मोटापा हो गया है सिरदर्द तो जरूर देखें।

मोटापा (वजन बढ़ना ) घटाए




दोस्तो आज हम बात करे गए मोटापे के बारे मोटापा आपकी बॉडी पर एक्स्ट्रा फैट उसे कहते है मोटापा ओर टोटल 60% लोग इस के साथ जी रहे है। आप ने सुना ही होगा मोटापे के साथ कई बीमारियां बी अति है । और ज्यादा तार लोग अपने आप को fit रखना कहते है और मोटापे से बी छूटकर पाना कहते है तो दोस्त आज हम इस article मैं ये ही जाने गए कि कैसे हम मोटापे से छूटकरा पसकते है। तो चलो दोस्तो जानते है कैसे हम मोटापे से छुटकारा पा सकते है।

Kuch points mai aap ko ye article batuga jis se ye article aap ko ache se smaj aa jay ga

1, वजन बढ़ने के क्या कारण है

2, वजन कम करने के लिए tips

3, Weight loss plan in 7 days

4, बच्चों का पेट कम करने के उपाय

5, मोटापा कम करने के उपाय

6, मोटापा तेजी से करना है कम तो रोजाना पीएं ये 4 Drink

6, मोटापा कम करने के जबरदस्त उपाय ।

7, तेजी से करना है मोटापा कम तो रोज दबाएं शरीर के ये 5 प्वाइंट्स

8, मोटापा कम करने के 10 सबसे सस्‍ते घरेलू उपाय

9, क्या आपरेशन के सहारे मोटापा कम करना सुरक्षित है

10, मोटापा कम करने के 10 घरेलू उपाय

11, मोटापा कम करने के आयुर्वेदिक उपाय

12, मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय

13, पेट और जांघों को पतला करने के लिए योग के 5 टिप्स

14, मोटापा कम करने वाले व्यायाम

15, पेट की चर्बी कम करने के लिए ये है 5 बेहतरीन एक्सरसाइज

16, मोटापा कम करने के लिए योग का प्रयोग करे

वजन बढ़ने के क्या कारण है




1, खराब डायट: 

फैट का बढ़ने का सबसे बड़ा कारण खराब डायट होता है। जंक फूड और अधिक वसा वाले आहार को खाने से मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है जिससे अपर एब्डॉमिनल फैट बढ़ जाता है। रिफाइन्ड फूड्स, व्हाइट ब्रेड और पास्ता जैसे जंक फूड भी पाचन को कम कर सकते हैं जिससे अपर एब्डॉमिनल फैट आसानी से बढ़ जाता है। इसके अलावा उच्च कैलोरी आहार से भी अपर एब्डॉमिनल फैट बढ़ सकता है।

2, कम नींद लेना:

रात को देर से सोना और फिर सुबह जल्दी उठ जाना, यह अछि बात नहीं है। एक काम करने वाले शरीर को कम से कम 7 से 8 घंटे सोने की ज़रुरत है। ऐसे में अक्सर सुबह सर भारी भारी सा रहता है। अगर आप यह आदत नहीं सुधारते हैं तो ये problems आ सकती हैं और आपका वजन तेज़ी से बढ़ने लगता है।

3, तनाव :

मोटापा बढ़ने का एक सबसे बड़ा कारण तनाव भी होता है। तनाव शरीर के कोर्टिसोल को निकालता है जो लिवर को अतिरिक्त शुगर को रिलीज करने के लिए मजबूर करता है जिसकी शरीर को आवश्यकता नहीं होती है और शरीर को मेटाबॉलाइज में सक्षम नहीं होता है। इस अतिरिक्त शूगर के कारण भूख अधिक लगने लगती है, जिससे इंसान अधिक खाने लगता है और वजन बढ़ने लगता है।

4, स्वास्थ्य समस्याएं : 

अपर बेली फैट कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकता है। डाइजेस्टिव ट्रैक्ट डीजिज, हृदय रोग, “कुशिंग सिंड्रोम” जैसे हार्मोनल इम्बैलेंस इन सभी के कारण अपर एब्डॉमिनल फैट बढ़ सकता है। कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए ली जाने वाली स्टेरॉयड जैसी कुछ दवाएं भी अपर एब्डॉमिनल फैट बढ़ने की समस्या हो सकती है।

5, समय से खाना न खाना:

आपके शरीर को खाना पचाने का एसिड बनता है जो कि खाना खाने के पहले निकलने लगता है और आपको भूख लगना शुरू हो जाती है। अगर आप यह टाइम miss कर देते हैं तो आपकी भूख ख़तम हो जाती है और आपके शरीर में मौजूद एसिड गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं को पैदा करने लगती है। इन्ही कारणों की वजह से आपके शरीर का वजन बढ़ने लगता है।

6, फ़ास्ट फ़ूड:

फ़ास्ट फ़ूड का खाना खाना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन बाजार में मौजूद fast food और extra cheese खाना सेहत के लिए हानिकारक है। आज कल खाने को tasty बनाने के लिए chemicals का use किया जा रहा है। इसलिए बाहर का खाना खाने से बचे। fast food को हफ्ते में एक बार लिए जा सकता है और वो भी ऐसी जगह का हो जिस प् आपको trust हो। fast food में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिससे motapa बहुत ही जल्दी बढ़ता है।

7, दिनभर बैठ कर काम करना:

जैसा की मैंने ऊपर भी बताया है कि जब आप कोई काम नहीं करेंगे तो आपके शरीर में बनने वाली ऊर्जा बाहर नहीं निकल पाती है जिससे वजन बढ़ने लगता है। जब आप दिन भर बैठे रहेंगे तो आप काम कैसे करेंगे, और काम नहीं करेंग

8, कम पानी पीना:

अगर आप कम पानी पीते हैं तो आपको एक नहीं कई बीमारियां घेर लेती हैं। इसलिए आपको पता होगा कि आप दिन भर में कम से 4 लीटर पानी गर्मियों में पीना है और शर्दियों में 3 लीटर पानी पीना भी ज़रूरी है। skin, hair problems और पेट की समस्याओं के लिए, lever problem के लिए पानी पीना बहुत आवश्यक है।

9, योग या व्यायाम न करना:

हफ्ते में 3 से 4 बार व्यायाम करना सेहत के लिए लाभदायक है। जो लोग न तो टहलते हैं या कम से कम दिन में एक बार 20 मिनट योग नहीं करते उनका weight बढ़ जाता है। शरीर को बिलकुल भी न हिलाना भी weight badhne ke karan है।

10, एक्सरसाइज नहीं करना या तनाव।

इसकी वजन से आपके शरीर का शेप बिगड़ जाता है और कई शारीरिक समस्याएं भी हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं और किन-किन कारणों की वजह से अपर एब्डॉमिनल फैट बढ़ता है।

एक्सरसाइज नहीं करने से शरीर की ऊर्जा कम हो जाना

एक्सरसाइज नहीं करने से शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है जिससे हमेशा थकावट महसूस होने लगती है, जो अपर एब्डॉमिनल फैट बढ़ने का एक कारण होता है। इसके अलावा एक्सरसाइज नहीं करने से शरीर शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है जिसके कारण अपर बेली फैट बढ़ जाता है। एक्सरसाइज नहीं करने से फैट शरीर में जमा होने लगता है।


वजन कम करने के लिए tips





भोजन में अधिक फाइबर्स लें

फाइबर्स दो प्रकार के होते हैं – घुलनशील (Soluble) और अघुलनशील (Insoluble)। फाइबर पाचन क्रिया को धीमा कर देते हैं और आपको ज्यादा देर तक पेट भरा हुआ लगता है। एक दिन में हमको 30 ग्राम फाइबर का सेवन करना चाहिए। फल और रोटी फाइबरयुक्त भोजन के कुछ उदाहरण हैं।

सैच्युरेटेड फैट्स न खाएं और अनसैच्युरेटेड फैट्स अधिक खाएं

फैट्स, यानी वसा को लेकर लोगों में बहुत सी भ्रांतियां हैं। यहाँ हम आपको बता दें कि फैट वाली हर चीज नुकसान नहीं करती, बल्कि सिर्फ सैच्युरेटेड फैट्स वाला भोजन ही नुकसानदेय होता है। जंक फूड्स में सैच्युरेटेड फैट पाया जाता है। तो आप अनसैच्युरेटेड फैट्स, जैसे कि अवोकेडो, ऑलिव ऑयल और अखरोट खाइये, जिससे कि कोलेस्टेरोल बैलेंस्ड रह सके।

मेहनत और व्यायाम करें

इन सात दिन (और हो सके तो रोज ही) सुबह जल्दी उठें और कम से कम 45 मिनट व्यायाम ज़रूर करें। जब पसीना आएगा, तभी आपकी चर्बी तेजी से पिघलेगी। सुबह की एक्सरसाइज के अलावा अपनी छोटी-छोटी आदतों पर ध्यान दें। जैसे कि लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से कैलोरीज़ बर्न होंगी और मेटाबोलिज्म बेहतर हो सकेगा।

चाय, कॉफी, ड्रिंक्स या कैपिचिनो बिलकुल ना लें

अगर आप दिन की शुरुआत कैपिचिनो से करते हैं, तो इसे लेना तुरंत बंद कर दीजिये, क्योंकि इसमें 120 ग्राम कैलोरीज़ होती हैं। कैफीन-युक्त या चीनी की अधिकता वाली किसी भी चीज के सेवन से बचें। यदि आप चाय पीना ही चाहते हैं, तो बस हर्बल टी ही एक विकल्प है। सात दिन तक बाकी बताये गए पेय पदार्थों से दूर रहें और बाद में भी इनका सेवन कम कर दें।

जंक फ़ूड से दूरी बना लें

यह सबसे कठिन काम है पर आप पतला होना है, है कि नहीं? यदि हाँ, तो एक सप्ताह के लिए अपने पसंदीदा जंक फूड्स को हाथ भी ना लगाएं। चिप्स, कुकीज़, पिज़्ज़ा, बर्गर, पैटीज, पेस्ट्री और अन्य सभी तरह के जंक फूड्स को नहीं खाने से आपको बहुत फायदा होगा। वज़न भी काफी तेजी से घटेगा।

पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं

पानी पीना सेहत के लिए हमेशा अच्छा होता है। कम पानी पीने से कभी-कभी हमारा दिमाग प्यास को भी भूख समझ लेता है। इसका परिणाम यह होता है कि हम ज्यादा खा लेते हैं। साथ ही इससे खाना पचने में भी दिक्कत होती है। 3-4 लीटर पानी ज़रूर पीएं।

सब्जियां खाएं

सब्जियां, और सिर्फ सब्जियां (बिना पराठे या रोटी के) खाएं। उबाल कर या कच्ची, दोनों तरह की सब्जियां आपके लिए फायदेमंद रहेंगी। आप सब्जियों को तुलसी या धनिया के साथ भी खा सकते हैं। इससे आपको खूब फाइबर्स और पोषक तत्त्व मिलेंगे और साथ ही आप कैलोरीज़ से बचे रहेंगे।

क्या खा रहें हैं उसका हिसाब रखें

जो कुछ भी आप खा या पी रहे हैं, उसका अच्छे से हिसाब रखें। इससे आपको खुद पता चल जाएगा कि आप कितना अतिरिक्त खा रहे हैं और इस पर ध्यान देकर आगे गलती नहीं करेंगे।


कार्बोहाइड्रेट्स कम कर दें

कुछ लोगों का डाइट प्लान सिर्फ कार्बोहाइड्रेट्स से ही भरा होता है तो कुछ लोग बिना आलू के एक दिन भी नहीं रह सकते। अगर आप भी इसी श्रेणी में आते हैं तो संभल जाइये। कार्बोहइड्रेट का हर 1 ग्राम आपके भोजन में 4 कैलोरीज़ जोड़ता है। साथ ही, इन सभी कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों में ज्यादातर कोई फायदेमंद पोषक तत्व नहीं होता है। इसका मतलब यह है कि आप  कार्बोहाइड्रेट में कटौती करके बहुत तेजी से बिना कमजोरी महसूस किये वज़न कम कर सकते हैं।

ब्रेकफास्ट (नाश्ता) मिस ना करें

नाश्ता पूरे दिन का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। यदि आप सुबह नाश्ता नहीं करेंगे तो आपको दिन भर गलत समयों पर भूख लगेगी और आप रोज से भी ज्यादा खा लेंगे। नाश्ते में फायदेमंद चीजें ही खाएं। अच्छा नाश्ता आपको स्नैक्स और जंक फूड्स से भी दूर रखेगा।

अल्कोहल और सोडा बिल्कुल ना लें

अल्कोहल के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है और पानी को रोकने की क्षमता कम हो जाती है। इससे प्राकृतिक रूप से होने वाली डीऑक्सीफिकेशन की प्रक्रिया रुक जाती है या धीमी हो जाती है। सोडा भी आपके लिए हानिकारक है और वज़न कम करने में अवरोध उत्पन्न करेगा, तो इसको भी ना लें।

खुद पर विश्वास रखें

यदि आप हर उपाय ठीक से अपना रहें हैं पर फिर भी आपको लगता है कि आप वज़न कम नहीं कर पाएंगे – तो आप बिल्कुल सही हैं। जिस बात पर आप विश्वास करते हैं, मष्तिस्क उसे सच बनाने के लिए पूरी मेहनत करता है। तो सबसे पहले खुद को विश्वास दिलाएं कि आप साथ दिन में बहुत ही आसानी से कम कर सकते हैं। ऐसे सोचकर सभी टिप्स फॉलो करने से आपको दुगुना फायदा होगा।

सुबह जगते ही गुनगुने पानी में शहद-नींबू मिलकर पीएं

शहद और नींबू सुबह-सुबह हल्के गर्म पानी में मिलाकर पीने से वज़न बहुत तेजी से कम होता है। याद रखें कि यह पेय ज्यादा पीने से कमजोरी भी हो सकती है। इसीलिए दिन में अधिक पोषक-तत्वों वाला आहार लें।

सोने का समय निश्चित करें और पूरी नींद लें

अपने सोने का समय फिक्स करें और रोज उसी समय सोएं। कोशिश करें कि आप दस बजे से पहले सो जाएँ और सुबह 5-6 बजे तक जग जाएँ। 8 घंटे की पूरी नींद लें।

स्नैक्स की जगह सलाद खाएं

यदि आपको बीच में भूख लगती है तो गाजर, मूली या कोई भी सलाद वाली सब्जी ही खाएं। आप इस समय फल भी खा सकते हैं। जंक फ़ूड भूलकर भी ना खाएं।

हर घंटे पर 5-10 मिनट टहल लें

एक जगह लगातार बैठे रहने से आपका शरीर चर्बी जमा करने लगता है और खून का संचालन भी सही तरीके से नहीं होता। तो हर एक घंटे पर 5-10 मिनट टहल लें।

खाना सोने से दो घंटे पहले खाएं और खूब चबायें

खाना चबाकर खाने से ठीक से पच जाता है और एक्स्ट्रा फैट आपके शरीर में इकट्ठा नहीं होता। तो अच्छे से खूब चबा कर ही खाएं। साथ ही सोते समय पाचन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, इसीलिए खा कर तुरंत नहीं सोना चाहिए।

स्वास्थ्यवर्धक पेय पिएं

चाय, कॉफ़ी, कोल्ड ड्रिंक्स, अल्कोहल और सोडा तो बंद है, फिर पिएं क्या – यही सोच रहे हैं ना आप? तो जान लीजिये कि आप क्या-क्या पी सकते हैं –

नारियल पानी सभी प्रकार की हर्बल चायनींबू-सोडा

इन तरीकों को सही से अपनाने के बाद 7 दिन में आप कम से कम तीन से चार किलो वज़न ज़रूर कम कर लेंगे। पर याद रखिये, वज़न घटने के तुरंत बाद वही पुरानी दिनचर्या ना अपनाएं। स्वास्थ्य-वर्धक भोजन करें और योग-व्यायाम भी करते रहें। वर्ना फिर वज़न बढ़ जाएगा और फिर से आपको इन तरीकों का सावधानी से पालन करना पड़ेगा।

(Weight loss plan) in 7 days





पहला दिन (First Day)

इस दिन केवल फ्रूट्स ही खाने हैं। यह डाइट प्लान का पहला दिन है और यह आने वाले दिनों के लिए शरीर को तैयार करता है। दिन की शुरुआत फ्रूट सलाद से करें, दिन के खाने में भी कुछ फल ही और डिनर में फिर फ्रूट सलाद लें। इसके अलावा खूब सारा पानी पिएं।

इस दिन केवल खरबूजा (Watermelon) खाने से अधिक लाभ होता है। केला और आम जैसे फलों के सेवन से बचना चाहिए। 

दूसरा दिन (Second Day)

वजन कम करना है तो इस डाइट प्लान के दूसरे दिन केवल सब्जियां खाएं। आप कच्ची सब्जियां या उन्हें उबालकर खा सकते हैं। सब्जियों का सूप भी पी सकते हैं

तीसरे दिन (Third Day)

वजन कम करने के इस डाइट प्लान के तीसरे दिन फल और सब्जियां दोनों खा सकते हैं। दिन की शुरुआत फलों से करें, उसके बाद लंच में सब्‍जियों का सलाद और डिनर में फल या सब्जियों का सूप लें।

चौथे दिन (Fourth Day)

केला वजन बढ़ाने में काफी काम करता है लेकिन इससे वजन कम भी होता है। वजन कम करने के लिए डाइट प्लान के चौथे दिन केवल दूध और केला ही खाना है। आप चाहे तो केले और दूध को शेक या स्मूदी की तरह ले सकते हैं।

पांचवे दिन (Fifth Day)

सात दिनों में वजन कम करने वाले इस डाइट प्लान के पांचवे दिन जमकर टमाटर खाने हैं। इस दिन टमाटर का सलाद, सूप या जैसे चाहें खाएं। साथ ही इस दिन कम से कम 15 गिलास पानी पिएं। इस दिन थोड़ा चावल या चिकन आदि भी खा सकते हैं लेकिन सिर्फ थोड़ा-सा ही।

छठे दिन (Sixth Day)

छठे दिन आपको दिनभर सब्जियां खानी है। इस दिन लंच में चावल भी खा सकते हैं।

सातवें दिन (Seventh Day)

सातवें दिन अपनी पसंद की कोई भी फल या सब्जी और एक कटोरी चावल खाया जा सकता है। इस दिन फ्रूट जूस अवश्य लें, यह शरीर को साफ रखने में मदद करता है। 

बच्चों का पेट कम करने के उपाय




बच्चों में मोटापा कम करने के लिए जंकफूड से दूर रखें।घर पर ही उन्हें हेल्दी भोजन दें।बाहार खाना खाने जाएं तो पौष्टिक चीजों का सेवन करने को कहें।टीवी के साथ खाना खाने से माना करें।

आजकल बच्‍चे मैदान में कम और कंप्‍यूटर के सामने ज्‍यादा नजर आते हैं। खाने में उन्‍हें जंक फूड ज्‍यादा पसंद आता है। नतीजा, कम उम्र में ही उन पर मोटापा असर दिखाने लगता है। बच्‍चों की ऐसी तस्‍वीरें परेशान करने वाली हैं और भविष्‍य में होने वाले बड़े संकट की ओर इशारा भी कर रही हैं।

बच्चों में पेट पर चर्बी तब जमा होती है जब वे ज्यादा कैलोरी लेते हैं, लेकिन उसके हिसाब से शारीरिक गतिविधि नहीं करते। आजकल बच्‍चों का पसंदीदा खाना जंक फूड और चॉकलेट है। इन चीजों का बच्‍चों की सेहत पर खासा दुष्‍प्रभाव पड़ता है। इससे बच्‍चों के शरीर पर फैट जमा होने लगता है। 

बच्‍चे यूं भी आउट डोर गेम्‍स की जगह वीडियो गेम और टीवी पर अधिक वक्‍त बिताते हैं। बच्चों के शरीर पर जमा चर्बी अस्थमा, हृदय रोग व स्लीप एपनिया की समस्या को पैदा करती है। बच्चों में निकला हुआ पेट कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में इजाफा कर सकता है।  इस बढ़े हुए पेट से छुटकारा पाने के लिए उसकी आदतों में सकारात्‍मक बदलाव लाना जरूरी है।

आउटडोर गेम खेलने को कहें

बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे उनकी शारीरिक गतिविधि बढ़ती है, इससे उनका तन-मन तो स्‍वस्‍थ रहता ही है साथ ही वे अतिरिक्‍त कैलोरी भी बर्न करते हैं। बच्चे बाहर खेलने जाने की जगह घर के अंदर ही वीडियोगेम, कंप्यूटर व टीवी पर समय बिताने की जिद करते हैं, जो उनके लिए  नुकसानदेह हो सकता है।

 टीवी के साथ ‘नो स्नैक्स’

अगर बच्चा टीवी देखने की जिद करता है, तो ध्यान रहे कि इस दौरान वह स्‍नैक्‍स से दूर रहे। साथ ही बच्चों को प्रोग्राम के ब्रेक में टीवी के सामने से उठकर चहल-कदमी करने की आदत डालें। बच्चों को कम से कम एक घंटा नियमित रूप से घर से बाहर जाकर खेलना चाहिए। बच्‍चों को जिम जाकर पसीना बहाने की जरूरत नहीं, उनका खेल ही उनके लिए काफी होता है। आप चाहें तो बच्चों को बास्केट बॉल, वॉलीबॉल, बैंडमिंटन आदि खेल के लिए प्रेरित करें। इससे उनके पेट पर जमा फैट को कम किया जा सकता है।

व्यायाम के फायदे बताएं

बच्चों को उनकी सेहत के प्रति जागरुक बनाएं। आपको चाहिए कि जब सुबह घूमने जाएं तो बच्‍चों को भी अपने साथ ले जाएं। उद्यान में हल्‍की-फुल्‍की कसरत से उन्‍हें बहुत फायदा मिलेगा। इसके लिए जरूरी नहीं कि बच्चों को जिम ज्वाइन करवाया जाए। छोटे बच्चों को घर पर ही पुशअप व पुलअप करना सिखाएं। उन्हें बताएं कि इससे ना सिर्फ उनका पेट कम होगा बल्कि वो चुस्त-दुरुस्त भी रहेंगे।

 जंकफूड से दूर रखें

बच्चों को जंक-फूड, चॉकलेट, पेस्ट्री देने की जगह हेल्दी फूड दें। जंक-फूड में मिलने वाली ट्रांस व सैचुरेटेड फैट बच्चों के पेट की चर्बी बढ़ाने का मुख्य कारण है। बच्चों को हरी सब्जियां, फल, अनाज के बनी चीजें ही दें साथ ही कोल्ड ड्रिंक की जगह फलों का जूस पीने की आदत डालें। 

हेल्दी स्नैक्स

बच्चों को स्नैक्स में कुछ हेल्दी खाने को दें जो उन्हें सेहत के साथ-साथ स्वादिष्ट भी लगे। आप चाहें तो बच्चों को ब्राउन ब्रेड सैंडविच, लो फैट चीज, वेज रोल, स्प्राउट्स, फ्रूट सलाद आदि दे सकती हैं। बच्चों को फ्रूट स्मूदीज काफी पसंद आता है। इसे बनाने के लिए ब्लैंडर में सेब, केला, चीकू और स्ट्रॉबेरी जैसे फलों को डालें। इसमें थोड़ा दूध डालें। अब बहुत थोड़ी चीनी मिलाएं क्योंकि फल पहले से ही काफी मीठे होते हैं। लेकिन अच्छा यह रहेगा कि चीनी के बदले आप इसमें थोड़ा सा हनी मिला लें। इससे बच्चों को फाइबर, विटामिन-मिनरल मिल जाएंगे।

 मोटापा कम करने के उपाय




वजन घटाने के लिए एक नाश्‍ते में अंकुरित अनाज लेना चाहिए।दही का सेवन के जरिए शरीर पर जमा चर्बी कम होती है।नियमित व्यायाम करना वजन घटाने में फायदेमंद होगा।
वजन बढ़ने के साथ ही कई प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍यायें शुरू हो जाती हैं। मोटापा कम करने के लिए सबसे ज्‍यादा जरूरी है अपनी जीवनशैली में खास बदलाव की। स्वस्थ खानपान और नियमित व्यायाम के जरिए आप बढ़ते वजन पर काबू पा सकते हैं।  

मोटापा बढने से डायबी‍टीज, ब्लडप्रेशर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्टोन, कैंसर, अनिद्रा, जोडों और घुटनों की बीमारियां शुरू हो जाती हैं। मोटापा कम करने के लिए हमे अपने डाइट प्लान को ध्यान में रखना चाहिए। टाइम पर खाना चाहिए, डाइट संतुलित मात्रा में लेनी चाहिए। डाइट में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइडेट की प्रचुर मात्रा होनी चाहिए। 

हर इंसान को प्रतिदिन 2500 प्रति कैलोरी डाइट हर रोज लेनी चाहिए। तभी हमारा शरीर स्वस्‍थ्‍य और छरहरा रहेगा। जंक और फास्ट फूड खाने से बचें। खाने में हरी और पत्तेदार सब्जियों का ज्यादा प्रयोग करें। खाने में सलाद का प्रयोग ज्यादा मात्रा में करना शुरू कर दें। ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।

मोटापा कम करने के उपाय

हर रोज सुबह-सुबह एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच शहद घोलकर मिला लीजिए। इस घोल को पीने से शरीर से वसा की मात्रा कम होती है।खाने में गेहूं के आटे की चपाती बंद करके जौ और चने के आटे की चपाती लेना शुरू करें। जौ और चने में कार्बोहाइड्रेट पदार्थ होते हैं जो आसानी से पच जाते हैं।नीबूं का रस गुनगुने पानी में निचोड़कर पीयें, इससे भोजन अच्छे से पचता है और शरीर भी हल्का लगता है। शर्दियों में नींबू वाली चाय पिएं तो इससे पेट में गैस नहीं बनती।मौसमी हरी सब्जियों का प्रयोग ज्‍यादा मात्रा में करें। मौसमी सब्जियां जैसे - मेथी, पालक, बथुआ, चौलाईसाग हैं। इनमें कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है।

कम उर्जा वाले वयंजनों का सेवन करें।

जैसे भूने चने, मूंग दाल, दलिया आदि का सेवन  करें। इनमें फैट कम होता है।सुबह नाश्ते में अंकुरित अनाज लीजिए। मूंग, चना और सोयाबीन को अंकुरित करके खाने से से उनमें मौजूद पोषक तत्‍वों की मात्रा दोगुनी हो जाती है।यदि आप मांसाहारी हैं तो तला हुआ मांस खाएं जिसमें तेल और घी जैसे चिकनाईयुक्‍त पदार्थ कम मात्रा में हो। रेड मीट बिलकुल न खायें।अधिक चिकनाईयुक्त दूध, बटर तथा इससे बने पनीर का सेवन बंद कर दें। क्‍योंकि इनमें वसा ज्‍यादा मात्रा में होता है जो कि मोटापे का कारण बन सकता है।फास्ट फूड, जंक फूड, कचौरी, समोसे, पिज्जा बर्गर न खाएं। कोल्ड ड्रिंक न पिएं, क्योंकि कोल्डा ड्रिंक की 500 मिलीलीटर मात्रा में 20 चम्मच शुगर होती है जिससे मोटापा बढ़ता है।सोयाबीन का सेवन कीजिए। इसमें ज्‍यादा मात्रा में प्रोटीन होता है और इसमें पाया जाने वाला आइसोफ्लेवंस नामक प्रोटीन शरीर से चर्बी को कम करता है।दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घटती है। मटठे का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करें।दो बडे चम्मच मूली के रस शहद में मिलाकर बराबर मात्रा में पानी के साथ पिएं, ऐसा करने से माह के बाद मोटापा कम होने लगेगा।

व्‍यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए। व्‍यायाम जैसे - साइकलिंग, जॉगिंग, सीढी़ चढ़ना-उतरना, रस्सी कूदना, टहलना, घूमना इस प्रकार के व्यायाम नियमित रूप से करने से वजन घटाया जा सकता है।

मोटापा तेजी से करना है कम तो रोजाना पीएं ये 4 Drink




बढ़ते हुए मोटापे का असर पर्सनैलिटी के साथ स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। मोटापे बढ़ने के साथ-साथ कई बीमारियों का खतरा और भी बढ़ जाता है। कुछ लोग मोटापे से छुटकारा पाने के लिए वर्कआउट, डाइटिंग या दवाइयों का इस्तेमाल करते है जिससे शरीर को और भी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में आज हम आपको 1 डिटॉक्स ड्रिंक्स के बारे में बताएंगे, जिससे आपका मोटापा 1 महीने में कम भी हो जाएगा और इससे कोई नुकसान भी नहीं होगा। खीरे से बना यह ड्रिंक कुछ समय में ही आपका मोटापा गायब कर देगा।


1. खीरे का जूस

1 खीरे, 1/2 नींबू, 1 टेबलस्पून अदरक, धनिया और 1/3 कप पानी मिलाकर ब्लैंड कर लें। इसे रात को भोजन करने के बाद सोने से पहले इसे पीने से 1 महीने में ही आपका वजन कम हो जाएगा।


2. खीरे और नींबू का रस

विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी के गुणों से भरपूर खीरा और नींबू का रस मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, जिससे फैट बर्न होता है। इस डिटॉक्स ड्रिंक को बनाने के लिए 1/2 नींबू कू स्लाइस, 1/4 खीरे की स्लाइस काट लें। 1 गिलास पानी में नींबू और खीरे की स्लाइस डालकर कुछ देर ठंडा होने के लिए रख दें। इसक बाद रात को सोने से पहले इसे पीएं। रोजाना इसका सेवन कुछ समय में ही आपका मोटापा कम कर देगा।


3. खीरा और पुदीना

इसके लिए 1 नींबू की स्लाइस, 5 इंच खीरे की स्लाइस, 5 पुदीने की पत्तियां और 2 कप बर्फ को 1 गिलास पानी में डाल दें। भोजन के बाद इसका रोजाना सेवन आपका मोटापा घटाने में मदद करेगा।


4. खीरे और अदरक का जूस

1 चम्मच अदरक, 1 खीरे, 1 नींबू, 1 चम्मच एलोवेरा जूस, और पुदीने की पत्तियों को पीसकर 1 गिलास पानी में डाल लें। रोजाना भोजन करने के बाद इसका सेवन करें। यह जूस वजन तो कम करेगा ही साथ ही बॉडी को भी डिटॉक्स करेगा।


मोटापा कम करने के जबरदस्त घरेलु उपाय ।




मानव शरीर में रंग और रूप तो भगवान की देन है किन्तु मानव शरीर की बनावट को आकर्षित बनाना व्यक्ति के खुद हाथ में होता है | मानव शरीर के सम्पूर्ण सोंदर्य में शारीरिक बनावट का बहुत महत्व होता है | 

ऐसे में मोटापा/Motapa किसी भी व्यक्ति के सोंदर्य जीवन में कलंक लगाने का कार्य कर सकता है | मोटापा शारीरिक सोंदर्य के साथ -साथ व्यक्ति के स्वास्थ्य को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है | वर्तमान समय में मोटापा/Motapa कम करने की सैंकड़ों दवाइयां बाजार में उपलब्ध है | इस प्रकार की दवाएं मोटापा कम करने की 100% गारंटी देती है किन्तु वास्तविक रूप में ये दवाएं सीमित समय के लिए प्रभावित होती है और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है | इसलिए व्यक्ति मोटापा/Motapa कम करने के घरेलु उपायों /Motapa kam karne ke Gharelu upay  की तरफ अधिक रूचि लेने लगते है |

मोटापा होने के कारण

शरीर में अधिक चर्बी(वसा ) का एकत्रित होना ही मोटापा का मुख्य कारण बनता है | इस भागदौड़ और प्रतिस्पर्धा से भरे जीवन में व्यक्ति अपने खान -पान की तरफ बिलकुल ध्यान नहीं दे पाता और मोटापा के साथ -साथ बहुत सी बीमारियों को बुलावा दे बैठता है | समय पर खाना न खाना , संतुलित भोजन का सेवन न करना , अधिक तैलीय और मसालेदार भोजन की तरफ रूचि रखना, फल और जूस का समय -समय पर सेवन न करना , नींद कम लेना , मानसिक तनाव और शारीरिक श्रम का अभाव मोटापा होने के मुख्य कारण बन सकते है | इसके अतिरिक्त कभी -कभी मोटापा/Motapa जेनेटिक और हार्मोनल कारणों से भी हो सकता है |

मोटापा होने का सबसे बड़ा कारण शारीरिक श्रम का न करना है | लम्बे समय तक कुर्सी पर बैठे रहना और पैदल न चलना , व्यायाम न करना , खेल -कूद न करना ये सब  21वीं सदी की देन है मशीनीकरण का यह युग मनुष्य को शारीरिक परिश्रम करने से रोकता है | जिसके कारण भोजन द्वारा ली जाने वाली वसा, उर्जा में परिवर्तित नहीं हो पाती और धीरे -धीरे यह वसा शरीर में चर्बी के रूप में जमा होकर मोटापे/Motape को जन्म देती है |

मोटापा कम करने के घरेलु उपाय

एक बार शरीर में मोटापा आने के बाद इस को पूरी तरह से नियंत्रित करना बहुत ही मुश्किल है | किन्तु यदि समय रहते (मोटापे के शुरू होते ही ) यदि उपचार करने शुरू किये जाये तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है | भोजन में वसा की मात्रा को नियंत्रित कर यदि आप नीचे दिए गये घरेलु नुस्खों को अपनाते है तो समय पर आप अपने मोटापे को नियंत्रित कर सकते है :

सुबह -सुबह शौच आदि से निवृत होकर एक बड़े गिलास हल्के गरम पानी में 1 चम्मच शहद और 1 निम्बू का रस मिला ले, अब इसमें थोड़ी (1/4 चम्मच ) काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन करें | कम से कम 3 माह तक लगातार इसे प्रयोग करें और बेहतर परिणाम मिलने तक इस उपाय को करते रहे |एक बड़े गिलास पानी को उबाल ले और उबालते समय इसमें एक चम्मच सौफ़ डाल दे | आधा मिनट उबालने के बाद इस पानी को ठंडा होने पर सेवन करें | इस उपाय को 2 माह तक प्रतिदिन करें और परिणाम देखे, शीघ्र ही मोटापा/Motapa नियंत्रित होने लगेगा |


सुबह -सुबह खाली पेट 1/2 गिलास करेले के रस में एक निम्बू का रस मिलाकर पीने से पेट की चर्बी कम होने लगती है इस उपाय का एक माह से अधिक प्रयोग किसी अच्छे वैद्य से सलाह लेकर ही करें |दोपहर में खाना खाने के पश्चात् एक बड़े गिलास छाछ में काला नमक और अजवाइन मिलाकर पीये | मोटापा नियंत्रित करने के इस उपाय को आप प्रतिदिन कर सकते है |प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक गिलास  गरम(गुनगुने ) पानी में एक निम्बू और काला नमक मिलाकर पीने से मोटापा कम होने लगता है |रोज सुबह खाली पेट एक या दो टमाटर खाने से मोटापा धीरे -धीरे कम होने लगता है | इसके अतिरिक्त कच्ची पत्तागोभी का सेवन भी पेट की चर्बी कम करने में सहायक होता है |वर्तमान समय में ग्रीन टी (Green Tea ) का सेवन मोटापा/Motapa कम करने में बहुत ही प्रभावी रहा है | वैज्ञानिक शोध के अनुसार लगातार ग्रीन टी (Green Tea ) प्रयोग करने से पेट की अतिरिक्त वसा कम होने लगती है |  ग्रीन टी (Green Tea ) का सेवन दिन में तीन बार किया जाना चाहिए | सुबह खाली पेट ग्रीन टी (Greeen Tea ) का प्रयोग पेट की वसा कम करने में अधिक प्रभावी होता है |एक कप गरम पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर और एक चम्मच ऑर्गेनिक शहद मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें | इस प्रयोग से शीघ्र ही मोटापा नियंत्रित होने लगता है |त्रिफला चूर्ण का सेवन भी मोटापा नियंत्रित करने में सहायक होता है | इसके लिए 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण एक गिलास पानी में अच्छे से कुछ देर तक उबाले और छानकर सुबह -सुबह सेवन करें |मोटापा कम करने में अदरक का प्रयोग भी प्रभावी सिद्ध हुआ है | मोटापे से ग्रसित व्यक्ति को अदरक का सेवन अवश्य करना चाहिए |

मोटापा कम करने की आयुर्वेदिक दवा

वैसे तो मोटापा/Motapa कम करने के घरेलु उपचार बहुत ही प्रभावी सिद्ध होते है लेकिन कभी -कभी मोटापे की समस्या थोड़ी अधिक जाती है तो ऐसे में घरेलु उपचार के अतिरिक्त आयुर्वेदिक औषधि का प्रयोग अधिक करना चाहिए |

बाज़ार में प्रचलित कुछ आयुर्वेदिक दवाएं जिनके परिणाम काफी अच्छे मिलते है और इनके प्रयोग से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव भी नहीं पड़ता,  इस प्रकार से है : –

दिव्य मेदोहर वटी/ Divya Medohar Vati :- 

दिव्य मेदोहर वटी, पतंजली के सबसे प्रचलित उत्पादों में से एक है | यह पूर्णतया जड़ी -बूटियों से निर्मित होने के साथ-साथ पूर्णतया सुरक्षित भी है | यह पेट की चर्बी कम करने के साथ -साथ पाचन संबंधी विकार को भी ठीक करती है | मेदोहर वटी में आमला, बहेड़ा और हरड के साथ साथ शुद्ध गुग्गल और बबूल गोंद घटक प्रचुर मात्रा में है जो शरीर से अतिरिक्त चर्बी को कम करने का कार्य करते है | मोटापे से परेशान व्यक्तियों के लिए यह एक उत्तम आयुर्वेदिक औषधि है |

दिव्य पेय /Divya Peya :- 

दिव्य पेय, पतंजलि का यह उत्पाद ग्रीन टी से मिलता जुलता है | यह कार्य भी ग्रीन टी की तरह ही करता है किन्तु दिव्य पेय का परिणाम ग्रीन टी से काफी अच्छा है और नियमित प्रयोग के लिए सुरक्षित भी है |

मेदोहर गुग्गुलु/Medohar Guggulu :- 

बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन द्वारा निर्मित मेदोहर गुग्गुलु शरीर से अतिरिक्त वसा कम करने की बहुत ही प्रभावी औषधि है | पूरी से तरह से जड़ी -बूटियों द्वारा निर्मित मेदोहर गुग्गुलु शरीर से मोटापा कम करने के अतिरिक्त पाचन तंत्र पर भी कार्य करती है | मेदोहर गुग्गुलु शरीर से मेद- धातु को हरती है इसलिए इसका नाम मेदोहर है | मेद धातु शरीर में धारण और पोषण कर कार्य करती है | शरीर में मेद धातु की अधिकता व इसका विकृत रूप ही वसा के रूप में मोटापे को जन्म देता है |

Note : इस प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग आप किसी अच्छे वैद्य से सलाह लेकर ही करें |

मोटापा कम करने में ध्यान देने योग्य बातें :- 

खाना समय पर ही और थोड़े -थोड़े अन्तराल पर खाए | एक बार में अधिक खाना न खाए |खाने में तरल पदार्थों का सेवन अधिक करें और पानी खूब पीये |अपने खाने का एक साप्ताहिक Diet चार्ट तैयार करें और उसी के अनुसार खाने की आदत में बदलाव करें |मीठा शरीर को तुरंत उर्जा देता है | अतिरिक्त उर्जा भी चर्बी का रूप ले सकती है | इसलिए मीठा खाने से बचे |तले हुए और मसालेंदार फ़ास्ट फ़ूड खाना बंद करें |आलू और चावल का सेवन कम करें |तेल और घी का प्रयोग कम करें |शराब ,तम्बाखू और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन बिल्कुल बंद कर दे |जहाँ तक हो सके ताजा खाना खाए , फ्रीज़ में रखे व बासी भोजन के सेवन से बचे |हरी सब्जी, फल व जूस का नियमित रूप से सेवन करें और मौसम के अनुसार आने वाले फलों को खूब खाएं |खाने की ऐसी वस्तुओं का सेवन करें जिनमें फाइबर की मात्रा प्रचुर मात्रा में हों,गाय के दूध का अधिक सेवन करें | यदि भैस का दूध लेते है तो इसमें से मलाई को निकाल कर फिर पीये |सुबह के नाश्ते में अंकुरित अनाज का सेवन करें |

इन सब के अतिरिक्त शारीरिक श्रम करना मोटापा कम करने में सबसे अधिक प्रभावी है | नियमित रूप से खेल-कूद , व्यायाम , योग और सुबह -सुबह सैर करना मोटापा को नियंत्रित करने के साथ -साथ भविष्य में भी मोटापा होने की सभी संभावनाओ को कम करता है | नियमित रूप से खेल -कूद में हिस्सा लेने वाले और मेहनत करने वाले व्यक्ति मोटापा जैसी समस्याओं से कोंसो दूर रहते है |

मोटापा कम करने के ये घरेलु उपाय

अपना प्रभाव तब दिखाते है जब आप उपरोक्त दिए गये – “मोटापा कम करने में ध्यान देने योग्य बातों” का पालन करते हुए द्रढ़ निश्चय के साथ ये मन बनाये की मुझे अपना मोटापा कम करना ही है | क्योंकि आमतौर पर देखा जाता है कि व्यक्ति मोटापा रहते हुए इतनी तकलीफ महसूस नहीं करता जिनती कि उसे लगने लगता है कि वह मोटापा कम करने में उठा रहा है | सबसे महत्वपूर्ण टिप्स : आज से ही खेल-कूद , मेहनत करना , पैदल चलना , सुबह की सैर या हल्की दौड़ लगाना, व्यायाम करना और योग करना अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करें और फिर देखे आपका मोटापा/Motapa कैसे गायब होने लगता है |


तेजी से करना है मोटापा कम तो रोज दबाएं शरीर के ये 5 प्वाइंट्स




आज के समय में हर तीसरा इंसान मोटापे से परेशान है। बढ़ते वजन के कारण आपको न सिर्फ दूसरों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ता है बल्कि इससे आपको कई बीमारियों का सामना भी करना पड़ता है। मोटापा कम करने के लिए लोग डाइटिंग, जिमिंग और वर्कआउट के साथ न जाने क्या-क्या तरीके अजमाते हैं लेकिन इसके कारण आपको और भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे, जिससे आपका मोटापा तेजी से कम होगा और आपको किसी तरह की कोई परेशानी भी नहीं होगी।


एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर के कुछ प्वाइंट्स को दबाने से आपका मोटापा तेजी से कम होता है। वजन कम करने के लिए इन एक्यूप्रेशर टेक्नीक के जरिए आपको शरीर के कुछ प्लाइंट्स पर दवाब डालना पड़ता है, जिससे आपका मोटापा कम होता है। इनके जरिए आपकी भूख कंट्रोल होती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। तो चलिए जानते हैं मोटापा घटाने वाले इन एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स के बारे में।


1. कान का एक्यूप्रेशर प्वाइंट

मोटापा कम करने के लिए यर केनाल के सामने मौजूद मांसल फ्लैप हिस्से को अपनी उंगलियों की मदद से लगभग 3 मिनट तक दबाएं। रोजाना इस प्वाइंट को दबाने से आपकी भूख कंट्रोल रहेगी और आप ओवरइंटिग से बच जाएंगे। इससे आपको वजन कम करने में मदद मिलेंगी।

2. पैरों का एक्यूप्रेशर प्वाइंट

पैरों के टखने की हड्डी के पीछे की ओर जहां हड्डी खत्म होती हैं, वहां अपनी उंगुली और अंगूठे की मदद से लगातार 1 मिनट तक दबाएं। ऐसा रोजाना कम से कम 1 बार जरूर करें। इस प्वाइंट को दबाने से आपका डाइजेशन सिस्टम ठीक रहता है, जोकि आपके वजन को कंट्रोल करता है।

3. हाथों का एक्यूप्रेशर प्वाइंट

इन प्वाइंट्स को दबाने से आपका मोटापा तेजी से कम होगा। इसके लिए आप दोनों हथेलियों में अंगूठे के पास वाले हिस्से पर 2 मिनट तक प्रेशर दें। आप ऐसा ही पैरों के एक्यूप्रेशर प्लाइंट्स के साथ भी कर सकते हैं। वजन कम करने के लिए यह बहुत ही मददगार होते हैं।

4. पेट का एक्यूप्रेशर प्वाइंट

तेजी से मोटापा कम करने के लिए आप अपनी नाभि के निचले हिस्से पर दो-दो उंगुलियों से प्रेशर दें। इसके बाद अपनी एक उंगुली की मदद सेस पिडली की हड्डी को लगातार 1 मिनट तक दबाकर रखें। जो इस प्वाइंट को दबाने से आपका डाइजेशन सिस्टम सुधरेगा, जोकि मोटापा घटाने में मदद करता है।

5. कोहनी का एक्यूप्रेशर प्वाइंट

वजन कम करने के लिए कोहनी के जोड़ से अंदर की क्रीज की ओर उंगलियों को ले जाएं। इसके बाद यहां मौजूद एक्यूप्रेशर प्वाइंट पर दूसरे हाथ के अंगूठे से दबाव बनाएं और इसे 5 मिनट तक ऐसे ही दबाकर रखें। ऐसे ही दूसरे हाथ की कोहनी के साथ भी करें।


मोटापा कम करने के 10 सबसे सस्‍ते घरेलू उपाय




वजन बढ़ना कोई आम समस्‍या नहीं है। मोटापा कई जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकते हैं। बदलती लाइफस्‍टाइल की वजह से अधिकांश लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं, जिससे लोग अन्‍य दूसरी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। समय रहते अगर बढ़ते वजन पर कंट्रोल करना जरूरी है। आज हम आपको 10 ऐसे आसान, सस्‍ते घरेलू उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिसके माध्‍यम से आप अपने वजन को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इसे करने के लिए आपको ज्‍यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है।


1- एक ग्लास थोड़ा गरम पानी ले कर उसमे एक चम्मच काली मिर्च पाउडर, और चार चम्मच नींबू पानी, तथा एक चम्मच शहद मिला कर नित्य हर रोज सुबह पीने से वजन कम होता है, और अगर खाली पेट सुबह में गरम पानी में नींबू निचोड़ कर उसमे एक चम्मच शहद मिला कर रोज पिये तो भी वजन कम होता है।

2- गोभी के पत्ते वजन कम करने के लिए काफी फायदेमंद होते है। कच्चे सैलड में गोभी के पत्ते उबाल कर, या फिर कच्चे खाने से वजन कम होता है।

3- भोजन के पहले टमाटर का सूप पीने से या टमाटर कच्चे खाने से भी वजन कम होता होता है।

4- हर प्रकार की हरी पत्ती वाली सब्जी का आहार करें। यह सारे आयुर्वेदिक उपाय होने के कारण इनके साइड इफफ़ेक्ट्स नहीं होते हैं।

5- सुबह का नाश्ता मध्यम मात्रा में लेना चाहिए। दोपहर का खाना भर पेट खाना चाहिए। क्योंकि दोपहर के समय पाचन तंत्र सबसे ज्यादा सक्रिय होता है।

6- रात का खाना सोने से 3-4 घंटे पहले लेना चाहिए। रात का समय सोने के लिए होता है, इसलिए पाचन तंत्र को भोजन पचाने के लिए अधिक श्रम करना पड़ता है। रात का खाना कम कैलोरी वाला होना चाहिए।

7- खाना हमेशा देर तक चबा कर ही खाना चाहिए। इससे शरीर का वजन नियंत्रित रहता है। 

8- खाना हो सके तो थोड़ा गरम कर के ही खाएं। गरम खाना ठंडे खाने के मुक़ाबले ज़्यादा जल्दी पचता है।

9- दिनभर में थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीते रहना चाहिए ताकी खाना पचता रहे। भोजन को पचाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। हालांकि, एक्सपर्ट खाने के समय पानी ना पीने की सलाह देते हैं, इसलिए खाते समय पानी पीने से बचना चाहिए। 

10- बासी या एक दिन पहले का बचा हुआ खाना खाने से परहेज करें, इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से बचें। इनसे वजन बढ़ता है।

 क्या आपरेशन के सहारे मोटापा कम करना सुरक्षित है

मोटापा घटाने के लिए की जाने वाली सर्जरी नुकसानदेह नहीं है।इस सर्जरी के बाद शारीरिक रुप से सक्रिय हो जाते हैं।बहुत अधिक फैट जमा होने पर ही इसकी मदद लें।चर्बी घटाना जरूरी है नहीं तो कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

मोटापा घटाने के लिए लोग काफी तकनीकें अपनाते हैं जिससे वे भी स्लिम और फिट लगें लेकिन कई बार उनकी तकनीकें उन पर भारी पर जाती हैं। कई लोग तो अपने मोटापे से इतना परेशान हो जाते हैं कि वे ऑपरेशन तक करवा लेते हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सर्जरी से मोटापा कम करना सुरक्षित है।


क्या मोटापा घटाने के लिए ऑपरेशन सही तरीका है। इतना ही नहीं मोटापा घटाने के लिए अपनाई गई इन तकनीकों के कोई साइड इफेक्ट भी हैं। मोटापा घटाने के लिए करवाए जाने वाले ऑपरेशन क्या‍ बार-बार करवाने पड़ते हैं। इस तरह के कितने ही सवाल यहां महत्वूपर्ण है। तो आइए जानें क्या आपरेशन के सहारे मोटापा कम करना सुरक्षित है।

क्या है मोटापा घटाने वाली सर्जरी

दरअसल, मोटापे से छुटकारा पाने के लिए सर्जरी की मदद ली जाती है। इससे शरीर के किसी एक हिस्से जिसमें चर्बी सबसे अधिक बढ़ा होता है, उसे कम कर दिया जाता है। इतना ही नहीं यदि शरीर के किसी एक हिस्से में चर्बी कम है तो उस हिस्से में मास बढ़ाया भी जा सकता है।मोटापे को कम करने के लिए बेरियाट्रि‍क सर्जरी भी की जाती है। इस सर्जरी का इस्तेमाल उन्हीं लोगों के लिए होता है जिनका वजन उनकी लंबाई के हिसाब से 30-40 किलो अधिक हो। इस सर्जरी का लाभ है कि इस सर्जरी के बाद लगभग 60 किलो वजन तक 6 महीने के दौरान अपने आप कम हो जाता है। दरअसल, बेरियाट्रि‍क सर्जरी के दौरान अमाश्य के 80 फीसदी हिस्से को काट दिया जाता है।आज के तकनीकी युग में दुनियाभर में लोग ऐसी सर्जरी करवा रहे हैं। कई लोग तो एक अच्छी शेप पाने के लिए ऐसी सर्जरी करवाते हैं।

 मोटापा कम करने वाली सर्जरी से होने वाले फायदे

मोटापे के साथ ही आपको कई और बीमारियां जैसे डिप्रेशन, उच्च  रक्तचाप, डायबिटीज इत्यादि समस्याएं हो जाती हैं। सर्जरी के बाद आपको इन समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।मोटापा कम होते ही आप पहले से अधिक सक्रिय हो जाते हैं।मोटापे के कारण आपमें होने वाला चिड़चिड़ापन और कार्यक्षमता में कमी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।हार्ट प्रॉब्लम्स, हाइपरटेंशन इत्यादि समस्याओं से आपको आसानी से निजात मिल जाती है।

 सर्जरी के नुकसान 

मोटापा कम करने के लिए करवाए जाने वाले ऑपरेशन जहां एक तरफ फायदेमंद होते हैं वहीं इनका नुकसान भी कम नहीं। आपरेशन के बाद भी आपको अपनी जीवनशैली में सुधार लाना होता है।यदि आप सर्जरी के बाद भी निष्क्रिय जीवनशैली अपनाते हैं तो आपका मोटापा दोबारा बढ़ सकता है।यह सर्जरी बहुत ही महंगी होती है और इसे जल्दी करवाया नहीं जा सकता।इस सर्जरी के बाद आपको खाना पचाने में मुश्किल होती है। इतना ही नहीं आपको भूख भी बहुत कम लगती है क्योंकि आपका भूख जगाने वाला हार्मोंस काम करना बंद कर देता है।आपको पोषक सप्लीमेंट्स का लगातार सेवन करना पड़ेगा जिसके अपने कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं।आपको कम से कम एक साल तक डॉक्टर के संपर्क में रहना पड़ता है और डॉक्टर के कहे अनुसार ही आहार लेना होता है, बिना डॉक्टर की सलाह के आप कुछ खा-पी नहीं सकते।यदि महिलाएं ये सर्जरी करवाती हैं तो वे कम से कम दो साल तक मां नहीं बन सकतीं।कई बार लोगों को 2-3 बार सर्जरी करवानी पड़ जाती है।

मोटापा कम करने के 10 घरेलू उपाय

1.मोटापा कम करने के घरेलू उपाय है पानी

हर दिन कम से कम 8 ग्लास पानी पीजिए, और आप जब भी पानी पीएं, आराम से पीएं. एक ही घूँट मे ना निगल जाएं। पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो वजन कम करने में सहायता करते हैं।

2. मोटापा कम करने का नुस्खा है शहद और नींबू

शहद और नींबू एक साथ शरीर के वजन को नियंत्रित करने के लिए अद्भुत काम करते हैं। गुनगुने पानी का गिलास लें, उस्मे शहद की एक चम्मच, नींबू के रस के 3 बड़े चमच और एक चुटकी पिसी हुई काली मिर्च डाल कर हिला ले। यह मिश्रण हर सुबह खाली पेट पीएं। आपका मोटाप कुछ ही दिनों में कम होने लगेगा शहद और नींबू कई बर्षो से मोटापा कम करने का घरेलू उपाय के रूप में उपयोग किया जा रहा है|

3. मोटापा घटाने का उपाय है ग्रीन टी 

मोटापा कम करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए ग्रीन टी बहुत फायदेमंद होती है। वजन घटाने के लिए हरी चाय एक और लोकप्रिय प्राकृतिक उपचार है।

ग्रीन टी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो जिद्दी और कठोर वसा जलाती है। इसका सेवन रोज़ बिना चीनी डाले करें।

ग्रीन टी में विशेष प्रकार के पोलीफेनॉल्स पाए जाते हैं जिससे शरीर में फैट बर्न करने में मदद मिलती है। हरी चाय विटामिन सी, कैरोटीन, जस्ता, सेलेनियम, क्रोमियम और खनिजों के रूप में पोषक तत्वों से भरपूर होती है। दैनिक दो से तीन कप हरी चाय के पीने से मोटापे से निपटा जा सकता है।

4. मोटापा घटाने का घरेलू नुस्खा है खीरा 

क्या आपको पता है कि खीरे मे 90% पानी होता है? खीरे फाइबर समृद्ध और कोलेस्ट्रॉल मुक्त होते हैं। यह आपको ताज़ा रखते हैं, विषाक्त पदार्थों को शरीर से निकालते हैं एवं आपकी त्वचा में सुधार लाते हैं।

5. मोटापा कम करने का उपाय है गाजर

गाजर पेट के मोटापे को कम करने का बहुत ही अछा उपाय है। यदि आप रोज़ सुबह खाली पेट 1 ग्लास गाजर का जूस पी लें तो निश्चित रूप से आपका पेट कम होने लगेगा।

6. मोटापे से छुटकारे के लिए लौकी 

लौकी भी खीरे की तरह फाइबर से समृद्ध होती है और उसमे बिल्कुल वसा नही होती. आप मोटापा कम करने के लौकी की सब्ज़ी बना के खा सकते हैं या इसका रस निकाल कर भी पी सकते हैं ।

7. मोटापा कम करने का देसी उपाय है गोभी 

इसमें टैटरिक एसिड होता है जो चीनी और कार्बोहाइड्रेट को वसा में परिवर्तित होने से रोकता है। इससे आपके पेट और जांघों का मोटापा बहुत जल्दी कम होगा।

8. मोटापा कम करने के उपाय में अपनाएं करी पत्ता 

दैनिक रूप से भोजन में 10 करी पत्तियां एक आसान घरेलू उपाय के रूप में काम करतीं है जो मोटापा और मोटापे की वजह से होने वाली मधुमेह से निपटने के लिए मदद करती है।

 9. मोटापे से छुटकारा दिलाए सौंफ के बीज 

सौंफ के बीज वजन घटाने के लिए सर्वश्रेष्ठ हर्बल तरीकों में से एक हैं। भारी भोजन करने के 15-20 मिनट पहले एक कप सौंफ वाली चाय पी लें। यह आपकी भूख को रोकने में मदद करेगी। और यह पानी के प्रतिधारण को कम करके  जल्दी से वजन कम करने में मदद करती हैं।

10. मोटापा कम करने के घरेलू उपाय है  टमाटर 

टमाटर भी तेज़ी से मोटापा घटाने का बहुत ही अच्छा उपाय है। यदि आप लगभग 2 महीने तक सुबह नाश्ते मे सिर्फ़ 2 टमाटर खा ले तो निश्चित ही आपका वजन घट जाएगा। 

मोटापा कम करने के आयुर्वेदिक उपाय




सैकड़ों वर्षों से, आयुर्वेदिक चिकित्सा चिकित्सकों ने वजन कम करने के लिए जड़ी-बूटियों पर भरोसा किया है। वास्तव में, देश भर के लोगों ने प्राचीन काल से विभिन्न प्रकार के रोगों के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपचार का इस्तेमाल किया है। और क्यों नहीं, यह हमें हर समस्या के लिए सरल और प्रभावी समाधान प्रदान करता है। इसलिए, यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, परंतु साथ ही साथ अपने स्वास्थ्य में भी सुधार चाहते हैं, तो आयुर्वेदिक उपचार आपकी आवश्यकताओं के लिए एकदम सही हैं।

यह वजन घटाने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो कि अवास्तविक परिणाम देने के बजाए स्वस्थ और संतुलित है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने वजन से कितने समय तक संघर्ष कर चुके हैं, आप कितना वजन खोना चाहते हैं। आयुर्वेद के सिद्धांत हमें वजन घटाने का आसान समाधान प्रदान करते हैं, जो कि अनुपालन करना आसान, बहुत संभव और अविश्वसनीय रूप से प्रभावी है। 

इसके अलावा, आप शारीरिक रूप से, मानसिक रूप से और भावनात्मक रूप से स्वास्थ्य और भलाई के एक जीवंत अर्थ को पुनः प्राप्त करेंगे।

दवाएँ जाने से पहले, आइए आदर्श शरीर बनाए रखने के लिए कुछ सुझावों पर गौर करें, और वजन घटाने के प्रयासों के दौरान पालन करने के लिए युक्तियाँ देखें।

1. उचित और समय पर सोना: जैसा कि आपके दादा दादी कहते थे - जल्दी सोना और जल्दी उठना सेहत और दिमाग के लिए अच्छा होता है। बिस्तर पर जाने का सबसे अच्छा समय 10 बजे, अधिकतम 11 बजे है और सुबह 5 या अधिकतम 6 बजे तक जाग जाना चाहिए। यह इसलिए है क्योंकि हमारा शरीर प्रकृति के साथ एक संगठित तरीके से कार्य करते हैं, और प्राकृतिक चक्र का पालन, हमें स्वाभाविक रूप से मोटापे सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है।


2. दिन में तीन भोजन: एक दिन में तीन बार भोजन करना आदर्श है, जब तक आपके रक्त में शर्करा का स्तर कम न हो। एक स्वस्थ नाश्ते, शानदार मध्याहन-भोजन और एक हल्के रात्रिभोज की सिफारिश की जाती है। आपका जिगर दोपहर के दौरान सबसे अच्छा काम करता है, इसलिए आपका भारी भोजन दोपहर में होना चाहिए। इसके अलावा, स्वस्थ और प्राकृतिक डिटॉक्सिफ़िकेशन के लिए, हमारे जिगर को रात में पर्याप्त आराम की आवश्यकता होती है, इसलिए आपका रात्रिभोज हलका होना चाहिए।


3. पर्याप्त पानी पीना: भोजन के तुरंत बाद या पहले पानी न पीएँ। दूसरी तरफ, पूरे दिन थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहना, विशेष रूप से, गर्म पानी आदर्श है और पाचन और डिटॉक्सिफ़िकेशन के साथ सहायता करता है।


वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार: आयुर्वेद में वजन कम करने के कई विकल्प हैं। आइये, आइवर्वेद में उपलब्ध कुछ सामान्य दवाओं पर गौर करें, सभी प्रकार के शरीर के लिए।


1. नींबू और शहद: हर सुबह, ब्रश करने के ठीक बाद, सबसे पहले आपको नींबू का रस और शहद के साथ गर्म पानी पीना चाहिए। यह शक्तिशाली कॉम्बो भूख को कम कर देता है, शरीर को डी-टॉक्सिफ़ाई करता है, और आपके स्वास्थ्य को प्रभावित किए बिना वजन घटाने में सहायता करता है। 


2. काली मिर्च: जबकि नींबू और शहद काम करते हैं, मिर्च पाउडर को जोड़कर यह अधिक शक्तिशाली बनाता है। आप दिन के दौरान एक बार इसे पी कर सकते हैं।


3. पत्तागोभी: गोभी का कच्चा या पका के खाया जा सकता है। यह कच्चा ज्यादा शक्तिशाली है। 


4. पाचन सहायता के लिए भोजन: आयुर्वेद के अनुसार, वजन में वृद्धि अक्सर अनुचित पाचन, या पाचन आग की कमी के कारण होती है। पाचन वृद्धि बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ वजन घटाने में मदद करता है। पाचन को बढ़ावा देने और पाचन में वृद्धि करने वाले खाद्य पदार्थों में अदरक, पपीता, कड़वा, लहसुन, मिर्च आदि शामिल हैं।


5. आमा से छुटकारा: आमा आयुर्वेद में अपूर्ण पाचन के उप-उत्पाद को दर्शाता है। संचित आमा लिम्फ चैनल को ब्लॉक करता है और वजन बढ़ाता है। हल्दी, त्रिफला (अमलाकी, हरीताकी और बिबेट्टीकी का एक शक्तिशाली संयोजन), त्रिकातु (अदरक, भारतीय लम्बे काली मिर्च और अदरक का बराबर अनुपात), बारबेरी और गग्गुलू, सभी को आमा को नष्ट करने में मदद करते है।


6. उपवास: आयुर्वेद में, एक सप्ताह में एक बार उपवास की सिफारिश की जाती है, पाचन तंत्र के डिटॉक्सिफ़िकेशन और कुशल कामकाज के लिए।


मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय




1 : नींबू

25 ग्राम नींबू के रस में 25 ग्राम शहद मिलाकर 100 ग्राम गर्म पानी के साथ प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से मोटापा दूर होता है।एक नींबू का रस प्रतिदिन सुबह गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से मोटापे की बीमारी दूर होती है।।1 नींबू का रस 250 ग्राम पानी में मिलाकर थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह-शाम 1-2 महीने तक पीएं। इससे मोटापा दूर होता है।नींबू का 25 ग्राम रस और करेला का रस 15 ग्राम मिलाकर कुछ दिनों तक सेवन करने से मोटापा नष्ट होता है।

250 ग्राम पानी में 25 ग्राम नींबू का रस और 20 ग्राम शहद मिलाकर 2 से 3 महीने तक सेवन करने से अधिक चर्बी नष्ट होती है।1-1 कप गर्म पीनी प्रतिदिन सुबह-शाम भोजन के बाद पीने से शरीर की चर्बी कम होती है। इसके सेवन से चर्बी कम होने के साथ-साथ गैस, कब्ज, कोलाइटिस (आंतों की सूजन) एमोबाइसिस और कीड़े भी नष्ट होते हैं।


2 : सेब और गाजर

सेब और गाजर को बराबर मात्रा में कद्दूकस करके सुबह खाली पेट 200 ग्राम की मात्रा में खाने से वजन कम होता है और स्फूर्ति व सुन्दरता बढ़ती है। इसका सेवन करने के 2 घंटे बाद तक कुछ नहीं खाना चाहिए।


3 : मूली

मूली का चूर्ण 3 से 6 ग्राम शहद मिले पानी में मिलाकर सुबह-शाम पीने से मोटापे की बीमारी से छुटकारा मिलता है।मूली के 100-150 ग्राम रस में नींबू का रस मिलाकर दिन में 2 से 3 बार पीने से मोटापा कम होता है।मूली के बीजों का चूर्ण 6 ग्राम और ग्राम यवक्षार के साथ खाकर ऊपर से शहद और नींबू का रस मिला हुआ एक गिलास पानी पीने से शरीर की चर्बी घटती है।6 ग्राम मूली के बीजों के चूर्ण को 20 ग्राम शहद में मिलाकर खाने और लगभग 20 ग्राम शहद का शर्बत बनाकर 40 दिनों तक पीने से मोटापा कम होता है।मूली के चूर्ण को शहद में मिलाकर सेवन करने से मोटापा दूर होता है।


4 : मिश्री

मिश्री, मोटी सौंफ और सुखा धनिया बराबर मात्रा में पीसकर एक चम्मच सुबह पानी के साथ लेने से अधिक चर्बी कम होकर मोटापा दूर होता है।


5 : चूना

बिना बुझा चूना 15 ग्राम पीसकर 250 ग्राम देशी घी में मिलाकर कपड़े में छानकर सुबह-शाम 6-6 ग्राम की मात्रा में चाटने से मोटापा कम होता है।


6 : सहजन

सहजन के पेड़ के पत्ते का रस 3 चम्मच की मात्रा में प्रतिदिन सेवन करने से त्वचा का ढीलापन दूर होता है और चर्बी की अधिकता कम होती है।

7 : विजयसार

विजयसार के काढ़े में शहद मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है।

8 : अर्जुन

अर्जुन के 2 ग्राम चूर्ण को अग्निमथ के काढ़े में मिलाकर पीने से मोटापा दूर होता है।

9 : भृंगराज

भृंगराज के पेड़ के ताजे पत्ते का रस 5 ग्राम की मात्रा में सुबह पानी के साथ प्रयोग करने से मोटापा कम होता है।

10 : शहद

120 से 240 ग्राम शहद 100 से 200 मिलीलीटर गुनगुना पानी के साथ दिन में 3 बार लेने से शरीर का थुलथुलापन दूर होता है।


11 : विडंग

विडंग के बीज का चूर्ण 1 से 3 ग्राम शहद के साथ दिन में 2 बार सेवन करने से मोटापा में लाभ मिलता है।

वायविंडग, सोंठ, जवाक्षार, कांतिसार, जौ और आंवले का चूर्ण शहद में मिलाकर सेवन करने से मोटापा में दूर होता है।


12 : तुलसी

तुलसी के कोमल और ताजे पत्ते को पीसकर दही के साथ बच्चे को सेवन कराने से अधिक चर्बी बनना कम होता है।

तुलसी के पत्तों के 10 ग्राम रस को 100 ग्राम पानी में मिलाकर पीने से शरीर का ढीलापन व अधिक चर्बी नष्ट होती है।तुलसी के पत्तों का रस 10 बूंद और शहद 2 चम्मच को 1 गिलास पानी में मिलाकर कुछ दिनों तक सेवन करने से मोटापा कम होता है।


13 : बेर

बेर के पत्तों को पानी में काफी समय तक उबालकर पीने से चर्बी नष्ट होती है।


14 : टमाटर

टमाटर और प्याज में थोड़ा-सा सेंधानमक डालकर खाना खाने से पहले सलाद के रूप में खाने से भूख कम लगती है और मोटापा कम होता है।


15 : त्रिफला

रात को सोने से पहले त्रिफला का चूर्ण 15 ग्राम की मात्रा में हल्के गर्म पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इस पानी को छानकर शहद मिलाकर कुछ दिनों तक सेवन करें। इससे मोटापा जल्दी दूर होता है।त्रिफला, त्रिकुटा, चित्रक, नागरमोथा और वायविंडग को मिलाकर काढ़ा में गुगुल को डालकर सेवन करें।त्रिफले का चूर्ण शहद के साथ 10 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार (सुबह और शाम) पीने से लाभ होता है।2 चम्मच त्रिफला को 1 गिलास पानी में उबालकर इच्छानुसार मिश्री मिलाकर सेवन करने से मोटापा दूर होता है।

त्रिफला का चूर्ण और गिलोय का चूर्ण 1-1 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ चाटने से पेट का बढ़ना कम होता है।


16 : हरड़


हरड़ 500 ग्राम, 500 ग्राम सेंधानमक व 250 ग्राम कालानमक को पीसकर इसमें 20 ग्राम ग्वारपाठे का रस मिलाकर अच्छी तरह मिलाकर सूखा लें। यह 3 ग्राम की मात्रा में रात को गर्म पानी के साथ प्रतिदिन सेवन करने से मोटापे के रोग में लाभ मिलता है।


17 : सोंठ

सोंठ, जवाखार, कांतिसार, जौ और आंवला बराबर मात्रा में लेकर पीसकर छान लें और इसमें शहद मिलाकर पीएं। इससे मोटापे की बीमारी समाप्त हो जाती है।सोंठ, कालीमिर्च, छोटी पीपल, चव्य, सफेद जीरा, हींग, कालानमक और चीता बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से पीसकर चूर्ण बना लें। यह चूर्ण सुबह 6 ग्राम चूर्ण में गर्म पानी के साथ पीने से मोटापा कम होता है।

18 : गिलोय

गिलोय, हरड़, बहेड़ा और आंवला मिलाकर काढ़ा बनाकर इसमें शुद्ध शिलाजीत मिलाकर खाने से मोटापा दूर होता है और पेट व कमर की अधिक चर्बी कम होती है।गिलोय 3 ग्राम और त्रिफला 3 ग्राम को कूटकर चूर्ण बना लें और यह सुबह-शाम शहद के साथ चाटने से मोटापा कम होता है।गिलोय, हरड़ और नागरमोथा बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। यह 1-1 चम्मच चूर्ण शहद के साथ दिन में 3 बार लेने से त्वचा का लटकना व अधिक चर्बी कम होता है।

19 : जौ

जौ का रस व शहद को त्रिफले के काढ़े में मिलाकर पीने से मोटापा समाप्त होता है।

20 : गुग्गुल

गुग्गुल, त्रिकुट, त्रिफला और कालीमिर्च बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को अच्छी तरह एरण्ड के तेल में घोटकर रख लें। यह चूर्ण 3 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से मोटापा की बीमारी ठीक होती है।1 से 2 ग्राम शुद्ध गुग्गुल को गर्म पानी के साथ दिन में 3 बार सेवन करने से अधिक मोटापा कम होता है।

21 तिल

तिल के तेल से प्रतिदिन मालिश करने से शरीर पर बनी हुई अधिक चर्बी कम होती है।

22 : सरसो

सरसो के तेल से प्रतिदिन मालिश करने से मोटापा नष्ट होता है।

23 : दही

दही को खाने से मोटापा कम होता है।

24 छाछ

छाछ में कालानमक और अजवायन मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है।

25 आलू

आलू को उबालकर गर्म रेत में सेंकर खाने से मोटापा दूर होता है।

26 : अपामार्ग

अपामार्ग के बीजों को पानी में पकाकर खाने से भूख कम लगती है और चर्बी कम होने लगती है।

27 : कुल्थी

100 ग्राम कुल्थी की दाल प्रतिदिन सेवन करने से चर्बी कम होती है।

28 : पीपल

4 पीपल पीसकर आधा चम्मच शहद मिलाकर सेवन करने से मोटापा कम होता है।

29 : पालक

पालक के 25 ग्राम रस में गाजर का 50 ग्राम रस मिलाकर पीने से शरीर का फैट (चर्बी) समाप्त होती है। 50 ग्राम पालक के रस में 15 ग्राम नींबू का रस मिलाकर पीने से मोटापा समाप्त होता है।

30 : पानी

भोजन से पहले 1 गिलास गुनगुना पानी पीने से भूख का अधिक लगना कम होता है और शरीर की चर्बी घटने लगती है।बासी ठंडे पानी में शहद मिलाकर प्रतिदिन पीने से मोटापा में लाभ मिलता है।250 ग्राम गुनगुने पानी में 1 नींबू का रस और 2 चम्मच शहद मिलाकर खाली पेट पीना चाहिए। इससे अधिक चर्बी घटती है और त्वचा का ढीलापन दूर होता है।


31 डिकामाली

डिकामाली (एक तरह का गोंद) लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग की मात्रा में गर्म पानी के साथ मिलाकर सुबह-शाम पीने से मोटापा कम होता है।

32 कूठ

कूठ को गुलाब जल में पीसकर पेट पर लेप करने से पेट की बढ़ती हुई अवस्था में लाभ होता है। इसका लेप हाथ, पांव पर लेप करने से सूजन कम होती है।

33 : माधवी

माधवी के फूल की जड़ 10 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम छाछ के साथ सेवन करने से कमर पतली व सुडौल होता है।

34 बरना

बरना के पत्तों का साग नियामित रूप से सेवन करने से मोटापा दूर होता है।

35 : एरण्ड

एरण्ड की जड़ का काढ़ा बनाकर 1-1 चम्मच की मात्रा में शहद के साथ दिन में 2 बार सेवन करने से मोटापा दूर होता है।

एरण्ड के पत्तों का रस हींग मिलाकर पीने और ऊपर से पका हुआ चावल खाने से अधिक चर्बी नष्ट होती है।

36 : पिप्पली

पिप्पली का चूर्ण लगभग आधा ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम शहद के साथ प्रतिदिन 1 महीने तक सेवन करने से मोटापा समाप्त होता है।पीप्पल 150 ग्राम और सेंधानमक 30 ग्राम को अच्छी तरह पीसकर कूटकर 21 खुराक बना लें। यह दिन में एक बार सुबह खाली पेट छाछ के साथ सेवन करें। इससे वायु के कारण पेट की बढ़ी हुई चर्बी कम होती है।पिप्पली के 1 से 2 दाने दूध में देर तक उबाल लें और दूध से पिप्पली निकालकर खा लें और ऊपर से दूध पी लें। इससे मोटापा कम होता है।

37 जौखार

जौखार 35 ग्राम और चित्रकमूल 175 ग्राम को अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बना लें। यह 5 ग्राम चूर्ण एक नींबू का रस, शहद और 250 ग्राम गुनगुने पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट लगातार 40 दिनों तक पीएं। इससे शरीर की फालतू चर्बी समाप्त हो जाती है और शरीर सुडौल होता है।जौखार का चूर्ण आधा-आधा ग्राम दिन में 3 बार पानी के साथ सेवन करने से मोटापा दूर होता है।

38 लुके मगसूल

50 ग्राम लुके मगसूल को कूटकर चूर्ण बना लें और यह चूर्ण 1 ग्राम की मात्रा में सुबह पानी के साथ सेवन करें। इससे मोटापा दूर होता है।

39 माजून मुहज्जिल

माजून मुहज्जिल 10 ग्राम की मात्रा में लेकर पानी के साथ रात को सोते समय पीने से पेट का बढ़ना कम होता है।

40 बबूल

बबूल के पत्तों को पानी के साथ पीसकर शरीर पर करने से त्वचा का ढीलापन दूर होकर मोटापा कम होता है।

41 अनन्नास

प्रतिदिन अनन्नास खाने से स्थूलता नष्ट होती है क्योंकि अनन्नास चर्बी को नष्ट करता है।

42 चित्रक.

चित्रक की जड़ का बारीक चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से पेट की बीमारियां और मोटापा समाप्त होता है।

43 बेल

बेल के पत्ते और हरड़ बारीक पीसकर लगाने से मोटापा दूर होता है।

44 : परवल

परवल और चीते का काढ़ा बनाकर सौंफ और हींग का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से मोटापा कम होता है।

45 ईसबगोल

ईसबगोल के नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्राल नियंत्रित होता है और शरीर में अधिक चर्बी नहीं बनती।

46 रस

फलों का रस बहुत उपयोगी है। मोटापा कम करने के लिए 6 से 8 महीने तक फलों का रस लेना लाभदायक होता है। इसके सेवन से किसी भी प्रकार के दुष्परिणामों का सामना नहीं करना पड़ता। फलों का रस कैलोरी को कम करता है जिससे स्वभाविक रूप से वसा कम हो जाती है। इससे शरीर का वजन और मोटापा कम होता है। गाजर, ककड़ी, पत्तागोभी, टमाटर, तरबूज, सेब व प्याज का रस फायदेमंद होता है।

47 असगंध

असगंध 50 ग्राम, मूसली 50 ग्राम और काली मूसली 50 की मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें और 10 ग्राम की मात्रा में सुबह दूध के साथ लेने से मोटापे की बीमारी समाप्त होती है।

48 अजवायन

अजवायन 20 ग्राम, सेंधानमक 20 ग्राम, जीरा 20 ग्राम और कालीमिर्च 20 ग्राम को कूटकर चूर्ण बना लें और यह चूर्ण प्रतिदिन सुबह खाली पेट छाछ के साथ पीएं। इससे शरीर की अधिक चर्बी नष्ट होती है।

49  करेला

करेले के रस में 1 नींबू का रस मिलाकर सुबह सेवन करने से शरीर की चर्बी कम होती है।

 50 चावल

चावल का गर्म-गर्म मांड लगातार कुछ दिनों तक सेवन करने से मोटापा दूर होता है।


मोटापा कम करने में सहायक है यह स्पेशल चाय::

एक चम्मच सूखा अदरक पाउडर, आधा चम्मच धनिया पाउडर, दो चम्मच गुड़, आधा चम्मच सौंफ, एक टी बैग और एक कप पानी। सौंफ को दो मिनट पानी में उबालिए और गर्म पानी में 1 मिनट के लिए टी बैग डालें। इससे फ्लेवर आ जाएगा। और चाय का स्वाद भी कुछ बदल जाएगा जो पीने में अच्छा लगेगा। आखिर में सारे पदार्थ इसमें मिला दें और गुड़ मिलाकर इसे घोलें। जब गुड़ मिल जाए तो स्वाद के साथ पीएं।

पेट और जांघों को पतला करने के लिए योग के 5 टिप्स।



वजन घटाने के लिए योग को सबसे कारगर और सरल तरीका माना जाता है। योग को लेकर सबसे बढि़या बात यह है कि इसे किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं। योग किसी भी उम्र वर्ग के लिए खासा लाभदायक है। गर्भवती महिलाओं को भी कुछ विशेष सावधानियों के साथ योग करने की सलाह दी जाती है। ज्ञात हो कि तनाव के चलते कई तरह की बीमारियां जन्‍म लेती हैं। लेकिन योग के आसनों के जरिये इससे निजात पाया जा सकता है। 

वजन घटाने और फिट रहने के लिए योग काफी कारगर है और इससे तनाव का स्‍तर घटने के साथ व्‍यक्ति का आत्‍मविश्‍वास भी बढ़ता है। नीचे योग के कुछ आसनों के बारे में जिक्र किया गया है, जिसको निरंतर करने से वजन घटाने में काफी मदद मिलती है

चक्रासन: योग के तहत यह एक अहम आसन है, जिसके जरिये आप अपने पेट को दुरुस्‍त और संबंधित मसल्‍स को पूरी तरह ठीक रख सकते हैं। इस आसन में पहले आप पीठ के सहारे लेट जाएं, फिर घुटनों को मोड़ें और अपने पैरों के तलवे को कुछ दूरी बनाकर जमीन पर टिकाकर रखें। फिर अपने हाथों को शरीर की दिशा में ले जाएं। ध्‍यान रहे कि हथेलियां नीचे की ओर रहे। आप अपने हाथों को मिलाकर साथ रखें और फिर अपने शरीर को उपर की ओर उठाएं। इस अवस्‍था में तीस सेकेंड से लेकर 01 मिनट तक रहें। फिर शरीर को धीरे धीरे सतह पर ले आएं। इस अभ्‍यास को पांच बार दोहराएं।

भुजंगआसन : इस आसन में शरीर की आकृति फन उठाए हुए नाग के समान हो जाती है इसीलिए इसको नाग आसन, भुजंगासन या सर्पासन कहा जाता है। इस आसन से पेट की चर्बी घटती है तथा रीढ़ की हड्डी सशक्त बनती है। दमे की, पुरानी खांसी अथवा फेफड़ों संबंधी अन्य कोई बीमारी हो, तो उनको यह आसन करना चाहिए। इससे बाजुओं में शक्ति मिलती है। मस्तिष्क से निकलने वाले ज्ञानतंतु बलवान बनते हैं। पीठ की हड्डियों में रहने वाली तमाम खराबियां दूर होती है। 

कब्ज दूर होता है। इस आसन को करते समय अकस्मात् पीछे की तरफ बहुत अधिक न झुकें। उल्टे होकर पेट के बल लेट जाए। ऐड़ी-पंजे मिले हुए रखें। ठोड़ी फर्श पर रखी हुई। कोहनियां कमर से सटी हुई और हथेलियां ऊपर की ओर। इसे मकरासन की स्‍थिति कहते हैं। धीरे-धीरे हाथ को कोहनियों से मोड़ते हुए आगे लाएं और हथेलियों को बाजूओं के नीचे रख दें। ठोड़ी को गरदन में दबाते हुए माथा भूमि पर रखे। पुन: नाक को हल्का-सा भूमि पर स्पर्श करते हुए सिर को आकाश की ओर उठाएं। फिर हथेलियों के बल पर छाती और सिर को जितना पीछे ले जा सकते हैं ले जाएं किंतु नाभि भूमि से लगी रहे। 0 सेकंड तक यह स्थिति रखें। बाद में श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे सिर को नीचे लाकर माथा भूमि पर रखें। छाती भी भूमि पर रखें। पुन: ठोड़ी को भूमि पर रखें और हाथों को पीछे ले जाकर ढीला छोड़ दें। शुरू में 30 सेकेंड करने के बाद लंबे अभ्यास के बाद इसे तीन मिनट तक किया जा सकता है। कम से कम दो से पांच बार कर सकते हैं।

धनुरासन : इस आसन को करने से शरीर की आकृति खींचे हुए धनुष के समान हो जाती है, इसीलिए इसको धनुरासन कहते हैं। यह आसन मेरुदंड को लचीला एवं स्वस्थ बनाता है। पेट की चर्बी कम होती है। हृदय मजबूत बनाता है। गले के तमाम रोग नष्ट होते हैं। कब्ज दूर होकर जठराग्नि प्रदीप्त होती है। श्वास की क्रिया व्यवस्थित चलती है। सर्वप्रथम मकरासन में लेट जाएं। मकरासन अर्थात पेट के बल लेट जाएं। ठोड़ी को भूमि पर टिका दें। हाथ कमर से सटे हुए और पैरों के पंजे एक-दूसरे से मिले हुए। तलवें और हथेलियां आकाश की ओर रखें। घुटनों को मोड़कर दाहिने हाथे के पंजे से दाहिने पैर और बाएं हाथ के पंजे से बाएं पैर की कलाई को पकड़ें। सांस लेते हुए पैरों को खींचते हुए ठोड़ी-घुटनों को भूमि पर से उठाएं तथा सिर और तलवों को समीप लाने का प्रयत्न करें। जब तक आप सरलता से सांस ले सकते हैं इसी मुद्रा में रहें। फिर सांस छोड़ते हुए पहले ठोड़ी और घुटनों को भूमि पर टिकाएं। फिर पैरों को लंबा करते हुए पुन: मकरासन की स्थिति में लौट आएं।

पश्चिमोत्‍तनासन : पीठ में खिंचाव उत्पन्न होता है, इसीलिए इसे पश्चिमोत्तनासन कहते हैं. इस आसन से शरीर की सभी मांसपेशियों पर खिंचाव पड़ता है। पशिच्मोत्तासन के द्वारा मेरूदंड लचीला व मजबूत बनता है जिससे बुढ़ापे में भी व्यक्ति तनकर चलता है और उसकी रीढ़ की हड्डी झुकती नहीं है।  इसके अभ्यास से शरीर की चर्बी कम होकर मोटापा दूर होता है तथा मधुमेह का रोग भी ठीक होता है। अपने पैर को सामने की ओर सीधी करके बैठ जाएं। दोनों पैर आपस में सटे होने चाहिए। पीठ को इस दौरान बिल्‍कुल सीधा रखें और फिर अपने हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को छुएं। ध्‍यान रखें कि आपका घुटना न मुड़े और अपने ललाट को नीचे घुटने की ओर झुकाए। 5 सेकेंड तक रुकें और फिर वापस अपनी पोजीशन में लौट आएं। यह पोजीशन किडनी की समस्‍या के साथ क्रैम्‍स आदि जैसी समस्‍या से भी निजात दिलाता है।

चक्‍की चलनासन : योग का यह आसन पेट की चर्बी को दूर करने में काफी कारगर है। इससे वजन कम करने में भी फायदा मिलता है। पहले आप जमीन पर आराम से बैठ जाएं। इस दौरान अपने पैरों को सामने की ओर से फैलाएं। दोनों पैर आपस में सटे रहें, इस बात का ध्‍यान रखें। अब अपने दोनों हाथों को आपस में मिलाकर पकड़ लें और फिर बिना घुटनों को मोड़े सर्कुलर (चक्र के तौर पर) दिशा में घुमाएं। दस बार इस आसन को घड़ी की दिशा में घुमाएं और फिर कुछ देर रुकने के बाद इस बार घड़ी की विपरीत दिशा में घुमाएं। फिर धीरे-धीरे छोड़ दें।



मोटापा कम करने वाले व्यायाम




पुशअप के जरिए शरीर की चर्बी को घटाने में मदद मिलती है।साइक्लिंग व स्वीमिंग से पूरे शरीर की अच्छी एक्सरसाइज होती है।आप चाहें तो जिम भी ज्वाइन कर सकते हैं।सुबह-सुबह जॉगिंग या सैर करना भी फायदेमंद है।

मोटापा कम करने के लिए लोग नए-नए फंडे अपनाते हैं। कई बार ये फंडे सफल हो जाते हैं तो कई बार इनका कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन क्या आप जानते हैं मोटापा कम करने वाले व्यायाम भी बहुत हैं। आप व्यायाम के ज़रिए आराम से मोटापा कम कर सकते हैं।

आप चाहे तो मोटापा कम करने के लिए कुछेक व्यायामों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपना सकते हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर मोटापा कम करने वाले व्यायाम कौन से हैं। मोटापा कम करने वाले व्यायामों के और क्या–क्या लाभ हैं। मोटापा कम करने वाले व्यायामों को कैसे करें। इसी तरह के और भी कई सवाल हैं जिनका जवाब जानना जरूरी हैं। तो आइए जानें मोटापा कम करने वाले व्यायामों को और उनसे जुडे़ तमाम सवालों को।

पुशअप

मोटापा कम करने के लिए पुशअप बहुत ही अच्छा व्यायाम है। पुशअप के जरिए शरीर के विभिन्न हिस्सों में जमीं अतिरिक्त चर्बी को दूर किया जा सकता है।पुशअप से ना सिर्फ मोटापा घटा सकते हैं बल्कि मांसपेशियों को भी मजबूत किया जा सकता हैं।पुशअप से ना सिर्फ आपकी मांसपेशियां मजबूत होती हैं बल्कि आपकी हड्डियों में भी जान आती हैं और आप आसानी से उछलने-कूदने में सक्षम होते हो।पुशअप करते हुए ध्यान रखना चाहिए आप जब सबसे पहले पुशअप्स कर रहे हो तो आपको अचानक से बहुत ज्यादा पुशअप नहीं करने चाहिए बल्कि आपको धीरे-धीरे पुशअप करने चाहिए और रोजाना धीरे-धीरे करके इनकी संख्या बढ़ानी चाहिए। अन्यथा अचानक मांसपेशियों पर जोर पड़ने से आपको बॉडीपेन भी हो सकता हैं।

उठक-बैठक करना

मोटापा कम करना हो शारीरिक क्षमता बढ़ानी हो तो उठक-बैठक से अच्छा व्यायाम कोई नहीं।उठक-बैठक को दंडक भी कहा जाता है यानी आप खड़े होकर बैठते हैं बिना किसी सहारे के।उठक-बैठक से आपके जांघों के आसपास जमी अतिरिक्त चर्बी को आसानी से कम किया जा सकता हैं।उठक-बैठक के जरिए आप आसानी से पेट के आसपास की चर्बी को तो कम कर ही सकते हैं साथ ही कुछ ही दिनों में आपको आपका वजन भी कम दिखाई देने लगेगा।दंडक लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि शुरूआत में पांच ही दडंक लगाए यदि आपको कोई समस्या नहीं हुई तो इनकी संख्या डबल कर दें।एक सप्ताह तक ऐसे ही करें फिर तीन गुना इनकी संख्या कर दें। दंडक के समय बैलेंस पर नियंत्रण बहुज जरूरी हैं।

जोर-जोर से हंसना (स्वस्थ रहने के लिये हंसना सीखें)

जोर-जोर से हंसना बहुत ही अच्छा व्या‍याम हैं। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन लगातार जोर-जोर हंसकर भी मोटापा कम किया जा सकता है।क्या आप जानते हैं हंसना भी एक कला है और जब व्यायाम करते हुए आपको हंसना है तो आपको खुली हवा में ठहाके लगाने होते हैं। इसके लिए आपको सीधे खड़े होकर दोनों पैरों को खोलकर जोर से सांस भरते हुए हाथों को ऊपर की ओर हवा में ले जाना हैं।आप चाहे तो ग्रुप में भी हंस भी सकते हैं। आपको यह सोचकर नहीं हंसना कि आप व्यायाम कर रहे हैं बल्कि आपको चाहिए कि आप खुश हैं और सेहतमंद है यानी सकारात्मक सोच के साथ आपको जोर-जोर से हंसना चाहिए।

इसके अलावा आप चिनअप्स, डिप्स इत्यादि भी कर सकते हैं। इनसे आप फिट तो रहेंगे ही आपका वजन नियंत्रण में भी रहेगा।

पेट की चर्बी कम करने के लिए ये है 5 बेहतरीन एक्सरसाइज




आपका चेहरा या हाइट कितनी भी अच्छी क्यूँ ना हो, लेकिन अगर आपका पेट बाहर निकला है, तो आपकी पूरी पर्सनालिटी ही खराब दिखेगी। आज हम आपको पेट अंदर करने के लिये महत्‍वपूर्ण व्यायाम सिखाएंगे, जिसे बिना जिम जाए किया जा सकता है।

नीचे दी हुई एक्सरसाइज से आप अपने लोअर एब्स की मासपेशियों को टाइट बना सकते हैं और पेट को अंदर कर सकते हैं। पेट की चर्बी को पूरी तरह से खतम होने में समय लगता है इसलिये अपनी डाइट पर हमेशा कंट्रोल रखें, नहीं तो चर्बी दुबारा वापस आ सकती है। पेट अंदर करने के लिये आपको कड़ी महनत करनी पडे़गी इसलिये यह मान कर ना चलें कि हफ्तेभर के अंदर ही आप स्लिम और ट्रिम दिखने लगेंगे। अगर आप सचमुच चाहते हैं कि आप स्मार्ट दिखें तो इन एक्सरसाइजों को नियमित रूप से करना ना भूलें।

साइड प्लैंक (Side Plank)

यह एक्सरसाइज प्लैंक की ही तरह होती है लेकिन इसमें शरीर को एक करवट पर रख कर एक हाथ के सहारे शरीर को खड़ा करना पड़ता है। शरीर को एक हाथ और दोनों पैरों के सहारे टिका कर 30 सेकेंड तक रखें। अपने पेट और जांघों को ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें। इसे दस बार करें। इससे अत्यधिक फैट बर्न होता है और अलग अलग अंगों की मासपेशियां मजबूत होती हैं।

सिंगल लेग स्ट्रेच (Single leg stretch)

पीठ के बल लेट कर अपने एक पैर को 90 डिग्री पर उठाते हुए अपने दोनों हाथों से पैर के टखने को पकडे़। उसके बाद उस पैर को नीचे रखें और दूसरे पैर को उठा कर पकडे़ और फिर छोड़ें। ऐसा 10 बार करें।

एब्डॉमिनल क्रंचेस (Abdominal crunches)

पीठ के बल लेट जाएं। घुटनों को मोड लें। अपने हाथों को मोडकर सिर के नीचे रख लें। अपने कंधों को जमीन से थोडा ऊपर की तरफ उठाएं। सामान्य स्थिति में आएं। यह एक्सरसाइज कम से कम 12 बार करें।

टीज़र (Teaser)

जमीन पर पीठ के बल लेंटे और अपने दोनों हाथों को कान की सीधाई में ऊपर उठाएं। सांस अंदर लें। फिर सांस को बाहर छोड़ते हुए अपने दोनों पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं। ऐसा करने पर आपके शरीर की पोजिशन V जैसी बन जाएगी। फिर धीरे से सांस लें और अपनी सामान्य पोजिशन पर आ जाएं। अपने अंगूठों तथा अंदर की जांघों को कस कर जकड़े रहें, जिससे पैर टोन बनें। ऐसा 10 बार करें।

क्रंच (Crunches)

जिस तरह से हम पुश अप्‍स कई विधियों से कर सकते हैं ठीक उसी तरह से हम क्रंच भी कई विधियो से कर सकते हैं। आप लोवर एब्‍स और साइड फ्लैब के लिये अलग अलग वेरियेशन कर सकते हैं। आइरन मैन एक बहुत ही पॉपुलर व्यायाम है। आपको आइरन मैन पोजिशन में देर तक रहना है, जिससे आपका शेप निखर सके।

मोटापा कम करने के लिए योग का प्रयोग करे।




वजन कम करने की प्रक्रिया के दौरान निष्ठा, प्रतिबद्धता और अनुशासित जीवन शैली भी मिलती हैं। हममें से बहुत से लोग वजन कम करना चाहते हैं जिसके लिए हम अलग अलग परहेज़, व्यायाम, एरोबिक्स और योग भी करते हैं। पर कुछ ही दिनों के पश्यात हम इन अभ्यासों से ऊब जाते हैं, आशा खोने लगते हैं और अभ्यास छोड़ देते हैं। यह दुष्चक्र चलता रहता हैं और शरीर भी इनका अभ्यस्त हो जाता हैं। अगली बार शरीर इसी अभ्यास को प्रारंभ करने में ज्यादा समय और मेहनत लगाता हैं। इसका मतलब है अगली बार जब आप अपना वजन कम करने का अभ्यास करते, तब आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रयास करना पड़ता हैं। दिन भर पसीना बहाना पड़ेगा, नीरसता से लड़ना पड़ेगा और जड़ता को चूर चूर करना होगा तभी लाभदायक परिणाम प्राप्त होंगे। इसके परिणाम स्वरुप जब भी आप सीशे में अपने आप को निहारेंगे आप मुस्कराएंगे।

योग वजन कम करने में सहायक हो सकता है| योग की सबसे अच्छी बात यह है की व्यायाम के पशच्यात पहले की अपेक्षा ज्यादा ताजगी और उत्साह का अनुभव होता है। योग को अधिकतर ऐरोबिक्स व्यायाम समझा जाता है जिसमे अन्य कठिन व्यायामों की अपेक्षा कैलोरी घटाने की क्षमता को कम मानते हुए, अन्य को प्रभावी माना जाता है। परंतु योग द्वारा मोटापा कम करने के अपने ही प्यारे तरीके हैं। यह एक धीमी प्रक्रिया है यह इतनी आसानी से मोटापा कम करता है जैसे चाकू से मक्खन कट रहा हो। अब कुछ सबसे अच्छे आसनों पर नजर डालते हैं जो मोटापा कम करनें में सहायक हो सकतें हैं।

मोटापा कम करने के लिए योगासन

सूर्य नमस्कार | Surya namaskar

वीरभद्रासन | Virabhadrasana

भुजंगासन | Bhujangasana

धनुरासन | Dhanurasana

त्रिकोणासन |Trikonasana

1
सूर्य नमस्कार

बारह आसन जो एक क्रम में किए जाते हैं, संयुक्त रूप से सूर्य नमस्कार कहलाता है। ये आसन बहुत प्रभावी होते है जिसकी वजह से सूर्य नमस्कार मोटापे के लिए यह सबसे अच्छा योग है। इसका प्रभाव पूर्ण शरीर पर पड़ता है विशेष रूप से जहाँ माँस पेशियों का बड़ा समूह होता है। इसकी शुरुआत कुछ सेट /राउंड्स (चक्रों) द्वारा करना चाहिये और क्रमशः इन सेट /राउंड्स (चक्रों) की संख्या बढ़ाते जाना चाहिए। यह वजन कम करनें में सहायक होता है और इसे आसनों का राजा कहा जाता है। सूर्य नमस्कार कैसे किये जाते है यह जानने हेतु यहाँ क्लिक करे

2
वीरभद्रासन

वीरभद्रासन से घुटने के पीछे की नस, जाँघे, पैर और टखनें मजबूत होते है, क्योकि जांघें जब आगे की ओर झुकती है तो शरीर का वजन उसके ऊपर स्थान्तरित हो जाता है। यह पेट के स्नायुओं को बल देता है जिससे आंतरिक शक्ति की बढ़ती है। आंतरिक शक्ति के बढ़ने से हम लंबे समय तक कार्यशाली बने रहते हैं। यह आसन कैसे किये जाते है यह जानने हेतु यहाँ क्लिक करे।

3
भुजंगासन

यह आसान शरीर मेँ छाती और पीठ के लिए लाभदायक होता है। दीर्घ श्वास लेते हुए छाती को ऊपर की ओर उठाने से अधिक मात्रा में ऑक्सीजन रक्त के साथ मिलकर,शरीर के अलग अलग भागों में स्पंदित होती है। ऑक्सीजनित रक्त मोटापा कम करने में सहायक होता है। कूल्हों को पुष्ट करने में भी सहायक होता है। यह आसन कैसे किये जाते है यह जानने हेतु यहाँ क्लिक करे।

4
धनुरासन

यह एक आधुनिक आसान जो ना केवल मोटापा कम कम करता है बल्कि भुजाओं और पैरों को भी पुष्ट करने में भी सहायक होता है। इस आसान में पेट के स्नायुओं पर खिंचाव का अनुभव होता है। यह खिंचाव पेट के स्नायुओं को लचीला कर देता है। लगातार इस आसन को करने से पेट लचीला और वसा कम हो जाता है। यह आसन कैसे किये जाते है यह जानने हेतु यहाँ क्लिक करे।

5
त्रिकोणासन

पेट के स्नायुओं के साथ साथ शरीर के अन्य भागों की माँस पेशियों के लिए भी व्यायाम बहुत आवश्यक है। एक निश्चित उम्र के बाद शरीर बढना बंद कर देता है और पेट के आसपास वसा एकत्रित होने लगता है। त्रिकोणासन इन बढ़े हुए वसा को कम करनें में मदद करता है। यह आसन शायद ज्यादा कैलोरी कम ना करें पर फिर भी कमर की इंच कम करने का साधन हो सकता है। यदि अगली बार पेंट ढीली हो जाये और आपको बेल्ट पहननी पड़े तो आश्चर्यचकित मत होना। यह आसन कैसे किये जाते है यह जानने हेतु यहाँ क्लिक करे।



तो दोस्तो आज जाना कि कैसे हम ( Apni body ko fit rakh sakte hai) ओर अपनी लाइफ को खुश रख सकते है दोस्तो आप इन सब advices को आपनी लाइफ मैं जरूर Try करे और ऐसे ही ओर अछे articles के लिए जुड़े रहे ( https://normaladvices.blogspot.com ) से।

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