर मालिश भी कर सकते हैं व मेथी की सब्जी भी खा सकते हैं.

अजवाइन का इस्तेमाल

 करीबन 15 से 20 ग्राम के अनुपात में अजवाइन लें, अब इसे एक पोटली में बांध लें. यानी की अजवाइन को किसी कपडे में बांधकर रख लें. अब कम आंच में आग जलाये, गैस का भी उपयोग कर सकते हैं. अब इस आग पर इस अजवाइन की पोटली को गर्म करे. जब यह पोटली गर्म होने लगे तो इसे वहां से हटाकर रोगी की कमर पर रख दें. अजवाइन की पोटली से कमर पर सेंक करने से बहुत ही राहत मिलती है. यह बिलकुल आयुर्वेदिक तरीका हैं जिससे कमर दर्द दूर किया जा सकता हैं.

लौंग और सरसों

थोड़ा लौंग का तेल लें और इतनी ही मात्रा में सरसों का तेल भी लें. दोनों को अच्छे से मिक्स कर लें. (अब दोनों तेल का यह मिश्रण आयुर्वेदिक दवा के रूप में काम करेगा) इसके बाद मरीज को पेट के बल ज़मीन पर लेटा दें. फिर उसकी कमर पर जहां भी दर्द हो रहा हो वहां इस आयुर्वेदिक तेल के मिश्रण से मालिश करे.

कमर दर्द में लौंग और सरसों के तेल की यह दवा हर प्रकार के कमर दर्द को रोकने के लिए उपयोग में लाइ जा सकती हैं. यह सबसे सस्ता आसान उपाय हैं, बस एक बात का ध्यान रखे की 15 से 20 मिनट तक इस तेल से मालिश जरूर करे. अगर फिर भी आपको आराम महसूस न हो तो दूसरा उपाय आजमा सकते हैं.

अश्वगंधा और सोंठ

बाजार से ये किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर्स पर से अश्वगंधा मिल जायेगा. थोड़ा सा अश्वगंधा और सोंठ लें. दोनों को सामान्य मात्रा में लेकर अच्छे से बारीक़ पीस लें. इन दोनों का मिश्रण कमर दर्द के लिए चूर्ण के रूप में उपयोग किया जाएगा. जब यह दोनों अच्छे से बारीक़ पीस जाये तो इन्हें एक डिब्बी में भर लें व रोजाना नियमित रूप से सुबह के समय पर एक ग्लास शुद्ध दूध के साथ पिए. इस दवा को खाते रहने से आपको कुछ ही दिनों में फायदा नजर आने लगेगा.

तुलसी और सोंठ


तुलसी एक प्राचीन औषधि हैं, आज भी इसका आयुर्वेदा में सबसे ऊंचा स्थान हैं. इसका कमर दर्द के लिए आयुर्वेदिक दवा के रूप में उपयोग किया जा सकता हैं. थोड़ी सी सोंठ लें इसमें थोड़े तुलसी के बीजों को मिलाये. इन दोनों को मिलाकर गर्म करे, अच्छे से उबलने दें. (इसे काढ़ा कहते हैं) उबालकर जब यह आधा रह जाएगा तो काढ़ा जैसा दिखने लगेगा. जब भी आपको कमर दर्द हो तो इस उपाय को आजमाए. ऐसा दो-तीन दिन तक करे आराम न मिलने पर दूसरी पीठ दर्द की दवा आजमाए.सिर्फ सोंठ के चूर्ण को तेज आग में अच्छे से उबालकर, काढ़ा बनाकर पिने से भी कमर दर्द में बहुत फायदे होते हैं.

राइ और सरसों

सरसों का तेल कमर दर्द के लिए बहुत प्रभावकारी होता हैं, इस बार हम आपको सरसों और राइ का उपयोग बताएंगे. यह भी कमर की दवा के रूप में उपयोग में लाया जा सकता हैं. थोड़ा राइ और सरसों का तेल लें, दोनों को बराबर मात्रा में. अब इन्हें अच्छे से मिक्स करले. इसके बाद कमर में जहां कहीं भी दर्द हो रहा हो इस तेल से मालिश करे. यह दवा तुरंत कमर दर्द को गायब करने में सक्षम मानी जाती हैं.

जायफल के चूर्ण की दवा बनाये

जायफल पीठ से सम्बंधित दर्द में बहुत लाभदायक होता हैं. इसकी पत्तियां, जड़े आदि सभी एक औषधि के रूप में काम करती हैं. इस को बनाने के लिए जायफल के चूर्ण की जरुरत पड़ेगी, इसको आप बाजार से किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर्स पर से खरीद लें.इसके बाद जायफल के चूर्ण में सरसों का तेल मिला दें. आग पर इसे थोड़ी देर तक पकाये. जब यह अच्छे से पक जाये तो आग से निचे उतार लें व इसके ठंडा होने का इंतजार करे. जब यह हल्का गुण-गुना रहे तो इससे उसी समय कमर में जहां भी दर्द हो रहा हो वहां मालिश करे, करीबन 15 मिनट्स तक. जल्द ही आपको आराम महसूस होने लगेगा.

सोंठ का चूर्ण आजमाए
सोंठ का इस्तेमाल 

सरसों की तरह ही सोंठ भी कमर दर्द में बहुत फायदा करती हैं. इसका कमर दर्द के लिए कई तरह से प्रयोग किया जाता हैं. यह जो दवा हम बता रहे हैं इसके लिए आपको सोंठ के चूर्ण की जरुरत पड़ेगी, तो इसे आप बाजार से किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर्स से खरीद लें. फिर रोजाना रात को सोने से पहले दूध के साथ इसका सेवन इस तरह करे.दो चम्मच सोंठ के चूर्ण को एक ग्लास से थोड़े ज्यादा दूध में डालकर उबाले जब दूध उबलकर कम होने लगे तो इसे उबालना बंद कर दें. इसके बाद इसे पि जाये. नियमित रूप से रोजाना रात को सोते समय ऐसा करे सभी तरह के पीठ दर्द में यह फायदा करेगी.

चार चीजों का मिश्रण

कपूर, तिल का तेल, सरसों, राई का तेल इन चारों को बराबर मात्रा में लें. इसके बाद अच्छे से बारीक पीस लें. जब इनका मिश्रण तैय्यार हो जाये तो रोगी की कमर पर इससे मालिश करे. यह मालिश करीबन 20 मिनट तक करे. इससे दर्द छूमंतर हो जाएगा.

अखरोट की आसान दवा

यह अब तक की सबसे आसान दवाई हैं. वैसे अखरोट भी एक जबरदस्त जड़ी बूटी मानी जाती हैं. यह कई तरह के रोगों में रामबाण होती हैं, कमर दर्द के लिए इसका उपयोग बड़ा ही आसान हैं. इसमें ना आपको कुछ उबालना हैं, न पकाना हैं, न किसी और औषधि के साथ मिलाकर खाना हैं. आपको तो सिर्फ अखरोट की गिरियों का सेवन करना हैं. सिर्फ 3-4 अखरोट की गिरियों को भूखे पेट अच्छे से मुंहे के जरिये बारीक-बारीक चबाकर खाने से कमर दर्द में बहुत ही लाभ होता हैं. याद रखे इसका उपयोग हमेशा सुबह के समय खाली पेट होने पर ही करे.

राइ और तिल

इन दोनों तेल को आपस में मिलाकर कर कमर दर्द पर मालिश करने से सिर्फ 15 दिनों में ही आराम हो जाएगा. यह कोई बड़ी जटिल औषदि या दवा नहीं हैं. बस आपको थोड़ा सा राइ का तेल और थोड़ा सा तिल का तेल लेना हैं और दोनों को बराबर मात्रा में लेकर मिलाना हैं, बस. इसके बाद रोगी की कमर पर मालिश करने बैठ जाये रोजाना 15 मिनट तक इससे मालिश करे. अगर 5-6 दिनों में आराम की अनुभूति होने लग जाये तब समझ लीजिये की यह दवा आपको सूट कर गई


कमर दर्द, मोच और नसों में सूजन का रामबाण नुस्खा है तेजपत्तों से बना ये काढ़ा

तेजपत्ता कई तरह के रोगों और शारीरिक परेशानियों में भी फायदेमंद है।ये कॉपर, पौटेशियम, कैल्शियम, मैग्‍नीशियम, और आयरन से भरपूर होता है।तेजपत्तों के प्रयोग से कई तरह के दर्द में राहत मिलती है।

स्वाद और सुगंध को बढ़ाने के लिए भारतीय खानों में कई तरह के मसालों का प्रयोग किया जाता है। खास बात ये है कि खाने में उपयोग होने वाले ज्यादातर मसाले आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किए जाते हैं और इनके सेवन से कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। तेजपत्ता भी गरम मसालों में एक महत्वपूर्ण मसाला है। इसकी पत्तियों का उपयोग खाने में सुंगध के लिए किया जाता है। तेजपत्ता कई तरह के रोगों और शारीरिक परेशानियों में भी फायदेमंद है। इसके तेल में कई औषधीय गुण होते हैं, जिसका इस्तेमाल एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी इंफ्लामेट्री और पेन रिलीविंग बाम और जेल में किया जाता है। आइये आपको बताते हैं एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर तेज पत्ते के कई फायदे।

होते हैं कई जरूरी तत्व

तेजपत्‍ते में कई ऐसे तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने और इसके विकास के लिए जरूरी हैं।  इसमें कॉपर, पौटेशियम, कैल्शियम, मैग्‍नीशियम, सेलेनियम और आयरन की मात्रा काफी ज्‍यादा होती है। इसके अलावा तेज पत्ता कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल की कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं।

कैसे बनाएंगे ये काढ़ा

तेजपत्तों के प्रयोग से कई तरह के दर्द में राहत मिलती है। इसके प्रयोग के लिए 10 ग्राम अजवायन, 5 ग्राम सौंफ और 10 ग्राम तेजपत्तों को एक साथ कूट या पीस लें। अब इस मिश्रण को एक लीटर पानी में मिलाकर उबाल लें। देर तक उबालने के बाद जब ये पानी 100-150 ग्राम रह जाए तो इसे आंच से उतार लें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। ठंडा होने के बाद इस काढ़े को पी लें।

कमर दर्द में है फायदेमंद

तेज पत्तों से बनने वाले इस काढ़े को पीने से तेज कमर दर्द में भी एक घंटे में लाभ मिलेगा और शीत लहर के कारण होने वाले दर्द को भी ये काढ़ा दूर करता है। इसके अलावा कमर दर्द में आप तेज पत्ता के तेल से भी मालिश कर सकते हैं।

मोच में भी है फायदेमंद

तेज पत्तों से बने इस काढ़े को पीने से मोच से हुए दर्द और सूजन से राहत मिलती है। इसके अलावा मोच होने पर तेज पत्ते का एक और नुस्खा आप आजमा सकते हैं। इसे बनाने के लिए तेप पत्तों और लौंग को एक साथ थोड़ा सा पानी डालकर पीस लें और लेप बना लें। अब इस लेप को मोच वाली जगह पर लगाएं। इस लेप से भी मोच के कारण हो रहा दर्द और सूजन दूर हो जाएगा।


नसों में सूजन

नसों में सूजन होने पर तेज दर्द होता है और रोजमर्रा के काम प्रभावित होते हैं। कई बार ये गंभीर अवस्था में होता है तो इसे वेरिकोज वेन्स कहते हैं और कई बार सामान्य कारणों जैसे नसों में खिंचाव, किसी चोट या नसों पर दबाव के कारण सूजन और दर्द होने लगता है। इस काढ़े को पीने से नसों की सूजन में भी राहत मिलती है और इससे नसों में होने वाला दर्द भी ठीक हो जाता है। इसके अलावा नसों में सूजन होने पर एक और नुस्खा आजमा सकते हैं। इसके लिए दालचीनी, लौंग और तेजपत्तों को थोड़ा सा पानी मिलाकर पीस लें और लेप बनाकर दर्द और सूजन वाली जगह पर लगाएं।

कमर दर्द को मिनट से पहले खत्म करेंगे ये 3 आसान उपाय



कमर दर्द कई लोगों के लिए एक आम समस्या बनकर रह गया है। यह दर्द सुनने में जरूर छोटा मोटा लगता है, लेकिन इसका असली दर्द क्या है ये वही जानता है जो इस परिस्थिति से गुजरता है। कमर दर्द के चलते रोगियों की रातों की नींद तक उड़ जाती है। लेकिन, अच्‍छी बात यह है कि कमर दर्द से आसानी से और जल्‍दी छुटकारा पाया जा सकता है। 

एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स का कहना है कि कमर दर्द के दौरान वक्त बहुत लंबा और तकलीफदेह तरीके से बीतता है। ऐसा लगता है कि 1 मिनट घंटों की तरह कट रहा है। आजकल के दौर में लोगों को सिर्फ आराम नहीं, बल्कि फौरन आराम चाहिए। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं जिनसे आप कमर दर्द से बहुत जल्दी आराम पा सकते हैं। 

कम्‍फ्रे की सिकाई

कम्‍फ्रे की सिकाई को लेकर दावा किया जाता है कि कमर दर्द को दूर भगाने के लिए ये सबसे प्रभावी तरीका है। यह तरीका पुरातन इलाज पद्धति के अनुसार है जिसमें एक सिले हुए बैग में पौधों या दवाओं के मिश्रण को सीधा उस हिस्‍से पर लगा दिया जाता है, जिसे इलाज की जरूरत होती है। इस इलाज को करते समय, आपको एक मलमल का कपड़ा लेकर उस पर कम्‍फ्रे आइंटमेंट की परत लगा दें। बाजार से यह दवा 5-20 प्रतिशत मेल के साथ क्रीम, पॉलट्री और लेप के रूप में मिलता है। यह तत्‍व सूखे या ताजा पत्‍तों से मिलाकर बनाया जाता है। अपनी चिकित्‍सीय खूबियों के कारण केम्‍फ्रे को जख्‍मों, कटे और मांसपेशियों या स्नायुबंधनों की चोट पर लगाया जा सकता है।

डेविल्‍स
क्‍लॉ

ये तरीका लोअर बैक के दर्द को दूर करने के लिए ज्यादा कारगार है। यह सप्‍लीमेंट के रूप में मिलता है और इसे सूजन कम करने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है। श्रोणिक क्षेत्र के स्‍नायुबंध आमतौर पर टूट जाते हैं जिसके कारण लोअर बैक में दर्द हो सकता है। 

स्‍ट्रेच

एक सामान्‍य व्‍यक्ति सप्‍ताह में 50-60 घंटे बैठा रहता है, जो कमर दर्द का बड़ा कारण बनता है। यानि कि रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ने के कारण दर्द उत्पन्न होता है। लगातार बैठे रहने के कारण कशेरुकाओं के बीच डिस्‍क में रक्‍त संचार कम हो जाता है। इससे दर्द होने लगता है। इससे अंत में डिस्‍क में पानी की कमी हो जाती है और उसमें अकड़न आ जाती हैै। इस कमर दर्द से बचने के लिए और रीढ़ की हड्डी को और अधिक लचीला बनाने के लिए स्‍ट्रेच करने की सलाह दी जाती है। नियमित रूप से स्‍ट्रेच करने से रीढ़ की हड्डी में जरूरी लचीलापन बना रहता है।

हर प्रकार के दर्द को दूर कर देगा ये तेल।

ये तेल पीठ दर्द, कमर का दर्द, हिप-शूल, मांसपेशियों के दर्द, जोड़ों के दर्द, घुटनो के दर्द, कंधे की जकड़न, गर्दन का दर्द (सर्वाइकल स्पोंडोलाइटिस), वात विकार से पैदा हुए आदि दर्दो में ये तेल अदभुत रिजल्ट देता हैं। अगर आपके शरीर में कहीं भी दर्द हो तो ये तेल एक बार ज़रूर अपनाये, ये बनाने में भी बहुत आसान हैं।

आइये जाने ये तेल बनाने की विधि। 

लहसुन और अजवायन का तेल

एक लहसुन का गठिया लेकर उसकी चार कलिया छीलकर तीस ग्राम सरसों के तेल में डाल दें। अब उसमे दो ग्राम ( आधा चम्मच ) अजवायन के दाने डालकर धीमी-धीमी आंच पर पकाएं। लहसुन और अजवायन काली पड़ने पर तेल उतारकर थोड़ा ठंडा कर छान ले। इस सुहाते-सुहाते गर्म तेल की मालिश करने से हर प्रकार का बदन का दर्द दूर हो जाता है।

आवश्यकता अनुसार मात्रा बढ़ाई जा सकती हैं।
कपूर का तेल।

10 ग्राम कपूर 200 ग्राम सरसो का तेल- दोनों को शीशी में भरकर मजबूत कार्क लगा दे तथा शीशी धुप में रख दे। जब दोनों वस्तुएं मिलकर एक दम घुल जाये तो इस तेल की मालिश से वात विकार, नसों का दर्द, पीठ और कमर का दर्द, हिप-शूल, मांसपेशियों के दर्द और सब प्रकार के दर्द शीघ्र ही ठीक हो जाते है। ये सरसों के इलावा नारियल के तेल में भी बनाया जा सकता हैं।

Joint Rebuilder – घुटनों का दर्द, कमर का दर्द, सर्वाइकल, साइटिका या स्लिप डिस्क सबकी रामबाण दवा


दर्द दूर करने वाली दवाओं की जानकारी

शरीर के विभिन्न अंगों में दर्द के लिए दर्द निवारक गोली कारगर। जोड़ों के दर्द में राहत देती है इटोरिकाक्सिब नाम की दवाई।ऑपरेशन के बाद के दर्द को दूर करने के लिए ऑक्सीकोडोन।खेलकूद के दौरान लग जाने वाली चोट में खाएं पायरोक्सिकेम।

कभी न कभी हम सभी कमर, पीठ, दांत दर्द से परेशान होते ही हैं। हर वक्त डाक्टर के पास पहुंचना मुमकिन भी नहीं होता। ऐसे में बाजार में उपलब्ध दर्द निवारक गोलियों से काम चलाना पड़ता है। लेकिन कई बार यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि किस दर्द में कौन सी गोली खाई जाए। 

आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने एक ऐसी सूची तैयार किया है जिससे आपको सही दर्द निवारक गोली चुनने में मदद मिलेगी। विशेषज्ञ एंड्रयू मोरे के मुताबिक 20 हजार लोगों पर दर्द निवारक गोलियों का प्रभाव देखने के बाद इसे तैयार किया गया है।

इटोरिकाक्सिब

आपरेशन के बाद का दर्द, जोड़ो के दर्द, गठिया, दांत का दर्द, कमर दर्द, सिरदर्द में आप इटोरिकाक्सिब (120-240 मिलीग्राम) ले सकते हैं।

डाइक्लोफेन

गठिया, माइग्रेन, सिरदर्द, गालब्लैडर में पथरी (गालस्टोन) के दर्द में डाइक्लोफेन (100 मिलीग्राम) भी असरदार होती है। महिलाएं इसे पीरियड के दर्द में भी ले सकती हैं। इसी तरह सेलेकोक्सिब (400 मिलीग्राम) को भी पीरियड के दौरान होने वाले दर्द या जोड़ों के दर्द में लिया जा सकता है। 

पैरासिटामोल और कोडीन

आपरेशन के बाद का दर्द, पीठ दर्द, गठिया के दर्द में पैरासिटामोल (1000 मिलीग्राम) और कोडीन (60 मिलीग्राम) दोनों दवाओं को एक साथ लिया जा सकता है।

एस्पिरिन

इस दवा से हृदयघात का खतरा नहीं होता। इस कारण यह किसी भी दर्द में ली जा सकती है। इसमें कैंसर निरोधी तत्व भी होते हैं।

आईब्रूफेन

मांसपेशियों और दांत के दर्द, मोच आने या लचक जाने से होने वाले दर्द में आईब्रूफेन (400मिलीग्राम) लेना फायदेमंद साबित होगा।  

आक्सीकोडोन और पेरासिटामोल

आपरेशन के बाद का दर्द या पीठ में तेज दर्द होने पर आक्सीकोडोन 10 मिलीग्राम और पेरासिटामोल 650 मिलीग्राम दोनों दवाओं को एक साथ लेना लाभकारी होता है।

केटोरोलेक

तेज दर्द में केटोरोलेक 10 मिलीग्राम खाने से थोड़ी राहत मिलती है। ये पथरी से होने वाले दर्द या पीठ दर्द में बेहद असरदार साबित होती है। 

पायरोक्सिकेम

गोल्फर्स एल्बो, खेलकूद के दौरान लगी चोट, गठिया, मोच, जोड़ो के दर्द, टेनिस एल्बो में बेहद प्रभावी। वहीं ल्यूमेरोकोक्सिब 400 मिलीग्राम जोड़ो के दर्द से राहत पहुंचाती है। पेथाडीन 100 मिलीग्राम का इंजेक्शन सर्जरी के बाद होने वाले दर्द में राहत पहुंचाता है।

इन दवाओं को बहुत ज्यादा जरूरत लेने पर ही लेना चाहिए। क्योंकि पेन किलर्स के अपने साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। इसके अलावा अगर मुमकिन हो तो आप अपने डॉक्टर से सलाह भी ले सकते हैं।

कमर दर्द के लिए योगासन



अधिकांश, अधिक समय के लिए खड़े य बैठे रहने के कारण हमारी कमर में दर्द होने लगता है| कमर दर्द की समस्या आज के आधुनिक जीवन में आम बात हो गई है| इस समस्या से बचने के लिए योग का सहारा लिया जा सकता है| यह कुछ आसान से योगासन आप दिन में कभी भी कर सकते हैं और कमर दर्द से छुटकारा पा सकते हैं|

कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए यह आसन कैसे किए जा सकते हैं.

आप इन योगासन को कभी भी और कही भी कर सकते हैं| जैसे की ऑफिस की कुर्सी पर, एयरप्लेन योगा, अपने टीवी के सामने, ब्रेक के समय या योग मैट पर।

आराम से सुखासन में बैठ जाये। कमर को सीधा रखें और कन्धों को ढीला छोड़ दे। अपने चेहरे पर मुस्कान रखना न भूलें। यदि आप इस योगासन को खड़े होकर करना चाहते हैं तो अपने पैरों को एक सीध में रखें|

अपनी रीढ़ की हड्डी को ऊपर की ओर खींचे |Lengthening the spine



श्वास लेते हुये, धीरे धीरे दोनों भुजाओं को ऊपर की ओर उठाएँ|अपनी उंगलियों को आपस में इस प्रकार फ़साये कि दोनों अंगूठे एक दूसरे को आराम से स्पर्श करें|आराम से बिना अनावश्यक जोर लगाये हुए शरीर को पूरी तरह खींचिए।कुहनियां को सीधा रखें। ध्यान दे आपकी भुजंग आपके कान को छुए|इस स्थिति मे स्थिर रहते हुये 2-3 गहरी श्वास लें|
कमर मे खिंचाव को गहन करने के लिए एक आसान सुझाव: धीरे से नाभि को कमर की तरफ अंदर की ओर खीचे।

अपनी कमर को दाहिनी व बायीं ओर मोडें |Twisting the spine to right and left

आपकी हथेलियाँ अभी भी सिर के ऊपर बंधी हुई है|
श्वास छोड़ते हुए, धीरे से अपनी दाहिनी ओर मुड़ें| उसी अवस्था में कुछ समय बने रहें और 2-3 लंबी गहरी साँस लें|श्वास अंदर लेते हुए, वापिस अपने केंद्र में आ जाएँ|पुनः श्वास छोड़ते हुए, धीरे से अपनी बहिनी ओर मुड़ें| उसी अवस्था में कुछ समय बने रहें और 2-3 लंबी गहरी साँस लें|साँस लेते हुए पुनः अपने केंद्र में आ जाएँ|

अपनी कमर को दाहिनी व बायीं ओर खींचे |Bending the spine right and left

आपकी हथेलियाँ अभी भी सिर के ऊपर बंधी हुई है|श्वास छोड़ते हुए, धीरे से अपनी दाहिनी ओर झुक जाएँ| उसी अवस्था में कुछ समय बने रहें और लंबी गहरी साँस लेते रहें|श्वास अंदर लेते हुए, वापिस अपने केंद्र में आ जाएँ|पुनः श्वास छोड़ते हुए, धीरे से अपनी बहिनी ओर मुड़ें| ध्यान दे कि यह आसान करते समय आप आगे अथवा पीछे न झुकें| आपके एक हाथ में दूसरे हाथ से अधिक खिंचाव पैदा नही होना चाहिए|साँस लेते हुए पुनः अपने केंद्र में आ जाएँ|

सुझाव: इस आसान को करते समय अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने के लिए आप अपने पेट की मासपेशियों को अंदर भी खींच सकते हैं|

अपनी कमर को आगे और पीछे की ओर खींचे |Bending the spine forward and backward

अपने हाथों का जिल्द बना लें और साँस छोड़ते हुए अपने हाथों को आगे की और खींचे|एक गहरी लंबी साँस अंदर लें और साँस छोड़ते हुए, कमर के निचले हिस्से से अपने शरीर को आगे की ओर धकेले|साँस लें और छोड़ते हुए अपने पूरे शरीर को दाहिनी ओर खींचे| दोनों हाथ एक-दूसरे के समान्तर हैं और दोनों हाथों में एक समान खींचाव होना चाहिए| यदि आपको लगता की आप आसन ठीक से नही कर पा रहे हैं तो धीरे से सही स्थिति में आने का प्रयत्न करें|

साँस अंदर लेते हुए, अपने केंद्र में आ जाएँ|साँस छोड़ते हुए अपनी बहिनी ओर मुड़ें और अपने कमर से हाथों तक खिंचाव पैदा करें|साँस अंदर लेते हुए अपने केंद्र पर वापिस आएँ और धीरे से अपने हाथों को ऊपर की ओर उठाएँ|अपनी उँगलियों को खोल दे और अपने-आप को पीछे खींचे|साँस अंदर लेते हुए अपने केंद्र पर वापिस आएँ जाएँ| साँस छोड़ते हुए, अपने हाथों को धीरे से नीचे ले आएँ|

इस योगासन का लाभ: अपने हाथों को पीछे कि ओर खींचने से कमर के निचले हिस्से की मासपेशियों की अच्छी मालिश हो जाती है|

अपनी कमर को अगल-बगल मोड़ें |Twisting the spine from side-to-side

अपना बाएं हाथ को अपने दाहिने घुटने पर रखें| एक लंबी गहरी साँस लें और साँस छोड़ते हुए अपनी दाहिनी ओर मुड़ें| आप अपना दाहिने हाथ को ज़मीन पर अपने दाहिने घुटने के पास रख सकते हैं|अपने दाहिनी हाथ को ज़मीन पर दबाते हुए अपने आप को ऊपर की ओर खींचे| ध्यान दे की आप आगे अथवा पीछे की ओर न झुकें|साँस लेते हुए दोबारा से अपने केंद्र पर आ जाएँ|साँस छोडें और पूरी प्रक्रिया को बाएं हाथ के साथ दोहराएँ| अपने दाहिने हाथ को अपने बाएं घुटने पर रखें और बाएं हाथ को ज़मीन पर रखें| ध्यान दे की आप अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा व स्थिर रखें|साँस अंदर लें और दोबारा से अपने केंद्र पर आ जाएँ|अपने चौकड़ी (आल्ती-पालती) में अपने पैरों की स्थिति को बदल लें| यदि आपने अपना बाएं पैर दाहिने पैर पर रखा हुआ था तो अब अपने दाहिने पैर को अपने बाएं पैर पर रखें और ऊपर बताई गयी हुई प्रक्रिया को दोबारा से दोहराएँ|

सुझाव: अपने कूल्हे की मासपेशियों के अलावा इस योगासन को करते वक्त आप अपने पेट की मासपेशियों का भी उपयोग करें|

इन योगासनों के लाभ |Benefits of all direction back stretch

यह आसन शरीर को स्थिर बनाता है|पीठ व पेट की माश्पेशियो को मजबूती देता हैं।पीठ को आराम देता है|योगासन से पहले शरीर को वार्मअप करने का यह एक अच्छा तरीका हैं।इन योगासन का प्रतिदिन अभ्यास करने से फेफड़ों की मज़बूती बढ़ती है|

नोट: स्लिप डिस्क के मरीजों को यह योगासन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करने चाहिए| स्लिप डिस्क के रोगियों को इन आसनों द्वारा बहुत आराम मिल सकता है| यह योगासन आप किसी श्री श्री योग प्रशिक्षक से सीख कर अपने घर पर कर सकते हैं|



तो दोस्तो आज जाना कि कैसे हम ( Apni back pain ki problem se nijat pa sakte hai ) ओर अपनी लाइफ को खुश रख सकते है दोस्तो आप इन सब advices को आपनी लाइफ मैं जरूर Try करे और ऐसे ही ओर अछे articles के लिए जुड़े रहे ( https://normaladvices.blogspot.com ) से।


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