इन संकेतों से जाने अपनी सेहत का हाल

इन संकेतों से जाने अपनी सेहत का हाल। 




हेलो दोस्तो आज हम आपके लिए एक ओर artical  ले के आए है ।  हमरा शरीर ही काफी बीमारियो के बारे पहले ही बता देता है। हमारे शरीर मे होने वाले बदलावों से जाने कही हमे कोई बीमारी तो नही तो चलिए जानते है कि कैसे जाने हमे कोई बीमारी तो नही। कई बार हम ऐसे शारीरिक लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकते हैं. आप सेहत के प्रति सर्तक रहें, इसलिए हम आपको कुछ ऐसे हेल्थ सिग्नल्स के बारे में बता रहे हैं, जो संकेत देते हैं कि सब ठीक नहीं है.





तो चलिए एक एक कर के जानते है।


1, आपके बाल, बताते हैं सेहत


2, नाखून, इन संकेतों की मदद से सेहत का रखें ध्‍यान


3, पिंपल्स से जानें अपनी सेहत का हाल


4, 9 संकेतों से जानें सेहत का हाल


5, पैरों से जाने सेहत का राज।



आपके बाल, बताते हैं सेहत





बालों की समस्या जैसे-बाल झड़ना, डैंड्रफ़ और बालों का पतला होना हमेशा हीट टूल्स के ओवरयूज़ या ख़राब डायट का नतीजा नहीं होते. बालों का यह हाल किसी न किसी हेल्थ इश्यू का भी संकेत हो सकता है. आपके बाल आपकी बिगड़ रही सेहत की गवाही देते हैं. आपको बस उनके संकेतों को पहचानना होता है और उसी के अनुसार काम करना होता है. क्या आप जानना चाहती हैं, आपके बाल आपकी सेहत की किन बातों के बारे में संकेत देते हैं. नीचे स्क्रोल करें और ख़ुद जान जाएं. 

सफ़ेद बाल बताते हैं

आप बहुत ज़्यादा स्ट्रेस ले रही हैं 


अगर आपने देखा कि आपके सिर पर सफ़ेद बालों की संख्या बढ़ती जा रही है और आपके बाल भी हाल-फ़िलहाल में ख़ूब झड़ रहे हैं, तो यह साफ़ संकेत है कि आप इन दिनों काफ़ी तनाव में हैं. तनाव से पिग्मेंट पैदा करनेवाले सेल्स डैमेज हो जाते हैं, जिसके कारण बाल समय से पहले सफ़ेद होने लगते हैं. आपको विटामिन बी12 का टैबलेट लेने और रिलैक्स करने से बालों की समस्या से राहत मिल सकती है.

पतले हो रहे बाल बताते हैं

आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो गई है


बालों की सेहतमंद वृद्धि के लिए प्रोटीन एक आवश्यक घटक है. अगर आपके बाल धीरे-धीरे पतले होते जा रहे हैं तो हो सकता है कि आपके शरीर में प्रोटीन की कमी हो गई हो. अपने डॉक्टर से सलाह लें और अपने खानपान में प्रोटीन समृद्ध चीज़ों, जैसे-अंडे, पालक, नट्स, एवोकाडो और बेरीज़ शामिल करें. 



रूखे और डल बाल बताते हैं

 आप धूप में कुछ ज़्यादा ही समय बिता रही हैं


इस बात में कोई संदेह नहीं है कि सूरज आपके बालों को भयंकर नुक़सान पहुंचा सकता है. यह आपके बालों को रूखा, डल और कम़जोर कर देता है. सूरज की किरणों के संपर्क में लंबे समय तक बने रहने से आपके बालों की रंगत डल होने लगती है. अगर आपके बालों का हाल ऐसा हो रहा हो तो उन्हें सूरज की हानिकारक यूवी रेज़ से बचाने का इंतज़ाम करें. 



डैंड्रफ़ वाले बाल बताते हैं

आपको त्वचा की समस्या हो सकती है


त्वचा की समस्याएं जैसे सोरियासिस और एग्ज़िमा आपके सिर की त्वचा को पपड़ीदार बना सकती हैं. आपके डैंड्रफ़ से संघर्ष करने का यह भी एक कारण हो सकता है. अगर आपके सिर की त्वचा ड्राय, लाल या वाइट पैचेज वाली लगे तो तुरंत डर्मैटोलॉजिस्ट से संपर्क करें, ताकि वे आपको सही ट्रीटमेंट दे सकें. 



तेज़ी से झड़ते बाल बताते हैं

 आपको हार्मोनल असंतुलन की समस्या हो सकती है 


महिलाओं में बालों के झड़ने का सबसे आम कारण है हार्मोनल असंतुलन. स्ट्रेस या दूसरे किसी हेल्थ प्रॉब्लम की वजह से जब शरीर में हार्मोन्स का स्तर ऊपर नीचे होता है, तब बाल गुच्छे के गुच्छे टूटते हैं. ऐसी स्थिति में सही मेडिकेशन की ज़रूरत होती है. 



नाखून, इन संकेतों की मदद से सेहत का रखें ध्‍यान





नाखून, इन संकेतों की मदद से सेहत का रखें ध्‍यान

 नाखूनों के टूटने-फटने, धारियां पड़ने, सफेद व पीले दिखने पर हो जाएं सावधान इंसान का शरीर आश्चर्यजनक तरीके से काम करता है। इसकी एक खासियत यह भी है कि यह अलग-अलग प्रतिक्रियाओं के जरिए स्वास्थ्य समस्याओं और पोषण की स्थिति के बारे में भी सूचित करता है। शरीर के अंगों में नाखूनों की भी अहम भूमिका है। विशेषज्ञों के मुताबिक दिखने में छोटे मगर कई बार बड़ी बीमारियों की जानकारी भी नाखूनों से मिलती है। खासतौर से घर-परिवार की जिम्मेदारियों में व्यस्त महिलाएं अपनी सेहत के प्रति ज्यादा लापरवाह रहती हैं। ऐसे में, शरीर में कैल्शियम की कमी, एनीमिया, थायरायड जैसी कई अन्य बीमारियों का शिकार हो जाती हैं। मगर समय रहते यदि महिलाएं अपने नाखूनों में बदलाव देखें तो उनको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि नाखून कुछ ऐसे ही रोगों को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही खराब सेहत की चेतावनी भी देते हैं। विभिन्न रोगों का संकेत देते नाखूनों पर विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी।


किडनी, हार्ट, लिवर के रोगों का देते हैं संकेत

लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिसिन डिपार्टमेंट में फिजीशियन डॉ. रितु करोली कहती हैं, यदि ध्यान दिया जाए तो नाखून के जरिए शरीर की बहुत सी बीमारियों की जानकारी प्राप्त हो सकती है। ज्यादातर डॉक्टर मरीजों के नाखून देखकर उनके भीतर पल रहे रोगों को पहचान लेते हैं। ऐसे में, नाखूनों में सफेदी, पीले या नीले पड़ना, उनका आकार बदलना जैसे कुछ लक्षणों पर ध्यान देते रहना चाहिए ताकि समय रहते रोगों से बचाव हो सके।-


ये बदलाव दिखें तो डॉक्टर से लें सलाह

सफेद नाखून : यह प्रोटीन की कमी का परिचायक है। किडनी की खराबी, लिवर रोग जिससे प्रोटीन बनता है उसमें कमी का संकेत देता है।

सफेद नाखून के ऊपरी हिस्से में गुलाबी लाइन : यह शरीर की किसी गंभीर बीमारी, हृदय रोग, गंभीर इंफेक्शन आदि का संकेत देता है।

चम्मच आकार के नाखून : आयरन की कमी वाला एनीमिया के प्रति सावधान रहने का संकेत देता है।

नाखून में गोलाई : यह क्लब्बिंग हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी व संक्रमण के प्रति सतर्क होने का संकेत देता है।नाखून में गड्ढे : यह चमड़ी की बीमारी, सोरायसिस आदि के लक्षण बताता है।

नाखून में धारियां : यह विटामिन-बी, बी-12, जिंक की कमी कमी का दर्शाता है।

पीले नाखून : पीलिया के लक्षण बताता है।




नीले नाखून : हृदय, फेफड़ों में ऑक्सीजन कम होने से साईनोसिस होना दर्शाता है।

नाखून का अपनी सतह से (नेल बेड) से अलग होना : थायरॉयड बीमारी का संकेत है।

नाखून खराब होना : यह फंगल इंफेक्शन बताता है।

पोषण की कमी भी कारण :केजीएमयू में वरिष्ठ पोषण एवं आहार विशेषज्ञ डॉ. सुनीता सक्सेना कहती हैं, नाखूनों का रंग फीका पड़ना, या बेरंग होना, क्रीम या सफेद लाइन पड़ना यह पोषण की कमी या कोई बीमारी होने की ओर इशारा करते हैं। 

नाखून केरोटिन नामक प्रोटीन से बने होते हैं। हर व्यक्ति में रोगों के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कभी-कभी जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं। बचाव के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, हाई प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिनयुक्त आहार लेना चाहिए। इसके अलावा नींबू का रस, गुलाब जल, सिरका, लहसुन में से किसी एक चीज का इस्तेमाल नाखूनों की मालिश में करके उन्हें फंगल इंफेक्शन से बचाया जा सकता है। 

चम्मच जैसे नाखून देते हैं एनीमिया का संकेत :

क्वीन मेरी हॉस्पिटल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सुजाता कहती हैं, ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी यानी एनीमिया की शिकायत होती है। खासतौर से शरीर में आयरन की कमी होने से एनीमिया होता है। ऐसे में, महिलाएं खुद भी अपने नाखूनों को देखकर सतर्क हो सकती हैं। नाखूनों का सफेद, पतले व चम्मच की तरह हो जाना इसके लक्षण हैं। इस दशा को कॉइलोनीशिया (स्पून नेल) कहते हैं। वहीं, कैल्शियम की कमी से नाखून सूखते हैं व कमजोर होकर टूटने लगते हैं। बचाव के लिए कैल्शियम और आयरन से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। दूध, पनीर, दही, डेयरी उत्पाद, गुड़-चना, ब्रोकली, ड्राई फ्रूट, संतरा, कीवी, अंजीर, खजूर, पाइनएप्पल आदि का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर रोज एक आयरन की गोली व सिरप भी ले सकते हैं।



पिंपल्स से जानें अपनी सेहत का हाल




 

भद्दे व जिद्दी पिंपल्स आजकल ज्यादातर युवाओं की समस्या बन गई हैं। लड़कियों को लगता है कि तनाव, गलत खान-पान, अधिक मेकअप, प्रदूषण या ऑयली स्किन के कारण पिंपल हुआ है लेकिन इसकी वजह हार्मोंस में बदलाव भी हो सकता है। वहीं पिंपल्स का सेहत में गड़बड़ी का इशारा भी हो सकता है, खासतौर पर ये कहां निकल रहे हैं। जी हां, चेहरे पर हुए पिंपल्स भी किसी बीमारी का संकेत हो सकते हैं। चलिए जानते हैं पिपंल्स से सेहत का क्या है क्नैक्शन...

 

अगर माथे पर निकल रहे हो पिंपल्स

माथे पर बार-बार पिंपल्स निकलना शरीर में पानी की कमी, स्ट्रेस या हाजमा खराब होने का संकेत है। वहीं आपके बाल भी अक्सर माथे से चिपक जाते हैं और उनपर लगी गंदगी स्किन पर लग जाती है, नतीजा पिंपल।

क्या करें?


इससे छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि आप 7-8 घंटे सोएं, भरपूर पानी पीएं और एंटीऑक्‍सीडेंट भरपूर डाइट लें। साथ ही सोडा और डेयरी उत्‍पाद से परहेज करें।

गालों पर निकले पिंपल्स तो...

अगर पिंपल गाल के उपरी हिस्से में निकल रहे हैं तो समझ लें कि आपका रेस्पिरेटरी सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा। इससे आपको सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं अगर गाल के निचले हिस्से में दाने निकले तो मतलब आप अपने दांत सही तरीके से साफ नहीं कर रहीं। वहीं इसका कारण प्रदूषण, तकिया कवर और मोबाइल पर लगे कीटाणु भी हो सकते हैं।

क्या करें?


अपने गाल के कांटेक्ट में आने वाली सारी चीजें जैसे तकिया कवर, फोन कवर आदि को साफ रखें।

टी-जोन में पिंपल होना

टी-जोन यानी वो एरिया (भौहों से लेकर, नाक और ठुड्डी) जो आपके चेहरे पर टी का मैप बनाए। यहां दाने तब निकलते हैं जब आपको किसी तरह की एलर्जी हो गई हो, खासतौर खाने की किसी चीज से। इसके अलावा यह पेट में इंफेक्शन का संकेत भी हो सकता है।

क्या करें?


अगर आपके टी-जोन में दाने निकल रहे हैं तो डेयरी प्रोडक्ट्स यानी दूध, दही, घी, पनीर का सेवन कम करें और हरी सब्जियां व फल ज्याद खाएं। साथ ही भरपूर पानी पीएं।

नाक पर दाने निकल रहे हैं तो?

नाक पर पिंपल्स निकल रहे हैं तो समझ लें कि आपका लीवर और किडनी सही तरह से काम नहीं कर रहे। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर की वजह से भी नाक पर पिंपल हो जाते हैं।

क्या करें?


ऐसे में आपको डॉक्टर से चेकअप करवाए और उनसे सलाह लें। साथ ही खूब पानी पीएं और हैल्दी डाइट लें। इसके अलावा नियमित एक्सरसाइज भी करें।

ठुड्डी पर दाने निकलना

ठोड़ी पर पिंपल छोटी आंत में गड़बड़ी का संकेत है। वहीं यहां हार्मोन्स में गड़बड़ी के कारण भी पिंपल्स निकल सकते हैं।

क्या करें?


इससे निपटने के लिए आपको ओमेगा-3 की गोलियां लें। साथ ही भरपूर नींद और हैल्दी भोजन खाएं। इसके लिए तले-भुने और मसालेदार भोजन से दूर रहें।

जबड़े की रेखा पर पिंपल

मासिक धर्म के दौरान जबड़े की लाइन पर पिंपल्स हो जाता। चेहरे के इस हिस्से पर पिंपल होना हार्मोनल असंतुलन या बदलाव का संकेत है।

क्या करे?


इसके लिए पानी का भरपूर मात्रा में सेवन करें और पर्याप्‍त नींद लें।

आंखों के बीच और नाक से ऊपर

लिवर संबंधी प्रॉब्लम होने पर चेहरे के हिस्से पर बार-बार पिंपल होने लगता है। वहीं इसका कारण खान-पान की गलत आदतें भी होती हैं।

क्या करें?


इससे छुटकारा पाने के लिए बाहर खाना, मक्‍खन, पनीर और क्रीम अवॉइड करें। डाइट में हरी सब्जियां, नट्स, फल, जूस लें। साथ ही योग करें।

होठों के आस-पास दाने निकलना

होंठ के आसपास दानें निकलने का मतलब है कि आपकी पाचन क्रिया खराब है। इसके कारण बदहजमी, पेट दर्द या कब्‍ज की समस्या भी देखने को मिलती है।

क्या करें?


अपने आहार में फाइबर युक्त भोजन को शामिल करें और भोजन के बाद ग्रीन टी का 1 कप लें।

 

9 संकेतों से जानें सेहत का हाल






30 के पहले स़फेद बाल

 यदि तीस की उम्र में ही यदि आधे बाल स़फेद हो जाएं तो ये डायबिटीज़ के कारण हो सकता है. अतः अपना शुगर लेवल टेस्ट करवाएं.

आंखों का पीला होना

अगर आंखों का स़फेद हिस्सा पीला दिखे तो ये जॉन्डिस, लिवर या गॉल ब्लैडर की समस्या का संकेत हो सकता है. यदि ये लाल दिखे, तो हाइपरटेंशन या वायरल डिसीज़ हो सकता है.

रूखे-फटे होंठ

 ठंड के मौसम में तापमान बदलने के कारण फटे होंठों की समस्या आम होती है, लेकिन यदि आपके होंठ हमेशा फटते हैं और उनमें से कई बार खून भी निकलता है और दर्द होता है तो ये विटामिन बी या ज़िंक की कमी का संकेत है. कई बार फंगल इंफेक्शन के कारण भी ऐसा होता है.

गले में सूजन

यदि आपको कभी महसूस हो कि आपकी गर्दन में सूजन है तो इसे हल्के में न लें, तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. गर्दन के अगले हिस्से में सूजन थायरॉइड का संकेत हो सकता है.

आईब्रो का कम होना

अचानक आईब्रो तेज़ी से कम होने लगे तो इसका कारण थायरॉइड, हाइपरथाइरॉडिज़्म या ओवरऐक्टिव थायरॉइड हो सकता है.

हथेलियों का लाल होना

 यदि आपकी हथेली लाल है तो ये डर्मटाइटिस, एग्ज़िमा, मेटल, दवा, फूड या ड्रिंक्स से एलर्जिक रिएक्शन का संकेत हो सकता है.

नाख़ूनों में बदलाव

नाख़ून बेस्ट हेल्थ इंडिकेटर हैं. यदि शरीर में किसी तरह की समस्या होती है तो नाख़ून में बदलाव साफ़ नज़र आता है. अतः अपनी सेहत का ख़्याल रखने के लिए नाख़ूनों पर नज़र रखें.

पैरों का ठंडा पड़ना

 अचानक पैर ठंडे पड़ जाएं तो अलर्ट हो जाइए. ये संकेत है कि शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पा रहा. यदि पैर बार-बार ठंडे हो रहे हैं तो थायरॉइड भी चेक करवा लें.

बार-बार खुजली होना

त्वचा में खुजली का कारण एलर्जी या स्किन डिसऑर्डक हो सकता है, लेकिन यदि आपको बार-बार और बहुत ज़्यादा खुजली हो रही है तो अलर्ट हो जाइए. इसका कारण लिवर डिसीज़ हो सकती है.



पैरों से जाने सेहत का राज़





अगर बिना किसी कारण के पैरों में दर्द, सूजन, सुन्नता आदि महसूस हो रही हो तो इन लक्षणों को हल्के में ना लें. ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं.


खास बातें

पैरों से जुड़े संकेतों को नजरअंदाज न करें

पैरों में सूजन और दर्द है किसी बीमारी का संकेत

पैर के नाखूनों का बदरंग होना इंफेक्शन का लक्षण

 अक्सर हम अपने चेहरे, हाथ और शरीर के बाकी हिस्सों पर तो पूरा ध्यान देते हैं लेकिन पैरों की ओर हमारा ध्यान कम ही जाता है. शायद यही वजह है कि हम पैरों से जुड़े संकेतों और लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन आपकी यही गलती किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकती है. जी हां, पैरों में हो रही दिक्कतों के आधार पर किसी व्यक्ति की सेहत के बारे में काफी कुछ बताया जा सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि पैरों से जुड़ी समस्याओं के भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर होते हैं जिन्हें पोडियाट्रिस्ट (podiatrist) कहा जाता है. लेकिन आपके पैर आपकी सेहत के बारे में क्या बता रहे हैं इसे जानने के लिए डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं. आपको सिर्फ इन संकेतों को पहचानना है.

सेहत के बारे में क्या कहते हैं आपके पैर

1. पैरों की त्वचा का ड्राई होना

अगर आपका तलवा या पैरों की त्वचा बहुत अधिक ड्राई है, फट रही है, पपड़ीदार हो गई है तो यह थायरॉयड से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है. वैसे तो मौसम में सामान्य बदलाव की वजह से भी पैर और एड़ियां फट सकती हैं. लेकिन अगर फटी एड़ियों के साथ ही आपको खुद में वजन बढ़ने, हाथों में सुन्नता महसूस होने और देखने में परेशानी जैसे लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.

2. पैर का बार=बार सुन्न होना

पैरों में बार-बार सुन्नता महसूस होने का सबसे बड़ा कारण ये है कि वहां पर खून का सही तरीके से संचार नहीं हो पा रहा है और ये पेरिफेरल आरट्रियल डिजीज (पीएडी) के कारण भी हो सकता है. अगर बार-बार पैरों में सुन्नता महसूस हो रही हो तो इस संकेत को नजरअंदाज न करें ये टाइप 2 डायबिटीज की वजह से होने वाले पेरिफेरल न्यूरोपैथी का भी लक्षण हो सकता है.

3. पैर के नाखून में काले धब्बे दिखना

अगर आपके पैर की उंगली कहीं दब जाए या कोई भारी चीज पैर पर गिर जाए तो नाखून में काले धब्बे आना सामान्य सी बात है लेकिन बिना किसी चोट के पैर की उंगलियों के नाखून में अगर कालापन आ जाए तो डॉक्टर से बात जरूर करें. यह मेलानोमा यानी स्किन कैंसर का संकेत हो सकता है. इसके अलावा पैर के नाखून का बदरंग होना फंगल इंफेक्शन का भी एक लक्षण है.



4. पैरों में सूजन रहना

गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के आखिरी दिनों में अक्सर पैरों में सूजन की समस्या रहती है. कई बार लंबी दूरी की यात्रा करने के बाद भी पैरों में सूजन हो जाती है लेकिन अगर बिना किसी वजह के पैरों में सूजन हो जाए तो लंबे समय तक ठीक ना हो तो इस लक्षण को गंभीरता से लें क्योंकि यह खून के प्रवाह से जुड़ी या ब्लड क्लॉट से जुड़ी किसी बीमारी का संकेत हो सकता है. इसके अलावा किडनी की बीमारी में भी पैरों में सूजन हो सकती है.

5. पैरों में दर्द रहना खासकर सुबह के समय

हुत से लोगों को सुबह के समय बिस्तर से नीचे पैर रखते वक्त पैरों में तेज जलन जैसा दर्द महसूस होता है. इसके कई कारण हो सकते हैं. पहला है- आर्थराइटिस जिसमें जोड़ों में दर्द और जलन होने लगती है. इसके अलावा मांसपेशियों में खिंचाव या अकड़न की वजह से भी पैरों में दर्द हो सकता है. इसके अलावा अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो इस कारण भी पैरों में जलन और दर्द महसूस हो सकता है.





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